पृष्ठम्:चतुर्वेदी संस्कृत-हिन्दी शब्दकोष.djvu/३१६

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चतुर्वेदीकोष | ३०१ रूक्ष, (त्रि.) रूखा । जो चिकना न हो | पेड़ | ( स्त्री. ) दन्ती वृक्ष रूक्षगन्ध, (पुं.) गुग्गुल रूढ़, (त्रि. ) उत्पन्न हुआ । रूढि, ( स्त्री. ) जन्म । प्रसिद्धि । रूप् , (क्रि. ) आकार बनाना । रूप, ( न. ) आकार । स्वभाव । सौन्दर्य | पशु नाम । शब्द । जाति । समानता | की संख्या । रूपक | • बानगी । १ रूपक, (न. ) अभिनय विशेष । श्राकार वाला । अर्थ अलङ्कार विशेष तीन रत्ती की तौल । चाँदी । रूपधारिन (त्रि. ) रूप वाला । सुन्दर | दूसरा वेप धारण करने वाला | नट | रूपवत्, (त्रि. ) सौन्दर्य युक्त । रूपाजीव, (खी.) वेश्या । रण्डी | बहु- रूपिया । रूप्य, (न.) चाँदी | रुपया (पुं.) सुन्दर | चाँदी का सिका। रूप्याध्यक्ष, (पुं.) खजाची । रुबुक, (पुं.) एरण्ड वृश्च । रूष, ( कि. ) सजाना | काँपना | रूपित, ( त्रि. ) सजा हुआ । मिला हुआ । ढका हुआ | फैला हुआ । रूखा बनाया हुआ । सुवासित । रे, ( श्रव्य. ) तिरस्कार-युक्त सम्बोधन में प्रयुक्त शब्द विशेष | इसका प्रयोग अपने से नींच को बुलाने या डाँटने के समय होता है । रेक्, (क्रि. ) सन्देह करना । रेक, (पुं.) सन्देह । जातिच्युत पुरुष | नीच जाति का पुरुष । रीता | खुलना । कोहरा | रेकणस्, ( न. ) सोना । ( वैदिक प्रयोग में ) मरे हुए की सम्पत्ति । रेखा, (खी. ) लकीर । पूर्णता | छल । रेखागणित, ( न. ) एक विद्या जिसमें रेखा और उनसे बने अनेक प्रकार के आकारों का वर्णन है और उनके बनाने की प्रक्रिया सिद्ध की गयी है । रेचक, (न. ) सांस लेना । दस्तावर | पिचकारी | सोरा । रेज् (क्रि.) चमकना । हिलाना । रेज, ( पुं. ) अग्नि | (क्रि. ) बोलना | माँगवा । प्रार्थना to करना । रेखु, (पुं. स्त्री. ) पराग। धूलि । रेणुका, ( स्त्री. ) परशुराम की माता । जमदग्नि की स्त्री | रेणु की काया । रेणुका सुत, (पुं.) परशुराम रेणुका का रेणुरूपित, ( पुं. ) धूलिधूसरित गधा | रेतरू, (न. ) वीर्य | ( वैदिक प्रयोग में ) प्रवाह | धार सन्तति । सन्तान | पारा । पुत्र | पाप । रेत, रेतन, } ( न॰) वीर्य्यं ॥ धातु ॥ रेत्य, (म.) धातु विशेष रेत्र, ( न. ) वीर्य्य | पारा । सोरा । सुवासित चूर्ण । रेपू, (क्रि. ) जाना । ध्वनि करना | रेपस्, (त्रि.) नांचा दुष्ट | निष्ठुर । जङ्गली | ( न. ) धब्बा | दोष । पाप | रेफ, (पुं. ) रकार का चिह्न । कृत्सित | दुष्ट | कृपण | रेवत, (पुं. ) जम्बीर । नीबू । " बलराम के ससुर । रेवती, (स्त्री.) बलराम की स्त्री | अश्विनी से सत्ताइसवाँ नक्षत्र | रेवतीरमण, (पुं.) बलराम रेवा, ( स्त्री. ) रति का नाम । नर्मदा नद्रो । रेप, (क्रि. ) हिनहिनाना। चीख मारना । रैष, (क्रि. ) शब्द करना । भौकना । रै, ( पुं. ) धन सम्पत्ति | सोना । शब्द विशेष रैवत, (पुं. ) शिव का नाम । शनि का नाम । स्वर्णालु वृक्ष | द्वारका के समीप का एक पहाड़।