सख्य संरुद्ध, ( व० कु० ) १ अवरुद्ध | रोका हुआ । सामना किया हुआ। २ भरा हुआ परिपूर्ण ३ घेरा हुआ। अच्छी तरह बंद | ४ ढका हुआ छिपाया हुआ । ५ अस्वीकृत | वर्जित । मना किया हुआ । ( ८७० ) संरोधनं ( न० ) रोकना । बाधा डालना । संलक्षणं ( न० ) १ निशान लगाने की क्रिया | चिद्वानी। २ लखना। पहचानना | ताड़ना । तमीज़ करना | संलग्न ( च० कृ० ) 1 सटा हुआ । संयुक्त मिला | हुआ । २ भिड़ा हुआ। परस्पर यूँ काबाज़ी करता हुआ । संलयः ( पु० ) १ लेटना | सोना । निद्रा | २ घुलना । घुलाव | लीनता । ३ प्रक्षय | संलयनं ( न०) चिपकना । सदना | २ लीनता विलीनता । संललित ( ३० कृ० ) दुलारा हुआ प्यार किया | संरूद्र (व० ० ) : साथ साथ उगा हुआ। २ पुरा | संवत्सरः ( पु० ) १ वर्ष | साल २ विक्रमादित्य हुआ | भरा हुआ । २ अंकुरिस | कलियाना हुआ। के काल से प्रचलित वर्ष गणना ३ शिव जी अच्छी तरह जमा या जड़ पकड़े हुए | ४ धृष्ट | का नामकर, ( पु० ) शिव । - रथ, प्रगल्भ | ५ प्रौढ़। ढ़। ( पु० ) एक वर्ष का मार्ग या वह मार्ग जो एक संरोध: ( पु० ) रुकावट वर्ष में पूरा हो । रोकटोक | अवचन । निग्रह | २ घेरा । ३ बन्धन बेड़ी ४ प्रक्षेप निछेप | । हुआ। संलापः ( पु० ) परस्पर वार्तालाप आपस की बातमीन २ विशेष कर गुप्त या गोपनीय वार्ता- लाप | रहस्य वार्ता | ३ नाटक में एक प्रकार का संवाद जिसमें चोभ या आवेग तो नहीं होता, बल्कि धैर्य होता है। संलापकः ( पु० ) नाटक में एक प्रकार का संवाद संलाप २ एक प्रकार का उपरूपक। सलीढ (व० कृ० ) चाटा हुआ । उपभोग किया | सवजित हुआ। संलीन ( ५० कृ० ) १ अच्छी तरह लगा हुआा। सटा हुआ | ३ छिपा हुआ | ४ ढाँका हुआ। ५ सिकुवा सङ्कुचित । । —मानस, (वि०) उदास मन हुआ। संलोडनं ( न० ) गड़बड़ी | पुलट | उथल पुथल । उलट संवत् ( अव्यय० ) १ वर्ष । २ विशेष कर विक्रमी वर्प । संवदनं ( न० ) १ परस्पर वार्तालाप | २ खबर देना। ३ परीक्षा 8 मंत्र द्वारा वशवर्ती करना । २ यंत्र ताबीज़ । संवरं ( न० ) दुराव छिपाव २ सहनशीलता आत्मसंयम | ३ जल | ४ बौद्धों का एक प्रकार का मत । बोध ३ सेतु | ५ संवरः ( पु० ) १ ढक्कन | २ धीशक्ति | सिकुड़न । सङ्कोच । ४ बाँध पुल मृग विशेष । ६ एक दैत्य का नाम । संवरणम् ( न० ) १ आच्छादन ढकना | २ छिपाय | दुराव। ३ बहाना | मिस संवर्जनं ( न० ) १ आत्मसात् करना । २ भक्षण कर जाना खा जाना । उड़ा जाना । संवर्त : ( go ) 5 फेरा । घुमाव | २ लीनता | नाश । ३ कल्पान्त प्रलय | ४ बादल १ बहुत जल चाला बादल। प्रलयकालीन सप्तमेघों में से एक का नाम । ७ वर्ष विशेष राशि समूह | संवर्तकः ( पु० ) १ बादल विशेष | २ प्रलयाग्नि ३ बड़वानल। ४ बलराम जी का नाम । संवर्तकिन (पु० ) बलराम का नाम । संवर्तिका (स्त्री० ) १ कमल का येंधा पत्ता | २ कोई बँधा हुआ पत्ता ३ दीपक की बत्ती । संवर्धक (चि० ) [स्त्री० -संवर्धिका ] बढ़ाने वाला। ३ ( अतिथि का ) स्वागत। बधाई। संवर्धित ( व० कृ० ) ६ पाला पोसा | २ वति । संवलित ( व० कृ० ) १ मिला हुआ | मिश्रित | २ छिड़का हुआ | ३ सम्बन्ध युक्त | ४ टूटा हुआ।
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