पृष्ठम्:चतुर्वेदी संस्कृत-हिन्दी शब्दकोष.djvu/७३

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चतुर्वेदीकोष । ७३ . आदि आदि, (पुं. ) प्रथम । कारण । निकट प्रकार भाग । प्रधान । आदिकवि, (पुं.) ब्रह्मा और वाल्मीकि मुनि । आदितेय, ( पुं. ) अदिति के सन्तान अर्थात् देवता आदित्य, (पुं. ) सूर्य देवता का · • वृक्ष । सूर्यमण्डल में रहने वाले सूर्य । आदित्य बारह हैं। पुनर्वसु नक्षत्र | आदित्यसूनु, ( पं . ) सूर्य का पुत्र, सुप्रीव । यमराज | शनि । सावर्णिनाम मनु | वैवस्वत मनु । कर्ण नामक राजा । आदिदेव, (पुं. ) प्रथम क्रीड़ा करने वाला | आप ही प्रकाशमान । नारायण । |' आदिपुरुष, (पुं.) पहले शरीर में रहने वाला । सारे जगत् को आप ही पूर्ण करने वाला । हिरण्यगर्भ | नारायण । आदिम (त्रि.) पहले हुआ | आदि का | पहला । आदिवाराह, (पुं. ) विष्णु | इन्होंने सब से पहले वाराहरूप में अवतार धारण किया था । आदिष्ट, (न. ) आज्ञा । हुक्म । अनुमति | आदीनव, ( पुं. ) दोष । अवगुण । दुःख । दुर्दम जिसे वश में लाना कठिन है । आहत, (गु.) आदर किया हुआ। पूजा हुआ । आदेश, (पुं. ) निर्देश | आज्ञा हुक्म (पुं.) यजमान जो अपने पुरोहित से कहता है कि "मेरा इष्ट सम्पादन सम्बन्धी क्रम कीजिये । ” श्राद्य ( त्रि. ) पहले हुआ । प्रथम जात । आचून, (त्रि. ) आदि शून्य | जिसका श्रा- रम्भ न हो । पेटू । मरभुखा । बुभुक्षित | आद्योतः, (पुं. ) प्रकाश | चमक | सिर, (पुं. ) लोहे का बना हुआ । आधमन, ( न. ) बन्धकै । हुण्डी | धरोहर | मरा, ऋणी। कर्जदार आथर्मिक, (त्रि. ) अन्यायी । न्याय न करने वाला । धर्म न करने वाला । आधे धर्पित, (त्रि. ) अन्याय से आक्रमण किया गया। जिसका अपराध देख लिया गया हो । अन्यायपूर्वक दबाया गया हो । श्राधान, ( न. ) धरोहर | मंत्र द्वारा अग्नि- स्थापन गर्भाधान | आधार, आश्रय | आसरा । अधिकरण | । वृक्ष का खोडुआ । पुल । आधि, (पुं.) मन की पीड़ा | बड़ी आशा | | धरोहर | व्यसन्क | ऍड़ी। शाप | आधिक्य, (न.) बहुतायत । अधिक | आधिश, (त्रि. ) वक्र | टेढ़ा कष्ट दिया गया। पीड़ा अनुभव करने वाला । आधिदैविक, (त्रि.) अधिदैव सम्बन्धी सुश्रुत के अनुसार कष्ट तीन प्रकार के होते हैं आध्यात्मिक, आधिभौतिक और आधि- दैविक । १ आभ्यात्मिक पीड़ा अर्थात् ज्वरादि रोग २ . आधिभौतिक पीड़ा अर्थात् सर्पादि दुष्ट जन्तुओं से क्लेश । ३ आधिदैविक पीड़ा अर्थात् मन आदि इन्द्रियों के क्लेश । प्रारब्ध से उत्पन्न । आधिपत्य, (न. ) स्वामी होना । शक्ति | अधिकार प्राप्ति । राजा के कर्त्तव्य कर्म । आधिभौतिक, (त्रि. ) क्लेश जो सर्पादि दुष्ट जन्तुओं से उत्पन्न हुए हों। प्राणि- सम्बन्धी | तत्त्वों से उत्पन्न । आधिराज्य, (न. ) राजकीय पत् सर्वश्रेष्ठ शासन | श्राधिवेदनिक, (न. ) सम्पत्ति | वह धन जिसे पुरुष अपनी प्रथम स्त्री को, अपना दूसरा विवाह करते समय देता है । आधु, (क्रि. ) हिलाना । आन्दोलन करना | आधुनिक, (त्रि. ) अबका | नवीन | इदानीन्तन । धृ (क्रि. ) धरना | पकड़ना । रखना । सहारा देना । लाना | देना | आय, (त्रि.) आश्रित । एक वस्तु में