पृष्ठम्:आपस्तम्बीयं श्रौतसूत्रम्.djvu/७९४

विकिस्रोतः तः
एतत् पृष्ठम् अपरिष्कृतम् अस्ति

आपस्तम्ब श्रौतसूत्र भाष्यवृत्त्यादिपाठशोधनी पकौ पाठ्यम् 21 जातग्रहण 2 सोऽस्त्रेमाणम् 658 पुटे पड़। पाठ्यम् ध्युपपत्तिः 474 18 475 23 सूत्रार्थश्च 477 17 ऋतावितिपद 477 19 पूरणम् 480 19 विधानमेतत् 485 8 सभ्यावसथ्य 485 17 चनत्वात्तेषाम् 485 23 विहारे 486 486 12 र्मन्थ्यं वा. कृत्स्नैकदेशपक्षगुण- दोषौ औपासनाया 488 8 488 9 लौकिके औपास 492 17 अभिमन्त्रण 494 दुनसंप्रदा 2 494 18 होतुरुक्त 494 24 विलोडयति 6 विवर्तयति 495 527 11 औपासनं सर्व नि- 528 12 501 12 त्रेधुरा 14 501 501 19 पौर्णमास्याधा पर्वसन्धि. पुटे 518 519 519 5 गृह्यसम्रा 519 20 बुर्द्वितीया 521 4 दीदिहि 505 8 यान्यासन् 505 15 यजमानव्रतम् 505 21 प्रागपीत्यस्या 508 14 दधाथाम् 509 12 इति पुनर्वचना 511 20 पृथिव्यामृते 515 14 नुत्थितिशङ्कातर 518 16 अध्वर्व्वादि 4 वाचनम् निश्श्रीर्यः 522 526 15 6 पटितृबहु नाधिकम् 529 2 सर्वप्राय 533 535 15 सर्वेष्वा 539 5 यत्त्रेधा 539 12 540 17 पति 545 10 र्ध्वमित्येवमादि 545 19 व्यामित्युपत्र 552 24 राजन्यस्यैवे 11 ममुमुद्गच्छान्त परिषदो कर्णादीनि 553 5 554 12 556 5 559 20 564 8 567 17 569 23 570 13 द्वैविध्यम् 570 23 अन्यत्र 571 15 वैष्णवादीनामनी- षोमीय 582 12 अथशब्दप्रयोगात् आहवनीयस्त्वा मादिष्टद पावकशुच्योः यस्मिन्नहनि ण प्रत्यान्ना