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पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/८३१

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शकाणी -- जोकः ( पु० ) इन्द्रलोक स्वर्ग। - वाहनं ( न० ) बादल । शाखिन्, ( पु० ) कुटज वृक्ष /- सारथिः, ( पु० ) इन्द्र का रथवान | मातली का नामान्तर 1-सुलः, ( पु० ) १ जयन्त र अर्जुन | ३ वाली। शक्राणी (स्त्री० ) इन्द्रपनी शची देवी । शक्रिः (पु०) १ वादल | २ इन्द्र का वज्र ३ पहाड़। १ हाथी गज । शक्कर: ( पु० ) वृष । दैल। साँड़ । शंक } (घा० ० ) [ शङ्कते, शत ] १ सन्देह ) करना । हिचकिचाना । २ डरना | भय शङ्क ( ८२४ ) मानना | ३ अविश्वास करना । ४ समझना । सोचना । कल्पना करना। ५ आपति या याशङ्का करना 1 शंकः ) ( पु० ) वह बैल जो जोता जाप या छुकड़ा खींचे। } शंकर ) (वि० ) [ स्त्री०- शंकरी या शंकरा ] } शङ्कर शुभसूचक शुभदायी। मङ्गलकारी । शंकरः ( पु० ) १ महादेव जी । २ हिन्दूधर्म के शङ्करः ) एक आचार्य । शङ्कराचार्य । शंकरी । ( स्त्री० ) १ पार्वती का नाम | २ मजीठ शङ्करी ) मञ्जिष्ठा । ३ शमी का पेड़ । शंका ) ( स्त्री० ) १ सन्देह । शक | अनिश्चयता। शङ्का ) २ हिचकिचाहट ! पशोपेश । ३ अविश्वास । ४ भय आशङ्का डर २ आशा । शंकित ) ( व० कृ० ) ऽ सन्देहयुक्त | संशयग्रस्त शङ्कित ) भयभीत । २ अविश्वासपूर्ण । ३ अनिश्चित । ४ भयाकुल / चित्, -मनस्, ( वि० ) १ ढरपोंक। भीरु । २ संशयग्रस्त । अविश्वासपूर्ण | ३ सन्दिग्ध | ( वि० ) सन्देह करने वाला संशयारमा । शंकिन् शङ्किन् शखक, शक, शखक., शङ्कक दस लक्ष कोटि की संख्या । शङ्ख ५१ पत्तों की नसें । १२ बाँची । १३ लिङ्ग । जननेन्द्रिय । १४ एक प्रकार की मछली । २ दैत्य विशेष | १६ विष ज्ञहर | १७ पाय | १८ जलजन्तु विशेष विशेष कर हंस १६ शिव जी का नाम । २० साल वृक्ष । – कर्ण, ( वि० ) वह जिसके कान शहू के समान लंबे और नुकीले हों। - कर्णः, ( पुं० ) गधा | रासभ | तरुः, - वृक्षः, (पु० ) साल के पेड़ | । शंकुः ) ( पु० ) 5 तीर बाण । भाला। बरछा । शः) कोई नुकीली वस्तु । २ । ।३ } खूंटी | ४ खंभा | खूँटा । ५ बाण की पैनी नोंक ६ कटे हुए वृक्ष का तना । ७ घड़ी की सुई ८ बारह अंगुल का माप ३ नापने का गज ३० शंकुला ) ( स्त्री०) : सुपारी काटने का सरौता । २ } शङ्कता एक प्रकार का नश्तर या दुरी । -खण्डः, ( पु० ) सरौता से काटा हुआ टुकड़ा। शंख ( न० ) शङ्क ( न० ) शंखः ( पु० ) शङ्खः ( पु० ) १ एक प्रकार का बड़ा घोंघा, जिसमें रहने वाले जन्तु को मार कर लोग बजाने के काम में लाते हैं । २ माथे की हड्डी २ कनपुटी की हड्डी । ४ हाथी का गण्डस्थल । ५ दस खर्व की संख्या। एक लाख करोड़ । ६ मारूबाजा या ढोल | ७ नखी नामक सुगन्ध द्वष्य | ८ कुबेर की नवनिधियों में से एक है एक दैत्य का नाम जिसे भगवान् विष्णु ने मारा था । १० लिखित के भाई शङ्ख जिनकी लिखी स्मृति प्रसिद्ध है। 19 चरण-चिन्ह | १२ राजा विराट का पुत्र / उदकं, ( न० ) शङ्ख में डाला हुआ जल - कारः, -कारकः, (पु०) पुराणानुसार एक वर्णसङ्कर जाति, जिसकी उत्पत्ति शूद्रामाता और विश्वकर्मा पिता से मानी जाती है। इस जाति के लोगों का काम शङ्ख की चीजें बनाना है। -चरी, चर्चा, (स्त्री०) चंदन की खौर द्रावः, द्रावकः, ( पु० ) एक प्रकार का अर्क जिसमें शङ्ख भी गल जाता है।- ध्मः, -ध्मा, ( पु०) शङ्ख बजाने वाला ( पु० ) शङ्ख की श्रावाज़ 1 प्रस्थः ( पु० ) चन्द्रकलङ्क /-भृत् ( पु० ) विष्णु 1 - मुखः, ( पु० ) मगर | कुम्भीर। घड़ियाल । - स्वनः, ( पु० ) शङ्ख की आवाज़ ध्वनिः ज० शंखकं शंखकः ( पु० ) शङ्ककं ( म० शङ्खकः ( पु० ) १ शङ्ख । २ कनपुटी की हड्डियाँ ( पु० ) शङ्ख का बना बलय । हाथ का कंगम |