पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/७७४

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पिट विराट बिंदू ) (धा० प० ) [ वेठति ] 1 नाद करना । विरादे ) ध्वनि करना | शब्द करना | २ असिना | गाली गलौज करना । VERNMICROCK विटंकफ विटंडुक विटंकः । (५०) १ कबूतर का दरबा| काबुक विटङ्कः ) की अड्डी । २ सब से ऊंचा लिरा या स्थान | (वि० ) देखो निटंक ( ७.७ ) विटः ( पु० ) १ जार २ कामुक लंपट ३ साहित्य में एक प्रकार का नाटक ४ चली। कपटी घुर्न 1 २ वह लौंडा जो मैथुन करवावे ६ चूहा ७ पर युक्त विडंचित स्वदिर वृक्ष । ८ नारंगी का पेड़ शाखा या डाली । - मात्तिकं, नामक खनिज पदार्थ । लवरों, (न० ) नॉवर | विडम्बिन ) नकल किया हुआ (२०) सोनामक्खी नमक | चिटपिन् (पु० ) १ वृक्ष | पेद २ वटवृक्ष-मृगः, ( ९० ) बंदर। लंगूर विद्वत्तः विलः ) नाम । विटंकित विद्राङ्कित } ( वि० ) चिन्हित । छापा हुआ | ३ झाड़ी ३ विदाः ( पु० ) 1 शास्त्रा डाल गुच्छा वृत्त या लता की नयी शाखा २ इतनार पेड़ ४ कोंपल । अङ्कुर । २ सधन वृक्षों का कुरमुट || प्रसारण । व्याप्ति । ७ अण्डकोष का मध्यस्थ परदा । पंढरपुर में भगवान् विष्णु की मूर्ति का ? विठक (वि० ) ) विठक ( वि० ) ) दुष्ट | खराव | नीच कमीना | विठरः ( ५० ) बृहस्पति | विडू ( धा० पर० ) [ वेडति ] : अकोसना शाप देना गरियाना २ ज़ोर से चिल्लाना । विडं ( न० ) बनावटी निमक। विडंग (व० चिडङ्गम् ( न० विडंगः ( पु० विडङ्गः (पु० थायबिडंग | विडंबनं ( म० विनम्न । विडंबना ( स्त्री० ) विडम्वना ( स्त्री० ) विडंबः ( पु० ) ३ मकल १ २ कष्ट पीड़ा | विडम्बः ) सन्ताप । ● P वितव 9 फिली के रंग या चान दाल आदि की ज्यों की स्त्रो नफल उनारा २ अनु करके चिठाने या अवमान करने वाला ३ वेश बदलने की क्रिया ४ बुल ३ धोखा । १ चियाना|६ पीवन सन्तापन हवाश करण भङ्गा उपहास The है ( ब० १० ) १ नकल उतारा हुआ रहँसी उड़ाया हुया जीड उड़ाया हुआ ३ छला हुआ चिढ़ाया ● हुआ। ५ हताश किया हुआ ६ नीज बहीन| शरीद | विडारक: पु० ) बिल्ली । F विडाल ) विडालक ) (पु.) देखो बडाल, विडालक । विडीनं ( न० ) पक्षियों का उड़ान का एक प्रकार: विलः (९० ) सारस विशेष विडोजस विडोज १ ( ए० ) इन्द्र का नाम । वितंडः ) वितण्ड: J 1 वितसः (पु० ) १ पिंजड़ा २ रस्सी । अंजीर | बेदी जिनके द्वारा बनपशु या पक्षी केंद्र किये जॉय । वितंडा वितण्डा ( पु० ) १ हाथी २ ताला या चटनी | | स्त्री० ) १ दूसरे के पक्ष को दवाते हुए अपने मत का स्थापन | २ व्यर्थ का झगड़ा या कहासुनी | ३ कलछी दव ४ शिलारस | वितन ( ३० ऋ० ) १ फैला हुआ । पसारा हुआ। आगे बढ़ाया हुआ। २ विस्तृत | लंबा चौड़ा | ३ सम्पन्न किया हुआ। पूर्व किया हुआ | ४ उका हुआ। २ व्यास:-धन्वन् । वि० ) कमान को ताने हुए। विततं ( न०) वीणा अथवा उसी प्रकार का तार बाला कोई बाजा विततिः ( स्त्री० ) १ विस्तार फैलाव | २ समुदाय कप्पा | गुपछा ३ पंक्ति | कतार | वितथ ( वि० ) १. झूठ । मिथ्या