पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/९९०

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( ६८४ ) (वि०) हास ह्यस् (धन्यवा० ) पीता हुआ कल । -भव, वह जो कल (बीता हुआ ) हुआ हो। ह्यस्तन (वि० ) [ स्त्री-हास्तनी ] कल सम्बन्धी । -दिनं, (न० ) बीता हुआ कल हास्य (वि० ) गुज़रे हुए कल सम्बन्धी । हृदः ( पु० ) १ गहरी झील। बड़ा और गहरा सरोवर। २ गहरी गुफा । किरण /-ग्रहः, ( पु० ) बिजली । विद्युत् । हदिनी (स्त्री० ) १ नदी सरिता २ विद्युत बिजली। हृद्रोगः ( पु० ) कुम्भ राशि | हस् (धा० प० ) [ हमति, हसित ] 1 शब्द करना । २ छोटा हो जाना। हसिमन् (पु० ) छोटापन हस्ता ह्रस्व (वि० ) १ छोटा थोड़ा कम २ खर्वाकार 1 बौना ३ छोटा-धंग, (वि० ) टिंगनेकद का । - अङ्गः, ( पु० ) बौना वामन -गर्भः ( पु० ) कुश /-~-दर्भः, (पु०) छोटा सफेद कुश। -बाहुक, (वि० ) छोटी बह वाला 1~ मूर्ति, ( वि० ) टिंगने कद का डस्वः ( पु० ) बौना। हादू ( धा० था० ) ( ह्लादते ] शब्द करना २ गर्जना | हादः ( पु० ) शोर गुल हादिन् (वि० ) शब्दायमान । गर्जने वाजा। दिनी (सी० ) १ वज्र | २ बिजली । ३ नदी । ४ शल्लकी नामक वृष । हासः { ९० ) १ शब्द । शोरगुल | २ कमी | छोटा पन नाशन | ३ हिणीया ( स्त्री० ) १ भर्त्सना | २ लज्जा । शर्मी छोटी संख्या । १ रहम तरस | ही ( धा०प० ) [ जिहेति, हीण, हीत ] शर्माना । लगाना । हो ( श्री० ) १ शर्म लाज | २ हथा । नम्रता - जित, -मूह. (वि० ) शर्म से घबड़ाया हुआ । - (श्री०) शर्म के कारण उत्पन्न पीड़ा ह्रीका ( स्त्री० ) १ सजीलापन हयादारी भीस्ता । 1 भय दर । होकु (वि०) १ लजीला । हयादार शर्माला २ भीर । डरपोंक। . होकु: ( पु० ) 1 टीन जस्ता | २ लाख ) हीगा ) ( च० कृ० ) १ शर्माया हुआ। लजाया हुआ | हीत ) २ हयादार शर्माला । हीवेरं । डोवेलं । हेप् (घा० था० ) [ द्वेपते ] हिनहिनाना | २ चलना रेंगना | हेपा (स्त्री० ) हिनहिनाहट हगू (धा०प० ) [ हर्गात ] शब्द करना । हृत्तिः ( स्त्री० ) हर्ष। प्रसन्नता । द ( घा० श्रा० ) [ हाइते, हन्न, ल्हादित ] १ प्रसन्न होना। प्रसन्न करना २ शब्द करना । ह्लादकः ( २० ) एक प्रकार का सुगन्ध द्रव्य |

} (g० ) हपे । आनन्द ।

ॐ समाप्त & सादनं (न०) प्रसन्न होने की क्रिया। आनन्द प्रसन्नता । हादिन (वि० ) प्रसन्नकारक । हर्षप्रद । ह्लादिनी (स्त्री० ) देखा हादिनी । इल (धा०प० ) [ इलति ] १ चलना | जाना । २ हिलना । काँपना । ह्रानं ( न० ) ६ आमंत्रण २ चीत्कार आवाज़ . ढ (०प० ) [ दरति ] १ टेड़ा होना २ आच- रण में टेहापन करना। कपट करना। चुलना । हूं (घा० उ० ) [ इयति हृयते, -हृतः ] सुजाना । धूर्तता करना) ३ सन्तप्त होना। चोटिल होना। ह्वान करना । २ नाम लेना नाम लेकर पुका रना। ३ चिनौती देना। ललकारना ४ स्प करना। २ प्रार्थना करना। याचना करना । AIRE Pristed by BANZA AtI SEAM at the National Prons, Allahabad