( ९७३ हरित पौधा-गर्भः (०) हरे या पिलोंहें रङ्ग के वे कुश जिनकी पत्ती चौड़ी होती है। मणिः, (* S० ) [ = हरिमणि ] पक्षा । हरे रंग की मणि ~~ (वि० ) हरौंदों । इरा रखा हुआ। - हरित ( वि० ) [ श्री०- हरिता था हरिणी] हरा हरे रङ्ग का सन्ज २ भूरे रंग का हरितः ( 50 ) १ हरा रङ्ग २ सिंह | ३ तृण विशेष -~~-अश्मन् (पु० ) १ पन्ना १२ नीलाथोथा || हरितकं ( न० ) हरी धास ) हलीन इर्षपूरित हथिए । उत्कर्ष, (पु० ) हर्ष का आधिक्य ३.र, (वि० ) प्रसन्नकारक --अड़, (वि० ) हर्प से विह्वल 1-विवर्धन, ( वि० ) हर्ष बढ़ाने वाला /-हवनः, ( पु० ) हर्ष का चीस्कार । हर्षक (वि० ) [ श्री० हर्षका, हर्षिका ] प्रसन्न- फारक हर्षण (वि० ) [ दर्पणा या हर्षणी ] हर्ष उत्पादक | हर्षणं ( न० ) प्रसन्नता | हर्ष | हरिता (सी० ) १ दूर्वा घास २ हल्दी|३ अंगूर हरिताज ( देखो) हरि के अन्तर्गत हर्षणः (पु०) १ कामदेव के पांच वाणों में से एक २ नेत्र रोग विशेष श्राद्ध कर्म का अधिष्ठाता देवता | हरिद्रा (स्त्री० हल्दी २ पिसी हुई हल्दी की हर्षयित्व ( वि० ) प्रसनकारक । ( न० ) सुबर्णं । [1] ( पु० ) पुत्र | जड़-झाम (दि० ) पीले रङ्ग गणपतिः, -गजेनः, ( 30 ) गणेश विशेष /-राग, रागक, (वि० ) १ रङ्ग का | २ प्रेम में चरद्र । चंचलमना । इलावुध का - की मूर्ति | हर्चुल: ( पु० ) हिरन २ प्रेमी | हल्दी के | इल् (धा०प० ) [ हजति, इजित ] हज चलाना। --आयुधः, ( go ) बलराम की उपाधि । -धर, -भृत् ( पु० ) १ हलवाहा ।२ बलराम का नामान्तर । —भूतिः - भृतिः ( स्त्री० ) हल चजाने की क्रिया किसानी । कृषि इतिः, ( स्त्री० ) हल चलाना। हर्ज ( न० ) हल । के मतानुसार । पवमानानुसार हम उच्यते। हरियः (g० ) हरे रंग का घोड़ा। हरिचन्द्रः (पु०) सूर्यवंशी स्वनामख्यात एक राजा । हरीतको ( श्री० ) हरं का पेड़। कदाचित फूपिता मला नोदरस्थ की। हर्तृ ( वि० ) [ श्री०-हवीं] हरने वाला। जबरदस्ती छीनने वाला । ( पु० ) 1 चोर | डाँकू । १ सूर्य । हर्मन ( न० ) जमुहाई | अँगड़ाई | हर्मित (व० ० ) फेंका हुआ | २ जला हुआ ३ अमुहाई लिए हुए। हम्पे ( म०) राजभवन । राजप्रासाद | कोई भी विशाल भवन २ संदूर चूल्हा अग्निकुण्ड । अंगीठी । ३ आग का गढ़ा । भूतावास अधोलोक -अंगनं, अङ्गणं (न० ) राजप्रासाद का हलइला ( स्त्री० ) हे। अरे हो । 1 हला ( श्री० ) : सखी २ पृथियो । ३ जब ४ शराब। ( धन्यवा० ) क्षियों को सम्बोधन करने का अन्य । इवा हजाइल देखो हालहल । इलिः (g० ) 2 ३ कृषि तालि | २ फूड | हलाई । इलिन (पु० ) 1 हलवाहा। किसान | २ बलराम का नाम - प्रियः, ( पु० ) कंदव वृष । - प्रिया, ( श्री० ) शराय । आँगन या सहन इर्षः ( पु० ) 1 प्रसन्नता । आल्हाद । खुशी | २ | हलिनी ( स्त्री० ) अनेक हल । उरफुल्लता रोमान्च होना। -अन्चित (वि०) | इलीनः ( पु० ) साल का वृष ।
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