जीर्ण हुआ उद्वार (पु० ) मरम्मक्ष रफू- उद्यानं, (न० ) उजड़ा हुआ बगीचा-ज्वरः, पुराना सुखार बहुत दिनों का ज्वर-पर्ण (०) कदस्व वृक्ष-वाटिका ( स्त्री० ) उजनी हुई वगिया या सकान | वज्र (म०) रत्न विशेष जीर्ण (न०) १लोवान। २ बुढ़ापा । ज: (पु० ) १ढ़ा आदमी | २ च । जीक (वि० ) सूखा हुआ। मुझया हुआ। जीर्णि: ( स्त्री० ) १ बुढ़ापा । निर्मलता | २ पाचन शक्ति । ( ३३७ ) जीव ( धा० श्रात्म० ) [जीवति, जीवित] जीवित रहना । २ पुनरुज्जीवित करना। ३ किसी वस्तु के सहारे निर्वाह करना । कुमारी भनदा नंदा विगला पड़ता था। पद्मा चेति च विख्याताः नेता श्रीवातृका जीवनकम् एकम् ( म०) रजोधर्म का एक था लोहू | ---लोकः ( पु० ) १ मर्त्यलोक भूलोक १२ प्राणी प्राणधारी । जीव मानव जाति - वृत्तिः, (स्त्री०) पशु का पालने का पेशा शेष (वि० ) वह जिसके पास अपने प्राण को छोड़ और कुछ भी न रह गया हो।~संक्रमणम्, ( न० ) जीव का जन्मग्रहण और शरीरत्याग छावागमन-साधनम्, (न०) धनाज | धन | -साफल्यं ( न० ) जन्मधारण करने की सफलता-सूः, (श्री०) स्त्री जिसके सन्तान जीवित हो।-स्थानं, ( न० ) जोड़ | गिरह | गाँठ भेल । 1 जीविकः (५०) १ जीवधारी २ नौका | बौधभिक्षुक भीख पर निर्भर रहने वाला कोई भी भिक्षुक । ४ सूदखोर । ५ सँपेक्षा । सौंप पकड़ने वाला। कालवेलिया ६ वृक्ष | पेड़ | । जीव (दि०) १ जीना अस्तित्व कायम रखना- जीवः, (पु०) १ माथ। अन्तराष्मा २ जीवात्मा। ३ जीवन | अस्तित्व | ४ प्राणी प्राणधारी २जीवत् (वि०) [स्त्री०--जीवन्ती ] जिंदा। सजीव | ● -तोका, ( स्त्री० ) वह औरत जिसके बच्चे जीवित हों।-पतिः, (सी०) - पत्नी, (श्रो०) स्त्री जितका पति जीवित हो । सबवा /-मुक्त, ( वि० ) परमात्मा का साधात्कार करने वाला। सांसारिक फर्मवन्धन से छुदा हुआ । मृत, (वि० ) जिंदा मरा हुआ; अर्थात् जिंदा होने पर भी मुर्दे की तरह बेकार। जीवयः ( पु० ) १ जीवन | अस्तित्व | २ कलुवा । ३ मोर। ४ बादल | आजीविका पेशा | ६ कर्ण का नाम । ७ मरुतों का नाम ८ पुष्य नत्र - अन्तकः ( पु० ) चिड़ीमार | २ जल्लाद । हत्यारा प्रारमन, ( पु०) जीवात्मा ओ शरीर के भीतर रहता है।- आदानं, (न०) रक्तश्राव । - प्रधानम्, (न०) प्राय की या जीवन की रचा। -आधार (पु०) हृदय । - इन्धनं, (न० ) दहकती हुई लकड़ी । सुभाट -उत्सर्गः, ( पु० ) इच्छा पूर्वक जान | देना। आत्महत्या ~~-उर्णा (स्त्री०) जीवित पशु की ऊनई, मन्दिरं, (न०) शरीर देह ।-- ग्राहः, (पु० ) जीवित पकड़ा हुआ कैदी- जीवः, (जीवजीव: भी) (पु०) चकोर पक्षी - दः (३०) वैद्य २ शत्रु |-दशा, (स्त्री०) मृत्युशीलत्व | नाशवान् । अस्तित्व -- धनं, (न० ) पशु धन । गाय, बैल आदि । -धानी (स्त्री० ) पृथिवी-पतिः (स्त्री० )-पत्नी (स्रो०) स्त्री जिसका पति जीवित हो।-पुत्रा, वत्सा, ( स्त्रो० ) यरचे वाली स्त्री । - मातृका (स्त्री०) सप्तमातृका जिनके नाम ये हैं- - जीवन (वि० ) [ स्त्री० - जीवनी ] जीवनप्रद । जीवनी शक्ति देने वाला अन्तः, ( पु० ) मृत्य । मौत । - आाघ्रातं. ( न० ) विष /- आवासः, (पु०) १ वरुण देव २ शरीर । देह । रुनु उपायः, ( पु० ) आजीविका - ओषधम् (२०)अमृत । २ सञ्जीवनी दवा | जोननं ( न० ) | जीवन अस्तित्व २ सीवनी शक्ति। ३ जल। पानी ४ पेशा ५ एक दिन का वासा मक्खन जो दूध से निकाला गया हो। जीवनः (पु० ) १ मागाधारी १ २ पवन १३ पुत्र | जीवनकम् (न० ) भोजन । सं० श० कौ०-४३
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