पृष्ठम्:Rig Veda, Sanskrit, vol8.djvu/८४८

विकिस्रोतः तः
एतत् पृष्ठम् अपरिष्कृतम् अस्ति

असो अस्मि सोलपुरा, १०५७ सोगमाइनस १० १२५२ भइदिव हरियो मक्ष ८५१८ ह दुवान लाक्ष ८०४ १३ नई दावा न्यसीद १०५२१ केतु मूर्धा २०१५९३ यह गभमदा १० १८३३ अह गुद्गुम्यो अतिधिग्न १०४८८ उन् ८६२,११ अइ चन ठासूसन ६ ६ ज यह उदासु धारय १०४९१० अ य र २०११९५ अविवार ४, ८२६ द दा मृणव पूज्य १० ४११ सहचाई परियान ३३२ ११ ग्रहिं पचव शिजियाण १ ३२ साहन्दिा ४२०, ३ भनयम १३२५ महतू इश्मृन्यायम ८३०३६ भहमरक इंजय २०४९ ३ म अपि नमुक्ष्मणा ४४२४ महामहा २०११९१२ ६०, १६६२ मा सहमाना २०१४५५ महमिद विनुरि ८६० अमिन्दान पराजि०४८५ माघावो १०४ ४४२३ २०४८४ २०४८ ६ १०, ११६८ मि१०१९५५ शिव यूँ २०४ भरमा ६२ ८६१३ न मित्रासापाय४२६,२ कोई१६ १ d देसभाष्ये कृष्णमहर्जुन ६९, १ महवा पदपदी १०, २२१४ महानि गृथा पया व १६६८८४ हायदिन्द सुदिना ७,३०,३ अपने इविनाये १०९११५ ८६२६ महिरिव भागे पथति ६७५१४ अछा मनसा छुष्टिं २,१३३ महमान उप याहि ६ ४११ अहम यज्ञ पधामुराणा ७७३, ३ रकमपश्य इन्द्र १ ३२१४ आ सरिता ३५१३ श्रा कला अनुभव ९६५१४ वशेषु धावति परिने ११०४ था कळापु धावति इयन ९६७,१४ सूथस्य रोचनात् ११४९ श्रा कृष्णन २९सा वर्तमान १३५, २ पा४ि,४५६ दमोज ६४७३० वास्वपरा ३,५५५ काक्षादा महि वृत्त ६, १७, १२ आणावाना हन्ति ८७३५ प९ि,१०६ ६ श्री गन्डा मा रिपण्यत ८, २०१ भगन्द ऋतुभिर्बंध ४, ५३ भन्नूभूणामिह ४३५ भागमद्दतम ८७४४ भागावा भरम-नुव ६२८,१ अगामता नासस्य रथन ७७२, इहाभर १०१० निवृमि १० ११.३ रगामि भारता ६, १६, १९ गिरा दियभ७,३५५ मा पाहि मरस्सा ८१३१४ [ २०१४ ] २०७० ११ व इडिरदाय ७,११५ अमे वह