संस्कृतसंवादकृता वाक्याभ्यासाः
१। तत्र बालाः क्रीडन्ति।
• There, the children play. • वहाँ बच्चे खेलते हैं।
२। गुरुः शिष्यान् पाठयति।
• The Guru teaches the pupils. • गुरु शिष्यों को पढ़ाते हैं।
३। तस्मिन् गृहे जनाः न गच्छन्ति।
• In that house, people do not go. • उस घर में लोग नहीं जाते।
४। तस्य नाम सूर्यदेवः अस्ति।
• His name is Suryadev. • उसका नाम सूर्यदेव है।
५। सदा सत्यं वक्तव्यम्।
• Truth should always be spoken. • हमेशा सत्य बोलना चाहिए।
६। अर्जुनः शत्रून् हन्ति।
• Arjuna kills enemies. • अर्जुन शत्रुओं को मारता है।
७। शिवः हिमालये वसति।
• Shiva resides in the Himalayas. • शिव हिमालय में निवास करते हैं।
८। मुनयः तपः कुर्वन्ति।
• The sages perform penance. • मुनिगण तपस्या करते हैं।
९। गजः ईक्षुं भक्षयति।
• The elephant eats sugarcane. • हाथी गन्ना खाता है।
१०। पितामहः मातामहेन मिलति।
• The paternal grandfather meets the maternal grandfather. • दादा जी नाना जी से मिलते हैं।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। गङ्गां नमामि।
• I bow to the river Ganga. • मैं गंगा को प्रणाम करता हूँ।
२। तरुणी वरं वृणोति।
• The young maiden chooses a groom. • युवती एक दूल्हा वरती है।
३। नारायणः क्षीरे सागरे शेते।
• Narayana lies on the ocean of milk. • नारायण क्षीरसागर पर शयन करते हैं।
४। तस्य पिता वंशीधरः वर्तते।
• His father is VanshiDhara. • उसके पिता वंशीधर हैं।
५। अस्याः माता पाठशालायां पाठयति।
• Her mother teaches at a school. • उसकी माँ स्कूल में पढ़ाती हैं।
६। त्वं मूढा असि।
• You are foolish. • तुम मूर्ख हो।
७। तव गुरुः पाषण्डं करोति।
• Your teacher commits heresy. • तुम्हारा गुरु धर्म विरोधी कार्य करता है।
८। वाजी क्षिप्रं धावति।
• The horse runs swiftly. • घोड़ा तेज़ी से दौड़ता है।
९। तस्य कौशलं श्लाघ्यम् अस्ति।
• His skill is praiseworthy. • उसकी कुशलता प्रशंसनीय है।
१०। एषा कस्य लेखनी अस्ति।
• Whose pen is this? • यह किसकी कलम है?
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। वृद्धा मन्दं गच्छति।
• The old woman walks slowly. • बूढ़ी महिला धीरे चलती है।
२। राजा दण्डं दण्डयति।
• The king administers punishment. • राजा दण्ड सुनाता है।
३। सन्न्यासी यत्र कुत्र अटति।
• The renouncer wanders here and there. • संन्यासी जहाँ-तहाँ भटकता है।
४। शरीरं गङ्गाजलेन शुध्यते।
• The body is purified by the waters of the Ganges. • गंगा के जल से शरीर शुद्ध होता है।
५। कुटुम्बी कुटुम्बे स्निह्यति।
• The members love the family. • परिवारजन परिवार से प्यार करते हैं।
६। जातस्य मृत्युः निश्चितः भवति।
• Death is certain for the born. • जन्म लेने वाले की मृत्यु निश्चित होती है।
७। धरा अस्माकं भारं धरति।
• The earth bears our burden. • पृथ्वी हमारा भार उठाती है।
८। पृथिवी कर्षणेन अन्नं प्रयच्छति।
• The earth provides food through cultivation. • भूमि खेती के माध्यम से भोजन प्रदान करती है।
९। वृक्षाः फलानि यच्छन्ति।
• Trees yield fruits. • पेड़ फल देते हैं।
१०। अधर्मिणः दुर्दशा भवति।
• The wicked face misfortune. • अधर्मी की दुर्दशा होती है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। मूषकः वस्त्राणि कर्तयति।
• The mouse gnaws clothes. • चूहा कपड़े चबाता है।
२। जलबिन्दुः सागरेण मिलति।
• The drop merges with the ocean. • बूँद समुद्र में मिलती है।
३। वाष्पोद्वाहनम् उड्डयते।
• Hot-air balloon flies. • वाष्प का गुब्बारा उड़ता है।
४। पतिः धर्मपत्नीम् ईक्षते।
• The husband looks at his wife. • पति धर्मपत्नी को देखता है।
५। वरः श्वसुरं नमति।
• The groom bows to his father-in-law. • दुल्हा अपने ससुर को नमस्कार करता है।
६। पितृव्यः मह्यं मिष्ठान्नं ददाति।
• Uncle gives me sweets. • चाचा जी मुझे मिठाई देते हैं।
७। किमर्थं तत्र गच्छसि।
• Why are you going there? • तुम वहाँ क्यों जा रहे हो?
८। पुरुषः चिकित्सकेन स्त्रीवत् परिवृत्यते।
• The man is modified into woman-like by the doctor. • चिकित्सक पुरुष को महिला की तरह बना देता है।
९। न धनलोलुपता ब्राह्मणं शोभते।
• Greed for wealth does not adorn a Brahmin. • धन की लालसा ब्राह्मण को नहीं शोभती है।
१०। न विद्वान् धनाढ्यं भजति।
• A scholar does not worship the wealthy. • विद्वान् धनवान को नहीं भजता है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। वैद्यः रुग्णान् धनं याचति।
• The doctor asks for money from the patients. • वैद्य रोगियों से धन मांगता है।
२। यवनः दैवविग्रहान् खण्डयति।
• The Yavana destroys idols. • यवन मूर्तियों को तोड़ता है।
३। भारते राममन्दिरे प्राणप्रतिष्ठा अभवत्।
• In India, the Prāna Pratishthā ceremony took place in the Rama temple. • भारत में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का कार्य हुआ।
४। अस्माकं समयः मूल्यवान् अस्ति।
• Our time is precious. • हमारा समय मूल्यवान है।
५। हरिणी हरिणे स्निह्यति।
• The doe loves the stag. • हिरणी हिरण को प्रेम करती है।
६। तस्याः पिता तां सुपुरूषाय ददाति।
• Her father gives her to a gentle man. • उसके पिता उसे एक सत्पुरुष को देते हैं।
७। सा पतिं सेवते।
• She serves the husband. • वह पति की सेवा करती है।
८। दम्पती दैवान् भजतः।
• The couple worships the deities. • दम्पती देवताओं को भजता है।
९। देवताः पूजकेभ्यो धनधान्यं प्रयच्छन्ति।
• The deities bestow wealth upon the worshippers. • देवता पूजकों को धन और धान्य प्रदान करते हैं।
१०। यवनः अन्ततः विनशिष्यति।
• Ultimately, the Yavana will perish. • अंत में, यवन नष्ट हो जाएगा।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। तस्याः प्रहस्तयोः दश अङ्गुलीयकानि सन्ति।
• She has ten rings in her hands. • उसके हाथों में दस अंगूठियाँ हैं।
२। वने सिंहः राजते।
• The lion reigns in the forest. • जंगल में सिंह राज करता है।
३। एषः गजः विशालकायः अस्ति।
• This elephant is huge-bodied. • यह हाथी विशालकाय है।
४। गुरुः वृक्षमूले आसने शोभते।
• The teacher looks graceful sitting under the tree. • गुरु पेड़ के नीचे बैठे हुए शोभायमान लगते हैं।
५। तस्य भार्य्या तम् अत्यजत्।
• His wife abandoned him. • उसकी पत्नी उसे छोड़ दिया।
६। सा तस्मात् धनं याचति।
• She asks money from him. • वह उससे पैसे मांगती है।
७। न्याय्याधीशः तं धनं दातुम् आज्ञापयति।
• The judge orders him to give the money. • न्यायाधीश उसे पैसे देने का आदेश देता है।
८। सः पिता भवितुम् इच्छति।
• He wants to become a father. • वह पिता बनना चाहता है।
९। तस्य माता तं तर्जति।
• His mother scolds him. • उसकी माँ उसे डाँटती है।
१०। सः गृहं त्यक्त्वा कुत्र अगच्छत्।
• Having left home, where did he go? • घर छोड़कर वह कहाँ गया?
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। स्वामी स्वहस्तेन अश्वं खादयति।
• The Boss feeds the horse with his own hand. • स्वामी अपने हाथ से घोड़े को खिलाता है।
२। मन्दिरे गौः आगच्छति।
• The cow enters the temple. • मंदिर में गाय आती है।
३। सा वक्तुं बिभेति।
• She fears to speak. • वह बोलने से डरती है।
४। कियत् प्रेम करोषि त्वम्।
• How much do you love? • तुम कितना प्यार करते हो?
५। सर्वान् परित्यज्य त्वाम् इच्छामि।
• Abandon everyone, I desire you. • सबको छोड़कर तुमको चाहता हूँ।
६। कविः काव्यं लिलिखिषति।
• The poet wants to write poetry. • कवि कविता लिखना चाहता है।
७। सेवकः अन्नं पचति।
• The servant cooks food. • नौकर खाना पकाता है।
८। मयि अपि हृदयः अस्ति।
• I also have a heart. • मेरे पास भी हृदय है।
९। सतां रक्षति भगवान्।
• God protects the virtuous. • भगवान नेकजनों की रक्षा करते हैं।
१०। अहं कति वारं वदानि।
• How many times do I tell you? • मैं तुम्हें कितनी बार कहूँ।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। माता दैवं पूजयति।
• The mother worships the Daiva. • माँ दैव की पूजा करती है।
२। पिता प्रातः उत्तिष्ठति।
• The father wakes up in the morning. • पिता जी सुबह उठते हैं।
३। अग्रजः मित्रैः सह गच्छति।
• The elder brother goes with friends. • बड़ा भाई दोस्तों के साथ जाता है।
४। अग्रजा चित्रं चित्रयति।
• The elder sister paints a painting. • बड़ी बहन एक चित्र आँकती है।
५। पितामहः ग्रामसभां गच्छति।
• The grandfather goes to the village assembly. • दादाजी गाँव की सभा में जाते हैं।
६। मातामहः माम् आह्वयति।
• The maternal grandfather calls me. • नाना मुझे बुलाते है।
७। मातामही मम अनुजे स्निह्यति।
• The maternal grandmother loves my younger brother. • नानी मेरे छोटे भाई से प्यार करती हैं।
८। पितृव्या गृहं प्रविशति।
• The paternal aunt enters the house. • चाची गृहप्रवेश करती हैं।
९। पितृव्यः प्रसन्नवदनः तिष्ठति।
• The paternal uncle remains happy. • चाचा जी खुशबदन रहते हैं।
१०। पितृष्वसा पितृव्यां निन्दति।
• Father's sister criticizes aunty. • भुआ चाची की निंदा करती हैं।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। ब्रह्मणः चतुर्भ्यः मुखेभ्यः वेदाः निस्सृताः।
• The Vedas emerged from the four mouths of Brahma. • वेद ब्रह्मा के चार मुखों से निकले।
२। सत्यभामा भूमिदेवी अस्ति।
• Satyabhama is the goddess of the earth. • सत्यभामा भूदेवी हैं।
३। इन्द्रस्य पत्नी शुची अस्ति।
• Indra's wife is Shuchi. • इंद्र की पत्नी शुची है।
४। हनुमान् गिरिं धरति।
• Hanuman carries a mountain. • हनुमान पहाड़ उठाते हैं।
५। अहं वंशीवादनं न जानामि।
• I do not know how to play the flute. • मुझे बांसुरी बजाना नहीं आता।
६। रामात् परं धनुर्धरः न विद्यते।
• There is no greater archer than Rama. • राम से बड़ा धनुर्धारी कोई नहीं है।
७। वासुदेवस्य अष्टौ भार्य्याः प्रधानाः।
• Vasudeva had eight principal wives. • वासुदेव के आठ प्रमुख पत्नियाँ थीं।
८। राजा दरिद्राय उत्तरीयं यच्छति।
• The king donates a robe to the poor. • राजा दरिद्र को उत्तरीय देता है।
९। कदा गन्तासि उद्योगाय पुत्र।
• When will you go for work, son? • बेटा, तू कब काम के लिए जाएगा?
१०। अशोकवाटिकायां भाग्यश्रीः न्यवसत्।
• The goddess of fortune lived in the Ashoka grove. • भाग्यश्री ने अशोक वाटिका में निवास किया था।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। सः रसालवृक्षम् आरोहयति।
• He climbs the mango tree. • वह आम के पेड़ पर चढ़ता है।
२। तस्याः पाणिग्रहणं जातम्।
• Her hand holding ceremony happened. • उसका पाणिग्रहण हुआ।
३। अहं यामि।
• I am going. • मैं जा रहा हूँ।
४। तत्र सेवकाः न सन्ति।
• There are no servants there. • वहाँ कोई सेवक नहीं हैं।
५। दुष्टाः स्वार्थम् अभिलक्ष्य राजन्ते।
• Wicked people rule by selfishness. • बुरे लोग स्वार्थ देखकर शासन करते हैं।
६। परस्मै यत् क्रियते तत् पुण्यम्।
• Whatever is done for others is virtue. • जो कुछ भी दूसरों के लिए किया जाता है, वह पुण्य है।
७। मम मातामही मांसाहारिणी नास्ति।
• My grandmother is not a non-vegetarian. • मेरी नानी मांस नहीं खाती हैं।
८। सा नित्यं पितृपदं पूजयति।
• She worships the father regularly. • वह नित्य पिता की पूजा करती है।
९। माता पुत्रं त्यक्त्वा गच्छति।
• The mother leaves her son and goes. • माँ अपने बेटे को छोड़कर जाती हैं।
१०। स्नुषा श्वसुरम् अपमन्यते।
• The daughter-in-law disrespects her father-in-law. • बहू ससुर का अपमान करती हैं।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। मत्स्याः सुखेन तरन्ति।
• Fish swim happily. • मछलियाँ खुशी से तैरती हैं।
२। वानरः शिलायां कूर्दते।
• The monkey jumps on the rock. • बंदर पत्थर पर कूदता है।
३। चटका कूजते।
• The sparrow chirps. • गौरैया चहचहाती है।
४। मूषकः गणेशं वहति।
• The mouse carries Lord Ganesha. • मूषक गणेश जी का वहन करता है।
५। वन्दी राजानं प्रशंसति।
• The laudator praises the king. • बंदी राजा की सराहना करता है।
६। दासी राज्ञीं सेवते।
• The maid serves the queen. • दासी रानी की सेवा करती है।
७। सा तडागे स्नाति।
• She bathes in the pond. • वह तालाब में स्नान करती है।
८। सर्पः परीक्षितं दशति।
• The snake bites Parikshit. • साँप परीक्षित को डसता है।
९। गरुडः सर्पान् भक्षयति।
• The Garuda eats the snakes. • गरुड़ साँपों को खाता है।
१०। सिंहः व्याघ्रं विलोक्य गर्जति।
• The lion roars upon seeing the tiger. • शेर बाघ को देखकर गरजता है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। मम पिता वृत्तपत्रं पठति।
• My father reads the newspaper. • मेरे पिताजी समाचारपत्र पढ़ते हैं।
२। माता शाकान् कृन्तति।
• Mother chops the vegetables. • माँ सब्जियाँ काटती हैं।
३। वाहनानि धावन्ति।
• Vehicles are running. • वाहन चल रहे हैं।
४। शाकविक्रेता शाके जलं सिञ्चति।
• The vegetable vendor waters the vegetables. • सब्जीवाले सब्जियों पर पानी छिड़कते है।
५। अहं श्रीमद्भगवद्गीतां अधीये।
• I study the Shrimad Bhagavad Gita. • मैं श्रीमद्भगवद्गीता पढ़ता हूँ।
६। गुरुः शिष्ये पुत्रवत् स्निह्यति।
• The teacher loves the student like a son. • गुरु छात्र को पुत्र की तरह प्यार करता है।
७। कर्णः परशुरामं मिथ्याम् उवाच।
• Karna spoke a lie to Parashurama. • कर्ण ने परशुराम से झूठ बोला।
८। सूर्यः तपति।
• The sun shines. • सूर्य तपता है।
९। वृक्षाः फलन्ति।
• Trees bear fruit. • पेड़ फलते हैं।
१०। निर्मला नदी वहति।
• The clean river flows. • निर्मल नदी बहती है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। पुरोहितः शङ्खं धमति।
• The priest blows the conch shell. • पुरोहित शंख बजाता है।
२। श्रीकृष्णः भक्तं दृष्ट्वा स्मयते।
• Lord Krishna smiles upon seeing the devotee. • श्रीकृष्ण भक्त को देखकर मुस्कुराते हैं।
३। राधा कर्णं पालयति।
• Radha nurtures Karna. • राधा कर्ण की परवरिश करती है।
४। सीता श्रीरामविरहे रोदिति।
• Sita cries in the separation from Lord Rama. • सीता श्रीराम के वियोग में रोती है।
५। कालीदासः रघुवंशम् अरचयत्।
• Kalidasa composed the Raghuvamsha. • कालिदास ने रघुवंशम् रचा।
६। भोजः राजर्षिः आसीत्।
• Bhoja was a royal sage. • भोज एक राजर्षि थे।
७। अष्टावक्रः जनकस्य गुरुः आसीत्।
• Ashtavakra was Janaka's teacher. • अष्टावक्र जनक के गुरु थे।
८। शिशुः अक्षराणि बोधते।
• The child recognises the letters. • बच्चा अक्षरों को पहचानता है।
९। सा युद्धनीतिं जानाति।
• She knows the war tactics. • वह युद्धनीति को जानती है।
१०। तस्याः पतिः धनार्जनं न जानाति।
• Her husband doesn't know how to earn wealth. • उसके पति को धन कमाना नहीं आता है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। गोविन्दः रामेण सह क्रीडति।
• Govinda plays with Rama. • गोविन्द राम के साथ खेलता है।
२। एतद् वनं रमणीयम् अस्ति।
• This forest is beautiful. • यह वन रमणीय है।
३। तत्र कुत्रचित् एकः वानरः निवसति।
• Somewhere there, a monkey lives. • वहाँ कहीं एक बंदर रहता है।
४। अयम् अध्ययनं करोति।
• This man studies. • यह पढता है।
५। अहं गृहे सुखी अस्मि।
• I am happy at home. • मैं घर पर सुखी हूँ।
६। योगः मम शरीरं रक्षति।
• Yoga protects my body. • योग मेरे शरीर की रक्षा करता है।
७। मम गृहे अतिथिः आगमिष्यति।
• A guest will come to my home. • मेरे घर में एक मेहमान आने वाला है।
८। संस्कृतस्य अध्ययनं कर्तुं बालकः प्रयतते।
• The boy tries to study Sanskrit. • लड़का संस्कृत पढ़ने का प्रयास करता है।
९। मम पिता वैद्यः अस्ति।
• My father is a doctor. • मेरे पिताजी वैद्य हैं।
१०। सः शिक्षकः विद्यालये सदा उपस्थितः अस्ति।
• That teacher is always present at the school. • वह शिक्षक विद्यालय में सदा उपस्थित रहता है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। नववधूः गवाक्षेण परिपश्यति।
• The new bride looks around through window. • नई दुल्हन खिड़की से सब ओर देखती है।
२। अहं स्वसारम् आह्वयामि।
• I call sister. • मैं बहन को बुलाता हूँ।
३। तस्य पिता दण्डं धृत्वा चलति।
• His father walks holding a stick. • उसके पिता लाठी पकड़कर चलते हैं।
४। वृद्धस्य नाम जगन्नाथशास्त्री अस्ति।
• The old man's name is Jagannath Shastri. • बुजुर्ग का नाम जगन्नाथ शास्त्री है।
५। कस्य नाम प्रभाकरः अत्र।
• Whose name is Prabhakar here? • यहाँ किसका नाम प्रभाकर है?
६ मम भार्य्या शाकान् क्षिपति।
• My wife throws vegetables. • मेरी पत्नी सब्जियाँ फेंकती है।
७। किमर्थं कुक्कुटः न उड्डयते।
• Why doesn't the cock flies? • मुर्गा क्यों नहीं उड़ता है?
८। तव चिन्तने दोषः अस्ति।
• There is a fault in your thinking. • तुम्हारे विचार में दोष है।
९। पितः अहं न जानामि तम्।
• Father, I don't know him. • पिताजी मैं उसे नहीं जानती।
१०। तत्र वनचराः रमन्ते।
• There, the forest dwellers roam. • वहाँ, वनवासी घूमते हैं।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। गोपिकाः नृत्यन्ति।
• The milkmaids dance. • गोपिकाएँ नाचती हैं।
२। तव वस्त्रं मलिनम् अस्ति।
• Your clothes are dirty. • तुम्हारा कपड़ा गंदा है।
३। गजः नद्यां स्नाति।
• The elephant bathes in the river. • हाथी नदी में स्नान करता है।
४। शिखण्डी रथं नयति।
• Shikhandi drives the chariot. • शिखण्डी रथ चलाता है।
५। लक्ष्मणः इन्द्रजितं जघान।
• Lakshmana had struck Indrajit. • लक्ष्मण ने इन्द्रजित को मारा था।
६। मण्डूकः सोपाने कूर्दते।
• The frog jumps on the stairs. • मेंढ़क सीढ़ियों पर कूदता है।
७। सा दुष्टे शिलां क्षिपति।
• She throws a stone at the wicked. • वह दुष्ट पर पत्थर फेकती है।
८। मम मित्रं वदति यत् सा माम् एव ईक्षते।
• My friend says that she's staring me. • मेरा मित्र कहता है कि वह मुझे ही निहारती है।
९। किमर्थं नटसि।
• Why are you dancing? • तुम क्यों नाच रहे हो?
१०। भीमस्य भुजौ एव शस्त्रे स्तः।
• Bhima's weapons are the arms. • भीम की भुजाऐं ही शस्त्र हैं।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। अहं प्रतिदिनं कार्यालयं गच्छामि।
• I go to the office every day. • मैं प्रतिदिन कार्यालय जाता हूँ।
२। मम पत्यै अहं न रोचे।
• I do not please my husband. • मैं मेरे पति को नहीं सुहाती हूँ।
३। सन्न्यासी द्वारे द्वारे भिक्षते।
• The renouncer begs from door to door. • संन्यासी द्वार-द्वार भिख माँगता है।
४। स ब्राह्मणः मिताहारी अस्ति।
• That Brahmin is a modest eater. • वे ब्राह्मण कम आहार लेनेवाले हैं।
५। तस्य स्वसा स्वपतिगृहं जिगमिषति।
• His sister wishes to go to her husband's house. • उसकी बहन अपने पति के घर जाना चाहती है।
६। लेखकस्य नाम देवपाणिः अस्ति।
• The author's name is Devapani. • लेखक का नाम देवपाणि है।
७। नार्या गृहं शोभते।
• The woman beautifies the home. • नारी से घर शोभती है।
८। पुत्रः पितृचरणं सेवते।
• The son serves his father's feet. • बेटा अपने पिता के पाँव की सेवा करता है।
९। तस्य पितरौ तं शास्त्राणि न पाठयतः।
• His parents do not teach him scriptures. • उसके माता-पिता उसे शास्त्र नहीं पढ़ाते।
१०। तौ हि स्वपुत्रस्य शत्रू स्तः।
• They are the enemies of their own son. • वे ही अपने पुत्र के शत्रु हैं।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। अहं कूपजलेन स्नामि।
• I bathe with well water. • मैं कुएं के पानी से नहाता हूँ।
२। सा मां दृष्ट्वा हसति।
• She laughs upon seeing me. • वह मुझे देखकर हंसती है।
३। मूर्खाः उच्चैः भाषन्ते।
• Fools speak loudly. • मूर्ख ऊँचा बोलते हैं।
४। ब्राह्मणः घोषयति शान्तिश्शान्तिश्शान्तिः।
• The Brahmin proclaims "Peace, Peace, Peace." • ब्राह्मण घोषणा करता है, "शान्ति, शान्ति, शान्ति।"
५। अबुद्धयः बहु भाषन्ते।
• The ignorant speak a lot. • अज्ञानी बहुत बोलते हैं।
६। कच्छपः चिरकालं जीवति।
• The tortoise lives for a long time. • कछुआ बहुत लंबे समय तक जीता है।
७। नरः प्रतिदिनं कर्म करोति।
• The man does work every day. • पुरुष हर दिन काम करता है।
८। चित्रकारः धनं स्वीकृत्य चित्रयति।
• The artist accepts money and paints. • चित्रकार धन लेकर चित्र बनाता है।
९। विद्वांसः दुर्लभाः लोके।
• Scholars are rare in the world. • विद्वान् लोग लोक में दुर्लभ होते हैं।
१०। युवकाः स्वम् अतिमन्यन्ते।
• Young men exalt their own. • युवा लोग अपने को बहुत समझते हैं।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। ब्रह्मचारी बहूनि पुस्तकानि अधीते।
• The celibate student reads many books. • ब्रह्मचारी बहुत से पुस्तकें पढ़ता है।
२। तेषां मार्गे माऽगमः।
• Don't get into their way. • उनके मार्ग में मत जा।
३। हस्ती मत्तः अभवत्।
• The elephant became intoxicated. • हाथी मतवाला हो गया।
४। व्याघ्राः मांसम् अन्विषन्ति।
• Tigers seek meat. • बाघ मांस ढूँढते हैं।
५। घटिका समयं सूचयति।
• The clock indicates the time. • घड़ी समय की सूचना करती है।
६। विष्णुः सर्वं सदा पश्यति।
• Vishnu always sees everything. • विष्णुजी हमेशा सब कुछ देखते हैं।
७। देही देहस्य ईश्वरः कथ्यते।
• The embodied soul is called the Lord of the body. • शरीरी शरीर का ईश्वर कहलाता है।
८। श्रेष्ठी शीतकाले कम्बलदानं करोति।
• The merchant donates blankets in the winter. • सेठ जी सर्दी में कंबल दान करते हैं।
९। कपोती अण्डं सूते।
• The dove lays an egg. • कबूतरी अंडा देती है।
१०। मम नाम विष्णुदासः अस्ति।
• My name is Vishnudasa. • मेरा नाम विष्णुदास है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। प्रकाशसिंहः पुस्तकं लिखति।
• Prakash Singh writes a book. • प्रकाशसिंह पुस्तक लिखता है।
२। मम पुत्रिकायै गजः रोचते।
• My daughter likes elephants. • मेरी बेटी को हाथी पसंद है।
३। पुरुषः उद्यमेन कार्यसिद्धिम् आप्नोति।
• A man achieves success through effort. • एक पुरुष उद्यम से काम में सफलता प्राप्त करता है।
४। नदी माता इव जन्तून् पालयति।
• The river nourishes creatures like a mother. • नदी माँ की तरह जीवों का पोषण करती है।
५। वृक्षः सत्सु अग्रगणी वर्तते।
• The tree is the first among the virtuous. • पेड़ सज्जनों में अग्रगणी है।
६। अर्जुनः धनुः उद्यम्य परीक्षते।
• Arjuna watch around after lifting the bow. • अर्जुन धनुष् उठाकर चारों ओर देखता है।
७। मम नाम्ना पर्वताः कम्पन्ते।
• Mountains tremble at my name. • मेरे नाम से पहाड़ कापते हैं।
८। मम भार्य्यया अहं कम्पे।
• I tremble in front of my wife. • मेरी पत्नी से मैं कांपता हूँ।
९। धार्म्मिकः आत्मानं न अवसादयति।
• The righteous one does not depress oneself. • धार्मिक व्यक्ति स्वयं को अवसाद नहीं देता।
१०। यदा सुवर्णा चलति तदा राहुलः अनुगच्छति।
• When Suvarna moves, then Rahul follows. • जब सुवर्णा चलती है, तब राहुल उसके पीछे चलता है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। हे धीमन् गर्वं मा कुरु।
• O wise one, do not be proud. • हे बुद्धिमान, गर्व मत करो।
२। आवाम् अधुना मोदिष्यावः मित्र।
• We two will rejoice together now, friend. • अब हम साथ में मजे करेंगे, मित्र।
३। मया श्वः प्रातः पर्णपत्तनं गन्तव्यम्।
• I have to go to Parnapattanam tomorrow morning. • मुझे कल सुबह पर्णपत्तनम् जाना होगा।
४। धिक् कीदृशः जनाः सन्ति जगति।
• Alas! What kind of people are there in this world. • धिक्कार है इस दुनिया में कैसे-कैसे लोग हैं।
५। सम्प्रति केचन पुरुषाः स्त्रीत्वं काङ्क्षन्ते।
• Some men currently desire to be women. • कुछ लोग अभी महिला बनना चाहते हैं।
६। रुष्टा स्त्री सर्वं नाशयति।
• An angry woman destroys everything. • एक क्रोधित स्त्री सब कुछ नष्ट कर देती है।
७। बहूनि वञ्चनानि लोके अस्मिन् प्रवर्तन्ते।
• Many deceptions occur in this world. • इस दुनिया में बहुत सारे धोखे होते हैं।
८। शिशुः प्रथमवारं व्योममार्गेण प्रयाति।
• The baby is traveling through the airway for the first time. • शिशु पहली बार हवाई मार्ग से यात्रा कर रहा है।
९। पितामही मां स्वपन्तं दृष्ट्वा तर्जयति।
• The Grandmother scolds me after seeing me sleeping. • दादी मुझे सोते हुए देखकर डाँटती है।
१०। अहं पितामहीं स्वपन्तीं विलोक्य प्रकाशं शाम्यामि।
• I turn off the lights after seeing the grandmother sleeping. • मैं दादी को सोती हुई देखकर बत्ती बुझा देता हूँ।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। प्रतिदिनं वाक्यानि लिखन्तु सर्वे।
• Everyone write sentences every day. • सब लोग प्रतिदिन वाक्य लिखें।
२। अभ्यासेन ज्ञानं दृढत्वं समधिगच्छति।
• Through practice, knowledge gains stability. • अभ्यास से ज्ञान को दृढता मिलती है।
३। बहुजनाः वाक्यानि पठित्वा तुष्यन्ति।
• Many people feel satisfied after reading sentences. • बहुत से लोग वाक्य पढ़कर संतुष्ट होते हैं।
४। केचन जनाः उद्याने भ्रमन्ति।
• Some people wander in the park. • कुछ लोग उद्यान में घूमते हैं।
५। एकः बालकः धूम्रं पिबति।
• One boy is smoking. • एक लड़का धूम्रपान करता है।
६। क्षणिकसुखं कालान्तरे करालं रोगं ददाति।
• Temporary pleasure leads to severe illness later. • अस्थायी सुख बाद में गंभीर रोग देता है।
७। खं गच्छति यः सः खगः कथ्यते।
• One who goes in the sky is called a bird. • जो आसमान से जाता है उसे पंछी कहते हैं।
८। माता गच्छन्तं बालकं विलोकयति।
• The mother sees the boy going. • माँ जाते हुए बच्चे को देखती हैं।
९। तस्य तनुः बुभुक्षया अशुष्यत्।
• His body dried up due to hunger. • उसका शरीर भूख से सूख गया।
१०। प्रजापालनम् एव राजधर्मः वर्तते।
• Nourishing the public is the raj dharma. • प्रजा का पालन करना ही राजाधर्म है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। व्याधः जन्तून् प्रलोभयति।
• The hunter tempts the animals. • शिकारी जानवरों को प्रलोभित करता है।
२। मूषकः अन्नम् अन्विषति।
• The mouse searches for food. • चूहा अन्न ढूँढता है।
३। कारागारे नर्तनं भवति।
• There is dancing in the prison. • जेल में नृत्य होता है।
४। तस्य नाम राकेशशर्मा अस्ति।
• His name is Rakesh Sharma. • उसका नाम राकेश शर्मा है।
५। व्योमयात्री यात्रायै सज्जः अस्ति।
• The space traveler is ready for the journey. • अंतरिक्ष यात्री यात्रा के लिए तैयार है।
६। सूर्यवंशे दिलीपः बभूव।
• Dilip was from the solar dynasty. • दिलीप सूर्यवंश में हुए।
७। बालगणेशः कुबेरगृहं गच्छति।
• Young Ganesh goes to Kubera's house. • बाल गणेश कुबेर के घर जाते हैं।
८। सर्पाः गरुडाद् बिभ्यति।
• Snakes fear Garuda. • साँप गरुड़ से डरते हैं।
९। तेषां विद्यालये शिक्षकाः न आगच्छन्ति।
• The teachers do not come to their school. • उनके विद्यालय में शिक्षक नहीं आते हैं।
१०। तस्याः गृहे जलम् अपि नास्ति।
• There is not even water in her house. • उसके घर में पानी भी नहीं है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। विश्वजित् हस्ते खड्गं धरति।
• Vishwajit holds a sword in hand. • विश्वजित् हाथ में तलवार धारण करता है।
२। लघ्वी कन्या नृत्यति।
• The little girl dances. • छोटी बच्ची नाचती है।
३। प्रभाशङ्करस्य माता रोदिति।
• The mother of Prabhāśaṅkara weeps. • प्रभाशङ्कर की माँ रोती है।
४। तस्याः प्रियतमः तस्याः गृहं परितः अटति।
• Her beloved one wanders around her house. • उसका प्रियतम उसके घर के चारों ओर घूमता है।
५। कुबेरस्य सर्वं भोजम् एकदन्तः भुङ्क्ते।
• The single-toothed one (Ganesha) eats all the food of Kubera. • कुबेर का सभी भोजन एकदंत खाते हैं।
६। तस्य तडागे जलं नास्ति।
• There is no water in his pond. • उसके तालाब में पानी नहीं है।
७। मम विडालः रुग्णः जातः।
• My tomcat has fallen ill. • मेरा बिल्ला रुग्ण हो गया है।
८। विहगौ उड्डयेते।
• The two birds fly. • पंछी का जोड़ा उड़ता है।
९। तव प्रवृत्तिं जानामि।
• I know about your nature. • मुझे तुम्हारी प्रवृत्ति पता है।
१०। तस्य पिता धर्मं जानाति।
• His father knows the Dharma. • उसके पिता धर्म को जानते हैं।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। कूपं परितः स्त्रियः हसन्ति।
• Women laugh around the well. • स्त्रियाँ कुएं के चारों ओर हँसती हैं।
२। तस्याः मार्गे शुनकः शेते।
• A dog sleeps on her path. • उसके मार्ग में एक कुत्ता सोता है।
३। सः सिंहात् बिभेति।
• He fears a lion. • वह शेर से डरता है।
४। तस्य ग्रामे कः अपि धनिकः नास्ति।
• There is no rich person in his village. • उसके गाँव में कोई धनी नहीं है।
५। आवां कालिकापुरं गच्छावः।
• We both go to Kalikapuram. • हम दोनों कालिकापुर जाते हैं।
६। तस्य नेता भ्रष्टः अस्ति।
• His leader is corrupt. • उसका नेता भ्रष्ट है।
७। मम मनः आधिग्रस्तं कृतम्।
• My mind is suffering illness. • मेरा मन आधि से ग्रस्त है।
८। गुरुः उत्तरं जानाति।
• The Guru knows the answer. • गुरु उत्तर जानते हैं।
९। जन्म एव मृत्युः इति बुद्धवचनम्।
• Birth is indeed death, so says the Buddha. • जन्म ही मृत्यु है, ऐसा बुद्ध का कहना है।
१०। बालगोविन्दः कबीरं भजते।
• Balagovind worships Kabir. • बालगोविन्द कबीर को भजते है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। तस्य पिता कार्यालयं याति।
• His father goes to the office. • उसके पिता कार्यालय जाते हैं।
२। तस्य स्यूते धनं नास्ति।
• There is no money in his bag. • उसकी थैले में पैसा नहीं है।
३। मम माता पितृव्या सह मिलति।
• My mother meets with aunty. • मेरी माँ चाची से मिलती हैं।
४। वरस्य पितरौ वधूम् अन्विषतः।
• The groom's parents seek a bride. • दुल्हे के माता-पिता दुल्हन की खोज में हैं।
५। कति आम्राणि त्वया खादितानि।
• How many mangoes have you eaten? • तुमने कितने आम खाए हैं?
६। त्वं किमर्थं क्रुद्धः असि।
• Why are you angry? • तुम क्यों गुस्से में हो?
७। सा मां न अभिजानाति।
• She does not recognize me. • वह मुझे पहचानती नहीं है।
८। तस्य पुत्राः मां हे मातुल इति वदन्ति।
• His sons address me as "uncle". • उसके बेटे मुझे "मामा" कहकर बुलाते हैं।
९। त्वया विना आम्रम् अपि निम्बः इव भाति माम्।
• Without you, even the mango appears like a Neem. • तुम्हारे बिना आम भी मुझे नीम की तरह लगता है।
१०। बालाः वटस्य अधः क्रीडन्ति।
• The children play beneath the banyan tree. • बच्चे बरगद के नीचे खेलते हैं।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
त्वं मां किमर्थम् अवमन्यसे तात।
• Why do you disrespect me, sir? • आप मुझे क्यों अपमानित करते हैं, तात?
