पृष्ठम्:चतुर्वेदी संस्कृत-हिन्दी शब्दकोष.djvu/३१५

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रुचिं चतुर्वेदीकोष | ३०३ केसर | रूक्ष वृक्ष। रुद्राणी, (स्त्री.) पार्वती । ग्यारह वर्ष की लड़की । रुद्र की वे ग्यारह स्त्रियाँ जो रुद्र ने उत्पन्न होते ही ब्रह्मा के सन्मुख रो दिया और ब्रह्मा ने समझा कर स्थान और स्त्रियाँ दाँ, यथा- “धी, वृत्ति, उशना, उमा, नियुत्सर्पि, इला, अम्बिका, इरावती, सुधा, दीक्षा और रुद्राणी " | राजू (क्रि.) तोड़ना | रूजा, } ( स्त्री. ) रोग । भङ्ग । मेदी । कोढ़ । · राजाकर, (न. ) काया | राङ्गा | फल | रोग | रुद्रारि, ( पुं. ) महादेव का शत्रु । कामदेव । करने वाला | त्रिपुरार | रुद्रावास, ( 9 ) कैलास । काशी । श्मशान । , रुन्चिर, (त्रि.) मनोहर ( न. ) लौंग । रुच्य (त्रि.) सुन्दर । पति कतक हटू, ( कि. ) टकर मारना । बचाव करना । कट सहना रोकना । चमकना बोलना । रु (क्रि. ) देखो रुट् रुस्पस्करा, (खी. ) सीधी गौ, जो सहम में दुइ ली जाय । रुएड, ( पुं. ) कबन्ध | मस्तक्रशून्यं शरीर । फत, (न. ) रव । पशु और पक्षी आदि की बोली रुदित, (न.) चिल्लाना। रोना । रुद्ध, (त्रि. ) रोका गया । बन्द किया हुषा । रुद्र, (पुं. ) भयानक बड़ा । प्रशंस्य । ग्यारह की संख्या अग्नि | शिव । रुद्रज, ( पुं. ) रुद्र से उपजा। पारा | गणेश | कार्तिकेय | रुद्रजटा; ( स्त्री. ) शङ्कर के सिर के लम्बे केश 'कपई' । लता विशेष । रुद्रप्रिया, ( स्त्री. ) हरीतकी । दुर्गा । पार्वती । रुद्रविंशति; ( स्त्री. ) प्रभव आदि साठ वर्षों में से धन्स की बीसी। रुद्रावर्सि, (पुं.) चौदह मनुओं में से बारहवाँ मनु | रुद्राक्रीड़, (न. ) शिव जी का विहारस्थान | · श्मशान | मरघट । रुद्राक्ष, (पुं. ) एक वृक्ष । जिसकी माला शैव पहनते हैं । रुघ्, (क्रि. ) रोकना | पकड़ना । घेरना । छिपाना । पीड़ित करना । रुधिर, (न. ) लाल रङ्ग | मङ्गल ग्रह | रक्त । रुधिरपाधिव, ४) राक्षस विशेष । रुधिराख्य, ( पुं. ) बहुमूल्य रत्न विशेष | रुधिरानन, (न. ) मङ्गल की पाँच गतियों में से एक | रु, ( क्रि.) घबड़ाना । विगाड़ना । बड़ी पीड़ा सहन करना । रुमा, ( स्त्री. ) सुग्रीव की स्त्री | लवण राक्षस का स्थान | एक देश । रुम्र, (त्रि.) चमकीला । रुरु, ( पुं. ) मृग विशेष रुवु, रुवुक, > (पुं. ) अण्डउआ का पेड़ । हवूक,

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रुश, (क्रि. ) चिड़ाना । वध करना । रुष, (क्रि.) क्रुद्ध होना । चिड़ना । रुपा, ( स्त्री . ) क्रोध | रुषित, } ( त्रि. ) क्रुद्ध । रूठा हुआ ॥ राष्टि, (स्त्री.) क्रोध | नाराजगी रुहू, , (क्रि. ) उपजना । निकलना । रुह, (त्रि.) उपजा । ( स्त्री.) दूर्वा | रुहन्, (पुं.) पौधा। पेड़ रुक्षू, (क्रि. ) रूखा होना । कठोर होना ।