पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/९३९

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सुरभि ( ९३३ २ स्वर्ग (इव्यः, (पु० ) वृहस्पति का नाम । -इज्या, ( स्त्री० ) तुलसी 1-इन्द्रः ईश ईश्वर (पु० ) इन्द्र का नाम -उसमः, ( १० ) १ सूर्य २ इन्द्र-उत्तरः ( 5० ) चन्दन का वृक्ष ऋषि:, (सुरर्पि) (पु०) देवर्षि कारुः, (पु०) विश्वकर्मा की उपाधि | -कार्मुकं, (न० ) इन्द्रधनुष गुरु (पु०) बृहस्पति का नामान्तर । -ग्रामगारे ( पु० ) इन्द्र का नामान्तर --ज्येष्टः, (पु० ) ब्रह्मा- तरुः, ( पु० ) स्वर्ग का एक वृक्षतोषकः | ( पु० ) कौस्तुभमणि | – दारु, ( न० ) देवदारु वृक्ष। -दीर्घिका (स्रो० ) श्रीगंगा जी - दुन्दी (स्त्री० ) तुलसी/डिपः, ( पु० ) १ देवताओं का हाथी २ ऐरावत हाथी का नामा- न्तर --द्विष, (पु० ) दैत्य-धनुस्, (न० ) इन्द्रधनुष |~-धूपः, ( पु० ) वारपीन । राज -मिझगा, (स्त्री० ) श्रीगङ्गा जी 1-पतिः, ( पु० ) इन्द्र - पथं, (न०) आकाश स्वर्ग -पर्वतः, ( पु० ) मेरुपर्वत /-पादपः, (पु०) स्वर्ग का एक बुरा कल्पतरु | --- -प्रियः (पु०) इन्द्र का नाम - भूर्य, ( स० ) पुरस्कार में देव- स्वग्रहण गौरव या मर्यादान्तिकरण ।-सुरुहः. ( पु० ) देवदारु वृक्ष /-युवतिः, ( स्त्री० ) थप्सरा /-जासिका, (स्त्री०) बाँसुरी | नफीरी | -लोकः, (पु० ) स्वर्ग चर्मन, ( न० ) आकाश। वही (स्त्री० ) तुलसी -चिद्विष् -बैरिन, -शशुं, (पु० ) दुष्ट आत्मा । दानव । दैश्य-सद्मन् ( न० ) स्वर्ग 1-सरित् । सुरा ( स्त्री० ) १ शराब अँगूरी शराब २ जल | ३ पानपात्र ४ सर्प-श्राकारः, ( पु० ) शराव की भट्टी - भाजीवः, आजीविन, ( पु० ) कलवार | शराव खींचने वाला 1- आलयः (पु० ) शराब की दूकान नही उदः, ( पु० ) शराब का समुद्र ग्रहः, (पु०) शराब रखने का पात्र (-ध्वजः, ( पु० ) वह पताफा या अन्य कोई चिन्हानी जो शराब की दूकान पर पहचान के लिये लगाया जाता है।- प, (वि० ) शराबी शराब पीने चाला २ आनन्दजनक रम्य | ३ बुद्धिमान महात्मा । ऋऋषि-- पाणं, -पानं, ( न० ) शराब पीना -पात्रं, -भागडं, (न०) मदिरापान-पात्र /--- भागः, ( पु०) शराब का फेन खमीर फेना | 1 -मण्डः, ( पु० ) शराब का माँड़ -संधानं, ( न० ) शराब चुझाने की क्रिया । - सिन्धु (स्त्री० ) श्रीगङ्गा । -सुंदरी, (स्त्री०) | सुवर्ण (वि० ) 1 सुन्दर रंग का । चमकदार रंग -स्त्रो ( स्त्री० ) अप्सरा | का। सुनहला। पीला २ अच्छी जाति का । ३ अच्छी कीर्ति वाला गौरवान्वित । प्रसिद्ध :-- अभिषेकः ( पु० ) वरवधु का उस जल से मार्जन जिसमें सोने का एक टुकड़ा पड़ा हो कदली, (स्त्री० ) केले की एक जाति विशेष - कर्त्ता, कार, कृत्, (पु० ) सुनार । -गणितं, ( न० ) गणित में विशेष प्रकार की गणनक्रिया बीजगणित का वह अंग जिसके अनुसार सोने की तौल आदि मानी जाती है और उसका हिसाव मि ( वि० ) सुगन्धि से युक्त खूशबू रा २ प्रसन्न कारक प्रिय । ३ चमकीखा। मनोहर | ५ प्रेम पात्र | ६ प्रसिद्ध । ७ बुद्धिमान् | पण्डित ८ नेक पुण्यात्मा भिः ( पु० ) महक सुगन्धि २ जातीफल । जायफल | ३ चंपक वृद्ध ४ साल वृक्ष की राल ५ समी वृक्ष । ६ कदंब वृक्ष | प्रकार की सुगन्ध युक्त घास बसन्त ऋतु । ७ एक ) सुवण । 1 ( स्त्री० ) १ एलुवा । एलुवालक | २ जटाँमासी । ३ मोतिया बेला ४ मुरामाँसी एकांगी। ५ शराव | मदिंग | ६ पृथिवी | ७ गो । सुरभी नामक गौ विशेष मातृयों में से एक। ( न०) १ सुगन्धि २ गम्धक ३ सुवर्ण घृतं, ( न० ) खुशबूदार घी । त्रिफला, (स्त्री० ) जायफल २ लवंग ३ सुपारी वागाः, ( पु० ) कामदेव-मासः, (पु०) वसन्तऋतु । --मुकं, (न० ) वसन्त ऋतु का आरम्भ | सुरमिका ( स्त्री० ) एक प्रकार का केला । सुरभिमत (पु० ) अग्नि का नाम '