सा सर्वदा प्रियं वदति।
• She always speaks sweetly. • वह हमेशा प्रिय कहती है।
मर्कटः धनं हृत्वा धावति।
• The monkey runs away after stealing the money. • बंदर धन चोरी करके भागता है।
तस्य नाम न जानामि।
• I don't know his name. • मुझे उसका नाम नहीं पता।
रामस्य बलम् अवेक्ष्य सर्वे विस्मिताः सन्ति।
• All are amazed after witnessing Rama's strength. • सभी लोग राम का बल देखकर विस्मित हैं।
तव सान्निध्यं न अपेक्षितं मया।
• I did not expect your presence. • मैंने तुम्हारे उपस्थिति की अपेक्षा नहीं की थी।
तव कति भ्रातरः सन्ति।
• How many brothers do you have? • तुम्हारे कितने भाई हैं?
मकरस्य दन्ताः वज्रम् इव सन्ति।
• The teeth of a crocodile are like Vajra. • मगरमच्छ के दांत वज्र के समान होते हैं।
द्वारपालाः कार्यं न कुर्वन्ति।
• The gatekeepers are not doing their duty. • द्वारपाल कार्य नहीं कर रहे हैं।
राज्ञः समीपं न बहु वक्तव्यम्।
• Much shouldn't be spoken near the king. • राजा के पास बहुत नहीं बोलना चाहिए।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
पञ्चवादने कुक्कुटाः कूजन्ति।
• The roosters crow at 5'o Clock. • मुर्गे पाँच बजे बाँग देते हैं।
बिडालः दुग्धं चोरयते।
• The tomcat steals the milk. • बिल्ला दूध चुराता है।
मम मतिः दुष्टा अस्ति।
• My thinking is wicked. • मेरी मति दुष्ट है।
तेषां जन्म सफलं गतम्।
• Their birth has been successful. • उनका जन्म सफल गया।
महान् पण्डितः एषः दामोदरः अस्ति।
• This great scholar is Damodara. • यह महान् विद्वान् दामोदर है।
अहं भवते धनं दातुं न इच्छामि।
• I do not wish to give you money. • मैं आपको धन देना नहीं चाहता।
किमर्थं मां दुष्यसि।
• Why do you insult me? • तुम मुझे क्यों दूषते हो?
सा कन्या पाककुशला अस्ति।
• That girl is skilled in cooking. • वह कन्या खाना पकाने में कुशल है।
प्रधानमन्त्री अद्य वदतु।
• The Prime Minister should speak today. • प्रधानमंत्री आज बोलें।
बालैः उक्तं कथम् एतत्।
• The children said How So? • बच्चों ने कहा ऐसा कैसे?
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। चौरः वस्त्रेण शिशुं प्रच्छाद्य नयति।
• The thief carries away the baby after wrapping in clothes. • चोर शिशु को कपड़ों में लपेटकर ले जाता है।
२। रामः दशरथस्य मृत्युं न जानाति।
• Rama does not know about Dasharatha's death. • राम दशरथ की मृत्यु के बारे में नहीं जानते।
३। कीदृग् अयं प्रकल्पः ते।
• What kind of plan is this of yours? • तुम्हारी यह कैसी योजना है?
४। तव नाम्ना सर्वे बिभ्यति।
• Everyone is afraid of your name. • तुम्हारे नाम से सब डरते हैं।
५। मम रथे धनुः रक्षितम्।
• My bow is kept in the chariot. • मेरा धनुष रथ में रखा हुआ है।
६। कुत्र गच्छसि तात।
• Where are you going, sir? • कहाँ जा रहे हैं, तात?
७। बालिका मातरं दृष्ट्वा हसति।
• The girl laughs after seeing the mother. • लड़की अपनी माँ को देखकर हँसती है।
८। अर्जुनः नर्तकः अपि आसीत्।
• Arjuna was also a dancer. • अर्जुन नर्तक भी था।
९। विद्याधरः मूर्खः अस्ति।
• Vidhyadhara is foolish. • विद्याधर मूर्ख है।
१०। तस्य मुखदर्शनं नाम पापम्।
• Seeing his face is a sin. • उसका मुँह देखना पाप है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। व्याघ्रः अश्वम् अन्विषति।
• The tiger searches for the horse. • बाघ घोड़े को ढूंढता है।
२। सः हरिद्वारे कुत्र निवसति।
• Where does he live in Haridwar? • वह हरिद्वार में कहाँ रहता है?
३। मम पिता वैद्यः नास्ति।
• My father is not a doctor. • मेरे पिता वैद्य नहीं हैं।
४। सा मधुरं वदति।
• She speaks sweetly. • वह मीठा बोलती है।
५। तस्य भार्य्या धनं चोरयति।
• His wife steals the money. • उसकी पत्नी पैसे चुराती है।
६। द्रौपद्या पाण्डवाः धिक्कृताः।
• The Pandavas were insulted by Draupadi. • द्रौपदी ने पाण्डवों को धिक्कारा।
७। मात्रा अन्नं भक्षितम्।
• The food was eaten by the mother. • माँ ने अन्न खाया।
८। मालाकारिणी उद्यानं गच्छति।
• The female garland maker goes to the garden. • मालिन उद्यान जाती है।
९। मम पतिः मदिरां पिबति।
• My husband drinks alcohol. • मेरे पति शराब पीते हैं।
१०। अहं विष्णुः अहम् एव शिवः।
• I am Vishnu, I am indeed Shiva. • मैं विष्णु हूँ, मैं ही शिव हूँ।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। गजः शुण्डेन जलं पिबति।
• The elephant drinks water with the trunk. • हाथी सूंड से पानी पीता है।
२। सीता हनुमता सह न जिगमिषति।
• Sita does not want to go with Hanuman. • सीता हनुमान के साथ जाना नहीं चाहती।
३। सा सपत्न्यै न ईर्ष्यति।
• She does not envy the co-wife. • वह सौतन से ईर्ष्या नहीं करती।
४। क्लान्ताय श्रमिकाय जलं देहि।
• Give water to the tired worker. • थके हुए श्रमिक को पानी दो।
५। अहम् अपि तत्रैव गच्छामि।
• I also go there. • मैं भी वहाँ जाता हूँ।
६। सखि पतिः न वशे मे।
• Oh dear! The husband is not under my control. • हे सखि पति मेरे वश में नहीं है।
७। मम पुत्राय दास्यामि सर्वम्।
• I will give everything to my son. • मैं अपने बेटे को सब कुछ दूंगा।
८। प्रभाकरः दयालुः अस्ति।
• Prabhakar is kind. • प्रभाकर दयालु है।
९। किं वक्तुकामा असि।
• What do you want to say? • तुम्हें क्या कहना है?
१०। मोहनः सुष्ठु भणति।
• Mohan speaks well. • मोहन ठीक बोलता है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। राजा ऋषेः स्वागतं कृतवान्।
• The king welcomed the sage. • राजा ने ऋषि का स्वागत किया।
२। त्वं वनस्थलीं गत्वा पश्य।
• You go to the forest and see. • तुम जंगल में जाकर देखो।
३। मम पुत्रः मन्दधीः अस्ति।
• My son is slow-witted. • मेरा बेटा मंदबुद्धि है।
४। बाहुबली कालकेयं हन्ति।
• Bahubali kills Kalakeya. • बाहुबली कालकेय को मारता है।
५। पार्थः रथे उपविष्टः अस्ति।
• Partha is seated in the chariot. • पार्थ रथ में बैठा हुआ है।
६। षोडशसहस्रस्त्रियः श्रीकृष्णं वृण्वन्ति।
• Sixteen thousand women choose Shri Krishna. • सोलह हजार स्त्रियाँ श्रीकृष्ण का वरण करती हैं।
७। पाणिनिः भारते बभ्राम।
• Panini wandered in Bharat. • पाणिनि भारत में भटके थे।
८। अरविन्दः कारागारे शोचति।
• Aravinda mourns in the prison. • अरविन्द जेल में शोक करता है।
९। कृतकधियः विकसन्ति।
• Artificial intelligences develop. • ए आई विकास करते हैं।
१०। राजा अग्निः इव भवति।
• The King is like fire. • राजा आग जैसा होता है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। परश्वः स्वसा आगन्ता।
• The sister will come overmorrow. • बहन परसों आयेगी।
२। वधिरः भयभीतः अस्ति।
• The deaf is afraid. • बहरा डरा हुआ है।
३। द्रोणः पुत्रं विना न जीवितुकामः।
• Drona does not want to live without his son. • द्रोण अपने पुत्र के बिना जीना नहीं चाहते।
४। सः विद्याप्राप्तये काशीम् अगच्छत्।
• He went to Kashi to acquire knowledge. • वह विद्या प्राप्ति के लिए काशी गया।
५। सा कन्या मह्यं रोचते।
• That girl impresses me. • वह लड़की मुझे पसंद है।
६। रामः अतिक्रुद्धः दृश्यते।
• Rama appears very angry. • राम बहुत क्रोधित लगते हैं।
७। दुःखं पापानि हरति।
• Pain removes sins. • दुख पापों को हर लेता है।
८। सुखं पुण्यानि हरति।
• Happiness takes away merits. • सुख पुण्यों को हर लेता है।
९। समत्वं योगः उच्यते।
• Equanimity is called yoga. • समता को योग कहा जाता है।
१०। बुद्धेन जन्म एव मृत्युः इति उक्तम्।
• Buddha Said, “Birth itself is death”. • बुद्ध ने कहा जन्म ही मृत्यु है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। किशोरः गायकः अस्ति।
• Kishore is a singer. • किशोर गायक है।
२। मातामही मह्यम् ऊर्णायुं ददाति।
• Grandmother gives me a woollen blanket. • नानी मुझे ऊनी शाल देती है।
३। अनुजा उर्णनाभात् बिभेति।
• The younger sister is afraid of a spider. • छोटी बहन मकड़े से डरती है।
४। हस्तिनापुरस्य दुर्दैवम् एतत्।
• This is the misfortune of Hastinapur. • हस्तिनापुर का यह दुर्भाग्य है।
५। किं मया कर्तव्यं गुरो।
• What should I do, teacher? • मैं क्या करूँ, गुरुजी?
६। माता स्वशिशोः मुखं जिघ्रति।
• Mother smells her baby's face. • मां अपने शिशु का मुँह सूंघती है।
७। सेवकः हट्टं गच्छति।
• The servant goes to the market. • सेवक बाजार जाता है।
८। शकुन्तलया भरतः पोषितः।
• Bharata is fostered by Shakuntala. • भरत को शकुन्तला ने पाला है।
९। वानराः वस्तूनि चोरयन्ति।
• The monkeys steal things. • बंदर सामान चुरा लेते हैं।
१०। मम पितुः नाम न जानासि।
• You do not know my father's name. • तुम मेरे पिता का नाम नहीं जानते।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। अद्य अहं न ब्रवीमि।
• Today, I do not speak. • आज, मैं नहीं बोलता।
२। हे प्रफुल्ल अहं परिश्रान्ता अस्मि।
• O Prafull, I am tired. • हे प्रफुल्ल, मैं थक गयी हूँ।
३। तव हस्ते खड्गं न शोभते मुने।
• The sword does not suit your hand, sage. • मुनि, आपके हाथ में तलवार नहीं शोभती।
४। यत्र न शुचिता तत्र न वसते लक्ष्मीः।
• Where there is no cleanliness, there does not reside Lakshmī. • जहाँ सफाई नहीं है, वहाँ लक्ष्मी जी नहीं बसतीं है।
५। मम पिता दुःखितः दृश्यते।
• My father appears unhappy. • मेरे पिता दुखी दिखते हैं।
६। परशुरामस्य भक्तः अस्मि राजन्।
• O king, I am a devotee of Parashurama. • हे राजन्, मैं परशुराम का भक्त हूँ।
७। देवव्रतः कथं भीष्मः बभूवः।
• How did Devavrata become Bhishma? • देवव्रत कैसे भीष्म बने?
८। त्वयि अश्रूणि न शोभते कृष्णे।
• Tears do not suit you, Krishnā. • आंसू तुम्हे नहीं शोभते हैं, कृष्णा।
९। अहम् अपि मतं दास्यामि।
• I will also submit my vote. • मैं भी अपना मत दूंगा।
१०। विद्यार्थी अन्नं भिक्षते।
• The student begs for food. • छात्र अन्न की भिक्षा मांगता है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। त्वया न एवं वक्तव्यम्।
• You should not speak like this. • तुम्हें ऐसा बोलना नहीं चाहिए।
२। शवं न वदति कदाचिद् अपि।
• Dead body never speaks at all. • शव कभी भी नहीं बोलता है।
३। प्रियागृहं मे तीर्थम्।
• The house of my beloved is the holy place for me. • प्रिया का घर मेरा तीर्थ है।
४। भवान् मोहवशं मा गच्छतु।
• Do not get carried away by attachment. • आप मोह के वश में मत पड़िए।
५। सत्यं न उच्यते सत्यवता।
• Truth is not spoken by Satyavān. • सत्यवान् द्वारा सत्य नहीं बोला जाता।
६। स व्यापारी जनान् वञ्चति।
• That merchant deceives people. • वह व्यापारी लोगों को धोखा देता है।
७। अश्वत्थामा हतः नरः वा कुञ्जरः।
• Ashwatthama is dead, Man or an Elephant (Be it). • अश्वत्थामा मारा गया है नर या हाथी (जो भी हो)।
८। सूर्यदेवः तस्मै मणिं ददाति।
• The Surya Deva gives him a gem. • सूर्यदेव उसे एक मणि देते हैं।
९। प्रतिदिनं संलापशाला प्रचलति।
• The Samlāpshālā runs every day. • संलापशाला प्रतिदिन चलती है।
१०। मम जीवने मम एव नियमाः भवन्तु।
• Let my own rules govern my life. • मेरे जीवन में मेरे ही नियम हों।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। मूषकः सुप्ते सिंहे कूर्दते।
• The mouse jumps upon the slept lion. • चूहा सोते शेर पर कूदता है।
२। अश्वः अतिवेगेन धावति।
• The horse runs at high speed. • घोड़ा उच्च गति से दौड़ता है।
३। रजकः स्वपत्नीं हिंसति।
• The washerman harms his wife. • धोबी अपनी पत्नी की हिंसा करता है।
४। क्षेत्रपालः भूमिं रक्षति।
• The KshetraPala protects the land. • क्षेत्रपाल भूमि की रक्षा करते हैं।
५। बलदेवः दुर्योधनं शिक्षयति।
• Baladeva teaches Duryodhana. • बलराम दुर्योधन को सिखाते हैं।
६। श्रीवराहः द्राविडैः पूज्यते।
• Lord Varaha is worshipped by Dravidians. • भगवान वराह द्राविड़ों द्वारा पूजित होते हैं।
७। प्रतिदिनं समाचारपत्रं पठ्यते।
• The newspaper is read every day. • हर दिन समाचार पत्र पढ़ा जाता है।
८। मम शिशवे लड्डुकं देहि।
• Give my child a laddu. • मेरे बच्चे को लड्डू दो।
९। मम वस्त्राणि आर्द्राणि सन्ति।
• My clothes are wet. • मेरे कपड़े भीगे हुए हैं।
१०। भ्रातृजाया मयि पुत्रवत् स्निह्यति।
• The sister-in-law loves me like a son. • भाभी मुझे बेटे की भांति प्यार करती है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। रजकः मम वस्त्राणि नयति।
• The washerman takes away my clothes. • धोबी मेरे कपड़े लेकर जाता है।
२। मम पिता मां पाठशालायाः आनयति।
• My father brings me from school. • मेरे पिता मुझे पाठशाला से लेकर आते हैं।
३। तव स्कन्धे कृमिः सरति।
• An insect crawls on your shoulder. • तेरे कंधे पर कीड़ा रेंगता है।
४। त्वं लक्ष्मणपुरं किमर्थं गच्छसि।
• Why are you going to Lucknow? • तुम लखनऊ क्यों जा रहे हो?
५। पशुशालायां व्याघ्रः अस्ति।
• There is a tiger in the zoo. • चिड़ियाघर में एक बाघ है।
६। सा मत्स्येभ्यः अन्नं क्षिपति।
• She feeds the fish. • वह मछलियों को खाना डालती है।
७। तव मातुः नाम विद्या नास्ति।
• Your mother's name isn't Vidya. • तेरी माँ का नाम विद्या नहीं है।
८। तव हस्ते कङ्कणं बहु शोभते।
• The bangles suits your hand very much. • तेरे हाथ पर कंगन शोभते हैं।
९। मम भ्रातुः हस्ते दण्डः अस्ति।
• There is a stick in my brother's hand. • मेरे भाई के हाथ में डंडा है।
१०। कथम् इदं कार्यं क्रियते।
• How is this work done? • यह काम कैसे किया जाता है?
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। प्रधानाध्यापकः दर्पकः अस्ति।
• The principal is arrogant. • प्रधानाध्यापक घमंडी है।
२। राजा मुनिं सेवते।
• The king serves the sage. • राजा मुनि की सेवा करता है।
३। ग्रीष्मकाले शीतलं खाद्यते।
• Cool food is eaten in summer. • गर्मियों में ठंडा खाया जाता है।
४। तव गृहे द्वौ अश्वौ स्तः।
• There are two horses in your house. • तेरे घर में दो घोड़े हैं।
५। एकः गजः मम मित्रम् अस्ति।
• An elephant is my friend. • एक हाथी मेरा दोस्त है।
६। दम्पती यज्ञं यजतः।
• The couple performs a sacrifice. • दम्पती यज्ञ करते हैं।
७। क्रूरः वानरान् ताडयति।
• The cruel man beats the monkeys. • क्रूर पुरुष बंदरों को मारता है।
८। शुनकाः वृद्धम् धावयन्ति।
• The dogs chase the old man. • कुत्ते बूढ़े आदमी को दौड़ाते हैं।
९। शिक्षणसंस्थानेषु बहुधनं याच्यते।
• A lot of money is demanded in educational institutions. • शिक्षा संस्थानों में बहुत पैसा मांगा जाता है।
१०। पुरा विद्यादानं व्यापारः न आसीत्।
• Imparting Education was not a business in old times. • पहले विद्या का दान व्यापार नहीं था।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। तव भ्राता लौहपथगामिन्या गच्छति।
• Your brother goes by train. • तुम्हारा भाई रेलगाड़ी से जाता है।
२। किमर्थं मम माता अन्नं न पचति।
• Why does my mother not cook food? • मेरी माँ खाना क्यों नहीं पकाती है?
३। साम्बः श्रीकृष्णस्य पुत्रः बभूव।
• Samba was the son of Shri Krishna. • साम्ब श्रीकृष्ण के पुत्र हुए।
४। कस्य हस्ते भाग्यम् अस्ति।
• Whose hand holds fortune? • किसके हाथ में भाग्य है?
५। किमर्थं न लोभं त्यजसि।
• Why do you not give up greed? • तुम लालच क्यों नहीं छोड़ते?
६। विश्वनाथः वाहनं क्रीणाति।
• Vishwanath buys a vehicle. • विश्वनाथ एक वाहन किनता है।
७। तव सर्वे दन्ताः कृतकाः सन्ति।
• All your teeth are artificial. • तेरे सभी दाँत नकली हैं।
८। राजा माम् अदण्डयत्।
• The king punished me. • राजा ने मुझे दण्ड दिया।
९। ब्राह्मणाय वस्त्राणि यच्छ।
• Give clothes to the Brahmin. • ब्राह्मण को कपड़े दो।
१०। शान्तिः कुत्र लभ्यते।
• Where is peace obtained? • शांति कहाँ मिलती है?
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। अयम् अहम् अस्मि मातः।
• This is me, mom. • यह मैं हूँ, माँ।
२। तत्र त्रयः सिंहाः तिष्ठन्ति।
• There are three lions there. • वहाँ तीन शेर हैं।
३। मम मातुलस्य गृहे धर्मग्रन्थाः सन्ति।
• In my maternal uncle's house, there are religious texts. • मेरे मामा के घर में धार्मिक ग्रंथ हैं।
४। तव गोत्रं नाम किम्।
• What is your lineage name? • तुम्हारा गोत्र नाम क्या है?
५। एष तपस्वी कुतः आयाति।
• From where does this ascetic come? • यह तपस्वी कहाँ से आते हैं?
६। पत्नी गृहस्वामिनी कथ्यते।
• The wife is called the mistress of the house. • पत्नी को घर की स्वामिनी कहा जाता है।
७। प्रहर्षः सदा शुभस्य शीघ्रं करोति।
• Praharsha always hastens the auspicious. • प्रहर्ष सदा शुभ कार्य को शीघ्र करता है।
८। संस्कृतं विधिवत् पठनीयम्।
• Sanskrit should be read according to rules. • संस्कृत को विधिवत् पढ़ना चाहिए।
९। अजं विक्रयार्थं मारयति यत्र तद् अजमारः।
• Where goat is butchered for selling, That's Ajmer. • जहाँ बेचने के लिए बकरा मारा जाता है, वह स्थान अजमेर है।
१०। साध्वी मांसं न खादति।
• The saintly woman does not eat meat. • साध्वी मांस नहीं खाती है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। अनुपमा सूर्याय जलम् अर्पयति।
• Anupama offers water to the sun. • अनुपमा सूर्य को जल अर्पण करती है।
२। कर्णः रथस्य चक्रम् उन्नयति।
• Karna lifts the chariot wheel. • कर्ण रथ का पहिया उठाता है।
३। विहगाः अन्नम् अन्विषन्ति।
• Birds search for food. • पंछी अन्न ढूँढते हैं।
४। विद्वान् शङ्कां समादधाति।
• The wise person dispels doubt. • ज्ञानी शंका का समाधान करता है।
५। देवमन्दिरे भक्ताः भजन्ति।
• Devotees worship in the temple of the deity. • भक्त देवता के मंदिर में पूजा करते हैं।
६। तव प्रकल्पः अयं निरर्थकः अस्ति।
• This plan of yours is meaningless. • तुम्हारी यह योजना निरर्थक है।
७। सः प्रतिदिनं दरिद्रान् भोजयति।
• He feeds the poor every day. • वह निर्धनों को हर दिन खिलाता है।
८। अस्य बालकस्य माता नास्ति।
• This boy does not have a mother. • इस बच्चे की माँ नहीं है।
९। मौनी आकाशम् इङ्गते।
• The silent one points at the sky. • मौनी आकाश पर संकेत करता है।
१०। अहं त्वां कतिवारं वदानि।
• How many times should I tell you? • मैं तुम्हें कितनी बार कहूँ।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। तत्र कति बालिकाः पठन्ति।
• How many girls study there? • वहाँ कितनी लड़कियाँ पढ़ती हैं?
२। मम मते तु न इदं कर्तव्यम्।
• In my opinion, however, this should not be done. • मेरे मत में तो यह नहीं किया जाना चाहिए।
३। सः सिंहः मानवान् भक्षयति।
• That lion eats humans. • वह सिंह मनुष्यों को खाता है।
४। अयं बालकः तीक्ष्णबुद्धिः अस्ति।
• This boy has sharp intellect. • यह लड़का तीक्ष्णबुद्धि है।
५। तस्याः पर्यङ्के बिडालः शेते।
• A tomcat sleeps on her bed. • उसके बिस्तर पर एक बिल्ला सोती है।
६। सः प्रधानमन्त्रिणः नाम अपि न जानाति।
• He does not even know the name of the Prime Minister. • उसे प्रधानमन्त्री का नाम भी नहीं पता है।
७। सा आदिवसं रोदिति।
• She cries whole day. • वह दिन भर रोती है।
८। श्रीहरिः गजेन्द्रं त्रायते।
• Lord Hari saves the elephant. • श्री हरि हाथी को बचाते हैं।
९। गुरुः शिष्याय अन्नं ददाति।
• The teacher gives food to the disciple. • गुरु शिष्य को अन्न देता है।
१०। अहं प्रतिदिनं संस्कृतं पठामि।
• I study Sanskrit every day. • मैं प्रतिदिन संस्कृत पढ़ती हूँ।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। वृषभः क्षेत्रं कर्षति।
• The bull plows the field. • बैल खेत जोतता है।
२। तस्य नासिकायां मक्षिका अस्ति।
• There is a fly on its nose. • उसकी नाक पर मक्खी है।
३। तस्याः द्वारि भिक्षुकः अस्ति।
• There is a beggar at her door. • उसके द्वार पर एक भिक्षुक है।
४। विदेहः महीं भुङ्क्ते।
• Videha enjoys the land. • विदेह भूमि भोगता है।
५। नरेशः जलम् आनयति।
• Naresha brings water. • नरेश पानी लाता है।
६। माता मध्याह्ने न शेते।
• Mother does not sleep in the afternoon. • मां दोपहर में नहीं सोती है।
७। अश्वः तृणम् आस्वादयति।
• The horse tastes the grass. • घोड़ा घास चखता है।
८। मम उरसि तीव्रवेदना भवति।
• There is severe pain in my chest. • मेरी छाती में तेज वेदना होती है।
९। सा मह्यं फलं न ददाति।
• She does not give me the fruit. • वह मुझे फल नहीं देती।
१०। कुत्र गच्छसि तात अद्य।
• Where are you going, father, today? • आज आप कहाँ जा रहे हो, पिताजी?
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। सा रक्तं वस्त्रं धारयति।
• She wears a red dress. • वह लाल वस्त्र पहनती है।
२। एवं कृत्वा पापम् अवाप्स्यसि।
• By doing so, you will obtain a sin. • ऐसा करके तुम पाप प्राप्त करोगे।
३। अहं न मूढः मित्र।
• I am not foolish, friend. • हे मित्र मैं मूर्ख नहीं हूँ।
४। नवीनः कुत्र गतः।
• Where did Naveen go? • नवीन कहाँ गया?
५। तव नाम वद वत्स।
• Tell your name, my dear child. • तुम्हारा नाम बताओ, वत्स।
६। प्रतिदिनं सन्ध्यावन्दनं करोमि।
• I perform evening prayers every day. • मैं प्रतिदिन सन्ध्यावन्दन करता हूँ।
७। अयं कियता जलेन स्नाति।
• How much water does he use to bathe? • वह कितने पानी से नहाता है।
८। तव पुत्रः मूकः अस्ति किम्।
• Is your son mute? • क्या तुम्हारे बेटे गूँगा है?
९। एष मयूरः अतिसुन्दरो वर्तते।
• This peacock is very beautiful. • यह मोर बहुत सुंदरत है।
१०। सः ऋषिः कदापि न वक्ति।
• That sage never speaks. • वह ऋषि कभी नहीं बोलता।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। त्वम् अत्र उपविश्य हससि।
• You sit here and laugh. • तुम यहाँ बैठकर हँसते हो।
२। मम पितुः पत्रं देहि।
• Give the letter of my father. • मेरे पिताजी का पत्र दें।
३। त्वं मां न जानासि बाले।
• You don't know me, girl. • बच्ची, तुम मुझे नहीं जानती।
४। कस्य पाणौ पिनाकः भवति।
• Whose hand holds the Pinaka bow? • किसके हाथ में पिनाक धनुष होता है?
५। दीपा प्रशान्ते न स्निह्यति।
• Deepa doesn't love Prashanta. • दीपा प्रशान्त में स्नेह नहीं रखती।
६। विधायकः कार्यं न करोति।
• The legislator does not perform the duty. • विधायक कार्य नहीं करता।
७। श्वः मतदानदिवसः भविता।
• Tomorrow is election day. • कल मतदान का दिन है।
८। बालकः मातुः अङ्के शेते।
• The boy sleeps in the mother's lap. • लड़का माँ की गोद में सोया है।
९। भृगुः ऋषिः क्रुद्धः अस्ति।
• Sage Bhrigu is angry. • ऋषि भृगु क्रोधित हैं।
१०। रुद्रः अरोध्यः अस्ति।
• Rudra is unstoppable. • रुद्र रुकने वाले नहीं हैं।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। साधुः विष्णुं भजते।
• The saint worships Vishnu. • साधु विष्णु को भजता है।
२। त्वं मा व्यलपीः।
• You don't cry. • तुम विलाप मत करो।
३। मम कक्षे सा नास्ति।
• She is not in my room. • वह मेरे कक्ष में नहीं है।
४। तस्य रत्नं कुत्र गतम्।
• Where has his jewel gone? • उसका रत्न कहाँ गया?
५। गवाक्षे कपोतः तिष्ठति।
• The pigeon is sitting on the window. • कबूतर खिड़की पर बैठा है।
६। अहं तीक्ष्णवस्तूनि न खादामि।
• I don't eat spicy foods. • मैं तीखे पदार्थ नहीं खाता।
७। अद्य क्रीडायै कन्दुकम् आनय।
• Bring the ball for playing today. • आज खेलने के लिए गेंद लाओ।
८। पण्डितः कर्मणः पूर्वं विचारणं करोति।
• The scholar thinks before action. • पंडित कार्य के पहले विचार करता है।
९। उशीनरः स्वमांसं श्येनाय ददौ।
• Ushinara had given his flesh to the eagle. • उशीनर ने अपना मांस बाज को दिया था।
१०। यः मनोः जायते सः मनुजः।
• He who is born from Manu is human. • जो मनु से जन्म लेता है, वह मनुष्य है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। अलं तव प्रलापेन दुर्योधन।
• Enough of your chatter, Duryodhana. • बहुत हुआ प्रलाप दुर्योधन।
२। यः मनुष्याय जीवति स एव मनुष्यः।
• He who lives for humans is indeed human. • जो मनुष्यों के लिए जीता है, वही मनुष्य है।
३। ब्राह्मणाः ज्ञाननिधिः सन्ति।
• Brahmins are repositories of knowledge. • ब्राह्मण ज्ञान के निधि होते हैं।
४। नारदः महाज्ञानी अस्ति।
• Narada is very wise. • नारद बहुत ही ज्ञानी हैं।
५। भीष्मः गङ्गायाः पुत्रः आसीत्।
• Bhishma was the son of Ganga. • भीष्म गंगा के पुत्र थे।
६। तव नाम न मया श्रुतम्।
• I haven't heard your name. • मैंने तुम्हारा नाम नहीं सुना है।
७। त्वं दातुं शक्नोषि चेद् देहि।
• If you can donate then give. • तुम दे सकते हो तो दो।
८। धिक् परवश्यताम् इति सीता उवाच।
• "Woe to the dependency," said Sita. • "पराधीनता को धिक्कार है," ऐसा सीताजी ने कहा था।
९। कर्णः अमोघशक्तिम् इच्छति।
• Karna desires the invincible power. • कर्ण अमोघ शक्ति का इच्छुक है।
१०। मम पुत्रस्य उपचाराय ऋणम् अपेक्षते।
• Debt is expected for my son's treatment. • मेरे पुत्र के उपचार के लिए ऋण की अपेक्षा है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। ब्रह्मचारी मिताहारी भवति।
• A celibate is moderate in eating. • एक ब्रह्मचारी मिताहारी होता है।
२। तस्य पिता मम मित्रम् अस्ति।
• His father is my friend. • उसका पिता मेरा मित्र है।
३। सा गृहकार्यं न कर्तुम् इच्छति।
• She does not want to do household chores. • वह घर के काम करना नहीं चाहती।
४। अहं नित्यं शिवं भजामि।
• I worship Shiva daily. • मैं नित्य शिवजी की पूजा करता हूँ।
५। सा स्त्री एकादश्यां फलम् एव खादयति।
• That woman only eats fruits on Ekadashi. • वह महिला एकादशी पर फल ही खाती है।
६। त्वं मम मित्रं न असि।
• You are not my friend. • तुम मेरे मित्र नहीं हो।
७। अत्रिः वने अटति।
• Atri wanders in the forest. • अत्रि वन में भटकते हैं।
८। तस्मिन् बहुबलम् अस्ति।
• There is much power in him. • उसमें बहुत बल है।
९। भीमः हनुमन्तं पश्यति।
• Bhima sees Hanuman. • भीम हनुमान को देखता है।
१०। जनाः मतं न ददति।
• People do not cast the vote. • लोग मत नहीं देतें।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। किं दिवसे अस्मिन् हनुमान् सञ्जातः।
• Was Hanuman born on this day? • इस दिन हनुमान् जन्में थे क्या?
२। वाग्दैवी वाणीं विशोधयति।
• The goddess of speech purifies speech. • वाग्देवी वाणी शुद्ध करती है।
३। सा पद्मं जिघ्रति।
• She smells the lotus. • वह कमल सूँघती है।
४। क्षत्रियाः शूराः भवन्ति।
• Kshatriyas are brave. • क्षत्रिय वीर होते हैं।
५। किं ते श्रोत्रे कृमिः गतः।
• Did insect get into your ear? • तेरे कान में कीड़ा चला गया क्या?
६। अहं त्वाम् आश्रये देवि।
• I seek refuge in you, O Goddess. • मैं तुम्हारी आश्रय में हूँ, ओ देवी।
७। सदा अतिथिं सम्पूजयेत्।
• One should always honor guests. • सदा अतिथि का सत्कार करना चाहिए।
८। अष्टावक्रः महामुनिः आसीत्।
• Astavakra was a great sage. • अष्टावक्र एक महान मुनि थे।
९। परशुरामश्च तस्य शिष्यश्च ब्रह्मचारिणौ स्तः।
• Parashurama and his disciple were two celibates. • परशुराम और उसके शिष्य दो ब्रह्मचारी थे।
१०। हूं श्रुतं मया तव कथितम्।
• Yes, I heard what you said. • हाँ, मैंने तुम्हारे कहे हुए को सुना।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। वयम् अद्य हट्टं गमिष्यामः।
• We will go to the market today. • हम आज बाजार जाएँगे।
२। सा ह्यः मगधम् अगच्छत्।
• She went to Magadha yesterday. • वह कल मगध गयी थी।
३। शिशुः मन्दं चलति।
• The baby walks slowly. • शिशु धीरे चलता है।
४। म्लेच्छः शिलाखण्डं क्षिपति।
• The foreigner throws a stone. • म्लेच्छ पत्थर फेंकता है।
५। पिशाचः रक्तं पिबति।
• The Pisacha drinks blood. • पिशाच खून पीता है।
६। विनायकः मूषकेन सह क्रीडति।
• Vinayaka plays with the mouse. • विनायक मूषक के साथ खेलता है।
७। नकुलः अश्वम् आरोहयति।
• Nakula mounts the horse. • नकुल घोड़े पर चढ़ता है।
८। तस्याः माता शिल्पिनी अस्ति।
• Her mother is an artist. • उसकी माँ एक शिल्पिनी हैं।
९। न मम दोषः अत्र श्रीमन्।
• It's not my fault here, sir. • श्रीमन्, यहाँ मेरा दोष नहीं है।
१०। भूतगणाः शिवं परितः नृत्यन्ति।
• The spirits dance around Shiva. • भूतगण शिव के चारों ओर नृत्य करते हैं।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। सा हस्तघटिकां धारयति।
• She wears a watch. • वह घड़ी पहनती है।
२। अहं सर्वकार्याणि सन्त्यज्य आगतः।
• Having abandoned all tasks, I arrived. • सभी कामों को छोड़कर मैं आया।
३। तव पिता बलवान् अस्ति।
• Your father is strong. • तेरे पिता बलवान् हैं।
४। जानामि प्रिये ते स्वभावम्।
• I know your nature, dear. • मैं तुम्हारा स्वभाव जानता हूँ, प्रिये।
५। न रामेण विना दशरथः जीविष्यति।
• Dasharatha will not live without Rama. • दशरथ राम के बिना नहीं जीवेंगे।
६। धर्म्मः कुक्कुररूपेण अत्र प्रकटितः।
• Dharma is manifested here in the form of a dog. • यहाँ धर्म कुत्ते के रूप में प्रकट है।
७। न मे शरीरं त्वया स्पर्शनीयम्।
• My body is not touchable by you. • मेरा शरीर तुम्हारे द्वारा स्पर्शनीय नहीं है।
८। पराशरः ऋषिः अत्र आगमिष्यति।
• The sage Parashara will arrive here. • ऋषि पराशर यहाँ आएंगे।
९। मम स्वामी दयालुः अस्ति।
• My master is kind. • मेरा स्वामी दयालु है।
१०। केवलः सः कुक्कुरः एव मम मित्रम्।
• That dog alone is my friend,. • वह कुत्ता ही केवल मेरा मित्र है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। वरः मदिरां न पिबति।
• The groom does not drink alcohol. • दुल्हा मदिरा नहीं पीता।
२। सः मत् उद्धारं स्वीकृत्य पलायितः।
• He took credit from me and fled. • वह मुझसे उधार लेकर भाग गया।
३। रात्रौ अत्र न आगन्तव्यं त्वया।
• You should not come here at night. • तुम्हें रात्रि में यहाँ नहीं आना चाहिए।
४। एवं मा कुरु पुत्र।
• Son, do not do like this. • बेटा, ऐसा मत करो।
५। सः वानरः इव दृश्यते।
• He looks like a monkey. • वह बंदर जैसा दिखता है।
६। तव पुत्री इव कन्या न दृष्टा मया।
• I have not seen a girl like your daughter. • मैंने तुम्हारी बेटी के समान कन्या नहीं देखी।
७। न अहं धनवान् अस्मि।
• I am not wealthy. • मैं धनवान् नहीं हूँ।
८। कपोतः किमपि वक्तुम् इच्छति।
• The pigeon wants to say something. • कबूतर कुछ कहना चाहता है।
९। तात अहम् अद्य हंसम् अदर्शम्।
• Father, I saw a swan today. • पिताजी, मैंने आज हंस देखा।
१०। हनुमान् समुद्रं विलङ्घ्य लङ्कां प्रविष्टः।
• Hanuman crossed the ocean and entered Lanka. • हनुमान् जी ने समुद्र को लांघकर लंका में प्रविष्ट हुए।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। कन्यागृहं रिक्तपाणिः न गच्छेत्।
• One should not go to a girl's house empty-handed. • कन्या के घर खाली हाथ नहीं जाना चाहिए।
२। लोकः श्रेष्ठजनान् अनुवर्तते।
• People follow the footsteps of great individuals. • लोग महान व्यक्तियों का अनुसरण करते हैं।
३। त्वत् लज्जा निर्गता किम्।
• Has shame abandoned you? • तुमसे लाज निकल गई है क्या?
