पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/८५५

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पुण्यात्मा | धर्मात्मा । कुएं, (न० ) सफेद कोढ़-धातुः (पु०) चाक खड़िया मिट्टी | -पक्षः, (५०) उजियाला पाख ।- वायस, (५०) सारस । शुक्लं (न०) १ चाँदी । २ नेत्ररोग विशेष जो आँखों के सफेद तल या देले पर होता है। ३ ताज़ा मक्खन ४ खट्टी काँजी या माँड़ी। शुकः (पु०) १ सफेद रङ्ग । २ शुक्रु पक्ष । ३ शिव का नाम । ( ८४८ शुक्लक (वि०) सफेद | शुक्लकः (१०) १ सफेद रङ्ग । २ शुकृपक्ष | उजियाला पाख। शुकुल (वि०) सफेद । उज्ज्वल खींचना | मथना | शुक्ला (स्त्री०) : सरस्वती । २ मिश्री | कन्द | ३ गोरे शुटीर: (पु०) वीर : नायक | वर्ण की श्री । ४ काकोली पौधा । शगा ) (श्री०) १ कली का कोष २ जवा या अनाज थुङ्गा ) की बाल । शुंगिन् शुद्धिन } ( पु० ) १ वटवृक्ष | बरगद का पेड़ । शुद्ध नयमल्लिका ~~ रीचि (पु०) - व्रत ( वि०) दूत | पवित्र -स्मित, (वि०) मधुर मुसक्यान घाला। शुचि: (पु०) १ सफेद रङ्ग २ विशुद्धता सफाई ३ निर्दोषसा भलाई पुण्य ईमानदारी । शुद्धता सहीपन | ५ ब्रह्मचर्य ६ पवित्रजन। ७ वाहाण।८ ग्रीष्मऋतु १ ज्येष्ठ और आषाढ़ का महीना | १० ईमानदार और सच्चा मित्र । ११ सूर्य | १२ चन्द्रमा १३ अग्नि १४ शृकार रस १५ शुक्र ग्रह १६ चित्रक वृक्ष | शचिस् (न०) चमक : प्रकाश | दीप्ति । आभा । शुन्य (धा०प०) [ शुच्यति ] स्नान करना | मार्जन करना | २ निचोड़ना | ३ ( अर्क का ) ) शुक्किम, (पु०) सफेदी । शुतिः ( 50 ) । १ पवन | हवा | २ चमक | दीप्ति । ३ आग। सुस्त होना। शुंगः) (पु०) १ वटवृक्ष । वरगद का पेड़ | २ आँवला शुरु } वाटयते J ? सात ) उ०) [ शुण्ठति, शुण्ठयति- शुङ्गः ) ३ जी या अनाज की बाल भुट्टा पाकड़ का पेड़ | शंडि (स्त्री०) गिट (सी० ) शंठी (श्री०) शराठी (स्त्री० : शंख्यं शुराठ्य (न०) (न०) युवा } (स्त्री० ) खेद | दुःख । सन्ताप । पीड़ा । शुचि (वि०) 8 साफ | विशुद्ध स्वच्छ । २ सफेद । ३ चमकीला । ४ पुण्यात्मा धर्मात्मा जो भ्रष्ट न हो। २ पवित्र ६ ईमानदार | निष्कपट सच्चा ७ ठीक सही । ठीक ठीक / द्रुमः (पु०) वटवृच । --मणिः, (पु०) स्फटिक । बिल्लौर पत्थर 1- मल्लिका, (स्त्री०) नैवारी । चन्द्रमा | पुण्यात्मा । झुडू (धा० प०) [ शोउति] १ रोका जाना रुकावट डाला जाना । २ लँगड़ाना ३ बचाव करना । समुहाना । उ०-शोठयति-शोठयते ) ( सौठ । शुच् (धा०प०) [ शोचति ] १ शोक करना । दुःखी होना विलाप करना २ पछताना खेद शुडकः शुण्डः शंड ( (पु०) : मदमाते हाथी का मद जो उसकी कनपुटी से चूता है। हाथी की सूड़। (पु०) कलवार शराब खींचनेवाला । करना । शुण्डकः शुडिन् १ कलवार। शराब बनाने वाला शुराडिने । हाथी । -मूषिका (सी०) छू दर | | शुतुझि } (स्त्री०) सतलज नदी । शुतुदुः । शुद्ध (व० ० ) १ पवित्र | स्वच्छ विशुद्ध निद्वेष | ३ सफेद । चमकीला ४ बेदार ५ भोलाभाला। आडम्बररहित । ६ ईमानदार धर्मात्मा ७ सही। ठीक दोयरहित । शुद्ध ८ निर्दोष समझ कर बरी किया हुआ | १ केवल