पृष्ठम्:छन्दःशास्त्रम् (पिङ्गलः).djvu/१००

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जघनचपलोपगीत्यन्तविपुला जघनचपलोपगीत्यादिविपुला जघनचपलोपगीत्युभयविपुला जघनचपलोभयविपुला जलमाला जलोद्धतगतेिः जीमूत ज्योतेि तन्वी तर, तासौ

तीर्ण तु लकम् तोटकम् तोमरम् त्रयी त्वरितगतिः दक्षिणान्तिका ५१ | दीपकमाला ५१ | दुर्मिला ५१ |दोधकम् १३६ |दुतविलम्बितम् १३७ | दुमिला घृत्तन्नाम ११९| धारावलेिका १७७ | धारी ६८ | धीरललिता १०६ |नगखरूपिणी १४० | नगाणिका १०५ | नदी ८० १०७ | नन्दिनी १३७ नराचम् १४५| नरेन्द्र १०३ | नकुटकम् १ ३८ | * 19 १०६ |नवमालिनी १०४ | न विपुला १०८|नान्दीमुखी

। ११२ ११३ | नारी ६३| निशा

११ १* १०६|नीहार ११२ १७० १३७ १३८ १७० १ ६४ ११७ १ ०४ १२५ १४८ १४६ १५५ १६६ १५७ १५२ १४४ ७८ १४८ ७२ १८७ १०३ १६१ १५२