पृष्ठम्:चतुर्वेदी संस्कृत-हिन्दी शब्दकोष.djvu/७५

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श्रन . चतुर्वेदकोष । ७५ श्रानस, (पुं.) गाड़ी या छकड़े का । पिता सम्बन्धी | आनाह, (पुं.) अ । कपड़े की चौड़ाई । मलमूत्र अवरोधक रोग विशेष दस्त पेशाब को रोकने वाली बीमारी | दस्त न होने की बीमारी । कोष्ठबद्धता । आनिल, (पुं. ) वायु से उत्पन्न | बातल । जिस पर वायु का आधिपत्य हो । हनुमान जी अथवा भीम का नाम । आनी, (क्रि. ) लाना । उत्पन्न करना । संमिश्रण करना । फेरना | आनीतिः, ( स्त्री. ) पास लाना । समीप लाना । श्रानुकूल्य, (न.) अनुकूलता । आपस में भिल कर रहना। आपस में दया दिखाना । आनुगत्य, (न.) जान पहचान | हेलमेल | आनुगराय, (न.) समानता । बराबरी । दयालु होना । कृपा करना । आनुपूर्वी, ( स्त्री. ) शैली | परिपाटी | क्रम | रीति । आदि से क्रम | यथार्थ जाति क्रम | मूल से लेकर क्रम | आनुमानिक, ( न. ) केवल अनुमान पर निर्भर टकलपच्चू । अनुमान प्रमाण से सिद्ध होने वाला । सांख्य शास्त्र में , कहा गया प्रधान । आनुयात्रिक, (पं.) अनुयायी । पिळलगा | . आनुरक्लि, (स्त्री.) प्रीति | अनुराग | अनुलोमिक, ( त्रि.) क्रमानुयायी । क्रम से और नियमपूर्वक काम करनेवाला । अनुकूल | उपयुक्त | अनुविधित्सा, (स्त्री. ) कृतघ्नता | अनुवेश्यः, (सं.) पड़ोसी जो अपने घर के पास वाले पड़ोसी के घर के पास रहता हो । श्रानुशासनिक, (पुं.), निर्देश सम्बन्धी | श्रनुश्रविक, ( पुं. ) वेद में विधान किया हुआ । स्वर्गप्राप्ति का साधन होने से वैदिक कर्मानुष्ठान | 'श्राप श्रत, ( पुं. ) सदैव मिथ्या बोलने वाला | झूठा । झूठ बोलने वाला । श्रानृशंस्य, (न. ) दयालु | कृपालु | नमूता | दयालुता । श्रान्तर, (न. ) मध्यवर्ती । भीतरी । छिपा हुआ । श्रान्तरतम्य (न. ) सादृश्य | समानता | आन्तिका, (स्त्री.) बड़ी बहिन । आन्त्र, (न. ) नखसम्बन्धी । ( सं . ) कोष्ठ | श्रत । श्रान्दोल, क्रि. ) इधर उधर हिलना । हिलना | काँपना | आन्दोलन, ( न. ) बार बार हिलना । भूलना | ढूँढ़ना । आन्धलिक, (पुं.) रसोइया पाचक | अन्न रीघने वाला आन्ध्य, (न.) अन्धापन | अँधेरा | न्वयिक, ( त्रि. ) कुलीन | अच्छे कुल में उत्पन्न । आवाहिक, (त्रि.) नित्य कर्म । नित्य होने वाले काम | आन्वीक्षिकी, ( स्त्री. ) तर्कविद्या | न्याय शास्त्र | अध्यात्मविद्या । आत्मविद्या | आन्वीपिक, (पुं ) अनूकूल | (क्रि. ) पाना । प्राप्त करना । पहुँचना । पकड़ना । मिलना | भेंट करना । अधिकार करना | परवानगी देना | बराबर करना | अष्टवसुओं में से एक । आकाश | श्रापगा, ( खी.) नदी | (पुं.) व्यापारी जो लवे और बेंच ! आपन, (त्रि. ) प्राप्त पाया हुआ | सङ्कट में फँसा हुआ | आपनसत्वा ( स्त्री. ) गर्भवती स्त्री | आपरान्हिक, (त्रि.) अपरान्ह सम्बन्धी | दोपहर के बाद के कर्म श्राद्धादि । (न.) जल | पाप | एक धर्म्मानुष्ठान |