४। मनः अस्तु शान्तम्।
• May the mind be peaceful. • मन शांत हो।
५। सूर्यः प्रत्युपकारं न इच्छति।
• The sun doesn't seek reciprocation. • सूर्य प्रत्युपकार की इच्छा नहीं करता।
६। मम भ्राता बलिष्ठः अस्ति।
• My brother is strong. • मेरा भाई मजबूत है।
७। तस्य स्वपितरि महती श्रद्धा विद्यते।
• He has great respect for his father. • उसके पिता के प्रति बड़ी श्रद्धा है।
८। त्वं दिवसे कतिवारं खादसि।
• How many times a day do you eat? • तुम दिन में कितनी बार खाते हो?
९। हरिनामानुकीर्तनाद् शान्तिः अवाप्यते।
• Peace is attained through chanting the name of Hari. • हरि के नाम का कीर्तन करने से शांति प्राप्त होती है।
१०। महारोगी दैवभक्तो सम्भवति।
• A severely ill becomes a devotee of God. • महारोगी भगवान का भक्त बन जाता है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। अहं त्वां प्रार्थयामि वीर।
• I pray to you, O hero. • मैं तुम्हारी प्रार्थना करती हूँ, वीर।
२। सः पुराणं पठति।
• He reads the Purana. • वह पुराण पढ़ता है।
३। कस्य पुत्री सा।
• Whose daughter is she? • वह किसकी बेटी है?
४। त्वं हि केवला मम प्रिया।
• You are indeed my only beloved. • तुम ही केवल मेरी प्रिय हो।
५। धनं दृष्ट्वा कस्य मनः न विचलति।
• Whose mind doesn't waver upon seeing wealth? • किसका मन धन देखकर नहीं विचलित होता?
६। तव सर्वान् दोषान् क्षमिष्ये।
• I will forgive all your faults. • मैं तुम्हारे सभी दोषों को क्षमा करूँगा।
७। अहं सर्वदा निर्मले मार्गे पदं स्थापयामि।
• I always set my foot on clean pathway. • मैं सदा निर्मल मार्ग पर पैर रखता हूँ।
८। भरतः सिंहशावकेन सह क्रीडति।
• Bharata plays with a lion cub. • भरत एक शेर के बच्चे के साथ खेलता है।
९। राज्ञः समीपे सहस्राः अश्वाः सन्ति।
• There are thousands of horses near the king. • राजा के पास सहस्रों घोड़े हैं।
१०। त्वां दृष्ट्वा कृतकृत्यो भवामि।
• Upon seeing you, I feel accomplished. • तुम्हें देखकर मैं कृतकृत्य हो जाता हूँ।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। परश्वः पितामहः आगन्ता।
• Grandfather will arrive overmorrow. • परसों दादाजी आयेंगे।
२। तव वाहनं मदीयात् तीव्रतरम् अस्ति।
• Your vehicle is faster than mine. • तुम्हारा वाहन मेरे से तीव्र है।
३। सा मुनिं दृष्ट्वा प्रणमति।
• She bows upon seeing the sage. • वह मुनि को देखकर प्रणाम करती है।
४। विद्या मम प्रतिवेशिनी अस्ति।
• Vidya is my neighbour. • विद्या मेरी पड़ोसन है।
५। लौहपुरं पुरा आर्यावर्ते आसीत्।
• Lahore was once in India. • लाहौर पहले आर्यावर्त में था।
६। इयं गौः कियत् दुग्धं ददाति।
• How much milk this cow gives? • यह गाय कितना दूध देती है?
७। तपस्वी जले तपः तपति।
• The ascetic meditates in the water. • तपस्वी जल में तप करता है।
८। सर्वे बालकाः क्रीडन्ति।
• All the children play. • सभी बच्चें खेलते हैं।
९। सा रुदन्तं बालं ताडयति।
• She beats the crying child. • वह रो रहे बच्चे को पिटती है।
१०। नववधूः पतिं त्यक्तुम् इच्छति।
• The new bride wants to leave the husband. • नई दुल्हन पति को छोड़ना चाहती है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। सा जलम् आनेतुम् अगमत्।
• She has gone to fetch water. • वह जल लाने गयी है।
२। तेन मम आम्रं भक्षितम्।
• By him, my mango was eaten. • उसने मेरे आम को खाया।
३। तया पिशुनवचनम् उच्यते।
• By her, condemnatory words are spoken. • उसके द्वारा चुगली की जाती है।
४। अहं प्रातःकाले मित्रगृहं गमिष्यामि।
• I will go to the friend's house in the morning. • मैं सुबह मित्र के घर जाऊंगा।
५। तस्य कन्या चपला अस्ति।
• His daughter is restless. • उसकी बेटी चंचल है।
६। मत्तः उद्धारं स्वीकृत्य कुत्र गच्छसि।
• Having accepted the borrowing from me, where are you going? • मुझसे उधार लेकर, तुम कहाँ जाते हो?
७। अस्मिन् देशे म्लेच्छाः निवसन्ति।
• In this country, foreigners reside. • इस देश में म्लेच्छ निवास करते हैं।
८। कस्य स्मरणमात्रेण जीवः रक्ष्यते।
• By whose remembrance alone is the being protected? • किसके स्मरणमात्र से जीव की रक्षा होती है?
९। नृसिंहागमनेन प्रह्लादः आह्लादते।
• Prahlad rejoices with the arrival of Narasimha. • नरसिंह के आगमन से प्रह्लाद आनंदित होता है।
१०। किम् अत्र कुरुथः।
• What are you two doing here? • यहाँ तुम दोनों क्या करते हो?
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। विनायकः मां विवाह्य नेष्यति।
• Vinayaka will take me after wedding me. • विनायक मुझे विवाह कर ले जाएगा।
२। वानरः सीतां प्रणमति।
• The monkey bows to Sita. • वानर सीता को प्रणाम करता है।
३। तत्र उपविश्य वदतु भवान्।
• Thou sit there and speak. • वहाँ बैठकर बात कीजिए आप।
४। मम मातामहः पण्डितः आसीत्।
• My maternal grandpa was a scholar. • मेरी नाना विद्वान् थें।
५। गुरुं परितः शिष्याः नृत्यन्ति।
• The disciples dance around the teacher. • शिष्य गुरु के चारों ओर नृत्य करते हैं।
६। मम आभूषणम् अन्विष्य अत्र आनय।
• After searching for my ornament, bring it here. • मेरे आभूषण को ढूंढकर यहाँ लाओ।
७। बालब्रह्मचारी कदापि स्त्रीं न अपश्यत्।
• The young celibate never saw a woman. • बाल ब्रह्मचारी ने कभी महिला नहीं देखी।
८। लक्ष्मणः सदा रामम् अनुगच्छति।
• Lakshmana always follows Ram. • लक्ष्मण सदा राम का अनुसरण करते हैं।
९। गजस्य उपरि राजकुमारः उपविष्टः अस्ति।
• The prince is seated atop the elephant. • राजकुमार हाथी के ऊपर बैठा हुआ है।
१०। मण्डलाधिकारी शठः अस्ति।
• The district magistrate is corrupt. • जिलाधिकारी भ्रष्ट है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। गार्हस्थ्ये न मम आस्था विद्यते।
• I have no faith in household life. • मेरी गृहस्थ जीवन में आस्था नहीं है।
२। कस्य धनं शाश्वतम्।
• Whose wealth is everlasting? • किसका धन स्थायी है?
३। तां विना जीवितुं न उत्सहे।
• I am not eager to live without her. • मैं उसके बिना जीने को उत्साहित नहीं हूँ।
४। मम दृष्टिः सुतीक्ष्णा अस्ति।
• My vision is well-sharp. • मेरी दृष्टि तीक्ष्ण है।
५। मम पुत्रः न दृश्यते कान्ते।
• My son is not visible, O beloved. • मेरा बेटा नहीं दिखता, प्रिये।
६। गुरो महाभारतं केन लिखितम्।
• By whom was the Mahabharata written, O teacher? • गुरुजी, महाभारत किसने लिखा था?
७। तव वाहनम् उद्धारः अपेक्षते।
• Your vehicle needs repair. • तुम्हारे वाहन को उद्धार चाहिए।
८। दस्युराजः अस्मि अहम्।
• I am the king of thieves. • मैं चोरों का राजा हूँ।
९। कालो बलवान् आर्ये।
• Time is powerful, Miss. • समय शक्तिशाली होता है, आर्ये।
१०। भजनेन दैवः तुष्यति।
• Deva is pleased by worship. • भजन से देवता प्रसन्न होते हैं।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। वृषभाः परस्परं युध्यन्ते।
• The Bulls fight with each other. • साँड़ एक दूसरे से लड़ते हैं।
२। जनाः निर्यासोपयोगेन पत्राणि योजयन्ति।
• People stick papers using gum. • लोग गोंद की सहायता से पन्नों को जोड़ते हैं।
३। वाताटाः आकाशे डयन्ते।
• The Kites fly in the sky. • पतंग आकाश में उड़ते हैं।
४। पाथेयपत्रे तेन भोजनम् अनीयत।
• The Food was brought in a tiffin carrier by him. • उसके द्वारा भोजनपात्र में भोजन लाया गया ।
५। पिता दिनपत्रिकां पुत्रेण वाचयति।
• The Father gets the newspaper read by the son. • पिता अपने बेटे से समाचारपत्र पढ़़वाता है।
६। अखण्डभारतमानचित्रे एते देशाः अपि गण्यन्ते स्म।
• These countries also were counted in the map of the Undivided Bharata. • ये देश भी अखंड भारत के मानचित्र में गिनें जाते थें।
७। भाजनमपि त्वं शीघ्रं विजानीहि।
• You get to know how to divide quickly as well. • तुम भाग करना भी शीघ्र ही सीखो।
८। कति वासराः निर्गताः किन्तु त्वं ततः न प्रत्यागतः।
• How many days have passed, but you haven't returned from there yet. • कितने दिन बीत गए हैं, लेकिन तुम अभी तक वहाँ से वापस नहीं आए हो।
९। रामस्य अयनम् इति रामायणं भवति।
• The journey of Rama is called Ramayana. • राम की यात्रा को रामायण कहा जाता है।
१०। सप्ताहान्ते गोशालादर्शनार्थं गन्तास्मः वयम्।
• We are going to visit the cowshed over the weekend. • हम सप्ताहांत में गोशाला का दर्शन करने जाएंगे।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। मम पौत्रः तत्र क्रीडति।
• My grandson plays there. • मेरा पोता वहाँ खेलता है।
२। लोमहर्षणस्य पुत्रः उग्रश्रवाः आसीत्।
• Lomaharshana's son was Ugrashrava. • लोमहर्षण के पुत्र उग्रश्रवा थें।
३। कति दिनानि विगतानि।
• How many days have passed? • कितने दिन बीत गए हैं?
४। उलूकः दर्पणं पश्यति।
• The owl sees the mirror. • उल्लू दर्पण देखता है।
५। पर्वते हनूमान् तिष्ठति।
• Hanuman stands on the mountain. • हनुमान् पर्वत पर खड़े हैं।
६। जिह्वालौल्यात् मांसं भक्षयसि।
• Due to tongue's cravings, you eat meat. • जिह्वा के लोलुपता से तुम मांस खाते हो।
७। को नाम कौरवाणां पितामहः।
• Who is the grandfather of the Kauravas? • कौरवों के पितामह कौन हैं?
८। सञ्जयदत्तस्य प्रशंसकः अस्ति सः।
• He is a fan of Sanjaya Dutta. • वह संजय दत्त का प्रशंसक है।
९। किं कार्यं निर्दोषं जगति।
• What work is faultless in this world? • इस संसार में कौनसा कार्य निर्दोष है?
१०। शङ्कराचार्यः बहुज्ञः आसीत्।
• Shankaracharya was highly knowledgeable. • शङ्कराचार्य बहुत ज्ञानी थें।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। गर्भिणी प्रसन्नचित्ता बभूव।
• The pregnant woman became happy. • गर्भवती महिला प्रसन्न हो गई।
२। श्वासकोषः नष्टः मे।
• My lung is damaged. • मेरा फेफड़ा नष्ट हो गया है।
३। इदं तैलं भोजनाय अस्ति।
• This oil is for cooking. • यह तेल भोजन के लिए है।
४। कृष्णात् परं कमपि अहं न जाने।
• I don't know anything beyond Krishna. • कृष्ण को छोड़कर मुझे कुछ नहीं पता।
५। ग्रामे सर्वे मदिराम् अत्यजन्।
• Everyone in the village gave up alcohol. • गाँव में सभी ने मदिरा छोड़ दी।
६। आपणः अस्ति आपणिकः नास्ति।
• Shop is there, not the shopkeeper. • दुकान है दुकानवाला नहीं है।
७। अन्त्रदोषः क्लेशते माम्।
• Intestinal problem troubles me. • आंत के विकार ने मुझे क्लेश पहुँचा रखा है।
८। देशाय मरणं श्रेयस्करं भवति।
• It is better to die for the nation. • देश के लिए मृत्यु श्रेयस्कर है।
९। ग्रन्थालयः सुदीर्घः वर्तते।
• The library is very big. • पुस्तकालय बहुत बड़ा है।
१०। लशुनं नैवाहं खादामि।
• I do not eat garlic. • मैं लहसुन नहीं खाता।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। वरटा तु बहुना बलेन दंशति।
• The wasp stings with great force. • ततैया बड़ी शक्ति से डंक मारता है।
२। तिमिङ्गिलः न एषु प्रदेशेषु प्राप्यते।
• Whale is not found in these regions. • इन प्रदेशों में व्हेल नहीं मिलती।
३। श्लोकस्य अन्वयमपि कुरुत।
• (You all) explain the meaning of the verse as well. • (तुम लोग) श्लोक का अन्वय भी करो।
४। पठितः पाठः बाल्यं स्मारितवान्।
• The lesson read, reminded of childhood. • पढ़े हुए पाठ ने बाल्यकाल का स्मरण करा दिया ।
५। ईशभजनं वर्धतां शीघ्रम्।
• Devotion to God should grow rapidly. • भगवान् के प्रति भक्ति शीघ्रता से बढ़े।
६। जवनिका पुटीकृता।
• The curtain is folded (pleated). • परदा घरी किया गया।
७। धैर्यशाली धनम् अवाप्नोति।
• Courageous person attains wealth. • धैर्यशील व्यक्ति धन प्राप्त करता है।
८। शङ्खं धमति सः उच्चैः।
• He blows the conch loudly. • वह शंख को ऊंचे स्वर में बजाता है।
९। कृशः स्थूलम् आह्वयति युद्धार्थम्।
• The weak challenges the strong for the battle. • बलहीन व्यक्ति बलवान् को युद्ध के लिए ललकारता है।
१०। भृत्यः भारं वहति सर्वत्र।
• The servant carries the load everywhere. • सेवक सर्वत्र बोझ उठाकर ले जाता है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। विष्णुः मकरात् गजेन्द्रं रक्षति।
• Vishnu protects the elephant from the crocodile. • विष्णु गज को मगर से बचाता है।
२। बहिः सर्वत्र धूमः वर्तते।
• Outside, smoke is there everywhere. • बाहर सभी ओर धुआं है।
३। राणाप्रतापात् अकबरः बिभेति स्म।
• Akbar was afraid of Rana Pratap. • अकबर राणा प्रताप से डरता था।
४। कर्मयोगिने कार्यकरणं रोचते।
• Karmayogi enjoys doing the work. • कर्म योगी को कार्य करना अच्छा लगता है।
५। वातायनम् उद्घाटय शीघ्रम्।
• Open the window quickly. • वातायन को शीघ्र खोलो।
६। कर्णाभरणं कुत्र पतितम्।
• Where did the earring fall? • कुण्डल कहाँ गिरा।
७। सस्यं वेगेन वर्धते।
• Plant grows quickly. • पौधा शीघ्रता से बढ़ता है।
८। कोटरे मूषकः शावकान् अजनयत्।
• The mouse gave birth to the babies inside the cavity. • कोटर में चूहे ने बच्चों को जन्म दिआ।
९। तव त्वक् कृष्णा अभवत्।
• Your skin turned black. • तुम्हारी त्वचा काली हो गई।
१०। बधिरः आसीत् सः पुरा।
• He used to be deaf. • वह पहले बहरा था।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१. समाचारपत्रं तत्र स्थापय।
• Keep the newspaper there. • समाचारपत्र वहाँ रखो।
२. मुख्यमन्त्रिणा इत्थं न वक्तव्यम्। The chief Minister should not speak like this.
• मुख्यमंत्री को ऐसा नहीं बोलना चाहिए।
३. दक्षिणे स्कन्धे महती वेदना तस्याः।
• She has severe pain in her right shoulder. • उसके दाहिनी कंधे में बहुत वेदना है।
४. दध्नि मक्षिका पतिता।
• The house-fly fell into the curds. • मक्खी दही में गिर गई।
५. गोण्यां गोधूमः अस्ति।
• There is wheat in the sack. • बोरी में गेहूँ है।
६. मार्जारः कूर्दते।
• The cat is jumping. • बिल्ली कूद रही है।
७। देवदत्तः इति भीष्मस्य अपरं नाम।
• Devadatta is another name of Bhishma. • देवदत्त भीष्म का अन्य नाम है।
८। पारिजातपुष्पं न लभते सामान्यतः।
• The parijat flower is not commonly available. • सामान्यतः पारिजात का फूल नहीं मिलता।
९। तैलपः अपि डयितुं शक्नोति।
• Even cockroach can fly. • तिलचट्टा भी उड़ सकता है।
१०। वृद्धा दण्डेन चलति।
• The old woman walks with a stick. • वृद्ध महिला लाठी के साथ चलती है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। अर्धचषकं जलं आनयेद्वा। Will you bring half a glass of water?
• आधा गिलास पानी लाओ।
२। उट्टङ्ककः कुत्र गतः।
• Where did the typist go? • उट्टङ्कक कहाँ चला गया।
३। कानिचित् खादितुं वस्तूनि सन्ति वा।
• Are there any snacks (edibles) to eat? • क्या खाने के लिए कुछ है ।
४। धावनस्पर्धायां पुरस्कारः प्राप्तः।
• The prize was received in the race. • दौड़ में पुरस्कार प्राप्त हुआ।
५। शाकानि न सन्ति कण्डोले।
• There are no vegetables in the basket. • डलिया में सब्जियाँ नहीं हैं।
६। समयः तु धावन् इव दृश्यते।
• Time seems to pass by quickly. • समय बहुत वेग से जा रहा है।
७। सायंकाले तु क्रीडाङ्गणं व्रज।
• Go to the playground in the evening atleast. • शाम को तो क्रीडाक्षेत्र में जाओ।
८। भोजनाय अवसरः न लब्धः।
• There was no opportunity for having food. • भोजन के लिए कोई अवसर ही नहीं मिला।
९। रेलयानं चैन्नईपर्यन्तं यास्यति।
• The train will go till Chennai. • ट्रेन चेन्नई तक जाएगी।
१०। भारतीयभाषाः संस्कृतसम्बन्धिताः स्युः।
• Indian languages are mostly related to Sanskrit. • भारतीय भाषाएँ संस्कृत से संबन्धित हैं।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। आतपः तीव्रः अस्ति बहिः।
• The sun is scorching hot outside. • बाहर सूर्य की गर्मी तीव्र है।
२। शिरस्त्राणं धृत्वैव गच्छ।
• Take your hat and go • अपनी टोपी लेकर जाओ।
३। सः ऊष्णीषं विक्रीणीते वा।
• Does he sell turbans? • वह पगड़ी बेच रहा है क्या।
४। कूपे जलाकर्षाणाय स्थापिता रज्जुः क्षयति।
• The rope installed for drawing water from the well is wearing out. • कूप से पानी निकालने के लिए लगाई गई रस्सी का क्षरण हो रहा है।
५। क्षेत्रभूमिः मेघाच्छादिता अस्ति।
• The field is covered with clouds. • खेत मेघों से ढ़का हुआ है।
६। तस्मिन् उद्याने रमामहे वयम्।
• We are enjoying in that park. • हम उस उद्यान में आनन्द कर रहे हैं।
७। दूरवाणीं पश्यन् तेन गर्तः न दृष्टः।
• While watching the mobile, he didn’t notice the ditch. • दूरवाणी देखते हुए उसे गड्ढा नहीं दिखा।
८। नखकृन्तनीं स्वीकुरु भोः।
• Take the nail cutter, my friend. • मित्र, नखकृन्तनी स्वीकार करो।
९। तरणसमये नौकावत् शरीरं कुरु।
• Make your body like a boat while swimming • तैरते समय शरीर को नाव की तरह बना लो।
१०। सः घटः मृत्तिकया निर्मितः किल।
• That pot is made of clay, isn’t it? • वह मिट्टी से बना हुआ घड़ा है ना।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। मयूरपिच्छः सर्वेभ्यः रोचते।
• The peacock feather appeals to everyone. • मोर पंख सभी को अच्छा लगता है।
२। सा मां जीवनानुशासनम् अपाठयत्।
• She taught me the principles of life. • उसने मुझे जीवन के सिद्धांतों को सिखाया।
३। जनाः जैविककृषिं कर्तुं चेष्टन्ते।
• People endeavor to do organic farming. • लोग जैविक खेती करने का प्रयास करते हैं।
४। कीटः पादान् प्रसार्य शेते।
• The insect sleeps with stretched-out legs. • कीट पैरों को फैलाकर सोता है।
५। कुञ्चिकया तालः उद्घाटितः।
• The lock was opened by using the key. • चाबी से ताला खोला गया।
६। आपणात् मशकजालम् आनय।
• Bring mosquito net from the shop. • दुकान से मच्छरदानी लाओ।
७। कुतः रात्रौ जवनिकाः कम्पन्ते।
• Why do curtains move ( shake / flutter ) at night? • रात में परदे क्यों हिल रहे हैं।
८। पुस्तकप्रियः पुस्तकमेव वाञ्छति।
• A book lover wants only books. • पुस्तक प्रेमी को केवल पुस्तकें ही चाहिए।
९। अस्याः युवत्याः कर्णाभरणं तत्।
• That is the earring of this girl ( lady). • यह उस लड़की के कान का आभूषण है।
१०। तत् कर्णाभरणं कियत् प्रकाशते।
• How brightly that earring shines! • वह कान का आभूषण चमकता है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। श्रीरामः निषादेन सेवितः।
• Lord Rama is served by Nishad. • श्रीराम निषाद के द्वारा सेवित हुए।
२। शिशुः दुग्धाय क्रन्दति।
• The baby cries for the milk. • बच्चा दूध के लिए रोता है।
३। पुत्रं माता कारवेल्लं खादयति।
• Mother feeds bitter gourd to her son. • माता बेटे को करेला खिला रही है।
४। तूलिकायाः किं कार्यं साम्प्रतम्।
• What is the use of the quilt right now? • वर्तमान में रजाई का काम क्या है।
५। ते अधुना अपि शेरते।
• They are still sleeping. • वे अभी भी सो रहे हैं।
६। देवदर्शनाय निर्गच्छति सः।
• He goes for ‘darshan’ of the deity. • वह देवता के दर्शन के लिए जाता है।
७। कदाचित्तु पुस्तकं स्वीकृत्य पठ।
• Read the book at least occasionally. • कभी तो पुस्तक को लेकर पढ़ो।
८। कालगणना अपि एकं विज्ञानं भवति।
• Astrology is also a science. • ज्योतिष भी एक विज्ञान है।
९। नटः मुखरागं क्षालयति।
• The actor washes off the makeup. • अभिनेता मुखराग को धोता है।
१०। जालिन्याः लता वृक्षे प्रसृता।
• The ridge gourd creeper is spread over the tree. • तोरई की लता पेड़ पर फैल गई।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। ध्येयनिष्ठः क्लेशान् सहते।
• One who is focussed on the goal endures hardships. • ध्येयनिष्ठ व्यक्ति कठिनाइयों को सहता है।
२। दायित्वं स्वीकुरु न त्वं बाला अधुना।
• Accept responsibility, you are not a child anymore. • दायित्व को स्वीकार करो तुम अब बालिका नहीं हो।
३। वर्णमालायां कति व्यञ्जनानि सन्ति।
• How many consonants are there in the table of alphabets? • वर्णमाला में कितने व्यंजन होते हैं।
४। वृक्षेषु अपि चैतन्यं भवति भोः।
• There is consciousness even in trees, my friend. • पेड़ों में भी चेतना होती है, मेरे मित्र।
५। पयोहिमं न उदराय लाभप्रदं स्यात्।
• Ice cream is perhaps not beneficial for the stomach. • आईस्क्रीम पेट के लिए लाभकारी नहीं होती है।
६। सम्यक् गृहाण छूरिकाम्।
• Hold the knife properly. • चाकू को सही से पकड़ो।
७। मातुः स्पर्शः मृदुः भवति।
• A mother's touch is gentle. • माँ का स्पर्श कोमल होता है।
८। सर्पः फूत्कृत्य भाययति अस्मान्।
• The snake hissed, frightening us. • साँप फूंककर हमें डराता है।
९। परिश्रमिणः सर्वसिद्धयः करस्थाः भवन्ति।
• Diligent ones attain all the success. • परिश्रमी सभी सफलताओं को प्राप्त कर लेता है।
१०। चत्वारः पुरुषार्थाः पालनीयाः।
• The four purusharthas should be pursued. • चार पुरुषार्थों का पालन करना चाहिए।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। प्रथमं वस्त्राणि निष्पीडयतु।
• First wring the clothes. • पहले कपड़ों को निचोड़ दो ।
२। विक्रीतानि वस्तूनि न प्रतिस्वीकरोति आपणिकः।
• The shopkeeper does not accept return of sold items • दुकानदार बेचे गए सामान को स्वीकार नहीं करता।
३। भोजनपरिवेषणात् पूर्वं पात्राणि प्रक्षालय।
• Before serving food, wash the utensils. • भोजन कराने से पहले पात्रों को धो लो।
४। स्वच्छजलेन घटं पूर्यताम्।
• Fill the pot with clean water. • घड़े में साफ पानी भरो।
५। अपघाते यानं पूर्णं नष्टम्।
• The vehicle is completely damaged in the accident. • दुर्घटना में वाहन पूरी तरह से नष्ट हो जाता है।
६। कृष्णनिम्बं शाकरुचिं वर्धयते।
• Curry leaf enhances the taste. • कड़ीपत्ता डालने से सब्जी का स्वाद बढ़ जाता है।
७। तिन्त्रिण्याः उपयोगः उपसेचने भवति।
• Tamarind is used in the sauce. • चटनी बनाने के लिए इमली का उपयोग किया जाता है।
८। वृत्तकारिण्या वर्तुलं निर्मातु।
• Draw a circle with the compass • वृत्तकार की सहायता से एक गोला बनाओ।
९। पुस्तकाधः रूप्यकाणि स्थापितानि।
• Rupees are placed under the book. • पुस्तक के नीचे रुपए रखे गए हैं।
१०। धर्ममार्गः एव सर्वदा आश्रयणीयः।
• The path of righteousness should always be followed. • धर्म का मार्ग हमेशा अनुसरण किया जाना चाहिए।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। येन कन्दुकं गृहीतं तम् आह्वय।
• Call the one who took the ball. • जिसने गेंद ली है, उसे बुलाओ।
२। तावन्तं भारम् उन्नेतुं नाहं समर्थः।
• I am not capable of lifting so much load. • मैं इतना भार उठाने में सक्षम नहीं हूँ।
३। श्रीरामः आजानुबाहुः आसीत्।
• Lord Rama had long arms upto his knees. • श्रीराम के हाथ जानुपर्यन्त थे।
४। बालाः पूजार्थं पुष्पाणि अवचिन्वन्ति।
• Children are plucking flowers for worship. • बच्चे पूजा के लिए फूल चुनते हैं।
५। अनवधानी भूत्वा न यानं चालय।
• Do not drive the vehicle carelessly. • ध्यानविहीन होकर गाड़ी न चलाओ।
६। त्रिज्यस्य द्विगुणितः भवति व्यासः।
• Diameter is twice the radius. • व्यास त्रिज्या का दोगुना होता है।
७। सूचिकां तदुचिते स्थाने स्थापय भोः।
• Keep the needle in its proper place, my friend. • सुई को उसके सही स्थान पर रखो।
८। आसन्दं काष्ठनिर्मितं क्रीणामः।
• Let's buy a wooden chair. • हम एक लकड़ी का आसन्द क्रय करें ।
९। भोजने कस्य तैलस्य उपयोगः क्रियते भवद्भिः।
• Which oil is used for cooking by you. • भोजन बनाने के लिए आपके द्वारा किस तेल उपयोग किया जाता है।
१०। गृहे मम ताडनं सर्वाधिकं भवति।
• I get beaten the most in the house. • घर में मेरी पिटाई सर्वाधिक होती है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। अजीर्णे भोजनं विषं भवति।
• Undigested food becomes poison. • अपचा भोजन विष बन जाता है।
२। अति सर्वत्र वर्जयेत्।
• Excess should be avoided in all respects. • सभी विषयों में अति नहीं करनी चाहिए।
३। सततम् आत्मचिन्तनं कुरु।
• Always introspect. • हमेशा आत्म-चिंतन में लगे रहो।
४। स्नानं कदाचित् करोति वा भवान्।
• Do you take bath sometimes? • क्या आप कभी स्नान करते हैं।
५। समस्तपदे कः धातुः प्रयुक्तः।
• Which root is used in the compound-word? • समस्तपद में कौनसी धातु प्रयुक्त हुई है।
६। मम सुषुप्सा अद्य तीव्रतरा अस्ति।
• I am very sleepy today. • मेरी ऊंघ आज अधिक है।
७। ताः तु नूतनाः शाटिकाः क्रीणन्ति।
• They, however, buy new sarees. • वे तो नई साडियां क्रय कर रहीं हैं।
८। दीर्घजीवनं सर्वेषां न भवति।
• Everyone does not have long life. • लंबा जीवन सभी के पास नहीं है।
९। सर्वं त्यक्त्वा भोजनं कुरु इदानीम्।
• Leave everything (aside) and eat now. • सब कुछ छोड़कर अब भोजन करो।
१०। घटिका तु पुरातनी जाता।
• The clock, however, has became old. • घड़ी तो पुरानी हो गई है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। छात्रः कक्षायाः सुधाखण्डं कोषे स्थापयति।
• The student keeps the chalk-piece from the class, in the pocket • छात्र कक्षा से कोश में बत्ती रखता है।
२। सः तत् फलरसं मदर्थमेव अस्थापयत्।
• He kept that fruit juice just for my sake. • उसने मेरे लिए फलों के रस को वहाँ रखा।
३। अपि बदरीफलानि शैत्यकाले आयान्ति।
• Are berries available in winter? • क्या शीतकाल में बेर आते हैं?
४। भवतः आगमनस्य कारणं किम्।
• What brings you here? • तुम्हारे आगमन का कारण क्या है।
५। तेषां कार्यक्रमस्य प्रसिद्धिः प्रसृता सर्वत्र।
• Fame ( Success) of their program has spread everywhere. • उनके कार्यक्रम की सफलता सब ओर फैल गयी।
६। रुदता बालेन भोजनं न कृतम्।
• Food was not eaten by the crying child. • रोते हुए बच्चे के द्वारा भोजन नहीं किया गया।
७। किमर्थम् असमये खादथ।
• Why do you eat at the wrong time? • तुम सब ने असमय क्यों खाया?
८। मातृसेवनं सर्वैः कर्तव्यमेव।
• Service to the mother must be done by everyone indeed. • माँ की सेवा सभी के लिए वास्तव में कर्तव्य है।
९। भवति के के गुणाः विद्यन्ते।
• What all qualities do you have? • तुम्हारे पास कौन-कौन से गुण हैं?
१०। रामः उत्थाय प्रातःस्मरणं करोति।
• After getting up in the morning Rama prays • उठकर राम प्रातःस्मरण करता है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। लोकाः समस्ताः सुखिनो भवन्तु।
• May all be happy. • सभी लोग सुखी हों।
२। सुरेन्द्रः स्वर्गस्य राजा अस्ति।
• Surendra is the king of heaven. • इंद्र स्वर्ग का राजा है।
३। सः दण्डेन गर्दभं नियमयति।
• He controls the donkey with a stick. • वह छड़ी से गधे को नियन्त्रित करता है।
४। पुत्रमोहान्धः आसीत् द्रोणाचार्यः।
• Dronacharya was blinded by love for his son. • द्रोणाचार्य अपने पुत्र के प्रेम में अंधा था।
५। पीनसः इति रोगेन नासिका अवरुद्घा मम।
• My nose is blocked due to Sinusitis. • मेरी नाक जुकाम के कारण बंद है।
६। दर्पणः भग्नः भवति।
• The mirror is broken. • आईना टूट गया है।
७। रामनामाङ्कितम् अङ्गुलीयकमेतत्।
• This ring is Ramanama-engraved. • इस अंगूठी पर राम का नाम लिखा हुआ है।
८। सः खड्गः निशितः अस्ति।
• That sword is sharp. • वह तलवार तीक्ष्ण है।
९। परिश्रमी न निर्धनः भवति।
• Hardworking person is not poor. • परिश्रमी लोग निर्धन नहीं होते।
१०। देवदासः भावपूर्णः जातः।
• Devdas was filled with emotions. • देवदास भावपूर्ण है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। सर्वप्राणिषुः ईश्वरः विद्यते।
• God exists in all the living beings. • सभी जीवों में भगवान का अस्तित्व होता है।
२। योगस्य अष्ट अङ्गानि सन्ति।
• There are eight limbs of yoga. • योग के आठ अंग होते हैं।
३। शयानं न पीडयतु।
• Do not disturb the one who is sleeping. • सोने वाले को कष्ट न दें।
४। पुष्पहारः तु सुगन्धपूर्णः अस्ति।
• The floral garland is fragrant. • फूलों का हार सुगंध से भरा हुआ है।
५। ध्यानस्थः जनः रामः रामः इति रटति।
• The person in meditation chants 'Rama Rama'. • ध्यान में लगा व्यक्ति 'राम राम' का जाप करता रहता है।
६। राममन्दिरदर्शनं तु अकरवम्।
• I had darshan at Ramamandir. • मैंने राम मंदिर का दर्शन कर लिया।
७। हस्तिपकः धैर्यवान् भवतु।
• Elephant keeper should be courageous. • हाथी पालक साहसी हों।
८। कियान् सौभाग्यशाली अस्मि अहम्।
• How fortunate I am. • मैं कितना भाग्यशाली हूँ।
९। वृष्टिं दृष्ट्वा सर्वे मोदन्ते।
• Everyone is elated on seeing the rain. • वर्षा को देखकर सभी खुश होते हैं।
१०। पङ्क्तिः दीर्घतरा अस्ति ततः।
• The queue is longer from thereon. • वहाँ की अपेक्षा यहाँ पंक्ति लंबी है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। माता योगसूत्राणि स्मरति।
• The mother remembers the Yoga Sutras. • माँ योग सूत्रों को याद करती हैं।
२। अनुजः अग्रजाम् अनुकरोति।
• The younger brother imitates the elder sister. • छोटा भाई बड़ी बहन का अनुकरण करता है।
३। भू इति धातुः अकर्मकः अस्ति।
• भू is an intransitive verb-root • भू यह धातु एक अकर्मक धातु है।
४। अहर्निशं राष्ट्रचिन्तनं करोति राजा।
• The king thinks about the nation day and night. • राजा राष्ट्र की चिंता दिन रात करता है।
५। प्राणायामं करोमि प्रातःकाले।
• I do pranayama in the morning. • मैं सुबह प्राणायाम करता हूँ।
६। स्वर्णकारस्य उत्पीठिका एषा।
• This is goldsmith's table. • यह सुनार की उत्पीठिका है।
७। आतपेऽपि आनन्दः सन्न्यासिनः।
• There is happiness for ascetics, even in the heat • ऊष्णता में भी संन्यासी के लिए आनंद है।
८। अग्निज्योतिः ऊर्ध्वमुखी भवति सर्वदा।
• The flame is always upward-facing. • अग्नि की ज्योति हमेशा ऊपर की ओर होती है।
९। इतः एव धावितः सः मूषकः।
• That mouse ran from here itself. • वह चूहा यहाँ से ही भागा था।
१०। अशोकवाटिकायां स्थापिता सीता रावणेन।
• Sita was kept in the Ashoka grove by Ravana. • रावण ने सीता को अशोक वाटिका में रखा।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। प्रतिवर्षं पञ्च वृक्षान् आरोपयामि।
• Every year, I plant five trees. • हर साल, मैं पाँच पेड़ लगाता हूँ।
२। नलिकायाः बिन्दुमात्रं जलं स्रवति।
• Just a drop of water trickles from the tap. • नल से बूंद के बराबर पानी बह रहा है।
३। नदीतटे अधिकः फेनः संगृहीतः जातः।
• A lot of foam has gathered on the bank of the river. • नदी के किनारे बहुत सारा झाग जमा हो गया है।
४। सुरङ्गमार्गः उन्नते पर्वते अस्ति।
• The tunnel-road is on the high mountain. • सुरंग मार्ग ऊंचे पहाड़ पर है।
५। सा प्रतिदिवसं संस्कृतं पठति।
• She reads Sanskrit every day. • वह प्रतिदिन संस्कृत पढ़ती है।
६। राज्ञी शासनं करोति अस्मिन् राज्ये।
• The queen governs this kingdom. • रानी इस राज्य में शासन करती है।
७। वधूः वरं दृष्ट्वा लज्जते।
• The bride feels shy upon seeing the groom. • वधू वर को देखकर लजाती है।
८। सारथिः गुणाढ्यः भवेत्।
• The charioteer should be meritorious. • सारथि गुणवान् होना चाहिए।
९। भटः चोरान् ताडयति।
• The soldier is beating the thieves. • सैनिक चोरों को सजा देता है।
१०। पुत्र आगत्य भोजनं कुरु।
• Son, come and have
the meal.
