भग्न भंजक मशक हो ।— सङ्कल्प (वि० ) वह जिसका विचार अंगिमत } (वि० ) लड़रियादार : विफल हुआ हो । भग्नं ( न० ) पैर की हड्डी का टूटना। भग्नी ( स्त्री० ) बहिन । भंकारी भङ्कारो भंगरी भङ्गारो, भंक्तिः । भक) भंगः ) ( पु० ) १ टूटने का भाव | टूट। दूसर। ३ अलहदगी । पृथकता | ४ श | हिस्सा | भंगा, भङ्गा भंगिः ( स्त्री० ) मच्छुड़। डाँस । टुकड़ा। टूक | २ पात । अधःपात | नाश । विनाश ६ भगदड़ ७ पराजय असफलता | ६ अस्वीकृति | इंकार १० दर्ज ११ वाधा रुकावट | गड़बड़ी । १२ प्रतिबन्ध | मुअत्तली | किसी कार्य को स्थगित करने की क्रिया | १३ भाग जाने की क्रिया १४ फेर| मोड़ तह लहरिया | १५ सिकोड्न | झुकाव | बुनन । १६ गमन । १७ लकवा का रोग १८ छुल धोखा | १६ नहर | जलमार्ग । २० घूम घुमाकर कोई बात कहने का ढंग | २१ पटसन | पटुआ - ! नयः, (पु० ) दाधाओं को दूर करने की क्रिया । - वासा, ( स्त्री० ) हलदी। हरिद्रा।--सार्थ, ( वि० ) बेईमान | दग़ावाज़ | ( स्त्री० ) टूटन | ( हड्डी का ) टूटना। भंगी भङ्गी भंगिन् भङ्गिन ) भंगिमन ) ( पु० ) ( हड्डीका ) टूटना | भङ्गिमन्) फटन | २ मुड़ाव | टेवापन | ३ घु पन ४ धोखा निठुराई | मगराई | कुचाल छल । ५ व्यङ्ग | } ( न० ) ज्ञानेन्द्रियों का विकार : } (वि० ) निर्मल | कमजोर | नश्तर । अंगिलं भङ्गिलम् भंगुर ) ( वि० ) १ भंग होने वाला | नाशष्ट अंकुर । परिवर्तनशील | ३ टेवा । ४ धूमधुर घुंघराला | ५ दगाबाज़ | बेईमान । मुत्फन अंगुरः } ( पु० ) नदी का मौढ़ या घुमाव । भङ्गुरः भजू (धा० उभय० ) [ भजति, भजते ] s करना।२ अपने लिये प्राप्त करना । ३ अ करना प्राप्त करना | ४ आश्रय लेना । पकड़ना अभ्यास करना । अनुगमन श्रालोचना करना ६ उपयोग करना | अ में करना | ७ परिचर्या करना ८ सम्मान १ पूजा करना | १० चुनना | छाँटना करना । ११ सम्भोग करना । १२ अनुरक्त १३ कब्जा करना । अधिकार जमाना १४ के हिस्से में पड़ना। } (स्त्री० ) १ परसन पहुंचा ॥२ भाँग । ( श्री० । १ टूटन | फूटन । विभाजन २ लहर ३ का | टेदाई | सकुड़न । ४ लहर | २ जल की बाद धार । ६ टेड़ा मेदा मार्ग | ७ घूम घुमाकर बात कहने का ढंग ८ वहाना | अनुआ। 8 फरेब | चाल ! भक्षू दग़ा | १० व्यङ्गयोक्ति । ११ रसिकता पूर्ण उत्तर | १२ पग | कदम । १३ अन्तर समय १४ हया : दारी । लज्जाशीलता । -भक्तिः, ( स्त्री० ) लहरियादार जीना । भजकः ( पु० ) १ विभाग करने वाला । २ करने वाला। उपासना करने वाला। भजनं ( न० ) १ भाग | खण्ड | २ सेवा | उपासना । भजमान ( वि० ) १ विभाजक १ २ उपयोग वाला । ३ योग्य ठीक । उपयुक्त । भंजू ) ( धा० पर० ) –[ भनक्ति, तोड़ना । चीर डालना । टुकड़े नाश करना। गिरा कर डालना । २ डालना । ३ (किले में) सन्धि कर देना। से करना हताश करना ५ रोकना | वाधा ६ हराना । भंजक ( वि० ) [ स्त्री० - भञ्जिका 1 भञ्जक ) वाला । भङ्गकारी । 4
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