पृष्ठम्:चतुर्वेदी संस्कृत-हिन्दी शब्दकोष.djvu/१५९

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घुघुं घुघुर, (पुं. ) शकर का शब्द । घुष, (क्रि. ) प्रशंसा करना । प्रकट करना । चतुर्वेदीकोष । १५६ ं घुसूण, (न. ) केसर कुङ्कुम । घूक, (पुं.) उल्लू | पेचक । घूर्, (क्रि.) मारना । पुराना पड़ना । घूर्ण, (क्रि. ) घूमना । घृ. (क्रि. ) सींचना | घृण, (क्रि. ) चमकना । घृणा, ( श्री. ) कारुण्य | दया| निन्दा | घिन । घृणि, (पुं.) तरङ्ग | लहर | किरन | सूर्य | घृत, ( न. ) चमक | घी । पानी । घृतकुमारी, (स्त्री.) घीकुआर | जिमीकन्द | औषधविशेष । घृताची, ( स्त्री. ) अप्सराविशेष | राव | घी वाली चमकने वाली । घृष, (क्रि. ) रगड़ना । घृष्टि, (पुं.) बराह | सुअर घोट-क ( पुं ) चश्व | घोड़ा । घोटकारि, (पुं. ) भैंसा । घोणा (स्त्री.) घोड़े के नथुने | नाक | घोसिन, (पुं.) लम्बी नाक वाला। सुअर | घोर, (पुं. ) शिव । ऋषिविशेष । विष । सख्त | भयानक । दुर्गम । घोररासन, (पुं.) भयानक शब्द वाला । सियार । गीदड़ । घोल, (पुं. न.) मट्ठा । लस्सी । घोष, (पुं.) अहिरों या गोपों का गाँव । बादलों की गर्जन । लताविशेष | व्याकरण में बाह्यप्रयत्न का एक भेद । घोषणा, (स्त्री.) डौंड़ी । ढिंढोरा । घ्रा, (क्रि. ) गन्ध लेना । सूँघना | घ्राणतर्पण, ( पुं. ) सुगन्धि घातव्य, (त्रि.) सूँघने योग्य | ू ङ, इस अक्षर से आरम्भ होने वाला कोई शब्द नहीं है । ● चक्र ङ, (पुं. ) विषयेच्छा | भोगलिप्सा | शिव जी का नाम । ङ, (क्रि. ) शब्द करना । च, ( अव्य. ) और । पादपूर्ण । ( पुं॰ ) चन्द्रमा । शिव का नाम । कछुआ । चोर | ( इ. ) बुरा। दुष्ट । चकू, (क्रि. ) चमकना । प्रसन्न होना | तृप्त होना । चकास, (क्रि. ) चमकना | चकित, ( • न. ) भय । डर । डरा हुआ । हैरान हुआ । विस्मित | एक छन्द जिसके प्रत्येक पाद में सोलह अक्षर होते हैं । चकोर, (पुं. ) एक पक्षी । चक्क, (क्रि.) पीड़ित होना । कष्ट उठाना । चक्र, (न.) चकवा पक्षी | पहिया । सैनिक | राज एक प्रकार का पाखण्ड । चाक । जिससे कुम्हार बरतन बनाता है । एक प्रकार का अस्त्र | भँवर | काव्यरचना विशेष | कोल्हू । समूह | गाँव । पुस्तक का भाग । नदी का शब्द | चक्रक, (पुं.) जिसकी पहिया घूमने जैसा शब्द निकलता हो । एक दोष । एक प्रकार का तर्क । चक्रधर, (पुं. ) विष्णु । सर्प | राजा | चक्रधारा, (स्त्री.) पहिये का अप्रभाग | चक्रपाणि, (पुं.) विष्णु । चक्रपादः, (पुं. ) रथ | गाड़ी | चक्रबन्धु (पुं.) सूर्य्य | चक्रभेदिनी, (स्त्री.) रात । चक्रभ्रम, (पुं. ) पीसने की चक्की । चक्रवर्तिन, ( पुं. ) महाराजाधिराज i राजाओं का अधीश्वर । आसमुद्रान्त भूमण्डल का स्वामी । मुख्य । चक्रवाक, (पुं. ) स्वनाम प्रसिद्ध पक्षी । चक्रवाड, (पुं. ) लोकालोक पर्वत। मण्डल