• बेटा, आकर भोजन करो।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। अधुनैव अपठमहं धन्यवादाः।
• I just read. Many thanks. • मैने अभी ही पढ़ा। धन्यवाद।
२। स्थालिकां न भ्रमय त्वम्।
• Do not rotate the plate. • थाली को मत घुमाओ।
३। देशं सम्यक् परिपालयति प्रधानमन्त्री।
• The Prime Minister governs the country well. • प्रधानमंत्री देश का अच्छे से चला रहे हैं।
४। साम्प्रतिके काले मतदानं सर्वोत्कृष्टं दानमस्ति।
• Voting is the best donation in the present times. • मतदान वर्तमान समय में सर्वोत्तम दान है।
५। मम माता भूमिः पुत्रः अहं पृथिव्याः।
• Earth is my mother and I am son of earth. • पृथ्वी मेरी माँ है और मैं उसका पुत्र हूँ।
६। भल्लूकः मां जिघ्रति।
• The bear smells me. • भालू मुझे सूंघ रहा है।
७। कोटिशः मशकाः विद्यन्ते अत्र।
• There are crores of mosquitoes here. • यहाँ करोड़ों मच्छर हैं।
८। पर्यङ्के आच्छादकं प्रसार्य उपविशतु।
• Spread the sheet on the bed and sit down. • पर्यंक पर चादर फैलाओ और बैठो।
९। गोमयेन निर्मितः दीपः एषः।
• This lamp is made of cow dung. • यह दीपक गोबर से बनाया गया है।
१०। कासारः तु पूर्वम् आसीत् अत्र।
• There was a lake here before. • तालाब तो यहाँ पहले था।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। का त्वं बाले।
• Who are you, child? • तू कौन है बच्ची।
२। विश्वेऽस्मिन् प्रसारयतु सर्वत्र।
• Spread it everywhere, in this world. • इस विश्व में इसे हर जगह फैलाओ।
३। अत्र तापमानं चत्वारिंशत्तः अधिकम् अस्ति।
• The temperature here is more than forty degrees. • यहाँ का तापमान चालीस से अधिक है।
४। निर्निमेषं निर्वाचनप्रचारः चलति।
• The political campaign is happening continuously. • निर्वाचन का प्रचार कार्य निरंतर चल रहा है।
५। ऊरुकन्तु विदरितं जातम्।
• The trouser is torn though. • पायजामा फट गया।
६। जानुनि वेदना अधिका अभवत्।
• Pain has increased in the knee. • घुटने में अधिक वेदना हो गई।
७। प्राप्तान् पुरस्कारान् कपाटिकायां स्थापयतु।
• Place the awards that are received in the wardrobe. • प्राप्त पुरस्कारों को कपाटिका में रखो।
८। सत्तां प्राप्तुमेव प्रयतते सः।
• He is striving just to attain power. • वह सत्ता प्राप्त करने का प्रयास कर रहा है।
९। चषकपरिमितं दुग्धं पास्यामि।
• I will drink a glassful of milk. • मैं गिलास के बराबर मात्रा में दूध पीऊंगा।
१०। पुत्री कियत् शीघ्रं ज्येष्ठा अभवत्।
• The daughter has grown up so soon. • बेटी बहुत शीघ्र बड़ी हो गई।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। वाल्मीकिः नारदं परिपृच्छति।
• Valmiki asks Narada. • वाल्मीकि नारद से पूछता है।
२। कथनानुसारेण कार्यं क्रियताम्।
• Let the work be done according to the description. • कथन के अनुसार कार्य किया जाए।
३। जम्बीरपानीयं देहि मह्यम्।
• Give me some lemon juice • मुझे थोड़ा नींबू पानी दो।
४। बहिःस्थानि खाद्यानि न खादामि।
• I don't eat outside food • मैं बाहर का खाना नहीं खाता।
५। पुरातनवैरेण तेन इत्थम् आचर्यत।
• He behaved like this because of an old enmity. • पुरानी शत्रुता के कारण उसके द्वारा ऐसा व्यवहार किया गया।
६। उपस्थितान् सम्बोधयतु रमेशः।
• Ramesh should address those who are present. • रमेश को उपस्थित लोगों को संबोधित करना चाहिए।
७। नेतारः भाषन्ते।
• The leaders are speaking. • नेता बोल रहे हैं।
८। कार्यकरणे निरन्तरता आवश्यकी।
• Consistency is essential in execution. • कार्य करने में निरंतरता आवश्यक है।
९। ततः सायं षड्वादने प्रस्थास्यति यानम्।
• Vehicle will depart from there at 6 o’clock in the evening. • वहाँ से शाम को छः बजे गाड़ी निकलेगी।
१०। सः तान् तोषयितुं प्रयतते।
• He tries to please them. • वह उन्हें खुश करने की कोशिश करता है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। सत्यभाषिणः न शङ्कन्ते।
• Truthful speakers do not suspect. • सच्चे बोलने वाले शंका नहीं करते।
२। रामपूर्वजैः धर्मः परिपालितः।
• Dharma was upheld by the ancestors of Rama. • राम के पूर्वजों ने धर्म का पालन किया।
३। दैत्यगुरुः शुक्राचार्यः आसीत्।
• Shukracharya was Daityas’ teacher. • राक्षसों के गुरु शुक्राचार्य थे।
४। किमर्थम् एषः गृहं परितः अटति।
• Why is he roaming around the house? • वह घर के आस-पास क्यों घूम रहा है।
५। सेवमानः पुत्रः देवं लभते।
• The son who serves attains the divine. • सेवा करने वाला पुत्र देवता को प्राप्त होता है।
६। जल्पनं विहाय कार्यं कुरु।
• Work without gossiping. • व्यर्थ बात छोड़़कर काम करो।
७। गरुडः विनतायाः पुत्रः अस्ति।
• Garuda is the son of Vinata. • गरुड़ विनता का पुत्र है।
८। अस्मै दलाय दशाङ्कानि दीयन्ताम्।
• Ten points be given to this team. • इसे दल को दस अङ्क दिए जाएं।
९। दैवयोगेन अहमत्र प्रत्यागतः।
• I returned because of divine providence. • मैं यहाँ दैवी योग से आया हूँ।
१०। अपघातं दृष्ट्वा सः विसंज्ञम् अवाप्नोत्।
• Seeing the accident, he became unconscious. • दुर्घटना को देखकर वह मूर्छित हो गया।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। विद्दुद्दीपे कीटः उपविष्टः।
• An insect is sitting on the bulb. • विद्युत दीप पर कीड़ा बैठा है।
२। आरक्षकाः ग्रहीतुम् आयान्ति ताम्।
• The guards are coming to capture her. • रक्षक उसे पकड़ने आ रहे हैं।
३। घटिकायां समयं पश्यतु।
• See the time in the watch. • घड़ी में समय देखो।
४। दैवीशक्तिः प्रबला भवति।
• Divine power is strong. • दैवी शक्ति बलवती होती है।
५। विकिरतु तण्डुलान्।
• Spread the rice. • चावलों को बिखेर दो।
६। राष्ट्रसेवनकार्यमेतत्।
• This is a work of national service. • यह राष्ट्र सेवा का काम है।
७। दुष्टं वाक्यं किमस्ति।
• Which one is a wrong sentence? • अनुचित वाक्य क्या है।
८। भो राम माम् उद्धर।
• Oh Rama, save me! • हे राम, मेरा उद्धार करो।
९। शुभा भवतु इयं रात्रिः तुभ्यं।
• May this night be auspicious for you. • तुम्हारे लिए यह रात्रि शुभ हो।
१०। सर्वे भद्राणि पश्यन्तु।
• May everyone see auspicious things. • सभी लोग शुभ देखें।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। निर्झराः सन्ति यस्मिन् स्थाने।
• Where there are waterfalls. • जिस स्थान में झरने हैं।
२। बालसूर्यः आकर्षकः स्यात्।
• The rising sun may be attractive. • बाल सूर्य आकर्षक होता है।
३। दुष्करं कार्यं कथं वा साधितं त्वया।
• How was the difficult task accomplished by you? • तुमने कठिन काम को कैसे संपन्न किया।
४। क्रुद्धो हन्यात् गुरून् अपि।
• The angry man may even kill the teachers. • गुस्से में व्यक्ति गुरुओं को भी मार सकता है।
५। नासारज्जुं आकर्षय तस्य।
• Pull his nose rope. • उसकी नाक की रस्सी खींचो।
६। सा शिशुचित्रं लिखति अङ्कन्या।
• She is sketching a baby’s picture with pencil. • वह अङ्कनी बच्चे का चित्र बना रही है।
७। पञ्च न षड् अङ्गुल्यः सन्ति मे।
• I have six fingers, not five. • मेरे पास पांच नहीं छह अङ्गुली हैं।
८। कटोपरि पादरक्षान् मा स्थापय।
• Don’t keep footwear on the mat. • बिस्तर पर जूते न रखें।
९। कति तैलकूप्यः क्रीताः तया।
• How many oil bottles were bought by her? • उसने कितने तेल के पात्र क्रय किए।
१०। कुशान् लुनाति इति कुशलः।
• One who cuts the grass is called a skilled person. • कुश(घास) को छाट़ने वाला व्यक्ति कुशल होता है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। दोलायाः उपरि सा उपविष्टा।
• She sat on the swing. • झूले के ऊपर वह बैठी थी।
२। प्रधानाचार्यः सर्वछात्रसमूहान् सम्बोधयति।
• The principal addresses all the groups of students. • प्राचार्य सभी छात्रों के समूहों को संबोधित करते हैं।
३। योगो भवति दुःखहा।
• Yoga is the destroyer of pain. • योग दुःख का नाशक है।
४। रामो विग्रहवान् धर्मः।
• Rama embodies righteousness. • राम धर्म का प्रतिष्ठान हैं।
५। मम पुरतः सदा हनुमान् भवति।
• Hanuman is always in front of me. • हनुमान हमेशा मेरे सामने होते हैं।
६। तस्य पिता सैनिकः किल।
• His father is a soldier isn’t it? • उसके पिता सेना में हैं ना।
७। मतदानार्थं सर्वे गताः।
• All have gone for voting. • सभी मतदान के लिए गए।
८। तस्य भूविज्ञानकक्षा चलति इदानीम्।
• His geography class is going on now. • उसकी भूगोल की कक्षा अभी चल रहा है।
९। गते शोकं न कुर्वीत।
• Do not brood over the past. • भूतकाल का शोक न करें।
१०। सः पर्यावरणप्रेमी भवेत्।
• He should become environment-conscious. • वह पर्यावरण प्रेमी होना चाहिए।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। भूपटे भारतं कुत्र।
• Where is India on the map? • मानचित्र पर भारत कहाँ है।
२। इदं शरीरं राष्ट्राय इदं न मम।
• This body is meant for the nation, it is not mine. • यह शरीर राष्ट्र के लिए है मेरे लिए नहीं।
३। सः प्रधानमन्त्रिणः अग्रजः अस्ति।
• He is Prime Minister’s elder brother. • वह प्रधानमंत्री का बडा भाई है।
४। मातुः पादस्पर्शनं करोषि किल त्वम्।
• You touch mother's feet, don’t you? • तुम माँ के पाँव छूते हो ना।
५। देवदत्तः ज्वरेण कम्पते।
• Devadatta is trembling with fever. • देवदत्त ज्वर से कांप रहा है।
६. राष्ट्ररक्षासमो यज्ञः दृष्टः नैव च नैव च। There is never a Yajgna equivalent to nation-protection, never ever.
• राष्ट्र की रक्षा के समान यज्ञ नहीं देखा नहीं देखा।
७। अधिकारी अधिकारक्षेत्रं जानातु सम्यक्।
• The officer should know his jurisdiction well. • अधिकारी को अपने प्रभाव क्षेत्र को अच्छे से जानना चाहिए।
८। उपवेशनात् पूर्वं स्थानं मार्जय।
• Before sitting down, clean the place. • बैठने से पहले स्थान को साफ करें।
९। सा वामपक्षेण शेते।
• She sleeps on her left. • वह बाएं करवट से लेटी है।
१०। शिशुः गाढनिद्रायाम् अस्ति।
• The baby is in deep sleep. • बच्चा गहरी नींद में है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। सः शयानः किन्तु न सुप्तः।
• He is lying down but not asleep. • वह लेटा हुआ है लेकिन सोया नहीं है।
२। तस्य श्मश्रु अचिरात् वर्धितम्।
• His beard grew quickly. • उसकी दाढ़ी शीघ्र ही बढ़ गई।
३। सः मारीचं सहायं वरयामास।
• He chose Maaricha as an accomplice. • उसने मारीच को सहायक के रूप में चुना।
४। सञ्चिकायां मम चित्रं तु नास्ति।
• But my picture is not there in the file. • लेकिन मेरा चित्र सञ्चिका में नहीं है।
५। सप्त इति भाजकसङ्ख्या वर्तते।
• The divisor is seven. • भाजक संख्या सात है।
६। अहं तमिलपत्रिकां पिपठिषामि।
• I want to read Tamil newspaper. • मैं तमिल समाचार पत्रिका पढना चाहता हूँ।
७। रामः शबर्या सम्पूजितः।
• Rama was worshipped by Shabari. • राम शबरी द्वारा पूजित हुए।
८। नैव क्लिष्टा न च कठिना।
• Neither difficult nor hard. • न तो क्लिष्ट है और न ही कठिन ।
९। उत्तरपत्रिकां परिशीलय।
• Examine the answer sheet. • उत्तर पत्रिका का परीक्षण करें।
१०। कतमे वर्षे सा दिवङ्गता।
• In which year did she pass away? • वह किस वर्ष दिव्यं हो गई।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। बालेन सर्वत्र वक्ररेखाः लेखिताः।
• Curves were scribbled by the child everywhere. • बच्चे ने सर्वत्र वक्ररेखाएँ खींचदीं।
२। मन्दिरस्य दक्षिणतः आम्रः आसीत्।
• There was a mango tree at the right side of the temple. • मंदिर के दक्षिण दिशा की ओर एक आम का पेड़ था।
३। जलबन्धः बृहन् अस्ति।
• The dam is big. • बांध बड़ा है।
४। आपद्दीपं ददातु शीघ्रम्।
• Give the emergency lamp quickly. • शीघ्रता से आपदा की दीपक दो।
५। राजमार्गे मार्गदीपाः न विद्यन्ते।
• There are no street lamps on the highway. • राजमार्ग पर सड़क के दीपक नहीं हैं।
६। पनसफलं खादति किं भवती।
• Do you eat jackfruit? • क्या तुम कटहल खाती हैं।
७। धौतवस्त्रं अपि धरति सः।
• He wears Dhoti too. • वह धोती भी पहनता है।
८। भारते चित्रकः अफ्रिकातः आनीतः।
• The cheetah was brought to Bharat from Africa. • चरते को भारत में अफ्रीका से लाया गया।
९। परशुना कर्तितः पादः तस्य।
• His foot was cut by an axe. • उसका पैर कुल्हाडी से काट गया था।
१०। करतले मधुमक्षिकास्ति तव।
• There is a bee on your palm. • तुम्हारे हाथ में एक मधुमक्षिका है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। रामः सीताम् अनुप्राप्य राज्यं पुनरवाप्तवान्।
• Rama regained his kingdom after finding Sita. • राम ने सीता को पाकर अपना राज्य पुनः प्राप्त किया।
२। कुत्र विराजते मे धेनुः मातः।
• Where is my cow mother? • माँ मेरी गाय कहाँ है।
३। जलाश्वः स्थूलः अस्ति।
• The hippopotamus is fat. • दरियाई घोड़ा मोटा है।
४। दाधेयं खाद तत् शीतलतां ददाति।
• Have Raita, it keeps you cool. • रायता खाओ, वह शीतलता देगा।
५। छत्राकं न खादितं मया कदाचित्।
• Mushroom has never been eaten by me. • मैंने कभी कुकुरमुत्ता नहीं खाया है।
६। नैच्छत् राज्यं महाबलः।
• The mighty warrior did not desire kingdom. • महायोद्धा ने राज्य की इच्छा नहीं की।
७। रात्रौ कुक्कुरः मयि भषति।
• The dog barks at me at night. • रात में कुत्ता मुझपर भोंकता है।
८। शुकहरितं वस्त्रं परश्वः आगन्ता।
• The parrot-green cloth will arrive the day after tomorrow. • हरे तोते के रंग का कपड़ा परसों आ आयेगा।
९। वृक्षे एकमपि पर्णं न दृश्यते।
• Not a single leaf is seen on the tree. • पेड़ पर एक भी पत्ता नहीं दिखता है।
१०। अङ्गविन्यासविशेषः भवति नर्तनम्।
• Special body movements is the dance. • विशेष शारीरिक आंगविन्यास नृत्य होता है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। भवती परिवारेण साकं वर्तताम्।
• You stay with your family. • आप अपने परिवार के साथ रहो।
२। तस्य कुटिलताम् अवगच्छ।
• Understand his cunningness. • उसकी चालाकी को समझो।
३। सः त्वां वञ्चयति।
• He is deceiving you. • वह तुम्हें वञ्चना दे रहा है।
४. कनिष्ठिकायां व्रणः जातः मे।
• My little finger is wounded • मेरी छोटी उंगली में घाव हो गया है।
५। पादरक्षा रक्तवर्णीया अस्ति मे।
• My footwear is red in colour. • मेरी चप्पल लाल रंग की है।
६. किन्तु तयोः एकां मर्कटः नीतवान्।
• But the monkey took away one of the those two. • लेकिन बंदर उन दोनों में से एक को चुरा ले गया।
७। शरीरे सप्तचक्राणि भवन्ति सर्वेषाम्।
• There are seven chakras in everyone's body. • हर व्यक्ति के शरीर में सात चक्र होते हैं।
८। तेषु मूलाधारचक्रम् अपि अस्ति।
• Among them, there is a mooladhara chakra also. • उनमें से एक मूलाधार चक्र भी है।
९। ग्रन्थालये तूष्णीं तिष्ठन्ति सर्वे।
• Everyone remains silent in the library. • पुस्तकालय में सभी चुपचाप बैठे रहते हैं।
१०। हस्तकङ्कणानि शब्दं कुर्वन्ति।
• Bracelets make sound. • कंगन ध्वनि करते हैं।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। कुतः मां वक्रदृष्ट्या पश्यसि।
• Why do you look sideways at me? • तुम मुझे टेढ़ी दृष्टि से क्यों देख रहे हो।
२। मन्दिरे ध्वजस्तम्भः अत्युन्नतः।
• The flagpost in the temple is very tall. • मंदिर में ध्वजदण्ड बहुत ऊँचा है।
३। मुगलाक्रमणसमये इमानि मन्दिराणि अपि ध्वस्तानि।
• During the Mughal invasion, these temples were also destroyed. • मुघल आक्रमणकाल में ये मंदिर भी नष्ट कर दिए गए थे।
४। प्रतिदिनं दश वाक्यानि लिख।
• Write ten sentences every day. • प्रतिदिन दस वाक्य लिखो।
५। जपाकुसुमम् उद्याने अस्ति किम्।
• Is there a Hibiscus flower in the garden? • उद्यान में गुढल का फूल है क्या।
६। भारतीयधेनूनां ककुत् भवति।
• Indian cows have a hump. • भारतस्य गायों के कूबड होता है।
७। कर्पूरम् उत्थापय इतः।
• Pick up the camphor from here. • यहाँ से कपूर उठाओ।
८। रामनवम्याः दिवसे अत्र कार्यक्रमः भवति।
• There happens a program here on Rama Navami. • राम नवमी के दिन यहाँ कार्यक्रम होता है।
९। टङ्कणगतिः तस्य महती अस्ति।
• His typing speed is very high. • उसकी टङ्कन की गति अधिक है।
१०। कर्तरीं स्वीकृत्य कार्यं कुरु।
• Do the work after taking scissors. • कैंची लेकर के काम करो।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। सः कदा त्यक्ष्यति पदम्।
• When will he give up his position? • वह पद छोड़ेगा कब।
२। एतेभ्यः त्रिभ्यः देहि रूप्यकाणि।
• Give money ( rupees) to these three. • इन तीनों को रूपये दो।
३। भिक्षुकं न तर्जयत।
• (You all) do not scold the beggar. • (तुम सब) भिक्षुक को मत डाँटो।
४। शीघ्रम् उत्थाय जलं पूरयामि अहम्।
• I get up quickly and fill the water. • मैं शीघ्र उठकर पानी भर लेता हूँ।
५। तस्य शब्दजाले न भ्रमतात्।
• Do not get deluded by his web of words. • उसके शब्दजाल में मत भटकना।
६। मया सह वर्तस्व तव कल्याणं भवेत्।
• Stay with me ; your welfare may ensue. • मेरे साथ रहो तुम्हारा कल्याण होगा।
७। संसारं दृष्ट्वा मोहावेशं न प्राप्नुहि।
• Upon seeing the world, do not get deluded. • दुनिया को देखकर मोह में न पड़ो।
८। धर्म एव हतो हन्ति।
• Only violated dharma violates. • मारा गया धर्म ही मारता है।
९। पञ्चाङ्गं दृष्टं मया।
• Calander has been seen by me. • पंचांग मेर् द्वारा देखा गया है।
१०। मायामयम् इदम् अखिलं बुद्ध्वा।
• Knowing that this entire world is illusory. • इस सारे जगत को मिथ्या जानकर।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। अभिमानः सर्वनाशकः भवति।
• Pride is destructive. • गर्व सर्वनाशक होता है।
२। श्रीमतः रामकृष्णस्य शिष्यः अयम्।
• He is a disciple of Shri Ramakrishna. • यह श्री रामकृष्ण का शिष्य है।
३। इदम् आसनं रत्नैः कल्पितम्।
• This seat is made of precious gems. • यह आसन रत्नों से बना हुआ है।
४। एषा बाला कीर्तिमानं स्थापयेत्।
• This girl may establish a record. • यह लड़की कीर्तिमान बना सकती है।
५। एकस्मिन् पात्रे पायसम् आनय।
• Bring paayasam in a vessel. • एक बर्तन में पायस लाओ।
६। ताम्बूलं खादित्वा ओष्ठौ रक्तौ जातौ।
• After eating betel leaves, lips became red. • पान खाने के बाद होंठ लाल हो जाते हैं।
७। पूजां गृहाण प्रभो।
• Accept the worship, Lord. • पूजा को स्वीकार करो, प्रभु।
८। यद् यत् कर्म क्रियते तत् अखिलम्।
• whatever action one performs, it is complete. • जो भी कर्म किया जाता है, वह पूर्ण किया जाता है।
९। एतावदुक्त्वा अहं मम भाषणं समापयामि।
• All that said, I conclude my speech. • इतना कहकर मैं अपना भाषण समाप्त करता हूँ।
१०। ब्रह्मपदं त्वं प्रविश विदित्वा।
• You enter into Brahmapada, knowing it. • उसे जानकर ब्रह्म की अवस्था में प्रवेश करो।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। किमर्थम् अस्यां वार्तायां हससि।
• Why are you laughing during this conversation? • इस बातचीत में तुम हँस क्यों रहे हो?
२। पृष्ठतः मन्दिरस्य पर्वतः वर्तते।
• There is a mountain behind the temple. • मंदिर के पीछे एक पहाड़ है।
३। सद्यः युवानः देशं सेवितुम् वाञ्छन्ति।
• Nowadays young people wish to serve the country. • आज कल युवा लोग देश की सेवा करना चाहते हैं।
४। जटां धरति इति जटाधरः।
• He who wears dreadlocks is called a Jataadhara • जो जटा धारण करता है, उसे जटाधारी कहते हैं।
५। रामनाम एव तारकमस्ति संसारात्।
• The name of Rama alone is the raft(means)to cross the ocean of worldly existence. (samsaara) • राम का नाम ही संसार की समुद्र से पार लगाने वाला है।
६। मृत्तिकायाः सुगन्धं जिघ्र।
• Smell the fragrance of the soil. • मिट्टी की सुगन्ध को सूंघो।
७। ध्येयं श्रीपतिरूपम् अजस्रम्।
• Meditate on the form of the Shreepati incessantly. (non-stop) • निरन्तर भगवान के रूप पर ध्यान करो।
८। यद्यपि सर्वे प्राणिनः मरिष्यन्ति।
• Eventhough all the living beings will die. • यद्यपि सभी प्राणी मरेंगे।
९ । तथापि धर्माचरणं न कुर्वन्ति।
• Still, they do not follow dharma. • तथापि वे धर्म का आचरण नहीं करते।
१०। पाण्डुपुत्रः भीमः अहम्।
• I am Bhima, the son of Pandu. • मैं पाण्डुपुत्र भीम हूँ।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। नासिका अनुस्वारस्य उच्चारणस्थानम्।
• The nose is the locus of pronunciation for anusvaara. • नाक अनुस्वार का उच्चारण स्थान है।
२। धीराः न शोचन्ति कदापि।
• The wise never grieve. • बुद्धिमान लोग कभी शोक नहीं करते।
३। मित्रपरीक्षणम् आपत्काले भवति।
• The test of friendship happens during difficult times. • मित्रता का परीक्षण कठिन समय में होता है।
४। उद्वाहानन्तरं गृहस्थः इति उच्यते।
• One is called a householder after marriage. • विवाह के पश्चात् व्यक्ति को गृहस्थ कहा जाता है।
५। शृगालः वनं प्रति धावति।
• The jackal runs towards the forest. • सियार वन की ओर दौड़ता है।
६। स्खलनकारणेन सा सोपानेभ्यः अपतत्।
• Due to slipping, she fell from the stairs. • फिसलने के कारण वह सीढ़ियों से गिर गई।
७। हिमपातं दृष्ट्वा केचन अत्युत्साहिताः।
• Some became overexcited upon seeing the snowfall. • हिमपात देखकर कुछ लोग बहुत उत्साहित हो गए।
८। अहं लघूद्योगं प्रारप्स्ये।
• I will start a small business. • मैं एक छोटा व्यापार शुरू करूँगा।
९। नलिकायां मलमिश्रितं जलम् आयाति।
• Dirty water comes through the pipe. • मल मिला हुआ पानी नल के माध्यम से आता है।
१०। कुञ्चिकागुच्छः एव पतितः कुत्रचित्।
• The key-bunch itself fell somewhere. • चाबियों का गुच्छा ही कहीं गिर गया।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। अद्य सायं रामायणपाठः अस्ति।
• Today evening there is a recitation of the Ramayana. • आज शाम रामायण का पाठ है।
२। युवानः दृढनिश्चयिनः स्युः।
• Youngsters should be firm in their resolve. • युवा अपने निश्चय में दृढ़ रहें।
३। बुद्धिबलं सर्वबलप्रधानम्।
• The supreme among strengths is the Intellectual strength. • बुद्धिमत्ता सब शक्तियों में प्रधान है।
४। प्रातरुत्थाय पितरौ नमति रामः।
• Rama wakes up in the morning and bows to his parents. • सुबह उठकर राम माता-पिता को नमस्कार करता है।
५। मम पुत्र्याः विवाहः अग्रिमवर्षे भविता।
• My daughter's wedding will take place next year. • मेरी बेटी का विवाह अगले वर्ष होगा।
६। सङ्गठनं सर्वसिद्ध्यास्पदं भवति।
• Organization is the abode of all successes. • संगठन सफलता का घर है।
७। मन्दिरनिर्माणे महती स्थापत्यकला उपयुज्यते स्म।
• Great architectural skill was employed in temple construction. • मंदिर निर्माण में महान स्थापत्य कला का प्रयोग किया जाता था।
८। कृष्णस्तु भगवान् स्वयम्।
• Krishna is the god himself. • कृष्ण स्वयं परमेश्वर हैं।
९। युवजनाः शस्त्रशास्त्रज्ञाः भवेयुः।
• The youth should become experts in weaponry and scriptures. • युवा शस्त्रों और शास्त्रों में विशेषज्ञ बनना चाहिए।
१०। तव पुत्रं सामाजिकानुशासनं पाठय।
• Teach social ethics to your son. • अपने बेटे को सामाजिक अनुशासन सिखाओ।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। मक्षिकाः वारयति पुच्छम्।
• The tail clears the flies off. • पूछ मक्खियों को हटाती है।
२। बालाः देवीस्वरूपिण्यः भवन्ति।
• Girls are embodiments of Devi. • बच्चियां देवी का स्वरूप होती हैं।
३। सूत्रस्मरणमपि आवश्यकमेव।
• Remembering sutra is also necessary. • सूत्र का स्मरण भी आवश्यक है।
४। विद्यार्थिनी गृहगमनाय शिक्षकम् अनुमतिं पृच्छति।
• The student asks permission from the teacher to go home. • छात्रा घर जाने के लिए शिक्षक से अनुमति लेती है।
५। कल्हणः राजतरङ्गिणीं रचितवान्।
• Kalhana composed Rajatarangini. • कल्हण ने राजतरंगिणी की रचना की।
६। अश्वत्थामा हतः नरो वा कुञ्जरो वा।
• Ashwatthama is dead • either man or elephant. • अश्वत्थामा मर गया है, नर अथवा हाथी।
७। यत्करोमि जगन्नाथ तदस्तु तव पूजनम्।
• Whatever I do, hey Jagannaatha, may that be your worship. • जो कुछ मैं करता हूँ, हे जगन्नाथ, वह आपका पूजन हो।
८। भवती तु भगवती अस्ति मान्ये।
• Respected lady, you are a goddess. • आप तो देवी हैं मान्ये।
९। भगवता शिवेन तस्मै दिव्यास्त्रं प्रदत्तम्।
• A divine weapon was given to him by Lord Shiva • भगवान शिव के द्वारा उसे एक दिव्य अस्त्र दिया गया ।
१०। वणिक् वस्तूनि तोलयति।
• The merchant weighs the goods. • व्यापारी माल को तोलता है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। शलभयूथः सस्यानि भक्षते।
• The swarm of locusts eat the crops. • टिड़ियों की झुंड फसल खाता है।
२। सः प्रथमार्जितेन धनेन वस्त्राणि निर्धनेभ्यः राति।
• He gives clothes for the poor, with his first salary • प्रथमार्जित पैसों से वह निर्धनों के लिए कपड़े देता है।
३। युवती वृद्धं मातामहं श्रयति।
• The young woman takes care of her aged grandfather. • युवती अपने नाना का ध्यान रखती है।
४। दुष्टं मनः दुष्टविचारान् एव सूते।
• An evil mind generates(creates) only evil thoughts. • बुरा मन केवल बुरे विचारों को ही जन्म देता है।
५। हिंसां कुर्वन् न कश्चित् शान्तिम् आप्नुयात्।
• No one may attain peace by committing violence. • कोई भी हिंसा करके शांति नहीं प्राप्त करता।
६। वृकः रौति रात्रिकाले।
• The wolf howls at night. • भेड़िया रात में चीखता है।
७। देवाः सज्जनान् पान्ति।
• Gods protect the virtuous (good people) • देवता धर्मात्माओं की रक्षा करते हैं।
८। काकः काकी च मिलित्वा शावकान् पिपूर्तः।
• Male and female crows together nourish their young ones. • कौवा और मादा कौवा मिलकर अपने बच्चों का भरण पोषण करते हैं।
९। सा दधि मथ्नाति।
• She churns the curds. • वह दही मथती है।
१०। युद्धे व्रणितः भूत्वा सः खञ्जति।
• Having been wounded in the battle, he limps. • युद्ध में चोटिल होकर वह लंगड़ाता है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। सः विंशत्यै धेनुभ्यः प्रतिदिनं खादितुं ददाति।
• He feeds twenty cows every day • वह हर दिन बीस गायों को खाने के लिए देता है।
२। भारतीयगगनयात्रिकाः चन्द्रं गमिष्यन्ति।
• Indian astronauts will go to moon. • भारतीय अंतरिक्ष यात्री चंद्रमा पर जाएँगे।
३। अहम् अनुवैद्यः नास्मि उपवैद्यः अस्मि।
• I am not a ward boy, but an assistant physician. • मैं अनुवैद्य नहीं हूँ, सहायक चिकित्सक हूँ।
४। व्यक्तिः इति स्त्रीलिङ्गशब्दः अस्ति।
• The word ‘ व्यक्तिः’ is of feminine gender. • व्यक्ति शब्द स्त्रीलिंग है।
५। मम मतिरास्तां तव पदकमले।
• My mind is in your lotus-feet • मेरी मति आपके पदकमलों में स्थित हो।
६। अनेक इति सर्वनामपदमस्ति।
• ‘अनेक’ is a pronoun. • अनेक यह शब्द एक सर्वनाम है।
७। अध्यापिका बालान् अध्यापयति।
• Lady teacher teaches the children. • शिक्षिका बच्चों को पढ़ाती है।
८। कृषिकार्याय कौशलमावश्यकम्।
• Skill is essential for agriculture. • कृषि कार्य के लिए कौशल आवश्यक है।
९। विज्ञानी शोधकार्ये प्रवृत्तः।
• The scientist is engaged in research work. • वैज्ञानिक अनुसंधान कार्य में लगा हुआ है।
१०। धीवरः मत्स्यान् दृष्ट्वा मोदते।
• The fisherman rejoices upon seeing the fish. • मछुआरा मछलियों को देखकर खुश होता है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। स्नात्वा अपि जृम्भसे अहो कियान् अलसः त्वम्।
• Even after taking bath, you are yawning ; how lazy you are! • नहाने के बाद भी तुम जम्भाई ले रहे हो कितने आलसी हो।
२। पत्रवितारकः पत्राणि प्रतीक्षमाणेभ्यः यच्छति।
• The postman delivers letters to those who are expecting. • डाकिया उन लोगों को पत्र देता है जो प्रतीक्षा कर रहे हैं।
३। अहम् एकवारमेव विमाने उपविष्टवान्।
• I boarded the plane only once. • मैं विमान में केवल एक बार ही सवार हुआ।
४। अनामिकायाम् अङ्गुलीयकं ध्रियते।
• Ring is worn on the ring finger. • अनामिका उंगली पर अंगूठी पहनी जाती है।
५। तस्य दन्तपाली वक्रा जाता दुर्घटनायाम्।
• His tooth-guard got twisted in the accident. • उसकी दन्तपाली दुर्घटना में टेढ़ी हो गई थी।
६। विष्णोः उरसि प्रहरति भृगुः।
• Bhrigu struck Vishnu on the chest. • भृगु ने विष्णु की छाती पर मारा।
७। तर्जनी तर्जयितुम् उपयुज्यते।
• The index finger is used for pointing. • तर्जनी उंगली डांटने के लिए प्रयोग में ली जाती है।
८। कुतः ते नखाः पीतवर्णीयाः सन्ति।
• Why are your nails yellow? • तुम्हारे नाखून पीले क्यों हैं।
९। कालकः विद्यते तस्य वामकपोले।
• There is a mole on his left cheek. • उसके बाएं गाल पर एक तिल है।
१०। यकृति शोथः अस्ति पितुः।
• Father's liver is inflamed. • पिता के यकृत् में सूजन है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। सिक्थवर्तिका समाप्ता ।
• The candle is finished. • मोमबत्ती समाप्त हो गई।
२। अधिकारी श्रमिकं निष्कासयति।
• The officer dismisses the worker. • प्रबंधक श्रमिक को निकालता है।
३। विद्यार्थी पिपठिषति।
• The student desires to study. • छात्र पढ़ाई करना चाहता है।
४। उक्तस्य विषयस्य पुनः प्रतिपादनं कुरु।
• Repeat the explanation of the said topic. • उक्त विषय की व्याख्या पुनः करें।
५। गरुडः बहुना वेगेन डयते।
• The eagle flies very fast. • गरुड़ तीव्र वेग से उडता है।
६। बालिके देवम् अर्चितवत्यौ।
• The two girls worshipped the deity. • दो लड़कियों ने देवता की पूजा की।
७। त्वम् आनन्दं लभस्व।
• You should attain happiness. • तुम आनन्द प्राप्त करो।
८। गृहस्थाः अतिथीन् सत्कुर्वन्ति।
• The householders honour the guests. • घरवाले अतिथियों का सत्कार करते हैं।
९। मृत्युः नूतनः आरम्भः भवेत्।
• Death may be the new beginning. • मृत्यु एक नया आरम्भ है।
१०। विद्युत् तु गता एव।
• But, the electricity has gone already. • बिजली चली गई है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। कलायः कदाचित् खादितः किं भवता।
