( परामश सोचना ! २ मन ही मन सोचना विचारना । सलाह लेना । ६ परामर्श: (०) १ पकड़ना। खींचना । जैसे “केशप- रामर्शः” । २ ( धनुष को ) झुकाना था तानना । | ३ प्रचण्डता | आक्रमण ४ होहल्ला रुकावट परामर्शनम् (न०) १ याददाश्त | स्मृति | २ विचार । सोच विचार | ४७५ ) २ स्मरण करना । ६ विचार | मनन । ७ फैसला। निर्णय ! ८ स्पर्शं । थपथपाना । १ रोग से पीड़ित | परासं ( न० ) टीन | राँगा । होना । परासनम् ( न० ) बध हत्या परासु (वि० ) प्राणरहित मृत । परास्त (व० कृ० ) १ फेंका हुआ। बहाया हुआ | २ निकाल बाहर किया हुआ | निकाला हुआ | ३ व्यक्त | त्यागा हुआ | ४ खण्डन किया हुआ | अस्वीकृत किया हुआ । नामंजूर किया हुआ | परास्त किया हुआ। परिकतृ पराशरः ( पु० ) एक प्रसिद्ध ऋषि जो हमें हैपायन वेदव्यास के पुत्र थे। पराशरिन (पु० ) भिक्षुक | भिखारी | परासू ( क्रि० ) : त्यागना | छोड़ना | २ निकालना ३ स्वीकृत करना | खण्डन करना । नामंजूर करना। खारिज करना । प्रवृत्त लीन तत्पर लगा हुआ। परारुः ( पु० ) कारवेल्ड । करेला | परारुक ( पु० ) पत्थर या चट्टान। परावाकः ( पु० ) [ वैदिक ] खण्डन । प्रतिवाद । पराविद्धः ( पु० ) कुबेर का नामान्तर | परावत् ( अन्यथा० ) [ वैदिक ] फाँसले पर अन्तर पर परामृ ( व० कृ० ) १ स्पर्श किया हुआ | छुआ हुआ। पकड़ा हुआ गसा हुआ। २ बुरी तरह व्यवहृत किया हुआ । भङ्ग किया हुआ |३ विचारा हुआ । निर्णय किया हुआ | ४ सहा हुआ । ५ सम्बन्ध किया हुआ । ६ रोगाक्रान्त | परारि ( अन्यथा० ) गतवर्ष के पूर्व का वर्ष । परायण (वि० ) १ गत। गया हुआ । २ निरत । | पराहतम् ( न० ) याघात । चोट । परावृत् ( क्रि० ) लौटना लौटाना ! परावनः (पु० ) प्रत्यावर्तन | पलटने का भाव | पलटाव | २ बद्द्तौश्रल । लैनदैन । अदलबदल || विनिमय । ३ फिर से पाने की क्रिया पुनःप्राप्ति । ४ सजा का बदल जाना। पराहत ( ६० कृ० ) १ आक्रान्त | ध्वस्त । २ दूर किया हुआ भगाया हुआ। अन्य शब्दों मे परि ( धन्यया० ) एक उपसर्ग जिसके जोड़ने से निम्न अर्थों की उपलब्धि होती हैं । सर्वोभव तरह | २ प्रतिशय | ३ पूर्णता | ४ दोपाख्यान जैसे परिहास | परिवाद । २ नियम | क्रम | ६ चारों ओर । परिकथा ( स्त्री० ) एक कहानी के अन्तर्गत उसीके सम्बन्ध की दूसरी कहानी | परिकंप: परिकम्पः } ( पु० ) १ महान । भयङ्कर कपकपी । परावृत्त ( च० कृ० ) १ पलटाया या पलटाया हुआ। २ फेरा हुआ। ३ बढ़ा हुआ । ४ लौटा कर दिया हुआ | परिकरः ( पु० ) १ लवाजमा । अनुगत सहचर | २ समूह | संग्रह। भीड़। यारम्भ । शुरुआत | ४ कमरबंद | कमरपट्टी । पटुका ५ पर्यङ्क | ६ एक अर्थालङ्कार जिसमें अभिप्रायपूर्ण विशेषणों के साथ विशेष्य आता है। ७ फैसला । निर्णय | एरिकर्मन् ( पु० ) नौकर । ( न० ) १ देह में चन्दन केसर आदि लगाना । उवटन करना | २ पैर में महावर लगाना | ३ तैयारी ४ पूजन अर्चन २ पवित्रीकरण की किया विशेष । परावृत्तिः ( स्त्री० ) १ पलटने या पलटाने का भाव । पलटाव | २ सुकदमे का फिर से विचार या फैसला | पराव्याधः (पु० ) इतना फौंसला जितने में फेंका | परिकर्तृ ( पु० ) पुरोहित जो अनविवाहित ज्येष्ठ भ्राता के रहते छोटे भाई का विवाह करावे। हुआ पत्थर जा कर गिरे।
पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/४८२
दिखावट