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पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/८४४

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गावर शावर शवरः । शावरः १० ) लोध्र वृक्ष शावरी ) ( श्री० ) शबरों की भाषा शावरी । प्राकृत भाषा | ( ८३७ ) एक प्रकार की शाद (वि० ) [ श्री० - शादी ] शब्द सम्बन्धी शब्द से उत्पन्न २ ध्वनि पर निर्भर ध्वनि जवानी | ¡ ध्वनिकारक 1 ( पु० ) शब्दों के प्रयोग सम्बन्धी ३ मौखिक बजने वाला चोघः द्वारा अर्थ का ज्ञान | वाक्य के तात्पर्य की जान- कारी अञ्जना, (स्त्री० ) वह ब्याना जो शब्द विशेष के प्रयोग पर ही निर्भर होती है. अर्थात् यदि उसका पर्याव्याची किया जाय तो वह न रह जाय । शाब्दिक / वि० ) [ स्त्री०- जान्दिकी ] : मौखिक ज्ञवानी | २ ध्वनिकारक बजने वाला। शाब्दिक: (९० ) वैयाकरण | शामनः ( पु० ) यमराज का नाम । शामनं ( न०) १ वध | हत्या | २ शान्ति | नीरवता । शामनी ( श्री० ) दक्षिण दिशा शामित्रं ( न० ) १ यश २ यज्ञ के लिये पशुवध १ वलिदान के लिये पशु को बांधने की क्रिया यज्ञीय पात्र विशेष शांबविकः (पु० ) शंख बंधने वाला। शांभव है (वि० ) [ स्त्री०- शांभवी] शाम्भव । सम्बन्धी शांभवं म्भ } (न० ) देवदारु का पेड़ शामिलं ( नं० ) भस्म राख शामिनी ( श्री० ) वा शांवरी ) ( श्री० ) १ माया इन्द्रजाल | जादूगरी शास्री २ जादूगरनी। शिव भगः ) (5०) (२) शिव का अ या पुजक । २ शाम्भवः ) शिवपुत्र ३ कपूर | ४ विष विशेष | शाभवी } (स्त्री० ) १ पार्वती । २ नील तूर्चा । 1

मारिका शायकः सायकः ( पु० ) १ मीर सलवार । शार (००[शारयाने शारयते ]: निर्यल करना।२ निर्मल होना शार ( वि० ) रंगविरंगोंदार शार. (१०) रंगरंगारंग २ हरा रंग ३ पवन हवा ४ शतरंज का मोहरा । २ अनिष्टो [1] शारंगः ? (पु० ) १ चातक पही। २ मोर | मयूर शारङ्गः ) मधुमहिका ४ दिन मृग २ हाथी ।

शारंग (स्त्री० ) सारंगी। एक बाजा जो राज से

शारकी बजाया जाता । १

शारद (१०) १ शारदी | शरद ऋतु का। २ वार्षिक।

३ नया हालका ४ ताजा टटका २ शर्माला लज्जालु लजीक्षा ६ बा साहसी शर्मंदार न हो। शारदं ( म० ) १ अनाज नाज | २ सफेद कमल । शारदा ( बी० ) १ चीया विशेष २ दुर्गा का नाम | ३ सरस्वती का नाम । शारदः ५० वर्षे २ शारदी रोग शरत् ऋतु में उत्पन्न होने वाला रोग ३ हरी मुंग शरद ऋतु की धूप ५ कुल शारदिकं (न० ) वार्षिक आद या शरन् ऋतु में किया जाने वाला श्राद् फर्म आरक: ( पु० ) 1 शरत् ऋतु में उत्पन्न होने वाले रोग २ शरद् ऋतु का सूर्यातप या घाम या भूप शारदी ( श्री० ) कार्तिक मास की पूर्णमासी । शारदीय (वि० ) शरत्कालीन | शारि: । प्र० शतरंज का मोहरा या गोटी | २ छोटी३एक प्रकार का पौसा। शारिः ( स्त्री० ) १ सारिका या मैना पछी २ कपट छल धोखा दगा|६ हाथी का पलान या फूल-फलं – फलकं, (न०) - फलकः, · पु०) शतरंज या चौसर की ति । - शारिका ( स्त्रो० ) १ मैना पक्षी २ सारंगी बेहला