ऋतेरस ऋतेरस (१०) भूत प्रेतों का भगाना | ॠतोक्ति (स्त्री० ) सत्य वच्चन | ॠत्यसः (पु० ) ऋतु का अन्त । २ स्त्री के रजोऋ दर्शन से १६ वीं रात्रि । ( ऋत्विज ( पु० ) यज्ञ करने वाला । साधारणतया प्रत्येक यज्ञ में चार ऋजि हुया करते हैं। अर्थात होतू, उड़ातृ, अध्वर्य, ब्रह्मन् । किन्तु बड़े यश में इनकी संख्या १६ होती है। 1 ऋत्विय ( वि० ) १ नियमानुसार निरन्तर ऋस्विक कर्म का शाता । १ सम्पक्ष | ऋद्ध ( व कृ० ) १ समृद्धशाली । सम्पत्तिशाली। २ वर्धमान बढ़ने वाला । ३ जमा किया हुआ | ॠद्ध: ( पु० ) विष्णु भगवान का नाम । ॠद्धम् (न० ) १ बढ़ती २ प्रत्यक्षी भूत प्रणाम । सिद्धान्त ऋद्धि: ( की० ) १ बड़सी समृद्धि | धनदौलत शक्ति । २ पूर्णता । वृद्धि २ सफलता | परिमाण | ४ अलौकिक ऋघ (धा० पर० ) [ ऋध्यति, रिजोति, ऋद्ध] १ फलना फूलना सफल मनोरथ होना । २ बढ़ना। बदती होना । ३ सन्तुष्ट करना | प्रसन्न करना । ॠधक ( क्रि० ) १ देना। २ मारना । ३ निन्दा करना | ४ लड़ना | ऋभुः (१०) १ देव देवता स्वर्ग में उत्पन्न से उत्पन्न । १८९ ) चड़ित | ऋभुत (पु०) इन्द्र का नाम २ स्वर्ग ३ वज्र ऋभुति (पु० ) इन्द्र का नाम । ॠम्बन् (वि० ) पटु द निपुण ॠल्लक ( पु० ) वाद्ययंत्र या बाजा बजाने वाला। ऋश्यः ( 50 ) सफेद पैरों का बारहसिंधा। ऋश्यम् (२० ) वध | हत्या } ऋश्यकेतुः ( ० ) १ प्रधुन के पुत्र अनिरुद्ध का ॠयकेतनः । नाम । २ कामदेव का नाम । (घा० पर० ) [ ] जाना समीप खाना | २ मार डालना । ( अर्पति ) : यहना | २ फिसलना | ऋषभः (g० ) १ साँख २ सर्वोकृष्ट सर्वोत्तम ( जैसे पुरुषर्षभः ) २ संगीत के सप्तस्वरों में से दूसरा सुपर की पूँछ | २ मगर की पूँछ । ६ जैनियों के मान्य अवतार विशेष 1-कूडः, (पु० ) पर्वत विशेष ध्वजः, (पु० ) शिव जी का नाम । ऋषभ (स्त्री०) १ स्ट्री जो पुरुष के रूप रंग की हो । २ गौ । २ विधवा स्त्री | ऋषिः (९०) क-संन्न-वृष्टा । २ अनुष्ठानादि । फर्म वडताने वाले सूत्रों के स्थयिता गोत्र, प्रवर, प्रदेशक। ३ प्रकाश की किरन मत्स्य- विशेष कुल्या. ( स्त्री० ) एक नदी का नाम जिसका उल्लेख महाभारत के तीर्थयात्रा पर्व में है। - सर्प (न० ) ऋषियों की तृप्ति के लिये जलदान विशेष | पञ्चमी, ( स्त्री० ) भाद्रमास की शुद्धा १ भी 1- लोकः, (पु० ) ऋषियों का लोक 1-स्तोमः, (पु० ) १ ऋषियों की प्रशंसा । २ यज्ञ विशेष जो एक ही दिन में पूरा होता है। - 1 ऋषः (पु० ) गर्मी । २ अँगारा थोखा | सृष्टिः (पु० स्त्री० ) दुधारा खाँदा २ तलवार | श् भाला यह आदि कोई सा इथियार । ऋष्य (पु०) मृगभेद - अङ्क, -केतमः, -केतुः, ( पु० ) अनिरुद्ध का नाम :--सूकः ( पु० ) पर्वत विशेष जो पंपासरोवर के निकट है - शृङ्गः (पु०) विभागडक ऋषि के पुत्र का नाम । ऋष्यकः ( पु० ) चित्रित या सफेद पैरों वाला हिरन ऋष्व ( वि० ) बड़ा ऊँचा अच्छा देखने योग्य ( पु० ) इन्त्र और अग्नि का नाम । -
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