पृष्ठम्:चतुर्वेदी संस्कृत-हिन्दी शब्दकोष.djvu/११५

विकिस्रोतः तः
एतत् पृष्ठम् अपरिष्कृतम् अस्ति

चतुर्वेदकोष । ११५ कर्द कर्दमैक, (२ ( सं . ) फलविशेष | सर्पविशेष । कर्पट, ( पुं. न. ) चिथड़ा । कपड़े की धजी। रूमाल । गेरुआ रङ्ग का कपड़ा। ! कर्म्मकार, (पुं.) कोई सा काम करने वाला | कारीगर | यह शब्द विशेष कर बेगार में काम करने वालों के लिये आता है । कमेठ, ( पुं. ) कार्य करने में कुशल । क्रियाकुशल काम करने में पटु । कर्मण्य, ( पुं. ) काम में योग्य काम में चतुर | पढ़ | मजदूरी । कर्मधारय, (पुं. ) एक प्रकार का समास । कर्मन्, (न. ) क्रिया । कर्मममांसा, ( स्त्री. ) कर्मकाण्डसम्बन्धी कल् वेद भाग पर विचार करने वाला और जैमिनि द्वारा रचा गया ग्रन्थविशेष । कर्मविपाक, ( पुं. ) शुभाशुभ कर्म का फल रूप सुख और दुःख । जीव के कर्मानुसार उसकी दशा को बताने वाला एक अन्थ । कर्मसंन्यासिन्, (पुं. ) विधानपूर्वक वेद- विहित कर्मों को त्यागने वाला | संन्यासी | यती । उपरना । कर्पण, (पुं, ) एक प्रकार का शस्त्र । कर्परः, (पुं. ) कड़ाही । खपरा । कपार | विशेष | मेरुदण्ड । रीढ़ की हड्डी । कर्पास, (पुं. न. ) कपास कर्पूर, ( सं . ) कपूर | सुगन्धद्रव्य । कफरः, ( सं . ) दर्पण | शीशा | बट्टा | कर्ब, (क्रि. ) जाना । डोलना । समाप होना । कर्बु-कर्बूर, (पुं.) चित्तीदार भूरा ( सं . ) पाप | भूत प्रेत । धतूरे का पौधा | जल के भीतर उत्पन्न चावल साठी के चावल। सोना । जल | हरताल । कर्म, (न. ) काम | कर्मकर, (पुं. ) मजदूर | नौकर | कर्मकाण्ड, ( पुं. ) क्रियाकर्म | वेद का वह भाग जो कर्म का प्रतिपादन करता है। । कर्पू, (क्रि.) अभिमान करना । घमण्ड करना । कर्च, ( सं . ) प्रेम । इच्छा एक प्रकार का मूसा । | ● कर्वट, (पुं.) दो सौ ग्रामों में प्रधान स्थान, जहाँ बाजार या पैंठ लगती हो । पुर । नगर। पहाड़ का उतार या ढालूपन | कर्वर, (पुं. ) राक्षस | पाप | रहबिरहा | चीता । ( 1 ) दुर्गा का नाम रात्रि | एक राक्षसी । चीता की मादा कर्ष, (क्रि.) खींचना | आकर्षण करना | जोतना | कमेसिद्धि, (स्त्री.) इष्ट अनिष्ट फल की उपलब्धि या प्राप्ति । कम्मर, ( पुं. ) कारीगर | लुहार | वृक्ष विशेष | एक प्रकार का बाँस | कमिष्ट (त्रि. ) क्रियाकुशल कार्य में संलग्न । काम करने में पढ़ या चतुर । कर्मेन्द्रिय, (न. ) वे इन्द्रियाँ जिनसे किया सिद्ध हो यथा - हाथ, पैर, नाक, कान आदि कर्प, ( पुं. ) हल । सोलह माशे का एक माप | तोला । कर्षक, ( पु. ) खींचने वाला । किमान | कसौटी । कर्पफल, ( पुं. ) वहड़ा | आमलकी वृक्ष विशेष | कार्पणी, (श्री. ) विशेष लगाम | कर्पूः, ( स्त्री. ) हल । नदी | नहर 1 ( पु. ) कण्डे की श्राग । कृषिकर्म । आजीविका | काह, (ग्रव्य.) किस समय कब कर्हिचित्, (श्रव्य. ) किसी समय कल, ( कि. ) गिनना । प्रेरण बजाना। पकड़ना । ढोना | ले रखना । करना । जाना ।