पृष्ठम्:सरस्वतीकण्ठाभरणं‌(व्याकरणम्)-भागः-३.pdf/309

विकिस्रोतः तः
एतत् पृष्ठम् अपरिष्कृतम् अस्ति

सूत्रमू पृष्ठम, ! सूत्रम पृष्ठम गृधवञ्च्यो (3 1 11ff') 20 ; इयावूट (43 102) } o9 *յf2fe (1-1 13o) 16:) ! चक्रचक्रनाक (4 2 12:5) 20 गृहपतिना (4-4 1p0) 287 | चटकादैरक (4 1 116) 1{6ዓ मेहगाछौ (8 2 67} 64 | चतुभ यता (3 2 47) GO गेहमेहिप्पण्डाश्री (3 2-71) 6o | चतुर्थ सम्प्रदाने (3 } 284) 42 गो पुरीपे (4 4 1०) 266 | चतुमसाथी (4 8 19*) 24. गात्रादइवत् (4 8 108) 948 || चतुष्पादी गर्भिण्या (3 2 91) ($9 गोश्रादङ्कवत् {4 2 1B) 185 ; चतुष्पाद्भ्या (4 1 184) 65 বাঙ্গাৱৰ্যন্ত্ৰ (4 * 267) 260 | चंद्रभाग (3 4 ?')) 12 गेोत्राद् बहुल ( 4 8 220) 258 | च द्रवृत्ते (4 2?) 8. गोत्रान्तातु (4 3 40) 219 | नरणाद् वुश्रु {4 १ 264) 260 गात्रालंठक (4-1 800) 1?8 | चरतेि {4 4 63) 272 गाम्रोक्षे श्रेो (4 2 64) 196 { चर्मण्यन् फलकम्:! 2nt) 2) fo गोधाया दूक (1 1-119) 168 1 ፳?‛ o | ज पदाम्न (} 1 -204) SO (ماية إمز } قfé Y छं `ि{3 1 16' ) $1 ! घ‘एद६ {{•} -48) ३६ इ६t') {} 1-10") p ةta لمه (اسمه ج 4 ) فيتا Հց: ՀՀ { } 1-185) 81 1 जनपद ६ (1 2 1 4{ } 11 -ه