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पृष्ठम्:चतुर्वेदी संस्कृत-हिन्दी शब्दकोष.djvu/३६२

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शिवत् चतुर्वेदीकोष । ३६६ शिवत्, (क्रि. ) सफेद करना । शिवत्र, (न. ) सफेद । श्वेत । शिवत्रिन्, (त्रि. ) सफेद कोढ़ का रोगी । शिवत, ( पुं ) एक द्वीप । एक पहाड़ | शुक्र ग्रह । शंख । सफेद बादल । जीरा । ( न. ) रौप्य | श्वेतद्वीप, (पुं. ) विष्णु के रहने का द्वीफ | श्वेतधामन्, ( पुं. ) चन्द्र कपूर | समुद्र की आग | श्वेतपत्र, (पुं. ) हंस । श्वेतपद्म, (न. ) सफ़ेद कमल का फूल | श्वेतपिङ्गल, ( पुं. ) सिंह | शेर | श्वेतरक्ल, (पुं. ) गुलाबी । श्वेतवाजिन्, (पुं. ) चन्द्र | अर्जुन | श्वेतवासस् (पुं. ) श्वेतवस्त्रधारी विरक्त वैष्णव | शुक्लाम्बर विष्णु । एक प्रकार का संन्यासी । श्वेतवा ( पुं. ) इन्द्र | अर्जुन | चन्द्र । श्वेतवाहन, (पुं.) चन्द्र | इन्द्र | अर्जुन | श्वेतसर्षप, (पुं.) सफेद सरसों । श्वेतहय, ( पुं. ) उच्चैःश्रवा घोड़ा । श्वेता, (स्त्री.) कौड़ी | वंशरोचना | शर्करा | श्वेतोही, ( स्त्री. ) शची । श्वैत्य, (न. ) शुक्लवर्ण | सफ़ेद रङ्ग । श्र्वत्रय, } (न.) सफेद कोद । ष ष, ( त्रि. ) सर्वोत्तम । बुद्धिमान् | ( पुं. ) हानि | नाश । अन्त । शेष । मोक्ष श्रज्ञान | स्वर्ग | निद्रा । विद्वान् जन । चूंची की बोंड़ी | केश | गर्भविमोचन | बगू, (क्रि.) छिपाना । (क्रि. ) सींचना | मिलना। षट्कर्मन्, (न.) छः प्रकार के तन्त्रोक्त काम | यथा - स्तम्भन, मोहन, वशीकरण, उच्चाटन, विद्वेषण और मारण । श्रथवा - पड़ना और पढ़ाना, यश करना और कराना, दान लेना और देना, ये छः कर्म ब्राह्मणों के हैं । (पुं. ) ब्राह्मण । षट्कोण, (न. ) छः कोन वाला | लग्न से छठवां स्थान । सुदर्शन चक्र | षट्चक्र, (न. ) छः चक्र | योगाभ्यास में • प्राणायाम के वायु को रोकेन के छः स्थान | उनका प्रधान स्थान | उन चक्रों को बताने बाला ग्रन्थ | षट्चत्वारिंशत्, ( स्त्री. ) छियालीस । ४६ । षट्चरण, (पुं. ) भौंरा | छः पाँव वाला षटपदी स्तोत्र | बहू, (क्रि. ) रहना | बल करना । षट् तिलिन्, ( पुं. ) तिलों का मर्दन आदि छः कर्म । षत्रिंशत् ( स्त्री. ) छत्तीस । ३६ | पट्पञ्चाशत् ( स्त्री. ) छप्पन | ५६ | टूपदी (स्त्री. ) भौरी । छः वरण का एक छन्द | जूं | षट्प्रश, ( पुं. ) धर्मादि को भली भांति समझने वाला छिः शास्त्र जानने वाला । षडङ्ग, (न.) वेद के छः श्रङ्ग । यथा शिक्षा, कल्प, व्याकरण, निरुक्त, छन्द और ज्योतिष । पद, धन, जटा, क्रम, निरुक्क और निघण्टु छः अंगों वाला वेद । षडभिश, (पुं. ) बौद्ध विशेष । षडशीति, ( स्त्री. ) छियासी | ८६ । सूर्य का संक्रमण विशेष | षडशीतिमुख, ( क्रान्ति का मुख । न. .) षडशीति नाम सं- षडानन, (पुं.) कार्तिकेय | स्वामिकार्तिक । षडूमि, (पुं. ) परमेश्वर । षड्गव, (त्रि. ) छः बैलों वाला छकड़ा या हल । षड्गुण, (पुं. ) राजाओं के छः सन्धि आदि गुण । षड्ग्रन्थि, (न. ) पीपलामूल । षड्ज, ( पुं. ) सात में से एक स्वर | षड्दीर्घ, ( पुं. ) छः दीर्घ जैसे— श्रा, ई, ऊ, ऐ, औ, श्रः ।