पृष्ठम्:चतुर्वेदी संस्कृत-हिन्दी शब्दकोष.djvu/३३६

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वृक्ष चतुर्वेदीकोष | ३४० वृक्षवर, (पुं. ) वानर | बन्दर | वृक्षच्छाया (न.) बहुत से वृश्वों की छाया । वृक्षनाथ, ( पुं. ) वट वृक्ष वृक्षभवन, (न. ) पेड़ की खोहड़ | वृक्षवाटिका ( स्त्री.) घर के समीप का उपवन । नज़र बाग | वृज्ज्, (क्रि. ) त्यागना । छोड़ना । बृजन, ( न. ) आकाश | पाप । ( पुं . ) केश (त्रि. ) टेढ़ा । तिछ । वृजिन, (न. ) पाप । ( पुं. ) देश । ( त्रि. ) टेढ़ा वृण (क्रि. ) भक्षण करना | खाना | वृत्, (क्रि. ) होना । न (त्रि.) प्रति । स्वीकृत | वृति, ( श्री. ) मांगना । मेरा | वृत्त, ( ब ) गुरु का मान सत्य | इन्द्रिय निग्रह | वेष्टन | लपेट | दया । शौच | हितकर कार्यों पद्य • विशेष | आजीविका । बीत गया। गोल । (चि. ) पढ़ा हुआ | भरा हुआ उत्पन्न हुआ। ( पुं. ) कूर्म्म | वृत्तन्धि ( न. ) पद्य विशेष । वृत्तफल, (न. ) मिर्च, चंनार, बेर, श्रामला आदि गोल फल । वृत्तस्थ, (.) सदाचारी | वृत्तान्त ( पुं. ) संवाद । हाल | समाचार | वृसि, ( स्त्री. ) स्थिति । आजीविका । आचरण वाला । परिवर्तन विशेष | बर्ताव । जीविका | वृत्र, (पुं. ) अन्धकार | वैरी । विश्वकर्म्मा का पुत्र | दैत्य विशेष | मेघ । पर्वत विशेष | मन्त्र | शब्द | वृत्रहन्, (पुं.) इन्द्र वृथा, ( अव्य. ) निरर्थक | वृथादान, (न.) विधिपूर्वक न दिया हुआ दाग। में रति - इस प्रकार के आचरण • . वृंप वृथामांस, ( न. ) देवोद्देश्य से न मारे गये पशु का मांस | वृद्ध, ( न. ) सन्ध द्रव्य विशेष | ( पुं. ) वृक्ष विशेष । ( त्रि. ) बूढ़ा । बढ़ती वाला। पण्डित । वृद्धप्रपितामह, (पुं. ) दादे का बाप वृद्धश्रवस् (पुं. ) इन्द्र वृद्धा, (स्त्री.) बूढ़ी। वृद्धि, ( स्त्री. ) श्रभ्युदय । बढ़ती । वृद्धिजीविका, ( स्त्री. ) सूद खोरी । वृद्धिश्राद्ध, ( न. ) मङ्गल श्राद्ध । नान्दी मुख श्राद्ध । म्युयिक श्राद्ध | घुयाजीव ( त्रि.) व्याज की आय पर जीने वाला । वृधू, (क्रि. ) चमकना बढ़ना । वृन्त, (न. ) फल और पत्तों का बन्धन | वृन्ताक, (पुं. सी. ) भटा | बेंगन | वृन्द, ( न. ) समूह | दस अरब की संख्या वृन्दा, (स्त्री.) तुलसी | राधिका | वृन्दारक, ( पुं. ) देवता । ( त्रि. ) मुख्य | सुन्दर | मनोहर । वृन्दावन, (पुं. ) मथुरा के पास कृष्ण कह क्रीडा स्थल - वैष्णवों का तीर्थ विशेष । वृन्दिष्ठ, (त्रि. ) विशेष मुख्य | वृश्चिक, ( पुं. ) बिच्छू । मेष से श्राठवीं राशि । औषधि वृष, (क्रि. ) सींचना । उत्पादन शक्ति का होना । वृष, ( पुं. ) बैल | मेप से दूसरी राशि । पुरुष विशेष | इन्द्र | धर्म | सींग वाला | चूहा शत्रु । कामदेव | बलवान् ऋषभ नाम दवा | मोर पुम्छ । वृपण, ( 5 अण्डकोष । पेलहर वृपदेशक, ( पुं. ) चूहे खाने वाला | बिला। विडाल । वृषध्वज, (पुं.) शिव । चुपन्, (पुं. ) इन्द्र फर्ण । बैल | घोड़ा ।