पृष्ठम्:बीजगणितम्.pdf/२४८

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एकवर्णसमीकरणम् । या १ रू १० या ६ रू १० यहां आद्य धन में दश घटा देने से दूसरे में जोड़ देने से दूसरा स्वतः षड्गुण होता है । दूसरे पक्ष में १०० वटादेने से प्राद्य पक्ष में १०० जोड़ देने से और शेष धन या ६ रू. ११० को दूना करने से दो पक्ष समान हुए wbg.com.m . . या १ रु ११० या १२ रू २२० समीकरण करने से यावत्तावत् का मान ३० या इससे पक्षों में उत्थापन देने से पूर्वानीत धन के तुल्य दोनों के धन हुए ४० | १७० उदाहरणम्- या ४७ २०० या ० रू ४७ २४१ माणिक्याष्टकमिन्द्रनलिदशकं मुक्लाफलानां शतं यत्ते कर्णविभूषणे समधनं कीतं त्वदर्थे गया । तद्रवत्रय मूल्यसंयुतिमितिस्त्रयूनं शतार्थं प्रिये. मूल्यं ब्रूहि पृथग्यदीह गणिते कल्यासि कल्याणिनि३६ अत्र समधनं यावत्तावत् १ । यदाष्टानां माणिक्याना- मिदं मूल्यं तदैकस्य किमिति । एवं त्रैराशिकेन सर्वत्र मूल्यानि । रू० या है याे या इं ठं एषां योगः सप्तचत्वारिंशता सम इति समशोधनार्थं न्यासः ।