पृष्ठम्:चतुर्वेदी संस्कृत-हिन्दी शब्दकोष.djvu/३१२

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. राजि चतुर्वेदीकोष | ३०० राजिल, ( पुं. ) जल का साँप | राजीव, (न.) कमल का फूल । हिरन | मच्छ | हाथी | सारस 1 राजेन्द्र, ( पं. ) एक प्रकार का बड़ा राजा । चक्रवर्ती | महाराज | राशी, (सी.) रानी | राज्य, (न. ) राजपाट | अमलदारी | राज्यधुरा, ( स्त्री. ) प्रजापालनादि राज्य का भार । राज्यात (न. ) राज्य रक्षा के उपाय | छः होते हैं, यथा - स्वामी, श्रमाल, सुन्, कोष, राष्ट्र, दुर्गचल ( किले की ती ) । राउ, (५. ) एक देश राडा, (सी.) एक नगरी का नाम | विषय - वासजा | राणिका, ( सी. ) लगाम | रातन्ती, (श्री. ) पौषशुका चतुर्दशी का उत्सव विशेष । राति, (त्रि. ) उदार | अनुकूल | उद्यत । ( स्त्री. ) मित्र | भेंट | पुरस्कार | रात्रि, { (सी. ) रात । अन्धेरा । हल्दी । रात्रिकर, (पुं. ) चन्द्रमा । इपूर । रात्रिचर, ( पं . ) राम | चोर | चौकी- रात्रिश्चर, दार उल्लू चिड़िया | रात्रिमणि, (पुं. ) चन्द्रमा | तारा | रात्रिपास, (न. ) अन्धकार | रात्रिविगम, ( पुं.) प्रभात । सबेरा । तड़का | रात्रिहास, ( पुं. ) सफेद कमल | राज्यन्ध, (त्रि. ) ाक घ्रादि पक्षी । राद्ध, (त्रि.) रींधा हुआ । सफलमनारेथ | पका हुआ | शद्धान्त, ( पुं. ) फल | परिणाम | सिद्धान्त | शव्, ( क्रि . ) मारने की इच्छा करने वाला | पकाना | • राधन, (न.) पूरा करना । पान | प्रसन्न होना । पूजा करना | राधा, ( स्त्री. ) एक गोपकन्या जो पूर्वजन्म की वृन्दा थी और भगवान् के शाप से दूसरे जन्म में वृषभानु की कन्या हुई थी । जो भगवान् की तीसरी शक्ति लीला देवी का अवतार हैं। जिनको श्रीकृष्ण क्षणमात्र के लिये अपने से जुदा न होने देते थे । गर्ग - संहिता में जिनकी कथा है । जो नि वैकुण्ठ की नित्या लक्ष्मी और श्रीकृष्णावतार की स्त्री थीं । कर्ण की वह माता जिसने उसे पाला था । राधाकान्त, ( पुं. ) श्रीकृष्ण | राधावल्लभ । राधातनय, ( पुं. ) कर्ण | जो कुमारी अवस्था . में कुन्ती से मन्त्र द्वारा सूर्य के आगमन से उत्पन्न और राधा से रक्षित हुआ था । राधेय, (पुं.) राधा का लड़का | कर्ण | राभस्य, ( न. ) प्रसन्नता । हर्ष | बरजोर | राम, (त्रि. ) जिसमें योगिजन रमें वह परब्रह्म ( रमन्ते योगिनो यस्मिन् ) । प्रसन्न- कर | सुन्दरू | काला । सफेद । ( पुं. ) तीन प्रसिद्ध पुरुषों के नाम जमदग्निपुत्र परशुराम, वसुदेवपुत्र बलराम और दशरथ- नन्दन श्रीराम रामगिरि, ( पुं. ) रामचन्द्र का प्रिय प्रधान पर्वत | चित्रकूट | रामचन्द्र, ( पुं. ) राम । दशरथनन्दन । जो विष्णु के दश अवतारों में सातवें थे । रामजननी, ( स्त्री. ) तीनों रामों की मातायेंद्र परशुराम की रेणुका ' जो जमदग्नि की स्त्री थी श्रीराम की माता दशरथ की पट्टरानी ' कौसल्या ' बलराम की माता घसुदेव की स्त्री ' रोहिणी ' । रामतसली, ( स्त्री. ) दो रामों की स्त्रियाँ रामचन्द्र की सीता, बलराम की रेवती । सेड़ती का फूल | , • रामदूत, (पुं.) हनुमान् । रामचन्द्र का दूत | राम. .