• Has groundnut ever been eaten by you? • क्या कभी आपने मूंगफली खाई है।
२। आलवालाम्बु पिबन्ति पक्षिणः।
• Birds drink the water in the tree-basin. • पक्षी पेडों में पानी डालने के लिए बने स्थान में से पानी पीते हैं।
३। पर्वतक्षेत्रे सन्न्यासिनः तपस्स्थली विद्यते।
• Ascetics’ meditation-place lies in mountains. • पर्वतीय क्षेत्र में संन्यासियों के ध्यान करने के लिए एक स्थान होता है।
४। तत्र विराजमानः सन्न्यासी तपसा प्रकाशते।
• There, the ascetic is glowing because of meditation. • वहाँ विराजमान संन्यासी तप के कारण प्रकाशित होता है।
५। कृशः जनः स्थूलं दृष्ट्वा खिद्यते।
• Lean person feels sad upon seeing fat one. • पतला व्यक्ति मोटे को देखकर खिन्न होता है।
६। माता पुत्रीं चुम्बति।
• The mother kisses her daughter. • माँ बेटी को चूमती है।
७। हस्तसङ्केतेन यात्रिकः लोकयानं स्थगयति।
• The traveller stops the bus with a hand-signal. • यात्री हाथ संकेत से वाहन को रोकता है।
८। धेनुः वत्सां लेढि।
• The cow licks the calf. • गाय बछड़े को चाटती है।
९। ब्रह्मचारी हनुमद्विग्रहं भावेन स्पृशति।
• The celibate (brahmachaari) touches the idol of Hanuman with sentiment. • ब्रह्मचारी हनुमान् जी की मूर्ति को भक्ति भाव से छूता है।
१०। तातः अपत्यं पुरातनं वृत्तान्तं स्मारयति।
• Father reminds the son of an old incident. • पिता पुत्र को एक पुरानी घटना स्मरण कराता हैं।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। माता रामो मत्पिता रामचन्द्रः।
• Rama is my mother and Ramachandra is my father • मेरी माता राम हैं और मेरे पिता रामचंद्र हैं।
२। दूरादेव भवन्तम् अभिज्ञातवान्।
• Recognized you from afar. • तुम्हें दूर से पहचान लिया।
३। वृक्षाधः उपवेशने महान् आनन्दः आगच्छति।
• Sitting beneath the tree gives immense joy. • पेड़ के नीचे बैठने से महान आनंद होता है।
४। देशरक्षणार्थं प्राणान् समर्पय।
• Offer your life for protection of the country. • देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों को समर्पित करो।
५। विद्युद्वाहनं प्रसिद्धं जायमानमस्ति।
• Electric vehicle is becoming famous. • विद्युत् वाहन प्रसिद्ध हो रहा है।
६। नलेन सेतुमकारयत्।
• Got the bridge built by Nala. • नल से सेतु बनवाया।
७। रामराज्यम् आरब्धं भोः।
• The reign of Rama has begun, my friend! • राम राज्य का आरंभ हो गया है।
८। माता पिता च कुत्र गतौ।
• Where have mother and father gone? • माँ और पिता कहाँ गए हैं।
९। नास्ति मूलमनौषधम्।
• There is no root which is not a medicine. • कोई भी मूल(जड़) औषधि नहीं है ऐसा नहीं है।
१०। अवधानी भव त्वम्।
• Be attentive. • सतर्क रहो।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। पश्य तत् वर्तुलाकारम् आम्रम्।
• Look at that round-shaped mango. • उस गोल आकार वाले आम को देखो।
२। शिशुना मातुः वेणी गृहीता।
• The mother’s plait was held by the child • बच्चे ने माँ की चोटी पकड़ ली है।
३। गच्छति याने आरोढुं न प्रयतस्व।
• Do not try to board the moving vehicle. • चलते वाहन में चढ़ने का प्रयास न करो।
४। प्रवहमानः वायुः शुष्यन्ति पत्राणि अनयत्।
• The blowing wind carried away dry leaves. • बहती हवा सूखते हुए पत्तों को ले जाती है।
५। कः सौरमासः चलति अधुना।
• Which solar month is going on now? • अभी कौन सा सौरमास चल रहा है।
६। तव जन्मदिनाङ्कः कः।
• What is your date of birth? • तुम्हारी जन्मतिथि क्या है।
७। तिसृषु रामस्य माता का।
• Who is the mother of Rama among the three? • तीनों में से राम की माता कौन है।
८। दशानाम् उपनिषदां भाष्यम् उपलब्धमस्ति।
• The commentary on ten Upanishads is available. • दस उपनिषदों की व्याख्या उपलब्ध है।
९। कठोपनिषदः पठनं तु कृतम्मया।
• I have read the Kathopanishad. • मैंने कठोपनिषद का पठन तो कर लिया है।
१०। रात्रिकाले शीतलता वर्धते सर्वत्र।
• Chillness increases everywhere at night. • रात्रि में सब ओर ठंडक बढ़ जाती है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। कथं वयं सुखिनः स्याम।
• How can we be happy? • हम कैसे खुश रह सकते हैं।
२। सौचिकः वस्त्राणि सीव्यति।
• Tailor stitches the clothes. • दर्जी कपड़े सिलता है।
३। सन्मित्रं सर्वत्र कीर्तिं प्रसारयति।
• A good friend spreads fame everywhere. • एक अच्छा मित्र हर जगह कीर्ति फैलाता है।
४। पिपीलिकाः मृताः नैकाः मम कारणेन।
• Many ants died because of me. • कई चींटियाँ मेरी वजह से मरीं।
५। इच्छाः अस्मान् बहुधा नर्तयन्ति।
• Desires make us dance in many ways. • इच्छाएँ हमें बहुधा नचाती हैं।
६। किमर्थं यूयं बालान् तर्जयन्तः पाठयथ।
• Why do you all scold the children while teaching them? • तुम लोग बच्चों को डांटते हुए क्यों पढ़ाते हो ।
७। न त्वहं कामये राज्यम्।
• I do not desire the kingdom. • मैं राज्य की इच्छा नहीं करता।
८। ग्रन्थं पठितवत्या युवत्या समयः न दृष्टः।
• Time was not noticed by the young woman who was reading the book. • पुस्तक पढ़ती हुई युवती ने समय नहीं देखा।
९ । वृषभयुगलं न सामान्यतः दृश्यते।
• A Pairs of bulls is not commonly seen. • बैलों की जोड़ी सामान्यतः नहीं दिखती है।
१०। सन्धिपठनं क्रियते इदानीम् अस्माभिः।
• Sandhi is being studied by us now. • हमारे द्वारा अभी सन्धि पढ़ी रही हैं।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। चाणक्यः चन्द्रगुप्तं राज्ये प्रतिष्ठापितवान्।
• Chanakya established ( throned) Chandragupta in the kingdom. • चाणक्य ने चन्द्रगुप्त को सिंहासन पर प्रतिष्ठापित।
२। लक्ष्मीः इति तस्याः नाम।
• Her name is Lakshmi. • उसका नाम लक्ष्मी है।
३। खड्गचालनमपि जानीयाः त्वम्।
• You should also know swordsmanship ( fencing). • तुम्हें तलवार चलाना भी आना चाहिए।
४। उपवेष्टुमपि स्थानं नास्ति अत्र।
• There is no place even to sit here. • यहाँ बैठने की भी स्थान नहीं है।
५। सा कियत् सुन्दरं गायति किल।
• How beautifully she sings, isn’t it? • वह सचमुच कितना सुन्दर गाती है।
६। मात्रा प्रेषितानि लड्डुकानि खादन् अस्मि।
• I am eating the laddus sent by mother. • मैं माँ द्वारा भेजे गए लड्डू खा रहा हूँ।
७। तस्याः धेनोः खुरे वेदना विद्यते।
• Her cow has pain in its hoof. • उसकी गाय के खुर में वेदना है।
८। अमृतपानाय सर्वे लालायिताः सन्ति।
• Everyone is salivating (drooling over) to drink the Amrutha. • सभी अमृतपान के लिए लालायित हैं।
९। चतुरा अस्ति तव पुत्री।
• Your daughter is clever. • तुम्हारी बेटी चतुर है।
१०। हनुमतः लाङ्गूले अग्निः प्रज्वालितः।
• Fire was set to Hanuman's tail. • हनुमान की पूँछ में आग लगा दी गई।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। हे गङ्गे मम कुमतिकलापं हर।
• Hey Ganga, take away my evil thoughts. • हे गंगा, मेरे बुरे विचारों को दूर कर दो।
२। सुविस्तृतमासीत् भाषणम्।
• The speech was very elaborate. • भाषण बहुत विस्तृत था।
३। क्रुद्धः महिषः अन्यान् तुम्फति।
• The angry buffalo injures others. • गुस्सैल भैंसा दूसरों पर हमला करती है।
४। सर्वे कामेन क्रोधेन च आवृताः सन्ति।
• Everyone is enveloped by desire and anger. • सभी काम और क्रोध से घिरे हुए हैं।
५। आत्मज्ञानविहीनाः अधोगतिं प्राप्नुवन्ति।
• Those lacking atma-jnaana meet their downfall. • आत्मज्ञान से रहित व्यक्ति अधोगति को प्राप्त होते हैं।
६। भूमौ उपविश्य खादन्तु ते।
• Let them sit on the ground and eat. • वे भूमि पर बैठकर खाएं।
७। गजः उन्मत्तः जातः तेन हस्तिपकः अपि पातितः।
• The elephant went mad and the mahout was thrown down ( by the elephant). • हाथी पागल हो गया और अपने महावत को भी गिरा दिया।
८। गृहेषु अपि वृक्षान् आरोपयन्ति जनाः।
• People plant trees in houses also. • लोग घरों पर भी पेड़ लगाते हैं।
९। त्वं कानि स्थानानि अपश्यः।
• Which places did you see? • तुमने कौन-कौन सी जगहें देख लीं ।
१०। घनधूमिका आलिङ्गनेच्छया पर्वतम् आच्छादितवती।
• The dense fog covered the mountain with a desire to embrace it. • घनी धुंध ने पर्वत को आलिंगन की इच्छा से ढक लिया।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। अत्र तत्र न ष्ठीव।
• Do not spit here and there. • यहाँ-वहाँ मत थूकें।
२। कासनसमये वेदना भवति किम्।
• Do you feel pain while coughing? • क्या खाँसते समय वेदना होती है।
३। एकलक्षम् इति सङ्ख्यायां पञ्च शून्याः भवन्ति।
• There are five zeros in the numeral for one Lakh. • एक लाख में पाँच शून्य होते हैं।
४। नीललोहितवर्णः अस्मिन् कक्षे नास्ति।
• There is no violet color in this room. • इस कमरे में बैंगनी रंग नहीं है।
५। कण्ठस्य शुद्ध्यर्थं गण्डूषयति।
• He gargles to cleanse his throat. • वह गले की सफाई के लिए गरारे करता है।
६। यदि विषयान् ध्यायति तर्हि तेषु सङ्गः वर्धते।
• If one contemplates on objects, attachment to them grows. • यदि कोई विषयों का ध्यान करता है, तो उनमें आसक्ति बढ़ती है।
७। वार्षिकं शुल्कं तु तेभ्यः प्रदत्तमेव।
• The annual fee has indeed been paid to them. • वार्षिक शुल्क तो उन्हें दे दिया है।
८। नूतना भाषा अपि पठितव्या।
• A new language should also be learned. • नई भाषा भी पढ़नी चाहिए।
९। अग्रिममासे केरलं गन्तास्मि।
• I will go to Kerala next month. • अगले महीने मैं केरल जाऊँगा।
१०। अधिकवेगकारणेनैव अपघातः जातः।
• The accident occured due to overspeeding. • अधिक गति के कारण ही दुर्घटना हुई।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। भूस्खलनेन जनाः मृताः।
• People died due to landslide. • भूस्खलन से लोग मारे गए।
२। स्तम्भः सदा सुदृढः भवेत्।
• A pillar should always be strong. • स्तंभ हमेशा दृढ़ होना चाहिए।
३। ते प्रतिदिवसं रङ्गवल्लीं निर्मातः।
• They (two women) create a rangoli every day. • वे (दो महिलाएं) प्रतिदिन रंगोली बनातीं हैं।
४। इष्टिकया ताडितः सः शिरसि।
• He was hit on the head by a brick. • उसे सिर पर ईंट से मारा गया।
५। अम्ब मे आच्छादकं क्व।
• Mother, where is my blanket? • माँ मेरी चादर कहाँ है।
६। ज्येष्ठः जातः सः।
• He became elder • वह बड़ा हो गया है।
७। अधुना तस्य तर्जनम् एव वरं ताडनात्।
• Now, his scolding is better than beating. • अब उसको डाँटना मारने से अच्छा है।
८। गोहितम् इदं सर्वं खाद्यम्।
• All this food is for the cows. • यह सारा भोजन गायों के लिए है।
९। भूमिपूजनम् अभूत्किल अद्य।
• Bhoomipoojan happened today, isn’t it? • आज भूमि-पूजन हुआ।
१०। उपधानं न स्वीकरोमि अहं कदापि।
• I never use a pillow. • मैं कभी भी तकिया नहीं लेता हूँ।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। पादाभ्यमेव सः भ्रमति।
• He wanders on foot. • वह पैदल ही घूमता है।
२। अम्ब मे दन्तकूर्चः कुत्र स्थापितः।
• Mother, where is my toothbrush kept? • माँ मेरा दाँतों का कूर्च कहाँ रखा है।
३। तत्रैव भवतु सः अत्र तु ताडनमेव प्राप्नुयात्।
• Let him be there itself, he will only get beatings here. • उसे वहीं रहने दो यहाँ उसे केवल दंड ही मिलेगा।
४। अस्य वाक्यस्य औचित्यं किम्।
• What is the propriety of this sentence? • इस वाक्य की उपयुक्तता क्या है।
५। सन्न्यासिनं दूरादेव नमस्कुर्वन्ति जनाः।
• People greet a monk from afar itself. • लोग साधु को दूर से ही नमस्कार करते हैं।
६। कण्टकशाखाम् अपसार्य गन्तव्यम्।
• One should move the thorny branch away and proceed(go). • काँटेदार शाखा को हटाकर आगे बढ़ना चाहिए।
७। रामदूतः सर्वान् पराजित्य गच्छेत्।
• Rama’s envoy may defeat every one and go. • राम का दूत सबको पराजित करके जाएगा।
८। मातृभिः शिशवः लाल्यन्ते।
• Infants are cuddled by mothers. • बच्चे माताओं द्वारा लालित किए जाते हैं।
९। वाग्भूषणम् एव भूषणं भवति।
• Elocution itself is the ornament. • वाणी का अलंकरण ही वास्तविक् आभूषण होता है।
१०। सूर्यास्तस्य समयः अभवत्।
• It is sunset time. • सूर्यास्त का समय हो गया।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। मार्गं निकषा व्रणितः चिक्रोडः पतितः अस्ति।
• A wounded squirrel has fallen on the road. • मार्ग पर एक व्रणित गिलहरी गिरी हुई है।
२। द्रोण्या जलं निक्षिप वृक्षाय।
• Pour water for the tree from the bucket. • बाल्टी से पानी पेड़ के लिए डालो।
३। पुरस्कारवितरणस्य कार्यक्रमे मुख्याथितिः कः वर्तते।
• Who is the chief-guest at the award distribution ceremony? • पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि कौन हैं।
४। युवां श्वः जनान् सम्बोधयिष्यथः किम्।
• Will you both address the people tomorrow? • क्या तुम दोनों कल लोगों को संबोधित कर दोगे।
५। अहं किमपि न जाने अस्मिन् विषये।
• I do not know anything in this matter. • मैं इस विषय में कुछ नहीं जानता।
६। कथमपि तं अद्य रात्रौ एव कारागृहे स्थापय।
• Somehow, put him in the prison in the tonight itself. • कैसे भी करके उसे आज रात्रि में ही कारागृह में डाल दो।
७। तव पुत्रस्य वामहस्तः भग्नः।
• Your son's left hand is broken. • तुम्हारे बेटे का बायां हाथ टूट गया है।
८। उलूकः लक्ष्म्याः वाहनमस्ति।
• Owl is the vehicle of Lakshmi. • उल्लू लक्ष्मी का वाहन है।
९। खट्वाम् अधः आनय अचिरात्।
• Bring the cot down immediately. • तुरंत खाट को नीचे लाओ।
१०। साम्प्रतं नास्ति कश्चित् तादृशः बलशाली।
• At present, there is no one as strong as him. • वर्तमान में उसके जैसा बलशाली कोई नहीं है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। सर्वे भवन्तु सुखिनः।
• May all be happy. • सभी सुखी हों।
२। हस्ताक्षराभियानं चालयाम।
• Let us conduct a signature campaign. • हम एक हस्ताक्षर अभियान चलाएं।
३ | भाषणं तु पूर्णम् अधुना चलतु भवान् मया सह।
• Speech is over now, (please) come along with me. • भाषण पूर्ण हुआ अब आप मेरे साथ चलें।
४। प्रयोगशालायाम् दुर्गन्धः अस्ति।
• There is a bad odour in the laboratory. • प्रयोगशाला में एक दुर्गंध है।
५ | ननाद ढक्कां नवपञ्चवारम्।
• He played (sounded) the drum (damaru) fourteen times. • उसने डमरू चौदह बार बजाया।
६ | सा तु बहुभाषापट्वी वर्तते।
• She, however, is proficient in several languages. • वह (महिला) कई भाषाओं में प्रवीण है।
७। पत्रसूचीम् आसन्दे कः अस्थापयत्।
• Who kept the mail list on chair? • पत्रों की सूची को किसने आसन्द पर रखी।
८। दर्पणे सः वानरः आत्मानं पश्यति।
• That monkey sees himself in the mirror. • वह वानर दर्पण में अपने आप को देखता है।
९। क्षुरपत्रेण श्मश्रु कर्तयत यूयम्।
• You all should shave your beard with the blade. • तुम लोग क्षुरपत्र से अपनी श्मश्रु बनाओ।
१०। चतुरः पादान् प्रसार्य शेते मे धेनुः।
• My cow sleeps by stretching all its four legs out. • मेरी गाय अपने चार पैरों को फैलाकर सोती है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। धनाढ्याः विनम्राः स्युः।
• The wealthy should be humble. • धनवानों को विनम्र होना चाहिए।
२। सत्सङ्गतिः कथय किं न करोति पुंसाम्।
• You tell (me), what good company does not do to people? • बताओ अच्छी संगत लोगों के लिए क्या नहीं करती।
३। मम मातरमहं सम्यक् जानामि।
• I know my mother well. • मैं अपनी माँ को अच्छी प्रकार जानता हूँ।
४। तातः कटपुटीकरणपटुः अस्ति।
• Father is an expert in folding the mat. • पिता दरी को घरी करने में निपुण हैं।
५। शिवस्यैषा मुद्रा भद्राय राजते।
• This stamp of Shiva suits (is meant for) good people. • शिव की यह मुद्रा भले लोगों के लिए है।
६। भारतेन मङ्गलयानं कदा प्रेषितम्।
• When was the Mangalyaan sent by India? • भारत के द्वारा मंगलयान कब भेजा गया था।
७। रोटिकां पात्रस्य अन्तः स्थापय।
• Keep the bread inside the container. • रोटी को बर्तन के अंदर रखो।
८। फलरसं तु यथेष्टं पिबामि।
• I drink as much fruit juice as I like. • मैं इच्छानुसार फलों का रस पीता हूँ।
९। विद्यालयस्यूतः बाल्यकालं स्मारयति।
• The school bag reminds me of my childhood. • विद्यालय का थैला मुझे मेरे बचपन की याद दिलाता है।
१०। त्वया वृथा एव समयः याप्यते।
• Time is wasted by you unnecessarily. • तुम समय व्यर्थ कर रहे हो।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। नवरात्रोत्सवः चलतीदानीम्।
• The Navaratri festival is going on now. • नवरात्रि उत्सव अभी चल रहा है।
२। पृथिव्याः तापमानं वर्धमानमस्ति।
• The temperature of the Earth is increasing. • पृथ्वी का तापमान बढ़ रहा है।
३। वनवर्धनं विहाय नास्ति मार्गः।
• There is no way except reforestation. • वनरोपण को छोडकर कोई मार्ग नहीं है।
४। पादरक्षायां वृश्चिकः वर्तते।
• There is a scorpion in the shoe. • जूते में बिच्छू है।
५। विषाणुकारणेन नैकाः गावः मृताः।
• Many cows have died due to a virus. • विषाणु के कारण कई गायें मर गई हैं।
६। पशवः न कदाचित् स्वधर्मं जहति।
• Animals never abandon their nature (swadharma) • पशु कभी अपने स्वभाव को नहीं छोड़ते।
७। तस्याः कशेरौ अस्ति वेदना।
• She has pain in her spine. • उसकी रीढ़ की हड्डी में वेदना है।
८। शिशुः कृष्णाङ्गारम् अखादत्।
• The child ate charcoal. • बच्चे ने कोयला खा लिया।
९। अस्मिन् विषये नाहं किमपि कर्तुं शक्नोमि।
• I cannot do anything in this matter. • इस विषय में मैं कुछ नहीं कर सकता।
१०। सा सुखेन स्वपिति।
• She sleeps comfortably. • वह आराम से सोती है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। नृसिंहविग्रहः ओजपूर्णः अस्ति।
• The idol of Narasimha is full of vigor (ojas). • नृसिंह की मूर्ति ओज से पूर्ण है।
२। धावनसमये हस्तचालनं वेगवर्धकं भवति।
• Arm movement increases the speed while running. • दौड़ते समय हाथ हिलाना गति को बढ़ाता है।
३। भस्मेन पात्राणि प्रक्षालयति कर्मकरः।
• The worker washes the utensils with ash. • कर्मचारी राख से बर्तन धोता है।
४। द्रौपद्याः अपरं नाम कृष्णा इति।
• Another name of Draupadi is Krishnaa. • द्रौपदी का दूसरा नाम कृष्णा है।
५। प्लवगाः नैकाः सन्ति पर्वते।
• There are many monkeys on the mountain. • पहाड़ पर कई बंदर हैं।
६। त्वं न स्पृश इदं भोजनं देवार्थम् अस्ति।
• Do not touch this food; it is meant for the gods. • तुम इस भोजन को मत छुओ यह देवताओं के लिए है।
७। सरिताम्पतिः रामं प्रार्थयत्।
• Sea, the Lord of the rivers prayed to Rama. • नदियों के स्वामी सागर ने राम से प्रार्थना की।
८। रामवृद्ध्यर्थम् अकरोत् सर्वं व्यापारम्।
• He did all the efforts ( activities) for Rama's prosperity. • उसने राम की वृद्धि के लिए सभी कार्य/परिश्रम किए।
९। मदर्थम् नास्ति किं ताम्बूलम्।
• Is there no betel leaf for me? • मेरे लिए ताम्बूल नहीं है क्या।
१०। जिगमिषोः रोधनं न क्रियताम्।
• Do not stop the one who wishes to go. • जाने की इच्छा वाले को रोकना नहीं चाहिए।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। एषः तन्तुवायस्य जनकः ननु।
• He is the father of the weaver, isn't it? • यह बुनकर का पिता है, है ना।
२। कुम्भकारः कुम्भं निर्माति।
• The potter makes the pot. • कुम्हार घड़ा बनाता है।
३। अधोमुखी भूत्वा वृक्षात् अवतरति बिडालः।
• The cat descends from the tree headfirst. • बिल्ली सिर के बल पेड़ से उतरती है।
४। व्याघ्रः सिंहापेक्षया बृहत्तरः वर्तते।
• The tiger is larger compared to the lion. • बाघ सिंह की अपेक्षा बड़ा होता है।
५। विक्षिप्तं मनः सदा क्लेशान् अनुभवति।
• A distracted mind always experiences distress. • विचलित मन सदा कष्ट का अनुभव करता है।
६। वृक्षाः आतपात् रक्षन्ति।
• Trees protect from the heat. • पेड़ धूप से बचाते हैं।
७। तत्र तदा नवपल्लवपर्णयुतसस्यं बभौ।
• Long back there was a plant with new young leaves. • उस समय वहाँ नई पत्तियों से युक्त सस्य था।
८। शीघ्रमुत्थाय भूमिवन्दनं कुरु।
• Get up quickly and do the Bhoomivandana. • शीघ्र उठकर भूमिवंदना करो।
१०। सा घटना तु सप्तवर्षपुरातनी वर्तते।
• But that is a seven-year-old event. • वह घटना सात वर्ष पुरानी है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। सः गुणशाली वर्तते तेन सह सम्पर्कं कुरु।
• He is virtuous, get in touch with him • वह गुणवान है उससे संपर्क करो।
२। जलदः तु कृष्णवर्णीयः नास्ति।
• But the cloud is not dark • बादल काले रंग के नहीं हैं।
३। अद्य प्रातः सः दक्षिणां दिशं प्रति गतः।
• This morning, he went southward • आज सुबह वह दक्षिण दिशा की ओर गया।
४। त्वया लक्षितः किं दोषः वाक्ये।
• Did you notice a mistake in the sentence? • क्या आपने वाक्य में त्रुटी देखी।
५। दूरवाणीदर्शनं यावत् न्यूनं तावद् वरम्।
• The lesser the mobile-screen-time, the better it would be. • जितना कम स्क्रीन समय उतना अच्छा।
६। अपहरणानि वर्धमानानि सन्ति किल।
• Abductions are indeed increasing. • अपहरण सचमुच बढ़ रहे हैं।
७। कुत्र किं वक्तव्यमिति विवेकः नास्ति तस्याम्।
• She lacks the discretion as to what to say and where. • उसमें कहाँ क्या बोलना है इसका विवेक नहीं है।
८। रज्जुघर्षणपरिणामेन चिह्नमिदं निर्मितम्।
• This mark was caused by rope-friction. • यह चिह्न रस्सी के घर्षण से बना है।
९। कृष्णवियोगं न सहन्ते भक्ताः।
• Devotees cannot bear separation from Krishna. • भक्तजन कृष्ण से वियोग सहन नहीं कर सकते।
१०। भुषुण्डिमपि जानामि चालयितुम्।
• • I also know how to operate a gun. • • मुझे बन्दूक भी चलाना भी आती है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। भूतेभ्यः अञ्जलिं कृत्वा गमनाय सिद्धः हनुमान्।
• Hanuman, ready for departure, saluted (folded his hands together for) the beings. • प्रस्थान के लिए सिद्ध हनुमान ने प्राणियों को प्रणाम किया।
२। भवद्गुणाः एव जनान् आकर्षयन्ति।
• Your qualities alone attract people. • आपके गुण ही लोगों को आकर्षित करते हैं।
३। धनं जीवनसञ्चालनाय आवश्यकमस्ति।
• Money is necessary for the livelihood • जीवन के संचालन के लिए धन आवश्यक है।
४। भूमिः अस्मान् पाति।
• The earth protects us. • भूमि हमारी पालन करती है।
५। विवाहनिमन्त्रणपत्रिकां संस्कृतेन निर्मापयिष्यामि।
• I will get the wedding invitation card composed/made in Sanskrit. • मैं विवाह निमंत्रण पत्रिका संस्कृत में बनवाऊंगी।
६। तोरणोपरि उपविष्टः कपिः।
• The monkey is seated on ornamented door-arch(torana). • बंदर तोरण द्वार पर बैठा है।
७। अङ्गुष्ठानामिकाभ्यां गृह्यते लेखनी।
• The pen is held with the thumb and the ring finger. • अंगूठे और अनामिका से कलम पकड़ी जाती है।
८। पृष्ठतः विद्यमानं जनम् आह्वयामि।
• I am calling the person present at the back side. • मैं पीछे उपस्थित व्यक्ति को बुला रहा हूँ।
९। सङ्गठनशक्तिः एव क्लेशनिवारिणी।
• The power of organization alone dispels hardships. • संगठन शक्ति ही कष्टों को दूर करती है।
१०। नदी वेगेन प्रवहति।
• • The river flows fast. • • नदी वेग से बहती है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। कार्याधिकतया निद्रालुः भवामि।
• Due to excessive work, I feel sleepy. • अधिक कार्य के कारण मैं निद्रालु हूँ।
२। शिष्याः स्मृत्वा वेदमन्त्रान् अभिरक्षन्ति।
• Students preserve the Vedic mantras by memorizing them. • शिष्य वेदमंत्रों को याद करके उनकी रक्षा करते हैं।
३। सः त्रिंशद्वारं पर्वतम् आरूढवान्।
• He climbed the mountain thirty times. • उसने तीस बार पहाड़ पर चढ़ाई की।
४। अपत्यानि मातरम् उपासते।
• Children worship their mother. • बच्चे अपनी माता की पूजा करते हैं।
५। अञ्जनानन्दं वीरं प्रणमामि।
• I bow to the brave Anjanananda. • मैं वीर अंजनानंद को प्रणाम करता हूँ।
६। आलस्यं हि मनुष्याणां शरीरस्थो महान् रिपुः।
• Indeed, laziness is a great enemy that resides in the human body. • वास्तव में आलस्य मनुष्य के शरीर में स्थित एक महान शत्रु है।
७। सः अरिमर्दनः इति कथ्यते।
• He is called the destroyer of enemies. • उसे शत्रुनाशक कहा जाता है।
८। कामरूपिणः प्रयान्ति।
• Shapeshifters are going ( traveling) • रूप बदलने वाले प्रस्थान करते हैं।
९। अद्यत्वे दानादिकं तु बहु कुर्वन्ति जनाः।
• Nowadays people do a lot of charity, etc. • आजकल, लोग दान और ऐसे कार्यों में बहुत संलग्न रहते हैं।
१०। इष्टिकाभिः निर्मितमिदं गृहम्।
• • This house is built of bricks. • • यह घर ईंटों से बना है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। यज्जुहोषि तत् कुरुष्व मदर्पणम्।
• Whatever you are going to sacrifice/consume, do it as an offering to me. • जो कुछ भी तुम अर्पित करते हो उसे मुझे अर्पण कर दो।
२। शोधिन्या चायं शोधयति माता।
• Mother purifies (filters) the tea with a strainer. • माँ छलनी से चाय को छानती है।
३। तक्रप्रियोऽहम्।
• I am fond of buttermilk. • मैं तक्रम प्रिय हूँ।
४। तस्याः दक्षिणहस्ते दूरवाणी अस्ति।
• She has a phone in her right hand. • उसके दाहिने हाथ में दूरवाणी है।
५। प्रतिवेशिनी शाटिकाक्रयणादर्शा।
• The neighbor is an ideal for saree-purchase. • पड़ोसन साड़ी क्रय करने में आदर्श है।
६। दक्षता अभ्यासेन अवाप्यते।
• Skill is attained through practice. • कौशल अभ्यास से प्राप्त होता है।
७। षट् स्तोभाः अवशिष्टाः।
• Six wickets are remaining. • छह स्तोभ शेष हैं।
८। कृष्णफलके लेखितुमाह्वयति माम्।
• He invites me to write on the blackboard. • वह मुझे श्यामपट पर लिखने के लिए आमंत्रित करता है।
९। बहुवारं चिन्तयामि यत् सन्न्यासं स्वीकुर्याम्।
• Often I think that I should take Sanyaasa. • बहुधा मैं सोचता हूँ कि मुझे संन्यास ले लेना चाहिए।
१०। प्रायशः अस्मिन् मार्गे गते ते महिले।
• • Probably, those two women went on this road • • वे दोनों महिलाएं सम्भवतः इस मार्ग पर गईं।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। चिक्रोडपुच्छं केशाच्छादितं भवति।
• The tail of a squirrel is covered with hair. • गिलहरी की पूँछ बालों से ढकी होती है।
२। पिपीलिकाः न कदापि स्वपन्ति।
• Ants never sleep. • चींटियाँ कभी नहीं सोतीं।
३। मम वस्त्राणि अहमेव प्रक्षालयामि।
• I wash my clothes myself. • मैं अपने कपड़े स्वयं धोता हूँ।
४। किं करोषि त्वम्।
• What are you doing? • तुम क्या कर रहे हो।
५। यत् भवता क्रियते तदेव करोमि।
• I do whatever is done by you. • मैं वही करता हूँ जो आपके द्वारा किया जाता है।
६। समाजकण्टकैः बालदेहव्यापारः क्रियते।
• Child-trafficking is done by thugs (antisocial elements). • समाज के कण्टकों द्वारा बाल देह व्यापार किया जाता है।
७। भवतां गृहे सन्ति किल कानिचन शस्त्राणि।
• There are some weapons in your house, right? • आपके घर में कुछ शस्त्र हैं ना।
८। मदग्रजः विदेशयात्रायामस्ति।
• My elder brother is on a foreign-travel. • मेरा बड़ा भाई विदेश यात्रा पर है।
९। रक्तवर्णीयं पिञ्जं नुद।
• Press the red button/switch. • लाल बटन दबाएं।
१०। मार्जनम् आवश्यकं गृहस्य।
• Cleaning of the house is necessary. • घर की सफाई आवश्यक है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। मार्गम् अङ्गुलीसङ्केतेन दर्शयति सा।
• She shows the way/direction with a finger gesture. • वह उंगली के सङ्केत से मार्ग दिखाती है।
२। पुच्छं सदा चलायमानं भवति।
• The tail keeps moving all the time. • पूँछ हमेशा हिलती रहती है।
३। पुनः कदलीं प्राप्तुं वृक्षकर्तनं क्रियते।
• To get the banana again, tree-cutting is done. • केला फिर से पाने के लिए पेड़ को काटा जाता है।
४। प्राणिमात्रं न हिंसति एषः।
• He does not harm any living being. • वह किसी भी जीव को हानि नहीं पहुँचाता।
५। अहिंसा परमो धर्मः धर्महिंसा तथैव च।
• Non-violence is the highest duty, and so is righteous violence. • अहिंसा परम धर्म है और धर्म के लिए की गई हिंसा भी ।
६। तीक्ष्णाः भवन्ति कुक्कुरदन्ताः।
• Dog's teeth are sharp. • कुत्ते के दांत तीक्ष्ण होते हैं।
७। उद्योगदर्शनाय आगताः इमे।
• They have come to see the factory. • वे उद्योग देखने आए हैं।
८। चित्रपतङ्गस्य द्वौ पक्षौ भवतः।
• A butterfly has two wings. • तितली के दो पंख होते हैं।
९। गौण्यामस्ति सर्षपः।
• There is a mustard in the sack. • बोरी में सरसों है।
१०। अभीक्ष्णं स्वेदः पतति शरीरात्।
• Sweat drips from the body often. • शरीर से लगातार पसीना गिरता है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। रामाङ्किता मुद्रिका दीयताम्।
• The ring marked ‘Rama’ should be given. • राम के चिह्न वाली अंगूठी दी जाए।
२। यथासुखं कार्याणि क्रियन्ताम्।
• Let the tasks be done as per comfort. • काम आराम से किए जाएं।
३। अयं मार्गः नगरं प्रति गच्छत्युत न।
• Does this road go towards the city or not? • क्या यह मार्ग नगर की ओर जाता है अथवा नहीं।
४। धेनुः वत्सम् अजनयत्।
• The cow gave birth to a calf. • गाय ने बछड़े को जन्म दिया।
५। हस्तशकटात् क्रीतमिदं युतकम्।
• This shirt was bought from the handcart/pushcart. • यह कमीज ठेले से खरीदी गई थी।
६। मृत्पात्रे पक्षिभ्यः जलं सञ्चितमस्ति।
• Water is stored for the birds in the clay-pot. • मिट्टी के बर्तन में पक्षियों के लिए पानी रखा गया है।
७। स्वातन्त्र्यवीरसावरकराय नमः।
• Salutations to the freedom fighter Savarkar. • स्वातन्त्र्यवीर सावरकर को नमस्कार।
८। तुलसीसस्यं प्रत्येकं गृहे भवेत्।
• Every house should have a Tulsi plant. • हर घर में तुलसी का पौधा होना चाहिए।
९। दण्डार्धभागः नष्टप्रायः अस्ति।
• One half of the stick is almost damaged/broken. • डंडे का आधा हिस्सा लगभग टूट चुका है।
१०। पित्तलस्थालिकायां खादति माता।
• Mother eats in a brass plate. • माँ पीतल की थाली में खाती हैं।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। दुःखानि प्राप्यन्ते दुरभ्यासैः न तु दुरदृष्टैः।
