विदग्धः हुआ। २ पकाया हुआ ३ पचाया हुआ | हज़म किया हुआ । ४ नष्ट किया हुआ सड़ा हुआ । २ चतुर ] चालाक | ६ मुतफनी चालाक 9 अन- पचा हुआ। विदग्धः (पु० ) पण्डित विद्वान् | २ रसिक जन । लंपट जन । विदग्धा (स्त्री० ) चालाक औरत । नायिका विशेष ( ७६६ ) विद्ध: ( पु० ) १ विद्वान् जन परिडत जन । २ साधु संन्यासी | विदरः (पु० ) फाइना विदीर्ण करना | विद्रं ( न० ) कंकारी | विश्वसारक विदल (वि० ) १ चिरा हुआ। २ खिला हुआ । विकसित | विदेशः विदारणा ( स्त्री० ) युद| लड़ाई | विदाः ( पु० ) छपकली। विलुइया । विदित ( ३० कृ० ) १ जाना हुआ | प्रवगत | ज्ञा २ सूचित किया हुआ | ३ प्रसिद्ध प्रचान | प्रतिज्ञान इकरार किया हुआ | विदितः (९० ) विद्वान पुरुष । परिवन्द ।
- विदितं ( न० ज्ञान । जानकारी
d फैला विदर्भः (पु०) १ विदर्भ देश का राजा २ रेगिस्तान । विदीर्ण ( च० ० ) १ वीच से फाड़ या विहारमा किया हुआ । २ खिला हुआ। -जा, तनया - राजतनया (स्त्री० ) सुभ्रूः ( स्त्री० ) दमयन्ती के नामान्तर | विदर्भा (पु० बहुवचन०) १ बराड़ा प्रान्त का प्राचीन नाम | २ बरार प्रान्त निवासी । विदारणं ( न० ) बीच में से अलग अधिक टुकड़े करना | फाइना | २ मार डालना। हत्या करना । विदिश ( स्त्री० ) दो दिशाओं के बीच का कोना ।
- विदिशा (स्त्री० ) १ वर्तमान भेलला नामक नगर का
प्राचीन नाम २ मालवा की एक नदी का नाम । विद्लः ( पु० ) १ चपाती | २ चीरन | फाड़न |३ दलना। दरना। जैसे चना या मँग, उर्द आदि का ४ पहाड़ी आबनूस विदलनं ( न० ) दो टुकड़े करना विदारः ( पु० ) चीरना। विदीर्ण करना | विदारकः ( पु० ) चीरने वाला। फाड़ने वाला | २ "नदी के बीच की पहाड़ी या ध्रुव । ३ पानी निकालने
को नदी गर्भ में खाँदा हुआ कूप जैसा गढ़ा । विदारणः ( पु० ) १ नदी के बीच में उगा हुआ वृक्ष अथवा चट्टान २ युद्ध संग्राम ३ कर्णिकार नामक पेड़। करके दो या सताना | ३ हुआ । विदुः ( पु० ) हाथों के मस्तक के बीच का भाग विदुर (वि० ) चतुर । प्रतिभावान् विदलं (न०) १ बाँस की खपाचियों की बनी टोकरी । २ अनार की छाल | ३ डाली। टहनी | ४ किसी ' विदून ( ३० कृ० ) सम्सत सताया हुआ। पीड़ित किया हुआ वस्तु के टुकड़े। विदुर (पु० ) १ विद्वज्जन | २ चालाक या सुल्फी आदमी ३ पाहु के छोटे भाई का नाम विदुलः ( पु० ) १ येत जलव २ बोल या ग्रन्थ रस नामक गन्धद्रव्य विदूर ( वि० ) जो बहुत दूर हो । विदूर: ( पु० ) एक पर्वत का नाम जिससे वयं मणि "निकलती हैं। विरजं ( म० ) चेंडूर्य मणि । विदूषक (स्त्री०) [ विदूषकी ] भ्रष्ट करने वाजा बिगाड़ने वाला खराब करने वाला २ गाली देने वाला ३ हाज़िर जवाब ममखरा भाँद । विदूषकः ( पु० ) १ हँसोड़ा | मझरा | २ विशेष कर राजाओं अथवा बड़े आदमियों के पास उनके मनोविनोद के लिये रहने वाला मसखरा ३ वह जो बहुत अधिक विषय हो । कामुक । विदूषणं ( न० ) भ्रष्टता । बिगाए । २ गाली । कुवाच्य | ऐब लगाना। विद्वतिः ( पु० ) च । विदेशः (पु० ) अन्यदेश सं०० कौ०-६७