पृष्ठम्:चतुर्वेदी संस्कृत-हिन्दी शब्दकोष.djvu/४३

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अप चतुर्वेदकोष । ४२ अपवारण (न.) यन्तद्धीन छापना | व्यवधान । पद्ध: (.) व्यक्त । छोड़ दिया गया । प्रत्याख्यात तिरस्कार किया हुआ । पुत्रविशेष - जो पिता माता के द्वारा परित्यक्त हो । अपविषा, ( स्त्री. ) ओषधिविशेष | जिस से दूर होजाय । अपवृत्त (पुं.) पराङ्मुख | किसी की न माननेवाला | दुराचारी ! शब्द (पुं.) शब्द | बिगड़ा हुआ शब्द | शब्द संस्कृत पशुक्, (पुं. ) आत्मा । अपशोक, अशोक नामक वृक्ष । अप, (पुं.) काल (त्रि. ) घाम | प्रति कूल | विरोध | अपसद, (पुं. ) श्रधम | नीच | अपकृष्ट | नीचजातिविशेष | अपसरः, (पुं. ) अपसरण हटना | अपसरणम् (न. ) एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाना । अपसर्जन, ( न. ) परिवर्जन दान | छोड़ना । निर्जन । मोक्ष । अपसर्व:, (त्रि. ) गुप्तचर छिपा हुआ दूत । ( पुं. ) एक प्रकार का सर्प । अपसव्य (त्रि.. ) शरीर का दक्षिण भाग | प्रतिकूल | विरुद्धार्थ । पितृतीर्थ | [पसिद्धान्तः, ( पुं. ) माने हुए सिद्धान्त से गिरना | अपस्कर, (पुं. ) रथाङ्ग | पहिये को छोड़ कर रथ का अङ्ग । अपनात (त्रि.) निन्दित स्नान । मृतक के लिये स्नॉब करनेवाला । अपस्नान, (न. ) मरणानिमित्तक स्नान | अपस्मार, (पुं. ) रोगविशेष । भूतविकार | मिरगी रोग | अपा अपस्मारी, (त्रि. ) अपस्माररोगी | पः, (.) अपनीत | ताहित | पीड़ित अपहतपाप्मा, (पुं. ) जिसके समस्त पाप दूर होगये हों। वेदान्तवाक्यों द्वारा जानने योग्य आत्मा। अपहतिः, (स्त्री.) विनाश | उच्छेद | अपहन्ता, (पुं.) विनाशक | नाश करने बांला । अपहर्ता (न) पहरण करने वाला | विनाशक | पहस्तित ( ) निरस्त हटाया हुआ। गले में हाथ देकर निकाल दिया हुआ । अपहारः, (पुं. ) हागि । चोरी छिपाना | लुटाना। अपचय | हानि। अपहरण | अपहारक, (त्रि.) अपहरण करने वाला । अपहारी, (त्रि.) अपहरणशील पहा करने वाला । पहासः, (पुं.) चारण हंसी। निरर्थक हारय। अपहृतः, (त्रि.) अपनीन । अपवः, (पुं. ) सोह। श्रपलाप सत्यको छिपाना । . अपहतिः, ( स्त्री. ) अलग अलङ्कार विशेष | प्रकृत बात को छिपाकर उस को दूसरे रूप से वर्णन करने से यह अलङ्कार होता है । अनाथः, (पुं. ) समुद्र | सागर | वरुण | पाक, (पुं.) अजीर्ण होना नहीं पकना । कच्चा । श्रपाकरण, (न. ) निराकरण | दूर करना | हटाना। श्रपाकशाकम्, (ग. ) श्रदरख । पाकृत (त्रि. ) व्यक्त । दूरीकृत | हटाया हुआ। (त्रि.) में भोजन करने के योग्य पतित म । जातिथ्युत ।