• Sorrows are obtained through bad habits, not bad luck. • दुःख अनुचित अभ्यास से प्राप्त होते हैं न कि कुभाग्य से।
२। नारिकेलतैलं लेपयामि।
• I am applying coconut oil. • मैं नारियल तेल लगाता हूँ।
३। नामपट्टिका नास्ति गृहस्य पुरतः।
• There is no nameplate in front of the house. • घर के सामने नामपट्टिका नहीं है।
४। नृत्यन्तः विवाहस्थलं यान्ति।
• They go dancing to the wedding venue. • वे नाचते हुए विवाहस्थल जाते हैं।
५। दीर्घतराय आयुषे अल्पतरं धनं पर्याप्तम्।
• Less wealth is sufficient for a longer life. • लंबे जीवन के लिए कम धन पर्याप्त है।
६। राष्ट्रभक्तिः सार्थकजीवनाय अलम्।
• Patriotism is enough for a meaningful life. • राष्ट्रभक्ति सार्थक जीवन के लिए पर्याप्त है।
७। न हि ज्ञानसदृशं पवित्रम् इह विद्यते।
• There is nothing as pure as knowledge in this world. • इस लोक में ज्ञान के समान पवित्र कुछ भी नहीं है।
८। कृषकः हलेन भूमिं कर्षति।
• The farmer tills the land with a plow. • किसान हल से भूमि जोतता है।
९। सुराणाम् ईशः सुरेशः अस्ति।
• The lord of the Suras (Devas) is Suresha. • सुरों का शासक सुरेश है।
१०। द्वादश रोटिकाः खादति दिनं दिनं सः।
• He eats twelve rotis every day. • वह प्रतिदिन बारह रोटियाँ खाता है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। विक्रयिकः अवञ्चित्वा विक्रीणीते।
• The seller sells without cheating. • विक्रेता वञ्चना किए बिना बेचता है।
२। उपनेत्रस्य वामकाचः मनाग् भग्नः।
• The left lens of the glasses is slightly broken. • चश्मे का बायां कांच थोड़ा टूटा हुआ है।
३। इक्षुदण्डरसः रोचते मह्यम्।
• I like sugarcane juice. • मुझे गन्ने का रस अच्छा लगता है।
४। आकाशात् पतितं तोयं यथा गच्छति सागरम्।
• As the water that falls from the sky goes (flows) into the ocean. • जैसे आकाश से गिरा जल समुद्र में जाता है।
५। पञ्चाङ्गं दृष्ट्वा तिथिं ज्ञापय माम्।
• Look at the calendar and inform me the date. • पंचांग देखकर मुझे तिथि बताओ।
६। दूरनियन्त्रकेन किं वाहिनीपरिवर्तनं कुर्याम्।
• Could I change the channel with the remote? • क्या मैं दूरनियन्त्रक से वाहिनी बदलूँ।
७। सर्वदेवनमस्कारः केशवं प्रति गच्छति।
• Salutations to all the devas transfer to Keshava. • सभी देवताओं को किया गया नमस्कार केशव को जाता है।
८। अनया कुञ्चिकया पिधेहि।
• Lock with this key. • इस कुञ्चिका से बंद करो।
९। नीलवर्णीया एषा शाटिका।
• This sari is blue. • यह साड़ी नीले रंग की है।
१०। न मे भक्तः प्रणश्यति।
• My devotee never perishes. • मेरा भक्त कभी नष्ट नहीं होता।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। कृष्णः गोचारणसमये वेणुं वादयति।
• Krishna plays the flute while herding the cows. • कृष्ण गाय चराते समय बांसुरी बजाते हैं।
२। श्रीरामजन्मभूम्यान्दोलने बहुः सङ्घर्षः कृतः।
• Lot of struggle went into Ramajanmabhoomi movement. • श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन में बहुत संघर्ष किया गया।
३। वृष्टिः भवति सर्वत्र।
• Rain occurs everywhere. • सर्वत्र बारिश हो रही है।
४। मेषवत् नानुक्रियन्तां विषयाः।
• Do not follow sensory attractions ( or subjects) like sheep. • विषयों का अनुसरण भेड़ के जैसे न करें ।
५। उपनेत्रं धृत्वा अपि न पश्यति अन्धः।
• The blind cannot see even after wearing spectacles. • चश्मा पहनने के बाद भी अंधा नहीं देख सकता।
६। राजनीतिः कलुषिता जाता।
• Politics has got corrupted. • राजनीति भ्रष्ट हो गई है।
७। हीनभावनया परिपूर्णः सः।
• He is filled with inferiority complex. • वह हीन भावना से भरा हुआ है।
८। कर्नाटकराज्ये वसन्ति ते।
• They live in the state of Karnataka. • वे कर्नाटक राज्य में रहते हैं।
९। नैके प्राणिनः सङ्कटापन्नाः वर्तन्ते।
• Many creatures are in danger. • कई प्राणी संकट में हैं।
१०। आरभते कार्यक्रमः शीघ्रतां क्रियताम्।
• The program is starting, hurry up. • कार्यक्रम प्रारम्भ हो रहा है, शीघ्रता करो।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। मम मातुलानी अद्य आगच्छति।
• My maternal aunt is coming today. • मेरी मामी आज आ रही हैं।
२। छायाम् अन्यस्य कुर्वन्ति वृक्षाः।
• Trees provide shade for others. • वृक्ष दूसरों के लिए छाया देते हैं।
३। दोषदर्शनं मा भूः सर्वत्र।
• Do not find faults everywhere. • हर जगह दोष न निकालें।
४। बहुत्र ष्ठीवनेन मलिनता अस्ति भवने।
• Due to spitting in many places, the building is dirty. • कई जगह थूकने से घर गंदा हो गया है।
५। दीर्घश्वसनं स्वास्थ्यहितं भवति।
• Deep breathing is beneficial for the health. • गहरी सांस लेना स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है।
६। सर्पभयं नास्ति मे।
• I do not have fear of snakes. • मुझे सांप का डर नहीं है।
७। अहन्तु गमिष्यामि स्वदायित्वपालनाय।
• I will, however, go to fulfil my responsibility. • मैं तो अपनी जिम्मेदारी निभाने जाऊंगा।
८। दन्ताः द्वात्रिंशद् भवन्ति।
• There are thirty-two teeth. • बत्तीस दांत होते हैं।
९। समाजपरिवर्तनेन राष्ट्रपरिवर्तनं सम्भवति।
• National transformation is possible through societal transformation. • समाज परिवर्तन से राष्ट्र परिवर्तन संभव है।
१०। नागरिककर्तव्याः पालनीयाः।
• Civic duties should be honoured. • नागरिक कर्तव्यों का पालन किया जाना चाहिए।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। इदं गृहं मृत्तिकायाः अस्ति।
• This is a mud-house. • यह घर मिट्टी का बना है।
२। पङ्के आनन्दं करोति शूकरः।
• The pig enjoys in the mud (slush). • सूअर कीचड़ में आनंद लेता है।
३। शङ्करः समाजाय हलाहलं पपौ।
• Shankara drank poison for the sake of society (mankind). • शंकर ने समाज के लिए हलाहल पिया।
४। भारतविरोधीन् विचारान् नाशयिष्यामो वयम्।
• We will destroy anti-Bharat thoughts/ideas. • हम भारत विरोधी विचारों को नष्ट करेंगे।
५। सत्यमेव जयते नानृतम्।
• Truth alone triumphs, not falsehood. • सत्य ही विजयी होता है, असत्य नहीं।
६। मम ताडनं विस्मृतवान् किम्।
• Have you forgotten my beatings (punishments)? • क्या तुम मेरी मार भूल गए ।
७। भवतः आगमनस्य आशा अपि समाप्ता।
• Even the hope of your arrival is over. • आपके आगमन की आशा भी समाप्त हो गई है।
८। सैनिकस्य मृतदेहः एव प्रत्यागमत्।
• Only the dead body of the soldier returned. • सैनिक का मृत शरीर ही वापस आया।
९। ऐन्द्रजालिकाः वञ्चयन्ति जनान्।
• Magicians trick/hoodwink the people. • जादूगर लोगों को वञ्चना देते हैं।
१०। तव तातस्य स्वसा तव किं स्यात्।
• What is your father’s sister to you? • तुम्हारे पिता की बहन तुम्हारी क्या लगती है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। पुत्रं लालयति माता।
• The mother caresses her son. • मां अपने बेटे को दुलार करती है।
२। कूर्दनसमये अधः न पश्य।
• While jumping(leaping), do not look down. • कूदते समय नीचे न देखें।
३। अत्र प्रभुः रामः उवास पुरा।
• Lord Raama resided here before. • भगवान राम यहाँ पहले निवास करते थे।
४। नास्ति बुद्धिः अयुक्तस्य।
• There is no wisdom in the unfit (or unorganized) person. • अव्यवस्थित व्यक्ति में बुद्धि नहीं होती।
५। वस्त्राणि शुष्कानि जातानि।
• The clothes are dry now. • वस्त्र अब सूख चुके हैं।
६। काचित् भारतीया भाषा अध्येतव्या एव।
• Any one Indian language must be learnt. • किसी भी भारतीय भाषा को सीखना चाहिए।
७। अत्रत्याः जनाः मृदुभाषिणः सन्ति।
• The people here speak gently. • यहाँ के लोग मृदुभाषी हैं।
८। महाकालः अत्र स्थानदेवः अस्ति।
• Mahaakaala is the local deity. • महाकाल इस स्थान के देवता हैं।
९। अनृतमुक्तं तेन।
• Lie was uttered by him. • उसने झूठ बोला।
१०। शास्त्राधारितमेव पूजनं भवेत्।
• Worship should be scripture-based. • पूजा शास्त्रों के आधार पर ही होनी चाहिए।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। ज्येष्ठकृष्णद्वादशी अस्ति अद्य।
• Today is Jyeshtha Krishna Dwadashi. • आज ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष की द्वादशी है।
२। सा अस्ति महाराज्ञी अहिल्याबाई।
• She is Mahaaraani Ahilyaabai. • वह महारानी अहिल्याबाई है।
३। भूम्याः स्पृशनात् प्राक् तां नमस्कुरु।
• Before touching the ground, pay homage to her. • भूमि को स्पर्श करने से पहले उसको नमस्कार करो।
४। द्वादश वेणवः नीयन्ते मया।
• Twelve flutes are being taken by me • मैं बारह वेणु ले जा रहा हूँ।
५। केचनश्रेष्ठवादकाः अप्यासन् तत्र।
• There were some renowned players (of the musical instrument) also. • कुछ प्रसिद्ध वादक भी वहाँ बैठे थे।
६। पृष्ठतः कः विद्यते।
• Who is there behind? • पीछे कौन है।
७। अधोमुखी भूत्वा अवतरति चिक्रोडः वृक्षात्।
• Squirrel descends from the tree, facedown. • नीचे मुँह करके गिलहरी पेड़ से उतरती है।
८। सन्धिकालः अस्ति दीपं प्रज्ज्वालय।
• Light the lamp; it is dusk. • संध्या के समय दीपक जलाओ।
९। वाहनकुञ्चिका क्व अस्ति।
• Where is the vehicle key? • वाहन की कुञ्चिका कहाँ है।
१०। सर्वे वेष्टीं धृत्वा यान्ति।
• They are all going dressed-up Veshthi • वे सभी वेष्टी धारण करके जाते हैं।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। दन्ताः दुग्धधवलाः सन्ति तस्याः।
• Her teeth are as white as milk. • उसके दांत दूध के जैसे धवल हैं।
२. मातः मे कानिचन मित्राणि आगन्तारः परश्वः।
• Mother, some of my friends will arrive the day after tomorrow. • माँ मेरे कुछ मित्र परसों आएंगे।
३। गृहस्वच्छता सम्यक् कृता अस्ति।
• Cleaning of the house has been done well. • घर की सफाई ठीक से की गई है।
४। मकराः सहस्राधिकाः सन्ति नद्यामस्याम्।
• There are more than a thousand crocodiles in this river. • इस नदी में एक सहस्र से अधिक मगरमच्छ हैं।
५। कासाञ्चन कलानां ज्ञाता अस्ति सः।
• He is knowledgable in some art forms. • वह कुछ कलाओं का ज्ञाता है।
६. श्मश्रुकर्तनं न रोचते मे।
• I do not like shaving. • मुझे श्मश्रु काटना पसंद नहीं है।
७। आत्मनः मोक्षार्थं जगद्धिताय च।
• For the liberation of oneself and for the welfare of the world. • अपनी मुक्ति और विश्व के हित के लिए।
८। निद्रायामस्ति इदानीमपि भवान्।
• Even now you are sleepy. • आप अभी भी नींद में हैं।
९। तस्य भूगोलज्ञानं समीचीनमस्ति।
• He has profound knowledge of geography. • उसके पास भूगोल का विशेष ज्ञान है।
१०। श्यामपट्टात् केन मार्जितः श्लोकः।
• By whom was the verse(shloka) erased from the blackboard? • श्यामपट्ट पर से किसने श्लोक मिटा दिया।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। श्रान्ता महिला लोकयाने एव सुप्तवती।
• The tired lady slept in the bus itself. • थकी हुई महिला लोकयान में ही सो गई।
२। विवाहकार्यक्रमे त्वमपि आगच्छ।
• You too come to the wedding ceremony. • तुम भी विवाह समारोह में आओ।
३। रेलयानस्य प्रतीक्षा होराद्वयात् क्रियते।
• The train's arrival is awaited for two hours. • दो घंटों से रेयान के आगमन की प्रतीक्षा की जा रही है।
४। भवता स्वबुद्धिविक्रीता किम्।
• Have you sold your intelligence? • तुमने तुम्हारी बुद्धि बेच दी है क्या।
५। षड् जनाः मृताः दुर्घटनायां प्रपरह्यः।
• Six people died in the accident three days back. • परसों से पहले के दिन दुर्घटना में छः लोगों की मृत्यु हो गई।
६। यानस्य अस्य समाहारः कुत्र भवति।
• Where is the assembly of the vehicle done? • गाड़ी का समीकरण कहाँ होता है ।
७। मम जन्मदिवसः कार्तिकमासे अस्ति।
• My birthday is in the month of Kaartika. • मेरा जन्मदिन कार्तिक माह में है।
८। तव पिता कदा दिवङ्गतः।
• When did your father pass away? • तुम्हारे पिताजी का स्वर्गवास कब हुआ।
९। नास्ति मम इच्छात्र।
• I have no desire in this. • मेरी यहाँ कोई इच्छा नहीं है।
१०। हे दुष्ट अधुना तु उत्तिष्ठ।
• O wicked person, wake up now at least! • हे दुष्ट अब तो उठ ।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। शीलं सर्वगुणप्रधानं भवति।
• Character is the superior to all virtues. • चरित्र सभी गुणों में प्रमुख होता है।
२। सूर्ये उदये सति मयूराः केकायन्ते।
• While the sun rises, peacocks make sound. • सूर्योदय के समय मोर शब्द करते हैं।
३। दूरवाणीयं कुतः क्रीता।
• Where was this mobile bought from? • दूरवाणी कहाँ से क्रय की ।
४। चत्वारि व्यजनानि चलन्त्यत्र।
• Four fans are on here. • यहाँ चार पंखे चल रहे हैं।
५। गृहं प्राप्य सम्यक् पठितास्मि।
• After reaching home, I will study well (thoroughly). • घर पहुँचकर मैं ठीक से पढ़ाई करूँगा।
६। वामपादाङ्गुष्ठस्य घट्टनम् अभूत्।
• There was an injury to the left big toe. • बाएं पैर के अंगूठे में चोट आई थी।
७। महत्यः व्यवस्थाः कृताः कार्यक्रमाय।
• Elaborate arrangements were made for the event. • कार्यक्रम के लिए भारी व्यवस्थाएँ की गई थीं।
८। देशकालविरुद्धाः विचाराः मार्जनीयाः।
• Thoughts incompatible with place and time must be cleansed. • स्थान और समय के प्रतिकूल विचार मिटा देने चाहिए।
९। नैके जनाः स्थूलत्वकारणेन क्लेशान् अनुभवन्ति।
• Many people suffer due to obesity. • बहुत से लोग मोटापे के कारण कष्ट झेलते हैं।
१०। अहो कतिषु विषयेषु तस्य उत्तमा गतिः अस्ति।
• Wow! in how many subjects does he excel? • वाह कितने विषयों में उसकी उत्तम क्षमता है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। तव दर्शनम् अभूत् बहूनां दिनानामनन्तरम्।
• Saw you after many days. • बहुत दिनों के बाद तुम्हारे दर्शन हुए हैं।
२। सोपानेषु दृष्टः मया सः वृश्चिकः।
• Scorpion was seen by me on the stairs. • मैंने सीढ़ियों पर उस बिच्छू को देखा।
३। अत्रत्या मृदा कृष्णवर्णीया अस्ति।
• The soil here is dark-coloured. • यहाँ की मिट्टी काले रंग की है।
४। सुखदाः अनुभवाः अपि सन्ति मे जीवने।
• There are enjoyable experiences also in my life. • मेरे जीवन में आनंददायक अनुभव भी हैं।
५। छात्रावासे त्रिपञ्चाशद् बालाः वसन्ति।
• Fifty three children reside in the hostel. • छात्रावास में तिरेपन बच्चे रहते हैं।
६। वैद्यं मेलितुं गम्यते अस्माभिः।
• The doctor is going to be met by us. • वैद्य से मिलने हमारे द्वारा जाया जाता है।
७। अद्यत्वे अखाद्यानि एव अश्नन्ति जनाः।
• Nowadays people eat uneatables only. • आज कल लोग केवल अखाद्य वस्तुएँ ही खाते हैं।
८। अपत्यस्य समुचितं परिपालनं कठिनं भवति।
• Proper upbringing of a child is difficult. • बच्चे का समुचित पालन करना कठिन होता है।
९। अलसाः निद्राप्रियाः भवन्ति।
• Lazy people are fond of sleep. • आलसीजन नींद से प्यार करते हैं।
१०। शिशुः मातरम् अनुवदति।
• The child repeats after the mother. • बच्चा माँ का कहा दुहराता है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। भवन्तं दृष्ट्वा देवदर्शनम् इव अभवत्।
• Seeing you felt like a divine darshan. • आपको देखने से जैसे भगवान के दर्शन हो गए।
२। कथं जनाः पाश्चात्यविचारम् अनुसरन्ति।
• How do people even follow Western ideology? • (हे ईश्वर)लोग पश्चिमी विचारधारा का कैसे अनुसरण करते हैं।
३। रामनाम उक्त्वा पूर्णता अनुभूयते
• Completeness is experienced by chanting the name of Raama. • राम के नाम का उच्चारण करने से पूर्णता का अनुभव होता है।
४। हस्तौ संयोज्य वदामि कृपया इतः गच्छ।
• I say with folded hands, kindly go from here. • मैं हाथ जोड़कर बोलता हूँ, कृपया यहाँ से जाइए।
५। एतत् सर्वं नास्ति खादितुं योग्यम्।
• All this is not esculent (fit to be eaten). • यह सब खाने के योग्य नहीं है।
६। कियता विलम्बेन आगतः न्यायाधीशः।
• The judge arrived so late. • न्यायाधीश कितनी देर से आया।
७। त्वां दृष्ट्वैव अलसा भवामि।
• Just by seeing you, I become lazy. • तुम्हें देखकर ही मैं आलसी हो जाती हूँ।
८। साम्प्रतं युवानः पुनः भारतीयताम् अनुसरन्ति।
• Currently, the youth are again following Indian traditions. • वर्तमान में युवा फिर से भारतीय परंपराओं का पालन कर रहे हैं।
९। रामः अनघः अस्ति।
• Raama is flawless (immaculate). • राम निर्दोष हैं।
१०। ईदृशी शाटिका दुर्लभा अस्ति।
• This type of saree is rare. • ऐसी साड़ी दुर्लभ होती है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। लक्ष्मणः क्रोधमूर्च्छितः।
• Lakshmana is/was ireful. • लक्ष्मण क्रोध से भर गया।
२। गोशालायां षण्णवत्यधिकैकसहस्रधेनवः सन्ति।
• There are one thousand and ninety six cows in the cowshed (goshaala) • गोशाला में एक सहस्र छियानवे गायें हैं।
३। गानात् पूर्वम् आलपति।
• He takes up prelusion before the song. • वह गाने से पहले आलाप लेता है।
४। यूयं देवतुल्याः स्थ।
• You all are like gods. • तुम सब देवताओं के समान हो।
५। रोदनं विहाय दृढमानसा भव।
• Stop crying and be resolute. • रोना छोड़कर दृढ़ मन वाली बनो।
६। त्यागमूर्तिः भवान्।
• You are an epitome of sacrifice. • आप त्याग की मूर्ति हैं।
७। प्रतिदिनं गीतायाः एकम् अध्यायं पठामि।
• I read one chapter of Gita daily. • मैं प्रतिदिन गीता का एक अध्याय पढ़ता हूँ।
८। आलस्यं जहि परिश्रमशालिनी भव।
• Give up laziness and be diligent. • आलस्य छोड़ो और परिश्रमी बनो।
९। परापवादे पाण्डित्यमस्ति बहूनाम्।
• Many have expertise in blaming others. • अन्यों की निन्दा करने में बहुतों को पाण्डित्य प्राप्त है।
१० । महोदयायाः पिपठिषा उत्तमा अस्ति।
• The lady has an excellent desire to read. • महोदया की पढ़ने की इच्छा उत्तम है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। सुरुचिपूर्णं खाद्यं चाखाद्ये।
• I am eating delicious food again and again. • स्वादिष्ट भोजन पुनः पुनः खा रहाँ हूँ।
२। निस्सरति मातुः मुखात् शुभवचनम्।
• Auspicious words come out of the mother's mouth. • माता के मुख से शुभ वचन निकलते हैं।
३। जीवेम शरदश्शतम्।
• May we live a hundred years. • हम सौ शरद(वर्ष) जियें।
४। शिरसि तस्य पञ्चषाः केशाः एव सन्ति।
• He has only five or six hairs on his head. • उसके सिर पर केवल पाँच छह बाल ही हैं।
५ । अस्य जनकः कदा दिवङ्गतः।
• When did his father pass away? • इसके पिता कब दिवंगत हुए।
६। तैः मिलित्वा रामकथा आयोजिता।
• Together they organized Raamakathaa. • उन्होनें साथ मिलकर रामकथा का आयोजन किया गया।
७ । मया भवत्या समयनियोजनं पठितव्यम्।
• Time-management must be learnt by me from you. • मुझे आपसे समय नियोजन सीखना है।
८। तव बोधनेनैव वयं प्रेरिताः।
• We are inspired only by your teaching. • आपकी शिक्षा से हम प्रेरित हैं।
९। पूर्णसमर्पणम् आवश्यकम्।
• Complete dedication is necessary. • पूर्ण समर्पण आवश्यक है।
१०। एकध्येयनिष्ठो भव।
• Be focussed on one goal. • एक लक्ष्य पर केंद्रित रहो।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। लघवः मत्स्याः अजायन्त तडागेऽस्मिन्।
• Small fish were born in this pond. • इस तालाब में छोटी मछलियाँ पैदा हो गई हैं।
२। एकवर्षं कियच्छीग्रं व्यतीतं किल।
• One year passed quickly indeed. • एक वर्ष बहुत शीघ्र ही बीत गया।
३। उषसि घासोऽपरि पदवेशौ विना चलावः।
• In the morning, we (two) walk on the grass without footwear. • प्रातः हम दोनों बिना जूतों के घास पर घूमते हैं।
४। कर्मकराः मार्जिष्यन्ति त्यजतु भवान्।
• The workers will clean; you please leave it. • कर्मचारी सफाई कर देंगे आप छोडिए।
५। कृषिक्षेत्रेषु कर्षणम् आरब्धम्।
• Plowing has started in the agricultural fields. • कृषि क्षेत्रों में खेती प्रारम्भ हो गई है।
६। कैश्चित्तु प्रियङ्गोः वपनमपि कृतम्।
• Some have even sowed the millet. • कुछ लोगों ने तो बाजरे की बुवाई भी कर दी है।
७. सर्वनाथः शिवः अस्ति।
• Shiva is the lord of all. • शिव सभी के ईश्वर हैं।
८। अग्रिमे स्थानके अवतरिष्यामि।
• I will arrive at the next station. • मैं अगले स्थान पर उतर जाऊंगा।
९। सः अभीक्ष्णं मां पश्यति।
• He looks at me continuously. • वह लगातार मुझे देखता है।
१०। निर्जनस्थानेषु पशूनां सङ्ख्या अधिका भवति।
• The number of animals is higher in isolated places. • अलग-थलग स्थानों में पशुओं की संख्या अधिक होती है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। विद्यार्थिनः पदवेशान् पङ्क्त्या स्थापयन्तु।
• Let the students arrange their footwear in rows. • छात्र अपने पदवेश पंक्तियों में रखें।
२। वृक्षाः फलान्विताः भवन्तः सन्ति।
• The trees are fruit-laden. • पेड़ फलों से भरे हुए हैं।
३। वेणुछिद्रे फूत्क्रियताम्।
• Blow in the hole of the flute. • बांसुरी के छेद में फूक मारो।
४। गच्छ तात यथासुखम्।
• Go, my child, as you please. • मेरे बच्चे जैसी इच्छा करे वैसे जाओ।
५। यस्य पुरतः मारुतिः तं रघुनन्दनं वन्दे।
• I salute Lord Rama, in front of whom is Hanuman. • जिनके सामने हनुमान है उन रामचंद्र को मैं वंदन करता हूँ।
६। तव मुखाकृतिः न परिस्थित्यनुकूला।
• Your facial expression does not match the situation. • तुम्हारे चेहरे की अभिव्यक्ति परिस्थिति से मेल नहीं खाती।
७। स्वर्णकङ्कणानि धृत्वा गता सा।
• She went wearing gold bangles. • वह स्वर्ण कंगन पहनकर गई।
८। यष्टिकां दक्षिणहस्तेन गृहाण।
• Hold the stick with your right hand. • अपने दाहिने हाथ में यष्टि को पकड़ो।
९। आदिवसं सुप्तवान् रोगकारणेन।
• He slept the whole day due to illness. • वह रोग के कारण पूरे दिन सोता रहा।
१०। भगवद्ध्वजः उत्तोलितः तैः।
• The flag of the Lord (Bhagawaddhwaja) was hoisted by them. • उनके द्वारा भगवान का ध्वज उठाया गया।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। आमधुना अहं स्थिरमनसा वदिष्यामि।
• Yes, I will now speak with a calm mind. • हाँ अब मैं शांत मन से बोलूंगा।
२। वयं पञ्च आगच्छाम भ्रमणार्थम्।
• Five of us should come for the tour. • हम पाँच लोग भ्रमण के लिए आ जाएं।
३। यदि समयेन प्राप्स्यं गृहं तर्हि निद्रा पूर्णा अभविष्यत्।
• If I reach home on time, The sleep would be complete. • यदि समय से घर पहुंच जाऊँ तो नींद पूरी हो जाए।
४। वयमत्र परितुष्टाः स्मः।
• We are satisfied here. • हम यहाँ संतुष्ट हैं।
५। भवान् स्वस्य व्यवस्थां करोतु।
• You organize for yourself. • आप अपनी व्यवस्था करें।
६। हस्तलिखितं पत्रमिदम्।
• This is a handwritten letter. • यह एक हस्तलिखित पत्र है।
७। अद्य किल स्नास्यसि।
• Today you will indeed take bath. • आज तो नहाओगे ही।
८। अस्मिन् प्रकरणे नाहं लिप्तः।
• I am not involved in this matter. • मैं इस प्रकरण में सम्मिलित नहीं हूँ।
९। न अङ्ग्यकरोत् सः।
• He did not agree. • उसने स्वीकार नहीं किया।
१०। लकारान् पठामि इदानीम्।
• I am studying verb forms (lakaara) now. • मैं अभी लकार पढ़ रहा हूँ।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। भवतु नाम सः मन्त्री अहमपि स्वाभिमानी अस्मि।
• He may be a minister; I too have self-respect. • होगा वह मंत्री किन्तु मैं भी स्वाभिमानी हूँ।
२। शुष्कपर्णं चूर्णयति वामहस्तेन सः।
• He crushes dry leaf with his left hand. • वह अपने बाएं हाथ से सूखे पत्ते को पीसता है।
३। मार्जनी कुत्र वा स्थापिता जनन्या।
• Where has the broom been kept by mother? • झाड़ू मां के द्वारा कहां रख दी गई।
४। साधुजनः सदा रामनामैव जपति।
• The saint always chants only the name of Rama. • साधु केवल राम का नाम जपता है।
५। सकलगुणनिधानं हनुमन्तं नमामि।
• I salute Hanuman, the repository of all virtues. • मैं सभी गुणों के भंडार हनुमान को नमन करता हूँ।
६। भगवान् सदा मे प्रत्यक्षं भवति।
• God is always present for me. • भगवान हमेशा मेरे सामने होते हैं।
७। एकोऽहं बहु स्याम्।
• I am one, should become many. • एक हूँ बहुत हो जाएँ।
८। प्रेरणादायकमिदम् आचरणं भवत्याः।
• This conduct of yours is inspirational. • तुम्हारा यह व्यवहार प्रेरणास्पद है।
९। नारायणी नमोऽस्तु ते।
• Salutations to you, Naaraayani. • तुम्हें नमस्कार है हे नारायणी।
१०। मनश्शोधनं करणीयम्।
• Purification of the mind should be done. • मन की शुद्धि करनी चाहिए।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। वेणुध्वनिः नास्ति स्पष्टः भवतः।
• Your flute does not have a clear sound. • तुम्हारी बांसुरी की ध्वनि स्पष्ट नहीं है।
२। मकरसङ्क्रान्त्युत्सवम् आचरिष्यामः।
• We will celebrate the festival of Makara Sankraanti. • हम मकर संक्रांति का त्योहार मनाएँगे।
३। आरक्षकाः अपि तं न गृह्णन्ति।
• Even the police/guards do not arrest him. • रक्षक भी उसे नहीं पकड़ते।
४। राष्ट्राध्यक्षाय राष्ट्रमेव प्रथमं स्यात्।
• For the President, nation must come first. • राष्ट्राध्यक्ष के लिए देश ही पहला होना चाहिए।
५। देशे यूनां चरित्रनिर्माणं महदावश्यकम् |
• In the country, character-building of youth is paramount. • देश में युवाओं का चरित्र निर्माण बहुत आवश्यक है।
६। रात्रौ कम्पमानां रज्जुं दृष्ट्वा भीतः सः।
• Upon seeing the shaking rope at night, he got scared. • रात्रि में हिलती रस्सी को देखकर वह डर गया।
७। वाहनस्य अग्रदीपं प्रज्ज्वालय।
• Light the front lamp of the vehicle. • गाड़ी के सामने की बत्ती जलाओ।
८। भवत्याः मूलस्थानं किमस्ति।
• What is your native place? • तुम्हारा मूल स्थान क्या है।
९। चटका चञ्च्वा अपत्यानि खादयति।
• The sparrow feeds its chicks by his beak. • चिड़िया अपने बच्चों को चोंच से खिलाती है।
१०। सर्पाः अपत्यरक्षणं न कुर्वन्ति।
• Snakes do not take care of their offspring. • सांप अपने बच्चों की देखभाल नहीं करते।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। दशाधिकपञ्चवादनम् इति समयः।
• It is ten minutes past five. • पाँच बजकर दस मिनट हो गए।
२। अस्मज्जन्म कथं सार्थकं स्यात्।
• How can our birth be meaningful? • हमारा जन्म कैसे सार्थक हो सकता है।
३। प्रतिदिनं कांश्चन पृष्ठान् अधीष्व।
• Every day, read a few pages. • हर दिन कुछ पृष्ठों को पढ़ो।
४। शूलेन वक्षसि प्राहरत्।
• He struck his chest with a spear (shoola). • वह भाले से छाती पर प्रहार करता है।
५। पीतवर्णीययुतकधारी अगमत्किमितः।
• Did any one with a yellow shirt go from here? • कोई पीले वस्त्र पहने हुआ यहाँ से गया क्या।
६। एकचषकपरिमितं चायं पिबति मातामही।
• Maternal grand mother drinks a cupful of tea. • नानी एक कप चाय पीती है।
७। यः हस्तम् उत्तोलयति तम् आह्वय।
• Whoever raises their hand, call/invite them. • जो भी हाथ उठाता है उसे बुलाओ।
८। सूर्यनमस्कारान् कुरु दृढं भवेत् शरीरम्।
• Do Suryanamaskaara; body becomes fit. • शरीर स्वस्थ रखने के लिए सूर्य नमस्कार करो।
९। खेलन् शिशुः हसति।
• The child laughs while playing. • खेलते समय बच्चा हँसता है।
१०। समूहनायकः सर्वान् नियमान् बोधयति।
• The leader informs everyone of the rules. • नेता सभी को नियम समझाता है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। तस्य यज्ञोपवीतसंस्कारः श्वः भविता।
• His sacred thread (Yajnopaveeta) ceremony will happen tomorrow. • उसका यज्ञोपवीत संस्कार कल होगा।
२। कार्याणि अकार्षम् अहम्।
• I did the work/tasks. • मैनें कार्य कर दिए।
३। धर्मच्युतः नष्टः एव।
• One who has lost righteousness is annihilated. • धर्ममार्ग से हटा व्यक्ति नष्ट ही है।
४। पराधीनतायाः आनन्दः न योग्यः।
• Happiness obtained under dependence is worthless. • पराधीन रहकर प्राप्त आनन्द योग्य नहीं है।
५। स्वतन्त्रतायाः क्लेशः एव समुचितः।
• Pain of independence is certainly worthwhile. • स्वतंत्रता का कष्ट उत्तम ही है।
६। मनुष्यजन्म दुर्लभमेव।
• Human birth ( janma) is indeed rare. • मानव जन्म दुर्लभ ही है।
७। हंसवाहिनीं ज्ञानदायिनीं नमाम्यहम्।
• I salute the swan-rider (hamsavaahini) and giver of knowledge (jnaanadaayini). • मैं ज्ञानदायिनी हंसवाहिनी को नमन करता हूँ।
८। बिरसामुण्डा महान् क्रान्तिकारी बभूव।
• Birasa Munda was a great revolutionary. • बिरसा मुण्डा एक महान क्रांतिकारी हुए।
९। येन प्रयत्यते तेन प्राप्यते।
• One who strives, achieves. • जिसके द्वारा प्रयास किया जाता है उसके द्वारा पाया जाता है।
१०। सः सन्न्यासी इव दृश्यते।
• He looks like a renunciant. • वह संन्यासी की भांति दिखता है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। त्रिषु घटेष्वपि जलं न विद्यते।
• Water is not there in the three pots as well. • तीनों घड़ों में भी पानी नहीं है।
२। नासिकयोः मलं निर्गच्छति।
• Dirt comes out of the nostrils. • नाक से मल निकल रहा है।
३। देवनिर्मितदेशे राक्षसाः अपि सन्ति।
• There are demons also in the land created by the gods. • देवों द्वारा बनाए गए देश में राक्षस भी होते हैं।
४। नवपल्लवयुते वृक्षे हनुमान् आस्ते।
• Hanuman sits on a tree which has new leaves. • नए पत्तों वाले एक पेड़ पर हनुमान बैठे हुए हैं।
५। कति च हताः कति च मरिष्यन्ति।
• Many are killed, many will die. • कई मारे गए हैं कई मरने वाले हैं।
६। तव संवादे अत्युक्तिः अधिका भवति।
• There is excessive criticism/exaggeration in your conversation. • तुम्हारी बातचीत में बहुत सी आलोचना होती है।
७। निर्निमेषं स्वेदः पतति नासिकायाः।
• Sweat drips incessantly from the nose. • नाक से बिना रुके स्वेद गिर रहा है।
८। सर्वैः रामः प्रार्थ्यते।
• Raama is prayed to by everyone. • राम की पूजा सबके द्वारा की जाती है।
९। तव माया दुरत्यया हे राम।
• Hey Raama, your maaya is unfathomable. • हे राम तुम्हारी माया अत्यन्त कठिन है।
१०। सर्वत्र मनुष्यरूपेण मृगाश्चरन्ति।
• Animals move in the form of humans everywhere. • सब ओर पशु मनुष्य के रूप में विचरण कर रहे हैं।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। तव चरितं विश्वहितकरमस्ति।
