पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/८५१

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शिली शिक्षी (स्त्री० ) १ दरवाज़े के नीचे की लकड़ी। २ केंचुआ गंडूपट्टी । ३ भाला | ४ चाण | ५ मेदकी 1-मुखः, ( पु० ) १ मधुमक्षिका । २ सीर । ३ मूर्ख बेवकूफ़ शिलींनं शिलीन्धं शिलींधकं । शिलीन्धकं ( न० ) १ कुकुरमुत्ता । भुत्ता | २ केले का फूल | ३ ओोला । शिलब: ) ( पु० ) १ मत्स्यविशेष शिलिंद नामक गिजीन्धः मही| २ कठकेला | ( ८४४ ( न० ) १ कुकुरमुत्ता । भुइड़ता। शिलींची ( स्त्री० ) १ मिट्टी । २ शिस्तोन्धी गिजियायी । शिशिर देवदारु का पेड़ ! - द्रुमः, ( पु०) विश्व वृक्ष - द्विष्टा. (स्त्री०) केतक वृप ।-धातुः, (पु०) पारा । - पुरं, (न० ) - पुरी (स्त्री०) बनारस । काशी | -पुराणं, ( न० ) अष्टादश पुराणों में से एक | - प्रियः, ( पु० ) १ स्फटिक २ अगस्त वक- वृक्ष ३ धतूरा ४ पलक ( पु० ) अर्जुन वृक्ष :-- राजधानी, (सी० ) बनारस | काशी |~रात्रिः, ( श्री० ) माघ कृष्ण १४शी जिङ्ग, ( न० ) महादेव की पिंडी -लोकः, ( पु० ) शिव जी का लोक या कैलास :- वल्लभः, (पु०) ग्राम का पेड़ -वल्लभा, (सी०) पार्वती । -वाहनः, ( 50 ) बैल 1 चीजं, ( न० ) पारा । -शेखरः, ( पु० ) १ चन्द्रमा २ धतूरा। -सुन्दरी, (खी०) दुर्गा । शिव (दि०) : शुभ कल्याणकारी । २ अच्छे स्वास्थ्य | वाला । ~ श्रात्मकं, (न०) सँधा निमक ।-आदे शकः, ( पु० ) १ शुभ संवाद देने वाला । २ ज्योतिषी - प्रालयः, (पु० ) शिव जी का मन्दिर । २ लाल तुलसी /आलयं, ( न० ) शिव जी का मन्दिर | २ श्मशान | -इतर ( वि० ) अशुभ | अमङ्गलकारी । कर, ( • शिवंकर, ) ( वि० ) शुभकारी | | थानन्ददायी । -कीर्तनः, ( पु० ) भङ्गी का नाम -गति, (वि० ) समृद्ध | हर्षित | धर्मजः, (पु० ) मङ्गलग्रह/साति. ( वि० ) शुभकारी कल्याणकारी । कोमल तातिः, ( पु० ) शुभव | मङ्गलव। आनन्द । -दत्तं, ( न० ) विष्णु भगवान का चक्र / --दारु, (न०) ) । शिल्पं ( न० ) १ दस्तकारी कारीगरी हुनर । कारः, फारी- २ मोक्ष | ३ जल | ४ समुद्री निमक | ५ सँधा निमक ६ शुद्ध सोहागा। कार २ धुवा |--कर्मन्. ( न० ) किया (स्त्री० ) | शिवं ( न० ) १ समृद्धि | कुशल। कल्याण । आनन्द। दस्तकारी । हाथ की कारीगरी -कारक, कारिन्, ( पु० ) दस्तकार गर | शालं, (न० ) - शालः, (पु० ) खाना।-~~-शास्त्रं, (न० ) 1 यह शख जो दस्तकारी की शिक्षा दे । २ यंत्र विद्या | शिल्पिन् ( वि० ) १ यंत्र निर्माण-कला-विज्ञान सम्बन्धी २ यंत्रसम्बन्धी ( पु० ) १ शिल्पी । कारीगर । यंत्र कलाविद् । २ किसी भी दस्तकारी के काम में निपुण । शिवः (पु० ) १ महादेव | २ लिङ्ग । जननेन्द्रिय 1 ३ शुभ भोग विशेष । ४ वेद | २ मोद | ६ खूँटा । ७ देवता ८ पारा | १ शिलाजीत । धतूरा। १० काला शिवकः ( पु० ) १ गौ आदि बाँधने का खूंटा । २ पशुओं के खुजाने के लिये बनाया हुआ खंभा | शिवा ( स्त्री० ) १ पार्वती | २ गोवड़ी । शृगाली | सियारिन । ३ मोठ | ४ शमी वृक्ष २ हल्दी ६ दूर्वा । ७ गोरोचन -अरातिः, ( पु० ) कुत्ता - प्रियः, (पु०) बकरा /-फला, (स्त्री०) शिवानी ( स्त्री० ) पार्वती शिवपत्नी | शमी वृष । - रुतं, ( न० ) गीदड़ का हुद्दा | शिवालुः ( पु० ) गीदर | सियार । शिवौ ( वि० ) शिव और पार्वती । शिशिर (वि०) ठंडा । शीतल । अंशुः - किरणः, - - दीधितिः, - रश्मिः, ( पु० ) चन्द्रमा | -प्रत्ययः, ( पु०) - अपगमः, ( 50 ) जाड़े का अन्त कालः, -समयः, ( पु० ) जाड़े का मौसम -नः (पु० ) अग्नि ।