( ३८५ ) मे से उनक एक पुत्र का नाम द्रौपदी का भरी सभा में धीर दूली इसीने महारानी साथ कर ग्रप दूतिका । ( स्त्री० ) कटनी [ कभा कभी दूती का भी होता है ] दूर (वि० ) [ इवीयस Comp. दविष्ठ, Super ] दूरवर्ती फासले पर अन्तरित ( दि० ) दूर 1 मान किया था। इस अपमान का बदला भीमसेन | दून्यं ( न० ) १ दूतपना | २ संदेश | पैशान | नेकुरुश की लड़ाई में इसके कलेजे का | दून ( वि० ) पीड़ित । दुःखी । गर्मागर्म लोहू पीकर लिया था । -शील, [ = दुश्शील ] ( वि० ) पापिष्ठ | दुराचारी | धर्मभ्रष्ट ।-सम [ दुसम या दुस्सम] (वि०) १ असम । असदृश | जो बराबर या समान न हो। २ अभागा । ३ दुष्ट । कुत्सिव | अनुचित ।- समं, (अव्यया० ) दुष्ट । दुष्टवा से । - सत्वं, ( न० ) दुष्ट व्यक्ति --सन्धान, सन्धेय, (वि०) कठि नाई से मिलने वाले या आपस में मेल कर लेने वाले ।-सह, [ = दुस्सह ] (वि० ) असा । असमर्थनीय /-साक्षिन (पु० ) झूठा साक्षी झूठा गवाह । --साध, साध्य, वि०) १ कठिनाई से पूरा होने वाला या व्यवस्थित होने वाला । २ असाध्य (रोग)। ३ कठिनाई से वश में होने वाला। -स्थ, स्थित, [ = दुस्थ, और दुस्थित ] १ बुरा । अकिञ्चन | निर्धन | अभागा | २ पीड़ित | दुःखी ३ अस्वस्थ बीमार ४ चावल अशान्त | मूर्ख । अज्ञान --स्थम् (अन्यय० ) सुरी तरह । - स्थितिः ( स्त्री० ) बुरी दशा | बुरी -स्पृटं [ दुस्पृएं] १ थोड़ा सा हुआव या लगाव--स्मर, (वि० ) कठिनाई से स्मरण किया जाने वाला या जिले स्मरण करने से पीड़ा हो । स्वशः, ( पु० ) खराब सपना | हुहू (धा० उभय ) [ दोग्धि, दुग्धे, दुग्ध] दुहना या दवा कर निचोद लेना। निकाल लेना। खींच लेना २ एक के भीतर से दूसरी चीज़ निकालना। S हालव -- = " ३ लाभ उठाना | ४ ( किसी अपेक्षित वस्तु को ) । दूरतः (अव्यया० ) बहुत दूर से फौसले से। देना। ५ उपभोग करना। (०) बेटी-पतिः, या दुहितुः- पतिः, ( पु० ) दामाद जमाई। दूरेत्य ( वि० ) दूरी पर | दूर से आना । से दूर्बम् ( ऋ० ) मल | गाद । विष्ठा 1
- ( घा० आत्म० ) [ दूयते दून ] : सन्तप्त होना । | दूर्वा ( श्री० ) एक प्रकार की घास जो बहुत फैलती
पीड़ित होना। दुःखी होना | २ दुःखी करना | पीक्षित करना । है और देव तथा पितृ पूजन के काम आती है। यह घोड़ों को खिलायी जाती है और घोड़े इसे बड़े प्रेम से खाने हैं। तः "तकः ( पु० ) क्रासिद | संदेश ले जाने वाला । पैगाम ले जाने वाला। इधर की बात उधर और उधर की बात इधर पहुँचाने वाला। . 1 1 - होने के कारण बिलगाया हुआ - धापातः, ( पु० ) दूर से निशानाबाज़ी करना। -प्रासाव ( बि० ) दूर से फलोंगना या कृदना--प्रारूद, (बि०) ऊँचा चढ़ा हुआ बहुत आगे बढ़ा - ईरितेक्षण ( चि० ) ॲड़ा | ऐचाताना । -- गत (वि० ) दूर स्थानान्तरित किया हुआ । दूर गया हुआ। मां (०) दूरस्थ वस्तुओं को देखने की अलौकिक शक्ति ।-दर्शन: पु० १ गीव | २ विज्ञान पुरुष पति-दर्शन (पिं०) दूरदशीं । विवेकी विचारवान। ( पु०) १ गाँध २ परिडत | ३. देवदूत पैगम्बर ऋषि-दृष्टिः, (सी०) १ दूर तक देख सकने की शक्ति । २ विवेक |~~पातः, ( पु० ) १ बहुत ऊँचाई से गिरना । २ दूर का उड़ान । पार, (वि० ) १ बहुत चौड़ा ( या 1- 1 + 1 - फाँटकी नदी | २ कठिनाई से पार होने योग्य बंधु, (वि० ) भार्यां तथा भाई वधुओं से दूर किया हुआ । -भाजू, ( वि० ) दूरी । फासला वर्तिम, (वि०) दूर पर मौजूद होना फाँसले पर होना :- वस्त्रक, (वि० ) नंगा :- विलम्बिन (वि० ) बहुत नीचा लटकने वाला। - वेधिन, (वि० ) दूर से छेद करने वाला या घुसने वाला -संस्थ, (वि० ) बहुत दूरी पर मौजूद। दूलिका दूली } { स्त्री० ) नील का पौधा । सं० श० कौ०-४९