• Your conduct is beneficial for the world. • तुम्हारा चरित्र विश्व के लिए हितकर है।
२। मातः त्वां सततं स्मराम्यहम्।
• Mother, I remember you always. • माँ मैं तुम्हें निरंतर स्मरण करता हूँ।
३। कर्णयोः बधिरता वर्धमाना अस्ति।
• Deafness is increasing in both the ears. • कानों में बहरापन बढ़ रहा है।
४। स्वर्णनिर्मितां शृङ्खलां चोरयितुं प्रायत्यत तेन।
• He attempted to steal a gold necklace/chain. • उसने सोने की एक कंठी चुराने का प्रयास किया।
५। राष्ट्राय समर्पयितुं सिद्धाः जीवनम्।
• They are ready to dedicate their lives to the nation. • राष्ट्र के लिए जीवन समर्पण करने के लिए वे सिद्ध हैं।
६। भूपालीरागं गीतवान् सः।
• He sang a song in the Bhoopaali raaga. • उसने भूपालीराग में एक गीत गाया।
७। त्रयस्त्रिंशत् विदेशीयजनाः तत्रागताः।
• Thirty-three foreigners came there. • तेतीस विदेशी लोग वहाँ आए।
८। समयः अभूत् कार्यक्रमस्य।
• It is time for the event. • कार्यक्रम का समय आ गया।
९। समयनाशः सर्वनाशः इव।
• Loss/wastage of time is like loss of everything. • समय का नाश सर्वनाश जैसा होता है।
१०। अपरिश्रमशालिनः एव भाग्यं भर्त्सयन्ते।
• Only lazy people curse the fortune. • केवल परिश्रमहीन ही भाग्य की भर्त्सना करते हैं।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। अद्यत्वे शास्त्रीयसङ्गीतं प्रति आसक्तः भवति लोकः।
• Nowadays, people are getting interested in classical music. • आजकल लोग शास्त्रीय संगीत की ओर आकर्षित हो रहे हैं।
२। युद्धात् प्रतिगमनं वीरेभ्यः न रोचते।
• Heroes do not like retreating from war. • वीरों को युद्ध से वापस आना अच्छा नहीं लगता।
३। परीक्षापरिणामं दृष्ट्वा सर्वे मोदन्ते।
• Everyone rejoices after seeing the exam results. • परीक्षा के परिणाम देखकर सभी प्रसन्न हो जाते हैं।
४। मोदकप्रियं मूषकवाहनं गणेशं प्रणमामि आदौ।
• At the outset, I bow to Lord Ganesha, who loves Modak and rides the mouse. • मैं सर्वप्रथम मोदकप्रिय और चूहे पर सवार भगवान गणेश को प्रणाम करता हूँ।
५। कृत्रिमवस्तूनि विना जीवनमुचिततरम्।
• Life is better without artificial things. • कृत्रिम वस्तुओं के बिना जीवन अधिक उचित है।
६। कामान्धः एव अन्धः न तु जन्मान्धः।
• One blinded in desire is actually a blind, not the one who is born-blind. • कामना में अंधा ही वास्तव में अन्धा है न कि जन्म से अंधा।
७। मम नगरस्वच्छता मम दायित्वम्।
• Cleanliness of my city is my responsibility. • मेरे नगर की स्वच्छता मेरा कर्तव्य है।
८। एषः कन्यामहाविद्यालयः अस्ति।
• This is a girls' high school. • यह एक कन्या महाविद्यालय है।
९। शिशुः आनन्देन चीत्करोति।
• The child screams with joy. • बच्चा आनन्द से चिल्लाता है।
१०। दशतीर्थयात्रिणः हताः
• Ten pilgrims were killed. • दस तीर्थयात्री मारे गए।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। आदिवसं दूरवाणीं चालितवान् अद्य।
• Today, he used/operated the mobile the whole day. • आज पूरे दिन दूरवाणी चलाई।
२। कः व्रजति मार्गे रात्रौ।
• Who roams on the road at night? • रात्रि में सड़क पर कौन घूम रहा है।
३। अस्माकं मुखमेकं भवति कर्णौ तु द्वौ।
• We have one mouth but two ears. • हमारे पास एक मुँह है लेकिन दो कान हैं।
४। पञ्चानां नदीनां सङ्गमः अस्ति अत्र।
• Here is a confluence of five rivers. • यहाँ पाँच नदियों का संगम है।
५। जलबन्धे नैके विहगाः मत्स्यान् ग्रहीतुं यतन्ते।
• Several birds are trying to catch fish in the reservoir. • बान्ध में कई पक्षी मछलियाँ पकड़ने का प्रयास कर रहे हैं।
६। शैत्ये जनाः भुक्त्वा मकरवत् शेरते।
• During winter, post-meals, people sleep like crocodiles. • शीतकाल में भोजन के बाद लोग मगरमच्छ जैसे लेटते हैं।
७। सर्वाः भारतीयभाषाः मधुराः सन्ति।
• All Indian languages are sweet/melodious. • सभी भारतीय भाषाएँ मधुर होती हैं।
८। अद्य वादनाभ्यासः नाभूत्।
• There was no (musical-) instrument practice today. • आज संगीत वादन का अभ्यास नहीं हुआ।
९। कार्यकर्तॄणाम् अभावः अस्ति।
• There is a shortage of workers. • कार्यकर्ताओं की कमी है।
१०। प्रबन्धनं बहु सम्यक् कृतम्।
• It is very well managed. • प्रबंधन बहुत अच्छे प्रकार से किया गया है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। ऋष्यमूकपर्वते सुग्रीवः वसति स्म।
• Sugriva lived on Mount Rishyamooka. • सुग्रीव ऋष्यमूक पर्वत पर रहता था।
२। दीपं प्रज्वाल्य ध्यानस्था सा देवी।
• The lady lit the lamp and meditated. • महिला दीपक जला कर ध्यान कर रही है।
३। सः विमानादवतीर्य प्रणमति भूमिम्।
• Upon descending from the plane, he bows to the earth. • विमान से उतरकर वह भूमि को प्रणाम करता है।
४। एतादृशी कापि राजाज्ञा नास्ति किल।
• There is no such royal decree (hard rule) for this. • ऐसी कोई राजाज्ञा नहीं है।
५। सर्वजगतः शुभं भवेत्।
• May there be auspiciousness for the whole world. • सम्पूर्ण जगत के लिए मंगल हो।
६। विश्वशान्तिकरभारतस्य पुनरुत्थानम् आवश्यकम्।
• The revival/resurgence of world-peacemaker-Bharat is necessary. • विश्वशांति के लिए भारत का पुनरुत्थान आवश्यक है।
७। प्रसन्नः भूत्वा जीवनं यापय।
• Be happy and live life. • प्रसन्न होकर अपना जीवन जियो।
८। जन्म ते चत्वारिंशतः वर्षेभ्यः पूर्वमभवत्।
• Your birth happened forty years ago. • तुम्हारा जन्म चालीस वर्ष पहले हुआ था।
९। मुद्रणाय भवद्ध्वनिः समीचीनः।
• Your voice is good for recording. • मुद्रण के लिए आपकी ध्वनि अच्छी है।
१०। बालेयं मेधाविनी भविष्यति।
• This girl child will become intelligent. • यह बच्ची बुद्धिमान बनेगी।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। ते सर्वे गताः युवां कदा गमिष्यथः।
• They have all gone ; when will you two go? • वे सब गए तुम दोनों कब जाओगे।
२। रात्रौ कार्यक्रमः प्राचलत्।
• The program proceeded at night. • रात्रि में कार्यक्रम चला था।
३। तत्र गच्छ अत्र किं स्यात् तव।
• Go there; what could be here yours? • वहाँ जाओ यहाँ तुम्हारा क्या है।
४। सार्थकता कुत्र मम जीवनस्य।
• What is the purpose of my life? • मेरे जीवन की सार्थकता कहाँ है।
५। हे वत्सले मातृभूमे ते नमः अस्तु।
• Hey, beloved motherland, salutation for you. • हे वत्सला मातृभूमि आपको प्रणाम है।
६। अर्थं स्मारं स्मारं मन्त्रं पठ।
• Recite the mantra remembering its meaning. • अर्थ को ध्यान में रखते हुए मंत्र पढ़ो।
७। इदं जगत् मायामयमस्ति।
• This world is full of illusion (maayaa). • यह जगत मायामय है।
८। भवत्याः कार्यार्थं मया मम कटिः बद्धा।
• For the sake of your work, I have prepared myself. • तुम्हारे कार्यों के लिए मेरे द्वारा कमर कस ली गई है।
९। साधनारताः मुमुक्षवः तापसाः सन्ति।
• Who are devoted to their practices and seekers of moksha are ascetics. • साधनारत मोक्ष के इच्छुक तपस्वी हैं।
१०। सप्तमोक्षदायिन्यः नगर्यः सन्ति।
• There are seven cities that grant liberation. • सात मोक्ष प्रदान करने वाली नगरियाँ हैं।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। अत्र अष्टौ अशोकवृक्षाः सन्ति।
• Here are eight Ashoka trees. • यहाँ आठ अशोक वृक्ष हैं।
२। ह्यः सः रामभजनं कारयाञ्चकार।
• Yesterday he got worship (bhajan) of Rama done. • कल उसने भगवान राम जी का भजन करवाया।
३। भोक्तुमुपविशत यूयम्।
• You all should sit down for eating. • तुम सभी भोजन करने के लिए बैठो ।
४। कण्ठस्था माला तुलस्याः किम्।
• Is the Necklace (made)of Tulasi? • कण्ठ स्थित माला तुलसी की है क्या ।
५। लज्जावन्तः तु नेत्थं कथयेयुः।
• Modest ones, however, did not speak like this. • लज्जाशील लोग तो इस प्रकार नहीं कहते।
६। परिश्रमशालिनः सन्ति इमे बालाः।
• These children are hardworking. • ये बच्चे परिश्रमी हैं।
७। तस्याः वेणी बहुः दीर्घा।
• Her plait is very long. • उसकी चोटी बहुत लम्बी है।
८। नखाः मलपूरिताः जाताः।
• Nails have become dirty. • नाखूनों में मल भर गया है।
९। स्वच्छताकार्यं सर्वे कुर्वन्तु।
• Let everyone do the cleaning work. • सभी लोग स्वच्छता का काम करें।
१०। शीष्कारमपि स्वीकृत्य आगन्तास्मः श्वः।
• We will come tomorrow with whistle. • सीटी भी लेकर हम कल आएंगे ।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। सुन्दरं मृदङ्गं वादयति एषः।
• He plays beautiful mridangam. • वह सुंदर मृदंग बजाता है।
२। धर्मरक्षणार्थानि इमानि कार्याणि।
• These tasks are for the protection of dharma. • ये कार्य धर्म की रक्षा के लिए हैं।
३। तस्य सङ्गीताभ्यासः श्रेष्ठः अस्ति।
• His music practice is excellent. • उसका संगीत का अभ्यास उत्कृष्ट है।
४। भवत्याः चरणयोः प्रणामाः।
• Salutations to your feet. • आपके पादों में प्रणाम है।
५। गुणप्रवर्धनस्य प्रयासः भवतु सदा जीवने।
• May there always be effort towards enhancement of virtues in life. • गुणों की वृद्धि के प्रयास हमेशा जीवन में हो।
६। देशार्थकेन्द्रितं जीवनं भवेन्मम।
• May my life be centered around the welfare of the country. • मेरा जीवन देश हित में केन्द्रित हो।
७। वयं सन्धिं पठन्तः स्मः।
• We are studying sandhi. • हम संधि का पठन कर रहे हैं।
८। तस्य पुत्र्याः नाम अनुपमा।
• His daughter's name is Anupama. • उसकी बेटी का नाम अनुपमा है।
९। लघ्वी सत्यपि चतुरा सा।
• Though small, she is clever. • छोटी होते हुए भी वह चतुर है।
१०। आतपे बहिर्गन्तुं न वद।
• Do not ask to go out in the sun. • धूप में बाहर जाने को मत बोलो।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। शङ्खवादनाय युक्तिः आवश्यकी।
• Skill is necessary for blowing the conch. • शंख बजाने के लिए कुशलता आवश्यक है।
२। कौपीनं धृत्वैव गच्छति सः।
• He goes wearing only a loincloth. • वह केवल कौपीन पहनकर जाता है।
३। प्रातरुत्थाय स्तोत्रं पठितव्यम्।
• Hymns must be recited upon waking up in the morning. • सुबह उठकर स्तोत्र पढ़ना चाहिए।
४। एतावन्ति दिनानि यावत् नापश्यं दूरवाणीम्।
• I have not seen my mobile for this many (so many) days. • इतने दिनों तक मैंने अपनी दूरवाणी नहीं देखी।
५। दैनन्दिनीम् अपश्यः किं मम।
• Did you see my diary? • क्या आपने मेरी दैनन्दिनी देखी।
६। नैवेदानीमेव आगतोऽस्मि।
• No, I have just arrived. • न मैं तो अभी आया हूँ ।
७। क्रियापदरहितं वाक्यं न भवति।
• There is no sentence without a verb. • क्रियापद रहित वाक्य नहीं होता।
८। वृद्धोऽपि व्यायामरतः एषः।
• Even though he is old, is fond of exercise. • वृद्ध होने पर भी वह व्यायामरत है।
९। तस्य पादयोः शोथः अस्ति।
• He has swelling in his feet. • उसके पैरों में सूजन है।
१०। महोदय ममोदरे वेदना भवति।
• Sir (mahodaya), I have pain in my stomach. • महोदय मेरे पेट में वेदना हो रहा है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। विषयान् प्रति उदासीनः भवितुमिच्छामि।
• I wish to remain indifferent towards objects of senses. • मैं विषयों के प्रति उदासीन रहना चाहता हूँ।
२। दुर्गुणपङ्कान्निष्कासय माम्।
• Remove me from the mire of bad qualities. • मुझे दुर्गुणों के कीचड़़ से निकालो।
३। हे आङ्ग्लपुत्र मत्पुरतः संस्कृतेन सम्भाष्यताम्।
• Hey, Englishman ! speak to me in Sanskrit. • हे आङ्ग्लपुत्र मेरे सामने संस्कृत में बात करो।
४। स्वपूर्णसामर्थ्यं प्रदर्शितं भवेत् कार्ये।
• Full potential must be demonstrated in the task. • कार्य को पूरी क्षमता से किया जाना चाहिए।
५। अन्तः अस्ति आरम्भः।
• The end is the beginning. • अंत ही आरंभ है।
६। किमहं श्रूयमाणः अस्मि भवद्विषये।
• What am I hearing about you? • यह मैं क्या सुना रहा हूँ आपके विषये में।
७। अध्यापनेन अध्ययनम् अपि भवति।
• Teaching leads to learning also. • अध्यापन से अध्ययन भी होता है।
८। अस्मिन् विषये मम ज्ञानं नास्ति।
• I have no knowledge in this subject. • इस विषय में मेरा कोई ज्ञान नहीं है।
९। सः मूर्खवदाचरति।
• He behaves like a fool. • वह मूर्ख के जैसे व्यवहार करता है।
१०। पुनः एकवारं धन्यवादाः।
• Thanks once again. • एक बार पुनः धन्यवाद।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। जनैः साकं संवादः कृतः।
• A conversation was made with the people. • लोगों के साथ संवाद किया गया।
२। तद्देशे भारतीयदूतावासे कार्यक्रमः अभूत्।
• In that country, an event happened (was held) at the Indian embassy. • उस देश में भारतीय दूतावास में एक कार्यक्रम हुआ।
३। अन्या कापि वक्तुमिच्छति किम्।
• Does anyone else (any other lady) wish to speak? • क्या कोई और कुछ कहना चाहती है।
४। अवगतः किल विषयः।
• Matter understood, isn’t it? • विषय समझ मे आ गया ना ।
५। समापयामः सत्रमधुना।
• Let us conclude the session now. • अब हम सत्र को समाप्त करें।
६। भोजनं तु सम्यगेवात्र।
• The food here is quite good. • यहाँ का भोजन बहुत अच्छा है।
७। चिकित्सालयपरिसरे द्वे मन्दिरे स्तः।
• There are two temples in the hospital premises. • चिकित्सालय परिसर में दो मंदिर हैं।
८। भित्तिषु दीपान् स्थापयन्ति जनाः।
• People are placing lamps on the walls. • लोग भित्ति पर दीपक रख रहे हैं।
९। प्रयागराजे स्थानान्तरितौ तौ।
• Those two were transfered to Prayagraj. • उन्हें प्रयागराज स्थानांतरित किया गया।
१०। सः गुरुकुले अपठत्।
• He studied at the gurukul. • उसने गुरुकुल में पढ़ाई की।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। अहं ध्वनिमुद्रणं कृत्वा स्थापयामि।
• I am posting it after audio recording. • मैं ध्वनिमुद्रण करके स्थापित करता हूँ।
२। सायं सार्धषड्वादने भोजनं भवति।
• Dinner is at 6:30 PM. • सायंकाल ६:३० बजे भोजन होता है।
३। रात्रौ अभ्यासं कर्तुं शक्नोमि।
• I can practice at night. • मैं रात्रि में अभ्यास कर सकता हूँ।
४। सः महोदयः अपि संस्कृतं जानाति।
• That gentleman (mahodaya) also knows Sanskrit. • वह महोदय भी संस्कृत जानते हैं।
५। कथमपि कृत्वा भवती उपस्थिता भवतु।
• Somehow, you must be present. • कैसे भी करके आपको उपस्थित होना चाहिए।
६। गृहेऽपि सन्ति केचन अतिथयः।
• There are some guests at home also. • घर पर भी कुछ अतिथि हैं।
७। स्वपरिवारविषये उद्यतां भवता।
• Tell me about your family. • आप अपने परिवार के विषय में बताएं।
८। मन्दिरप्राङ्गणे जाता अद्यतनी सभा।
• Today's meeting was held in the temple courtyard. • आज की बैठक मंदिर के आंगन में आयोजित की गई थी।
९। पुत्र्या सह शिवालयम् अगच्छम्।
• I went to the Shiva temple with my daughter. • मैं अपनी बेटी के साथ शिव मंदिर गई।
१०। केरल राज्ये अस्ति एषः चिकित्सालयः।
• This hospital is in the state of Kerala. • यह चिकित्सालय केरल राज्य में है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। पुष्यनक्षत्रस्य वृक्षः वर्तते अश्वत्थः ।
• The tree of the Pushya nakshatra is the pipal. • पुष्य नक्षत्र का वृक्ष पीपल है।
२। वाहनम् एकस्थात् अन्यस्थानं नयति।
• The vehicle takes(transports) from one place to another. • वाहन एक स्थान से दूसरे स्थान ले जाता है।
३। राष्ट्रीयवृक्षस्य नाम जानासि नु।
• You know the name of the national tree, don’t you?. • तुम राष्ट्रीय वृक्ष का नाम जानते हो ना।
४। अहर्निशं स्वमनः उत्तमविचारैः पूरणीयम्।
• One should always fill one’s mind with the best thoughts. • अहर्निश अपने मन को उत्तम विचारों से पूर्ण रखना चाहिए।
५। गृहात् बहिः शैत्यप्रभावः अधिकः स्यात्।
• The effect of winter/cold could be more outside the house. • घर के बाहर ठंड का प्रभाव अधिक हो सकता है।
६। ते तूर्यान् वादयन्ते।
• They play trumpets. • वे तूर्य वाद्य बजाते हैं।
७। लघौ सर्पेऽपि महत् विषं भवति।
• Even in small snakes, considerable venom exists. • छोटे सांप में भी विष अधिक होता है।
८। भुजङ्गासनं कुर्वन्नस्मि।
• I am doing the bhugangasana. • मैं भुजङ्गासन कर रहा हूँ।
९। तस्य अनुजः दिवं जगाम।
• His younger brother went to heavenly abode. • उसका छोटा भाई दिवंगत हो गया।
१०। महदाश्चर्यकरी घटना अभूदद्य।
• A surprising event occurred today. • आज एक बहुत आश्चर्यकरी घटना हुई।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। तर्पणार्थम् अस्ति इदं संस्कारितं जलम्।
• This purified water is for tarpan. • तर्पण के लिए यह संस्कारित जल उपयुक्त है।
२। सुखं दुःखं कल्पनामात्रमेवास्ति अस्माकम्।
• Happiness and sorrow are merely our perceptions. • सुख और दुःख केवल हमारी कल्पना मात्र हैं।
३। अहो कर्णप्रियमिदं सङ्गीतम्।
• Oh, this music is delightful to the ears. • आह यह संगीत कर्णप्रिय है।
४। शिवरञ्जनीरागे निबद्धमिदं गीतम्।
• This song is composed in the Raag Shivaranjani. • यह गीत राग शिवरञ्जनी में रचा गया है।
५। जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी।
• Mother and motherland are greater than heaven. • माँ और मातृभूमि स्वर्ग से भी महान् हैं।
६। अश्वत्थः अहर्निशम् प्राणवायुं ददाति।
• The peepal tree provides oxygen day and night. • पीपल का पेड़ रात और दिन प्राणवायु प्रदान करता है।
७। रोहिणी प्रियतमा पत्नी चन्द्रस्य।
• Rohini is the beloved wife of the moon. • रोहिणी चन्द्र की प्रिय पत्नी है।
८। शनिदेवस्य वाहनः काकः अस्ति।
• Crow is the vaahana of Lord Saturn. • कौवा भगवान शनि का वाहन है।
९। वृक्षकारणेन अत्र तापमानमधिकं नास्ति।
• Because of trees, the temperature here is not high. • यहाँ पेड़ों के कारण तापमान अधिक नहीं है।
१०। नैतिकचरित्रस्य वर्धनमेव शिक्षा।
• Education is nothing but enhancement of moral character. • शिक्षा नैतिक चरित्र का विकास है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। टङ्कारध्वनिः आयाति वाद्यात्।
• Twang emanates from the musical instrument. • वाद्य से टंकार की ध्वनि आती है।
२। तेन आवां यष्टिकाभ्यां ताड्यावहे।
• We (two) were beaten with (two) sticks by him. • उसके द्वारा हम(दो) दो डण्डियों से मारे गए।
३। साधुः प्रयासः कृतः बालेन।
• Proper effort has been made by the boy. • बच्चे ने अच्छा प्रयास किया है।
४। ऊष्णवायुः सर्वत्र प्रवहति।
• Hot wind blows everywhere. • ऊष्ण हवा सभी जगह चल रही है।
५। ते देवाः भावयन्तु वः।
• Let those devas/deities bless you. • उन देवताओं की कृपा हो आप पर।
६। सम्यक् श्रुत्वा लिखतु विद्यार्थी।
• The student should write after listening well. • विद्यार्थी को सही से सुनकर लिखना चाहिए।
७। सूत्रे पुष्पाणि ग्रथितानि सन्ति।
• Flowers are strung on the thread. • सूत्र में फूल गूंथे गए हैं।
८। मम भार्यां रक्षतु भैरवी।
• Bhairavi protect my wife. • भैरवी मेरी पत्नी की रक्षा करे।
९। तेषां परिणामः आगतः किल।
• Their result came possibly. • उनका परिणाम आ गया है लगता है।
१०। हस्तरेखादर्शनं केन कारितं भवतः।
• Your palm-reading was made to be done by whom? • आपकी हस्तरेखा किसके द्वारा दिखाई गई।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। अन्वयं कुरु अस्य श्लोकस्य।
• Please do anvaya of this verse. • इस श्लोक का अन्वय करो।
२। भवत्याः जनकोऽपि मे आपणात् क्रीणाति।
• Your father also buys from my shop. • आपके पिताजी भी मेरी दुकान से वस्तु क्रय करते हैं।
३। बालः स्ववस्त्रस्य सीवनम् अकार्षीत्।
• The child sewed his clothes himself. • बच्चे ने आज अपने कपड़ों की सिलाई स्वयं की।
४। कंसे निपातयतु सूपम् वितरकः।
• Let the server pour the soup into the bowl. • वितरक सूप को कटोरी में डाले।
५। भवान् एवमाचरेत् इति आश्चर्यम्।
• It's surprising that you behave like this. • यह आश्चर्य है कि आप ऐसा व्यवहार करते हैं।
६। तस्य एकः पादः कृत्रिमः अस्ति।
• His one leg is artificial. • उसका एक पैर कृत्रिम है।
७। रामम् अनुकरोति लक्ष्मणः।
• Lakshmana imitates Raama. • लक्ष्मण राम का अनुकरण करता है।
८। चलनसमये तस्य उदरं कम्पते।
• His stomach trembles while walking. • उसका पेट चलते समय हिलता है।
९। कुतः ओष्ठरागं लिम्पन्ति महिलाः।
• Why do women apply lipstick? • महिलाएँ ओष्ठराग क्यों लगातीं हैं।
१०। अद्यतनीयं समाचारपत्रं कुत्रास्ति।
• Where is today's newspaper? • आज का समाचार पत्र कहाँ है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। मम गुरवः अत्रैव विराजन्ते।
• My teachers are present right here. • मेरे शिक्षक यहीं उपस्थित हैं।
२। प्रचारः न कृतः तेन।
• No publicity was not given by him. • उसके द्वारा कोई प्रचार नहीं किया।
३। रामनाम विना वाणी न शोभते।
• Speech without Raamanaama lacks grace/beauty. • रामनाम के बिना वाणी शोभा नहीं पाती।
४। द्वे अङ्गुलीयके धृतवान् सः।
• He wore two rings. • उसने दो अंगूठियां पहन रखीं हैं।
५। तस्य नेत्रे प्रकाशेते।
• His eyes are shining. • उसकी आंखें प्रकाशित हैं।
६। विंशतिः व्यजनानि चलन्ति।
• Twenty fans are on. • बीस पंखे चल रहे हैं।
७। सरस्वत्याः विग्रहः स्थापितः विद्यालये।
• An idol of Saraswati is set up in the school. • विद्यालय में सरस्वती की मूर्ति स्थापित की गई है।
८। परधने नास्ति मे अधिकारः।
• I have no right over others' wealth. • मेरे पास दूसरों की संपत्ति पर कोई अधिकार नहीं है।
९। नवपुष्पनिर्मिता माला इयम्।
• This garland is made of fresh flowers. • यह माला नए फूलों से बनाई गई है।
१०। केशविन्यासं करोति सः।
• He does hairstyling. • वह बालों का विन्यास करता है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। तव महिमानं न अहं जाने।
• I do not know your greatness. • मुझे आपकी महिमा का पता नहीं है।
२। नमस्तस्यै नमो नमः।
• Salutations to her, salutations again and again. • उन्हें (महिला) नमस्कार, बार-बार नमस्कार।
३। अस्य गीतस्य लिपिं जानीथ।
• Know the script of this song. • इस गीत की लिपि को जानो।
४। भवतु नाम तव जनकः आरक्षकाधिकारी।
• Your father may be a security officer, so what? • हों भले हि आपके पिताजी आरक्षक अधिकारी।
५। भवत्याः परिश्रमम् अनुकर्तुं न सरलम्।
• It is not easy to emulate your effort. • आपके परिश्रम का अनुकरण करना सरल नहीं है।
६। कैलाशवर्यस्य भाषणमासीदद्य।
• Today was the speech of Mr. Kailash. • आज कैलाश का भाषण था।
७। अभूवन् किं नाटकानि ते।
• Are your dramas over? • तुम्हारे नाटक हो गए क्या।
८। मुखावरणम् अधृत्वैव अगमत् सः।
• He went without even wearing the mask. • वह मुखावरण लगाए बिना ही चला गया।
९। श्मश्रु शोभते तस्य।
• His beard looks good. • उसकी श्मश्रु अच्छी दिखती है।
१०। विश्वरूपदर्शनं कर्तुमिच्छामि प्रभो।
• Hey, Prabhu, I desire to see your vishwaroopa. • हे प्रभो मैं आपके विश्वरूप का दर्शन करना चाहता हूँ।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। तं कण्डूयनं बाधते।
• Itching troubles him. • उसे खुजली सताती है।
२। सः शिरसः वेदनया त्रस्तः।
• He is terrified by the pain in his head. • वह सिर की वेदना से त्रस्त है।
३। सपत्नीकः रामः वनं गच्छति।
• Raama, along with his wife, goes to the forest. • राम अपनी पत्नी के साथ वन जा रहा है।।
४। तस्य अहङ्कारः एव पराजयकारणम्।
• His pride alone is the cause of his defeat. • उसका अहंकार ही उसकी पराजय का कारण है।
५। कथं दूरवाणी रक्षणीया चोरेभ्यः।
• How can mobile be safeguarded from the thieves? • दूरवाणी को चोरों से कैसे रक्षित किया जा सकता है।
६। कार्यकर्तॄणां नामसूचिं कदा दद्यात् सः।
• When will he possibly give the list of the workers' names? • वह श्रमिकों की सूची कब देगा।
७। चित्तरञ्जकमस्ति भवत्याः गीतम्।
• Your song is delightful. • तुम्हारा गीत बहुत ही मनोहारी है।
८। प्रातःकाले शीघ्रम् उत्थितः अहम्।
• I woke up early in the morning. • मैं सुबह शीघ्र उठ गया।
९। कर्गदे वाक्यानि अलिखम्।
• I wrote sentences on the paper. • मैनें कागज पर वाक्य लिखे।
१०। कति देशाः समाहूताः उपवेशने।
• How many countries are invited to the conference? • सम्मेलन में कितने देशों को आमंत्रित किया गया है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। सकलभुवनजनहिताय एव अहमत्रास्मि।
• I am here only for the welfare of all beings. • मैं यहाँ सभी जीवों के हित के लिए हूँ।
२। सः महान् तुन्दिलः अस्ति।
• He is one with a paunch. • वह बड़ी तोंद वाला है।
३। अस्मिन् क्षेत्रे कस्य बीजानि उप्तानि।
• Whose seeds have been sown in this field? • इस क्षेत्र में किसके बीज बोए गए हैं।
४। मशकः ऊर्णनाभजाले बन्धितः कदाचित्।
• Mosquito was trapped in the spider's web at sometime. • कदाचित् मच्छर मकड़ी के जाल में फंस गया।
५। म्लेच्छानां सशस्त्रविरोधाय सिद्धो भव।
• Be prepared to fight against the barbarians with weapons. • शस्त्रों के साथ म्लेच्छों से लड़ने के लिए सिद्ध रहो।
६। मम तु सन्ति कानिचन मित्राणि अत्र।
• I, however, have some friends here. • मेरे यहाँ कुछ मित्र हैं।
७। ध्वनिवर्धकस्य साहाय्येन भाषन्ते नेतारः।
• Leaders speak with the help of microphone. • नेता ध्वनिवर्धक की सहायता से भाषण देते हैं।
८। वेङ्कटेशोऽस्ति तस्य महोदयस्य नाम।
• That Gentleman's name is Venkatesha. • उन महोदय का नाम वेङ्टेश है।
९। अनुभवः सर्वोत्तमः शिक्षकः भवति।
• Experience is the best teacher. • अनुभव सबसे अच्छा शिक्षक होता है।
१०। तपः आवश्यकं सिध्यर्थम्।
• Austerity is necessary for achievement. • सफलता के लिए तप आवश्यक है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। वज्राङ्गी स्यात् सः।
• He should be robust. • वह वज्राङ्गी होना चाहिए।
२। कर्णयोः कुण्डले शोभेते।
• Earrings shine in the ears. • कानों में कुंडल चमक रहे हैं।
३। अस्य छन्दसः नाम किम्।
• What is the name of this meter? • इस छंद का नाम क्या है।
४। अस्मिन् स्तोत्रे फलश्रुतिः नास्ति।
• There is no mention of benefits of listening in this hymn. • इस स्तोत्र में फलश्रुति नहीं है।
५। माहात्म्यश्लोकान् अपि वदिष्यथ यूयम्।
• You all will recite the praise verses. • तुम सभी माहात्म्यश्लोकों को भी बोलोगे।
६। तत्पाठनं मया एकदा श्रुतमस्ति।
• I have heard his teaching once. • मैंने उसका पढाना एक बार सुना है।
७। पुरा अधिकपरिश्रमशालिनः भवन्ति स्म मनुजाः।
• People used to be very hardworking in the past. • पहले लोग बहुत परिश्रमी होते थे।
८। पुनरागमनाय सर्वे देवाः यान्तु।
• May all gods depart for return. • सभी देव पुनः आने के लिए प्रस्थान करें।
९। भारतविषये सर्वं मङ्गलमस्तु।
• May everything be auspicious regarding Bharat. • भारत के संबंध में सब मंगल हो।
१०। सज्जनगणचित्तं निर्भयमस्तु।
• May the minds of the virtuous be fearless. • सज्जनों के मन निर्भय हों।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। एकोनविंशतिः बकाः सन्ति समूहे।
• There are nineteen storks in the group. • समूह में उन्नीस बगुले हैं।
२। पर्वतोऽपरि नर्मदेश्वरः इति नामकं मन्दिरम् अस्ति।
• On the mountain there is a temple called Narmadaeshwar. • पहाड़ के ऊपर नर्मदेश्वर नामक एक मंदिर है।
३। लाङ्गूलम् सः अधः अपातयत्।
• He put the tail down. • उसने पूंछ नीचे डाल दी।
४। अन्येषां सेवायां रतः स्यात् मनुष्यः।
• A person should indulge in serving others. • व्यक्ति को दूसरों की सेवा में लगना चाहिए।
५। सर्वाणि दुष्कार्याणि तस्मै तु सरलानि एव।
• All difficult tasks are nevertheless simple for him. • उसके लिए सभी कठिन कार्य सरल हैं।
६। उच्छिष्टभोजनं कुतः भवद्भिः अत्र अस्थाप्यत।
• Why did you keep the leftover food here? • तुमने यहाँ झूठा भोजन क्यों रखा है।
७। तस्य विशिष्टं वादनं श्रुत्वा प्रसन्नोऽहम्।
• Having heard his special instrumental music, I am pleased. • उसके विशेष वादन को सुनकर मैं प्रसन्न हुआ।
८। पवित्रं मनः एव सन्मार्गं प्रति नयेत्।
• Pure mind alone leads towards right path. • शुद्ध मन ही सही मार्ग की ओर प्रेरित करता है ।
९। रामकार्ये सदा निरतः हनुमान्।
• Hanuman is always devoted to Raama's work. • हनुमान लगातार राम के कार्य में लगे रहते हैं।
१०। स तु आसन्दे एव अस्वपत्।
• He fell asleep on the chair itself. • वह आसन्द पर ही सो गया।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। बहुभ्यः स्थानेभ्यः जनाः नेत्रचिकित्सार्थम् आगच्छन्ति।
• People come from several places for eye treatment. • लोग कई स्थानों से नेत्र चिकित्सा के लिए आते हैं।
२। आत्मना सह षट् कर्मकरान् नीतवान् सः।
• He took six workers with him. • वह अपने साथ छह कामगारों को ले गया।
३। मम स्तरानुगुणं भवेयुः प्रश्नाः।
• The questions should be as per my level. • प्रश्न मेरे स्तर के अनुसार होने चाहिए।
४। भगवतः दृष्ट्या सर्वे समानाः।
• In the eyes of the Lord, all are equal. • भगवान की दृष्टि में सभी समान हैं।
५। अद्य प्रातः एव भ्रमणार्थम् उद्यानं प्रति गता सा।
• She went to the garden for a walk this morning itself. • वह आज सुबह ही घूमने के लिए बगीचे में चली गई ।
६। सर्वाणि वस्तूनि सुव्यवस्थितानि भवेयुः तदेव मम सुविधायै।
• All things should be well-organized, that is for my convenience only. • सब कुछ सुव्यवस्थित होना चाहिए यही मेरी सुविधा के लिए है।
७। बहवः बाधाः अनुभूयन्ते।
• Many obstacles are being experienced. • कई बाधाओं का अनुभव हो रहा है।
८। अति सर्वत्र वर्जयेत्।
• Excess should be avoided everywhere. • अति सर्वत्र वर्जित करना चाहिए।
९। रघुवंशे अस्ति एषः संवादः।
• This conversation is in the Raghuvamsha. • यह संवाद रघुवंश में है।
१०। भवतीम् अनुसृत्य आगमिष्यामि।
• I will follow you and come. • मैं आपका अनुसरण करके आऊँगा।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। अतिनिद्रापि हानिकारिका भवति।
• Excessive sleep is also harmful. • अति निद्रा भी हानिकारक होती है।
२। भवता सह कार्यकरणे मया बहु सौख्यम् अनुभूतम्।
