|
|
विषयाः |
पृ. |
प.
|
भौमाद्भुतम् |
७२१ |
५
|
भौमे वर्षाधिपे फलम् |
२३१ |
२
|
भौमोत्पातपाकः |
६ |
१०
|
" |
७४४ |
२१
|
" |
७४६ |
१५
|
भुवि जटिलायां फलम् |
४३५ |
११
|
|
[म] |
|
मकरराशिफलम् |
२८१ |
९
|
मकरराशेर्द्रर्व्याणि |
२८१ |
९
|
मक्षिकादिविकारपाकः |
७४५ |
८
|
मक्षिकाप्राचुर्यफलम् |
६७० |
१६
|
मघापीडाफलम् |
२४३ |
६
|
मङ्गलचारफलम् |
९६ |
१२
|
मङ्गलचारफलं नक्षत्रविशेषेषु |
९६ |
१५
|
मङ्गलवक्त्रफलपाकः |
१०० |
२१
|
मङ्गलवक्त्राणि |
९७ |
२२
|
मङ्गलवर्णफलम् |
९६ |
१०
|
मङ्गलस्वामिकानि |
९५ |
५
|
मङ्गलाचरणम् |
१ |
४
|
मङ्गलाद्भुतपाकः |
१०२ |
१५
|
" |
७४६ |
१५
|
मङ्गलाद्भुतशान्तिः |
१०२ |
११
|
" |
७२१ |
८
|
मङ्गलाद्भुतावर्त्तः |
९४ |
७
|
मङ्गलोदयवक्त्रादिषु फलम् |
१०० |
२६
|
मणिकेतोर्दर्शने विकारः |
१७५ |
१६
|
मण्डपभित्तिभेदे फलम् |
४६१ |
१६
|
मण्डलद्वयशान्तिः |
४०५ |
२१
|
मण्डलैर्भूकम्पयोजननिर्णः |
४०७ |
२०
|
मदकालविशेषः |
५७१ |
७
|
|
|
|
विषयाः |
पृ. |
प.
|
मधुविकृतिपाकः |
७४५ |
९
|
मध्याह्ने उल्काफलम् |
३४४ |
८
|
मध्याह्ने शुक्रदर्शने फलम् |
२७६ |
२१
|
मनुष्यज्वलने फलम् |
४१७ |
२०
|
मरकशान्तिः |
७३५ |
३
|
मरणपरीक्षा |
५२७ |
१०
|
" |
५३० |
१२
|
मर्कटिकारोहणफलम् |
६७१ |
२
|
मशकतिलकादिविचारः |
४९२ |
२५
|
मस्तकगतेऽर्के शुक्रदर्शने फलम् |
२७६ |
२०
|
महाभये शान्तिः |
१८
|
महिर्षाचेष्टाविकृतिः |
६४५ |
१३
|
महिषीप्रसवविकारशान्तिः |
५६६ |
१०
|
महिषीप्रसवविकारः |
५६६ |
७
|
महीधराविकारजं निमित्तफलम् |
४२९ |
२२
|
मानसर्क्षपीडाशान्तिः |
२७४ |
२
|
मानुषजनितभयहेतुः |
४८४ |
११
|
मानुषदोषशान्तिः |
४८६ |
५
|
मानुषाद्भुतावर्त्तः |
४८४ |
१०
|
मासमात्ररिष्टम् |
५२२ |
२
|
" |
५२८ |
९
|
मासाद्यधिपाः |
२३५ |
१७
|
मासाधिपादिफलम् |
२३५ |
४
|
माहेन्द्रमण्डलफलम् |
४०५ |
१४
|
माहेन्द्रमण्डलम् |
४०४ |
२३
|
मांसज्वलने विकारः |
४१७ |
५
|
मांसविकारपाकः |
७४५ |
१६
|
मांसविकारः |
५८५ |
३
|
मांसवृष्टिः |
३७९ |
१२
|
मिथुनजन्मादिविचारः |
४६७ |
७
|
|