• Much comfort/happiness was experienced by me by working with you. • आपके साथ कार्य करने में मैंने बहुत सुख का अनुभव किया।
३। सर्वं स्मृत्वा वदेयम्।
• I will speak remembering everything OR I will remember everything and speak. • सब कुछ याद करके कहूँगा।
४। परीक्षार्थं शुभकामनाः।
• Best wishes for the examination. • परीक्षा के लिए शुभकामनाएँ।
५। अहमपि लघ्वीं सूक्तिं वदामि।
• I will also say a short verse. • मैं भी एक लघु सूक्ति कहता हूँ।
६। सर्षपस्य क्षेत्रमिदम्।
• This is a mustard field. • यह सरसों का खेत है।
७। रज्जुं गृहीत्वा आरोढुं शक्नुयाः त्वम्।
• You can climb by holding the rope. • तुम रस्सी पकड़कर चढ़ सकते हो।
८। कैश्चित् योधृभिः मिलित्वा अभिमन्युः हतः।
• Abhimanyu was jointly killed by many warriors. • अभिमन्यु कुछ योद्धाओं द्वारा मिलकर मारा गया था।
९। कमपि संस्कृतसम्बन्धितं विषयं वदेम।
• Let's talk about some topic related to Sanskrit. • किसी संस्कृत से संबंधित विषय पर बात करें।
१०। प्रणामाः हे गुरुवर्य।
• Greetings, oh! revered teacher. • प्रणाम हे गुरुवर्य।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। काष्ठनिर्मितां पाञ्चालिकाम् आनय।
• Bring the wooden doll. • लकड़ी की गुड़िया लाओ।
२। अहमिति पदेन सह उत्तमपुरुषः भवति।
• First-person is formed with the word 'aham'. • 'अहम्' शब्द के साथ उत्तम पुरुष होता है।
३। शिवोपासकाः शिवम् ईप्सन्ति।
• Devotees of Shiva desire Shiva. • शिव के उपासक शिव की कामना करते हैं।
४। गणकः रूप्यकाणि गणयति।
• The accountant counts the coins. • लेखाकार सिक्के गिनता है।
५। गृहपालकः स्वदायित्वं पालयेत्।
• The housekeeper should fulfill/discharge his responsibility. • गृहपालक को अपने दायित्व का पालन करना चाहिए।
६। कति दर्शकाः आगताः इदानीं यावत्।
• How many spectators have arrived so far? • अब तक कितने दर्शक आ चुके हैं।
७। यावन्तः अतिथयः तावतः चायचषकान् आनय।
• Bring as many cups of tea as there are guests. • जितने अतिथि हैं उतने चाय के कप लाओ।
८। कियत् गभीरं जलमस्ति तडागे।
• How deep is the water in the pond? • तालाब में पानी कितना गहरा है।
९। मृतसैनिकानां स्मरणार्थम् इदं भवनम्।
• This building is in memory of the fallen soldiers. • यह भवन मृत सैनिकों की स्मृति में है।
१०। परिस्थितिम् अजानता मया तथा आचरितम्।
• I acted thus without knowing the situation. • स्थिति को न जानकर मैंने ऐसा आचरण किया।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। विवक्षा अस्ति मयि अपि विषयेऽस्मिन् ।
• I also have an intention to speak on this matter. • मेरी भी इस विषय में कुछ कहने की इच्छा है।
२। एकेन शब्देन द्वौ अर्थौ प्रतिपादितौ।
• Two meanings are conveyed through one word. • एक शब्द से दो अर्थ व्यक्त किये हैं।
३। पक्षपाती न भव।
• Do not be biased. • पक्षपाती मत बनो।
४। संस्कृतरक्षणम् एव धर्मरक्षणम्।
• Preservation of Sanskrit is in fact preservation of dharma. • संस्कृत का संरक्षण ही धर्म का संरक्षण है।
५। अहमेतानि पुस्तकानि दित्सामि।
• I want to give these books. • मैं ये पुस्तकें देना चाहता हूँ।
६। विवेकः पुस्तकपठनेन नायाति।
• Discernment does not come from reading books. • विवेक पुस्तक पढ़ने से नहीं आता।
७। ईशानदिशि वर्तते अस्मद्देशः।
• Our country is situated in the northeast direction. • हमारा देश ईशान दिशा में स्थित है।
८। तदुद्वाहस्य दशवर्षाणि जातानि।
• Ten years have passed since his marriage. • उसके विवाह को दस वर्ष हो चुके हैं।
९। माता देवालयात् प्रत्यागच्छति।
• Mother is returning from the temple. • माँ मंदिर से लौट रही है।
१०। त्वयि विश्वस्यैव ददामि गृहकुञ्चिकाम्।
• Trusting in you, I am giving you the key of the house. • मैं तुम पर विश्वास करके तुम्हें घर की कुञ्चिका देता हूँ।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। भवन्तः अस्माभिस्सह क्रीडन्तु।
• You (all) play with us. • आप सभी हमारे साथ खेलें।
२। अहं तु भ्रमणार्थम् आयातः।
• I have come for a tour. • मैं भ्रमण के लिए आया हूँ।
३। नास्ति द्रष्टुमिच्छा ते मुखम्।
• Don't have desire to see your face. • तुम्हारा मुख देखने की इच्छा नहीं है।
४। घर्षणेन रज्जुः भग्ना जाता।
• The rope was broken by friction. • घर्षण से रस्सी टूट गई।
५। अमृतं पिपासन्ति राक्षसाः।
• The demons desire to drink nectar. • राक्षस अमृत पीना चाहते हैं।
६। वृक्षाः अपि परस्परं भाषन्ते।
• Even trees talk to each other. • वृक्ष भी आपस में बात करते हैं।
७। भूभृत् राज्यरक्षणाय युध्यते।
• The king fights to protect the kingdom. • राजा राज्य की रक्षा के लिए लड़ता है।
८। ऋणस्य अभिवृद्धिः भवति।
• The debt increases. • ऋण की वृद्धि होती है।
९। कर्म कुरु।
• Do your duty. • अपना कर्म करो।
१०। मनुजः सन्नपि न मोक्षाय यतते।
• Even being a human, one does not strive for liberation. • मनुष्य होते हुए भी मोक्ष के लिए प्रयास नहीं करता।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। प्रणवध्वनिः सर्वत्र गुञ्जायमानः अस्ति
• The sound of Om is resonating everywhere. • ओम की ध्वनि सर्वत्र गूंज रही है।
२। संसारेऽस्मिन् सर्वे आत्मीयाः भवन्तु।
• In this world, let everyone be dear/affectionate to each other. • इस संसार में, सभी एक-दूसरे के प्रिय हों।
३। मातुः स्वास्थ्यं सम्यक् नास्ति।
• Mother's health is not good. • माँ का स्वास्थ्य ठीक नहीं है।
४। कलशे जलमस्ति प्रत्युत न।
• Is there water in the pot or not? • कलश में जल है अथवा नहीं।
५। निमज्जनेन तन्मृत्युः अभूत्।
• His death happened due to drowning. • डूबने से उसकी मृत्यु हुई।
६। रामचरित्रं सर्वेभ्यः आदर्शरूपमस्ति।
• The character of Raama is an ideal for everyone. • रामचरित्र सभी के लिए आदर्श है।
७। मृत्युः तु सर्वेषां निश्चितः।
• Death is a certainty for all. • मृत्यु सभी के लिए निश्चित है।
८। मम भागिनेया आगता गृहे।
• My niece has come home. • मेरी भांजी घर आई है।
९। गौरीं विना शिवः न पूर्णः।
• Without Gauri, Shiva is not complete. • गौरी के बिना शिव पूर्ण नहीं हैं।
१०। हिन्दूधर्मे एव महिलाः पूज्यन्ते।
• Women are worshipped only in Hinduism. • केवल हिन्दू धर्म में ही महिलाएँ पूजनीय हैं।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। महिला काष्ठानि प्रज्ज्वाल्य दुग्धं क्वाथयति।
• The woman lights up and (then) firewood and boils milk. • महिला लकड़ी जलाकर दूध उबालती है।
२। इयं धेनुः विशाला अस्ति।
• This cow is big. • यह गाय बड़ी है।
३। संवादात्मकः विषयः एषः।
• This is a topic for discussion. • यह बातचीत का विषय है।
४। ह्यः प्रत्यागमने विलम्बः अभवत्।
• Yesterday there was delay in arrival. • कल आने में देरी हुई थी।
५। भवन्तौ कस्मिन् कार्ये उद्युक्तौ स्तः।
• What task are you both engaged in? • तुम दोनों किस काम में लगे हो।
६। भावाभिव्यक्तिसाधनत्वेन भवति भाषा।
• Language serves as a means of expressing emotions. • भाषा भावनाओं को व्यक्त करने का साधन होती है।
७। संस्कृतभाषिणः के के सन्ति अत्र।
• Who are all the Sanskrit speakers here? • यहाँ संस्कृत बोलने वाले कौन-कौन हैं।
८। भवतोः क आलापः प्रवर्तते।
• What conversation is going on between you two? • तुम दोनों में क्या बातचीत चल रही है।
९। एवं प्रभवितुं नार्हति।
• It cannot happen this way. • ऐसा नहीं हो सकती है।
१०। धर्मरिरक्षुभिः शास्त्राध्ययनं कर्तव्यमेव।
• Those who want to protect dharma must study scriptures. • धर्मरक्षण की इच्छा रखने वालों को शास्त्रों का अध्ययन करना चाहिए।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। नैकदुर्गविजेतारं शिवराजं नमामि।
• I salute King Shivraj, the conqueror of many forts. • मैं उन शिवराज को नमस्कार करता हूँ, जो कई किलों को जीत चुके हैं।
२। उपलब्धान् शिष्यान् एव आह्वय।
• Call only the available disciples. • उपलब्ध शिष्यों को ही बुलाओ।
३। श्वशुरः गां पयः दोग्धि।
• Father-in-law is milking the cow. • ससुर गाय का दूध निकालता है।
४। सर्वजन्तूनां ध्वनिम् अनुवक्तुं शक्नोति सः।
• He can imitate the sound of all the animals. • वह सभी पशुओं की ध्वनि निकाल सकता है।
५। चतस्रः मयूर्यः डयमानाः केकायन्ते।
• Four flying peacocks are squawking. • चार उडते हुए मोर केका रहे हैं।
६। संघर्षं विना नास्ति सफलता।
• There is no success without struggle. • संघर्ष के बिना कोई भी सफलता नहीं होती।
७। अनुकूलता न सर्वदा तिष्ठति।
• Convenience does not remain all the time. • अनुकूलता हमेशा नहीं बनी रहती।
८। ऊर्जायाः नाशः न भवति।
• Destruction of energy does not happen. • ऊर्जा का नाश नहीं होता।
९। ईषद् रोदिति ईषच्च हसति शिशुः।
• The child cries a bit and laughs a bit. • बच्चा थोड़ा रोता है और थोड़ा हंसता है।
१०। श्यालाः कति सन्ति भवतोः।
• How many brothers-in-law are there for you two? • तुम दोनों के कितने श्याल हैं।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। शौर्येण विना जयः न भवति।
• There is no victory without courage. • साहस के बिना जीत नहीं होती।
२। नवमकक्षायाम् आगतः अहम्।
• I have reached/come to ninth class. • मैं नौंवीं कक्षा में आया हूँ।
३। एकादशः अध्यायः पूर्णः।
• The eleventh chapter is complete. • ग्यारहवां अध्याय पूरा हुआ।
४। पञ्चरुद्राक्षमालाः कण्ठे विद्यन्ते।
• There are five Rudraksha beads in the neck. • गले में पांच रुद्राक्ष मालाएं हैं।
५। सत्कार्याणि न पर्याप्तानि मोक्षाय।
• Good deeds are not sufficient for liberation. • मोक्ष के लिए अच्छे कार्य पर्याप्त नहीं होते।
६। अनुमीयताम् अस्य कूपस्य दैर्घ्यम्।
• Estimate the depth of this well. • इस कुए की गहराई का अनुमान लगाओ।
७। इदं कार्यं महदावश्यकमस्ति।
• This task is very essential. • यह कार्य बहुत जरुरी है।
८। भक्तिं विना मोक्षः न सिध्यति।
• Without devotion, liberation is not achieved. • भक्ति के बिना मोक्ष नहीं हो सकता।
९। कार्यक्रमस्य महत्त्वम् अवगमनीयम्।
• Importance of the program must be understood. • कार्यक्रम का महत्त्व समझना चाहिए।
१०। गच्छत्सु साधनेषु इदम् अन्ते गच्छेत्।
• Among vehicles which are going, this one will go at the end. • सभी साधनों में यह अंत में जाएगा।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। त्वमपि तादृशः भवितुं वाञ्छसि इति संशयः।
• I doubt if you also want to become like that. • तुम भी वैसा बनना चाहते हो ऐसा मुझे संदेह है।
२। वीणावादिन्यै सरस्वत्यै नमः।
• Salutations to Saraswati, the player of the veena. • वीणा बजाने वाली सरस्वती को नमस्कार।
३। आरक्षकैः रामभक्तेषु गोलिकाः चालिताः।
• The police fired on Rama devotees. • आरक्षकों ने राम भक्तों पर गोलियाँ चलाईं।
४। श्रीबलरामः नामके विद्यामन्दिरे अस्मि।
• I am in the school named Shri Balaram. • मैं श्री बलराम नामक विद्यालय में हूँ।
५। कतीनां क्रान्तिकारीणां नामानि जानाति भवती।
• Names of how many revolutionaries do you know? • तुम्हें कितने क्रांतिकारीयों के नाम पता है।
६। भवान् यत् वदति तत् लेखितुमपि शक्नुयान्ननु।
• Whatever you are speaking you can write it also, isn’t it? • जो कुछ बोला जाता है, वह लिख भी सकते हो ना ।
७। इदं शरीरं राष्ट्राय इदं न मम।
• This body is for nation, not for me. • यह शरीर राष्ट्र के लिए है मेरे लिए नहीं।
८। राममन्दिरं भारतस्य पुनरुत्थानस्य सङ्केतमस्ति।
• The temple of Ram is a symbol of Bharat’s resurgence. • राम मंदिर भारत के पुनरुत्थान का प्रतीक है।
९। व्यक्तिगतजीवनस्य प्रभावः सामाजिकजीवने भवति एव।
• The influence of personal life indeed exists on social life. • व्यक्तिगत जीवन का प्रभाव सामाजिक जीवन पर अवश्य रहता है।
१०। लघुः दर्पणः नास्ति स्नानगृहे।
• There is no small mirror in the bathroom. • स्नानघर में छोटा दर्पण नहीं है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। दक्षिणे जानुनि व्रणः जातः पतनेन।
• A wound occured on the right knee due to a fall. • दाहिने घुटने पर गिरने से व्रण हो गया।
२। रे मूढ पिपतिषसि किम्।
• Hey, fool! do you want to fall? • अरे मूर्ख क्या तुम गिरना चाहते हो।
३। नारिकेलतैलं दक्षिणभारते अधिकम् उपयुज्यते।
• Coconut oil is used more in Southern Bhaarat. • दक्षिण भारत में नारियल तेल अधिक उपयोग में लिया जाता है।
४। तस्मै पाणिनये नमः।
• Salutations to Panini. • पाणिनि को प्रणाम।
५। कृताञ्जलिः भक्तः देवं नमति।
• A devotee with folded hands bows to the deity. • हाथ जोड़कर भक्त देवता को प्रणाम करता है।
६। मनुष्यः भावपूर्णः भवेत्।
• A person should be full of emotions/feelings. • मनुष्य भावपूर्ण होना चाहिए।
७। अङ्कनीं तीक्ष्णां कृत्वा पुनः लिख।
• Sharpen the pencil and write again. • अंकनी को छील करके पुनः लिखो।
८। भूयो भूयो नमाम्यहं भवतीम्।
• Again and again, I bow to you. • मैं बार-बार आपको प्रणाम करता हूँ।
९। यः त्यागी सः पूज्यते लोके।
• The one who is renunciant is revered in the world. • जो त्यागी होता है, उसे दुनिया में पूजा जाता है।
१०। वैराग्यं न भवति सारल्येन।
• Detachment does not happen easily. • वैराग्य सरलता से नहीं आता।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। कामात् निवृत्तिः न सरलः।
• Abstention from lust is not easy. • काम से मुक्ति सरल नहीं होती।
२। शिवः शिवः इति जपन् व्रजति सन्न्यासी।
• The ascetic goes chanting ‘Shiva, Shiva’. • शिव शिव का जप करते हुए संन्यासी चला जाता है।
३। असत्याचरणं सदा हानिकारकमेव।
• Untruthful conduct is always harmful. • असत्य आचरण हमेशा हानिकारक होता है।
४। प्रश्नः अतीव सरलः अस्ति।
• The question is very simple. • प्रश्न बहुत ही सरल है।
५। अहमपि कक्षायाम् उपस्थातुम् अतीव श्रान्तः।
• I am too tired to be present in the class. • मैं भी कक्षा में जाने के लिए बहुत ही थका हुआ हूँ।
६। विदेहस्य अपत्यं स्त्री वैदेही।
• The daughter of Videha is Vaidehi. • विदेह की कन्या वैदेही है।
७। क्लान्तः जनः न वाहनं चालयेत्।
• Tired person should not drive vehicle. • थके हुए व्यक्ति को गाड़ी नहीं चलानी चाहिए।
८। कथं विश्वसिमि यत् त्वम् आरक्षकाधिकारी।
• How can I believe that you are a police officer? • मैं कैसे मान सकता हूँ कि आप आरक्षक अधिकारी हैं।
९। अन्येषु देशेषु इत्थं नियमः नास्ति।
• There are no such rules in other countries. • अन्य देशों में ऐसे नियम नहीं हैं।
१०। कः युगाब्दः चलति।
• Which year is passing? • कौनसा युग चल रहा है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। तिरुपतिमन्दिरम् अपश्यन् किं भवन्तः।
• Have you seen the Tirupati temple? • क्या आपने तिरुपति मंदिर देखा है।
२। षट्पञ्चाशत् श्वेतवर्णीयाः गावः वनात् प्रत्यागच्छन्ति।
• Fifty-six white cows are returning from the forest. • छप्पन श्वेत गायें जंगल से वापस आ रही हैं।
३। रिक्तेऽस्मिन् क्षेत्रे वृक्षान् आरोपयाम।
• Let us plant trees in this empty field. • चलो इस खाली क्षेत्र में पेड़ लगाएँ।
४। तैलशोधनोद्योगः स्थाप्यते अस्मन्नगरे।
• An oil refinery is being established in our city. • हमारे शहर में एक तेल शोधन उद्योग स्थापित हो रहा है।
५। मम अर्हता अस्ति किमत्र।
• Do I have the eligibility for this? • क्या मेरे पास इसके लिए अर्हता है।
६। दुर्गुणैः परिपूर्णः अहम्।
• I am full of bad qualities. • मैं दुर्गुणों से भरा हुआ हूँ।
७। ६३ नारङ्गवृक्षाः सन्त्युद्याने।
• There are 63 orange trees in the garden. • बगीचे में ६३ नारंगी के पेड़ हैं।
८। ज्ञानस्य प्रसारः सर्वदा भवतु।
• May the dissemination of knowledge always happen. • ज्ञान का प्रसार हमेशा होता रहे।
९। सूर्यः क्षितिजे अस्ति।
• The sun is on the horizon. • सूरज क्षितिज पर है।
१०। महायन्त्रैः पर्यावरणनाशः अभवत्।
• Environmental destruction has occurred due to large machines. • बड़े यंत्रों द्वारा पर्यावरण का नाश किया गया है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। शुभास्ते पन्थानः सन्तु।
• May your paths be auspicious. • आपके मार्ग शुभ हों।
२। प्रयाणसमये सम्यक् मार्गः अवलोकनीयः।
• During travel correct (proper) path should be sought. • यात्रा के समय सही मार्ग देखा जाना चाहिए।
३। सत्यं वद धर्मं चर।
• Speak the truth, follow the dharma. • सत्य बोलो धर्म का पालन करो।
४। सत्यान्न प्रमदितव्यम्।
• Do not neglect the Truth. • सत्य के विषय में कभी प्रमाद मत करो।
५। गणेशपूजनं सदा आदौ भवति।
• The worship of Ganesha always happens first. • गणेश की पूजा हमेशा सबसे पहले होती है।
६। बालानां रोदनं बलम्।
• For children crying is (their) strength. • बच्चों का रोना ही उनकी शक्ति है।
७। धैर्यधरणं बहु आवश्यकं जीवने।
• Maintaining patience (courage) is very essential in life. • जीवन में धैर्य बनाए रखना बहुत आवश्यक है।
८। विनम्रता ज्ञानस्य सङ्केतं ददाति।
• Humility gives a indication of knowledge. • विनम्रता ज्ञान का संकेत देती है।
९। सः किम् अभाषत।
• What did he say? • उसने क्या कहा।
१०। तव तातोऽपि न जानीते किल अस्मिन् विषये।
• Even your father does not know about this matter, isn’t it? • इस विषय में तुम्हारे पिता भी नहीं जानते ना ।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। नास्ति मे जिगमिषा।
• I have no desire to go. • मेरी जाने की इच्छा नहीं है।
२। कर्मण्यता एव जीवनम्।
• Activity indeed is life. • सक्रियता ही जीवन है।
३। अकर्मण्यता एव मृत्युः।
• Inactivity is indeed death. • निष्क्रियता ही मृत्यु है।
४। रामादिवत् प्रवर्तितव्यम्।
• One should behave like Rama (and the like) • राम जैसे लोगों की तरह का आचरण करना चाहिए।
५। रावणादिवत् न प्रवर्तितव्यम्।
• One should not behave like Ravana ( and the like) • रावण जैसे लोगों की तरह आचरण नहीं करना चाहिए।
६। कोकिलः उषसि आम्रे उपविश्य कूजति।
• The cuckoo sits on the mango tree in the morning and sings. • कोयल सुबह आम के पेड़ पर बैठकर गाती है।
७। सप्त चित्राणि विरचितानि तया।
• Seven pictures (paintings) were created by her. • उसके द्वारा सात चित्र बनाए गए।
८। विषयमेनं बोधयितुमेवास्ति एषः शिक्षकः।
• This teacher is here only to teach this subject. • यह शिक्षक केवल इस विषय को पढ़ाने के लिए है।
९। योगासनाभ्यासं करोमि प्रतिदिनम्।
• I practice yogaasana daily. • मैं प्रतिदिन योगाभ्यास करता हूँ।
१०। नेत्रचिकित्सायै प्रयाति सा केरलम्।
• She goes to Kerala for eye treatment. • वह नेत्र चिकित्सा के लिए केरल जा रही है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। अद्यत्वे चिन्तनस्य पवित्रता न्यूना जाता।
• Nowadays, purity of thought has decreased. • आजकल, विचारों की पवित्रता कम हो गई है।
२। भरतस्यान्तिके रामः हनूमन्तं व्यसर्जयत्।
• Rama sent Hanuman to Bharata. • राम ने हनुमान को भरत के पास भेजा।
३। नासिकाछिद्रयोः मलं सङ्गृहीतमस्ति।
• Dirt is collected in the nostrils. • नासिकाछिद्रों में मैल जमा हुआ है।
४। अधोमुखिनी भूत्वा शेते बाला।
• The girl sleeps face-down. • बालिका उल्टी होकर सोती है।
५। तव वृषभः न दृश्यते अद्य।
• Your ox is not seen today. • तुम्हारा बैल आज दिखाई नहीं दे रहा है।
६। शुष्ककासः अस्ति मम।
• I have a dry cough. • मुझे शुष्क कास है।
७। सङ्घठितशक्त्या सर्वं शक्यम्।
• Everything is possible with organised (collective) strength. • संगठित शक्ति से सब कुछ संभव है।
८। तव शब्दजाले न बद्धः भविष्यामि।
• I will not be trapped in your web of words. • मैं तुम्हारे शब्दजाल में नहीं फँसूंगा।
९। अहं सर्वदा आनन्दे भवामि।
• I am always in a bliss. • मैं हमेशा आनंद में रहता हूँ।
१०। रामस्य माता न एवं वदेत्।
• Rama's mother could not say like this. • राम की माता ऐसा नहीं बोल सकती।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। वाक् इयं कुत्रचन श्रुता।
• This voice has been heard somewhere by me. • यह वाणी कहीं सुनी गई है मेरे द्वारा।
२। सा कलायान् चाखाद्यते।
• She eats groundnuts again again. • वह मूंगफली बार बार खाती है ।
३। आमिदमेव ब्रह्मणः मन्दिरम्।
• Yes, this is the temple of Brahma. • हाँ यह ब्रह्मा का मंदिर है।
४। सत्यार्थप्रकाशस्य लेखकं जानाति किल भवान्।
• You know the author of "Satyarth Prakash", don't you? • आप सत्यार्थप्रकाश के लेखक को जानते हो न।
५। वितस्ता अस्ति झेलमनद्याः वास्तविकं नाम।
• Vitasta is the original name of Jhelum river. • वितस्ता वास्तव में झेलम नदी का सही नाम है।
६। वेदाः चतुर्षु भागेषु विभक्ताः।
• The Vedas are divided into four parts. • वेद चार भागों में विभाजित हैं।
७। भरताग्रजं श्रेष्ठं तं रघुनन्दनं वन्दे।
• I salute the superior Raghunandan, elder brother of Bharata. • मैं रघुनंदन को नमस्कार करता हूँ जो भरत के बड़े भाई हैं।
८। मार्गं व्यस्मरिषं तदापणस्य।
• I forgot the way to that shop. • मैं उस दुकान का मार्ग भूल गया हूँ।
९। अयं जनपदः अपरिचितः मम।
• This district is unknown to me. • यह जनपद मेरे लिए अपरिचित है।
१०। मातामहस्य दूरवाणी आगच्छति।
• I am getting a phone call from maternal-grandfather. • नाना की दूरवाणी आ रही है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। किं त्वम् अस्य भूमेः स्वामी।
• Are you the owner of this land? • क्या आप इस भूमि के स्वामी हैं।
२। युक्त्या कृतं कृषिकार्यं महत् लाभप्रदं भवति।
• Agriculture done with planning (expedience) is greatly profitable. • युक्ति के साथ किया गया कृषि कार्य अत्यंत लाभकारी होता है।
३। गभीराः कूपाः वर्तन्ते अत्र।
• There are deep wells here. • यहाँ गहरे कुएं हैं।
४। तस्य मुखं कियत् प्रकाशते।
• His face is so bright! • उसका चेहरा कितना चमकता है।
५। महाकालेश्वरस्य प्रातः कालिकं दर्शनम् अभूत्।
• Morning darshan of Mahakaleshwar happened • महाकालेश्वर का सुबह का दर्शन हुआ।
६। मूषकान् अनुधावति मार्जारः खादितुम्।
• The cat chases the mice to eat them. • बिल्ली चूहों को खाने के लिए पीछा करती है।
७। पक्षिणः पङ्क्त्या डयन्ते।
• The birds fly in a line. • पक्षी एक पंक्ति में उड़ते हैं।
८। जिगमिषन् उत्साहे दूरवाणीमेव व्यस्मरम्।
• In an excitement to leave, I forgot the phone itself. • प्रस्थान करते हुए उत्साह में मैं दूरवाणी को ही भूल गया।
९। केशाः अधिकाः पतन्तः सन्ति।
• More hairs are falling out. • अधिक बाल गिर रहे हैं।
१०। माता शिशुशरीरे तैलमर्दनं करोति।
• The mother massages the baby’s body with oil. • माँ बच्चे के शरीर पर तेल मर्दन करती है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। किमर्थमत्र तव आश्चर्यभावः।
• Why are you surprised here? • यहाँ तुम्हें आश्चर्य क्यों हो रहा है।
२। मासे त्रिकिलोपरिमितं घृतमखादम्।
• I consumed three kilograms of ghee in a month. • मैंने महीने में तीन किलो घी खा लिया।
३। सौरोर्जायाः प्रसारः कर्तव्यः।
• Publicity of solar energy should be done. • सौर ऊर्जा का प्रसार करना चाहिए।
४। भवतीं दृष्ट्वैव प्रेरणा अवाप्यते।
• Seeing you, by itself, is an inspiration. • आपको(महिला) देखकर ही प्रेरणा मिलती है।
५। कस्य का गतिः इति कर्माधारितम्।
• Whose destiny is what, is based on karma. • किसकी गति क्या है यह कर्म पर आधारित है।
६। एनां वार्तां श्रुत्वा चिन्ताग्रस्तः सः।
• On hearing this news, he was worried. • यह समाचार सुनकर वह चिंतित हो गया।
७। भ्रातृप्रेम न्यूनं नास्ति आवयोः।
• Brotherly love is no less between us. • हमारे बीच भ्रातृ प्रेम की कमी नहीं है।
८। कस्मिन् प्रदेशे वर्षाः अधिकाः जाताः।
• Which state has received most rainfall? • किस प्रदेश में वर्षा अधिक हुई है।
९। एकैकशः सर्वे गमिष्यन्ति।
• One by one, everyone will go. • एक-एक करके सब जाएंगे।
१०। जलपानाय अवतरेयं किम्।
• Shall I descend, for snacks? • क्या मैं जलपान के लिए उतरूं।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। भवती यथासुखमाचरतु।
• You should behave yourselves as per convenience. • आप सुविधा अनुसार आचरण करें ।
२। बहुभाषिकाः सन्ति केचन मित्रेषु।
• Among friends, some are multilingual. • मित्रों में कुछ बहुभाषी हैं।
३। वाचि शुद्धताम् आनयेः।
• Let there be purity in the speech. • भाषण में शुद्धता लानी चाहिए।
४। कोऽहं कस्त्वं कुत आयातः।
• Who am I, who are you, and from where have you come? • मैं कौन हूँ तुम कौन हो और तुम कहाँ से आए हो।
५। समस्यायाः न समाधानविषये विचिन्तय।
• Dwell not on the problems, think about the solutions. • समस्याओं पर ध्यान मत दो समाधान पर ध्यान दो।
६। वीरभोग्या वसुन्धरा।
• The earth is meant for heroes. • पृथ्वी वीरों के लिए है।
७। अग्रे नयति इति अग्निः।
• One who carries (what we offer to celestials) is Agni. • जो आगे ले जाती वह अग्नि है।
८। मनः इन्द्रियेभ्यः परं भवति।
• The mind is superior to the senses. • मन इन्द्रियों से श्रेष्ठ होता है।
९। सत्यं वच्मि मातः।
• I am speaking truth, mother. • मैं सत्य बोलता हूँ माँ।
१०। किं प्रश्नान् पृच्छेम।
• Should we ask questions? • क्या हम प्रश्न पूछें।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। प्रतिदिवसं जनाः कीटाः इव म्रियन्ते मार्गेषु।
• Every day, people die like insects on the roads. • हर दिन लोग मार्गों पर कीड़ों के जैसे मर जाते हैं।
२। उच्चन्यायालयेऽपि संस्कृतेन वादप्रतिविवादौ चलतः।
• Even in High Court, debates take place in Sanskrit. • उच्च न्यायालय में भी संस्कृत में वाद और प्रतिवाद चलते हैं।
३। उज्जैनस्य पुरातनं नाम अवन्तिका इति अस्ति।
• The ancient name of Ujjain is Avantika. • उज्जैन का प्राचीन नाम अवन्तिका है।
४। द्रोणगिरिपर्वतेऽस्ति सञ्जीवन्यौषधम्।
• On the Dronagiri mountain, there is a life-saving herb (Sanjeevani). • द्रोणगिरी पर्वत पर सञ्जीवनी औषधि है।
५। अवकरपात्रस्य उपयोगः क्रियताम्।
• Dustbin should be used. • कूड़ेदान का उपयोग किया जाए।
६। भारवाहकः आदिवसं परिश्रमं कुरुते।
• The coolie works hard for a living. • भारवाहक जीवन यापन के लिए परिश्रम करता है।
७। वातावरणं दृष्ट्वा वृक्षाणां महत्त्वम् अवगम्यते।
• By observing the environment, the importance of trees is understood. • वातावरण को देखकर पेड़ों का महत्व समझ में आता है।
८। पितुः सत्यवादिता त्वयापि परिपालनीया।
• Your father's truthfulness must be upheld by you too. • तुम्हारे पिता की सत्यवादिता का पालन तुम्हें भी करना चाहिए।
९। रामनगरे रावणसदृशः कुतः आगतः त्वम्।
• From where did you, who resemble Ravana, come to Ram's place? • राम की नगरी में रावण जैसे तुम कहाँ से आ गए हो ।
१०। पितुः अनुमतिः अस्ति किम्।
• Is father's permission there? • पिता की अनुमति है क्या।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। म्लेच्छाः पितृव्यपुत्रीं न भगिनीम् अनुमन्यन्ते।
• Muslims don't consider (paternal) uncle's daughter as sister. • मुस्लिम काका की बेटी को बहन नहीं मानते।
२। अधुना अग्रजः चिन्तामुक्तः अभवत्।
• Now, the elder brother is relieved. • अब बड़ा भाई चिंता मुक्त हो गया हैं।
३। युवयुवतीषु चारित्र्यदोषाः न भवन्तु।
• Let there be no character flaws in youngsters (young girls and boys). • युवाकों और युवतियों में चरित्र दोष न हों।
४। दुर्विषयाणां विरोधः कर्तव्यः मनुजेन।
• Man must oppose bad things(objects). • मनुष्य को अनुचित विषयों का विरोध करना चाहिए।
५। विद्यमानाषु षट् जनाः दूरवाण्यां मग्नाः।
• Among the people who are present here, six are busy with the mobile phone. • उपस्थित लोगों में से छह लोग फोन पर व्यस्त हैं।
६। रामम् अनुस्मरन्ती सीता रोदिति।
• Remembering Rama, Sita weeps. • सीता राम को याद करके रोती है।
७। पादयोः शब्दं श्रुत्वा प्रधावति मूषकः।
• Hearing the footsteps, the mouse runs away. • पाँवों की ध्वनि सुनकर चूहा भाग जाता है।
८। सात्विकविचाराणां धनी सः।
• He is a person of serene thoughts. • वह सात्विक विचारों वाला व्यक्ति है।
९। महिलाः सदा सौभाग्यशालिनः भवन्तु।
• May women always be fortunate. • महिलाएँ हमेशा सौभाग्यशाली रहें।
१०। अपरिचितेभ्यः अपि परिचयं साधयति सः।
• He makes acquaintances with strangers as well. • वह अपरिचित लोगों से भी परिचय कर लेता है।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः
१। शुनः चत्वारः पादाः भवन्ति।
• A dog has four legs. • एक कुत्ते के चार पैर होते हैं।
२। सर्वकारियपरियोजनानां प्राप्तिः नास्त्यत्र।
• Government projects do not reach this place. • यहाँ सरकार की परियोजनाएं नहीं पहुँच पाती हैं।
३। अग्रजां भाययितुमत्र अस्मि।
• I am here to frighten elder sister. • मैं यहाँ बड़ी बहन को डराने के लिए हूँ।
४। सुदीर्घः अस्ति एषः सुरङ्गः।
• This tunnel is very long. • यह सुरंग बहुत लंबी है।
५। केशविन्यासकरणं कस्मै न रोचते।
• Who does not like hairstyling? • केशविन्यास किसे अच्छा नहीं लगता है।
६। भवतः का समस्या अत्र।
• What is your problem here? • यहाँ आपकी समस्या क्या है।
७। तासु लघुतमा नः धेनुः।
• Among them, our cow is the smallest. • उनमें से हमारी गाय सबसे छोटी है।
८। त्वां दृष्ट्वा बाला सा भीता।
• Seeing you, that girl was scared. • तुम्हें देखकर वह लड़की डर गई।
९। आम्रेषु आम्राणि सन्ति।
• There are mangoes on the mango trees. • आम के पेड़ों पर आम हैं।
१०। वृक्षायुर्वेदं पिपठिषामः।
• We desire to study the science of tree life (Botany). • हम वृक्षों के जीवन का विज्ञान (वनस्पति विज्ञान) पढ़ना चाहते हैं।
संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः