पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/७७

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अभिज्ञा ( ७० ) श्रमिनिविश्ता अभिक्षा ( स्त्री० ) १ प्रत्याभिज्ञा। पुनशन । प्राथमिक | अभिधेय ( सं० का० कृ ) १ वर्णित | कथित | निरू- ज्ञान २ स्मृति पहिचान । पित। २ नाम धरने योग्य | 1 प्राय | ३ निचोड़ | निष्कर्ष । ३ विवेच्य या श्रोग्य विषय । प्रकरण प्रसङ्ग ४ किसी अभिज्ञानम् ( न० ) १ प्रत्याभिशा | पुनर्ज्ञान | २ | अभिषेयम् ( ० ) १ अर्थ | भाव । तात्पर्य । अभि- स्मृति । पहिचान ३ चिन्हानी | ४ सन्द्रमण्डल का काला भाग । -आभरणम् (३० ) गहना जो किसी बात का स्मरण कराने के लिये उपस्थित किया जाय। परिचायक । सहृदानी । अभितस् (अव्ययाs) : समीप | निकट | पास। ओर। तरफ २ अत्यन्त समीप निकट में पास में 9 । 1 में । ३ ओर सम | सामने । प्रत्यक्ष ४ सब ओर से। चारों नितान्त | निपट | पूर्णतः धुराधुर ६ फुर्ती से। तेज़ी से । अभितापः (g० ) प्रचण्ड गर्मी (चाहें यह शरीरिक हो चाहे मानसिक ) । चोभ | उद्वेग | पीड़ा | अभिताम्र ( वि० ) बहुत लाल । अभिदक्षिणम् (अन्य ) दहिनी ओर या तरफ़ | अभिद्रवः ( 30 ) भद्रम् (न०) अनिद्रोह (पु) आगे पीछे । चौतरफा । २ गाली | भर्त्सना । आक्रमण हमला | षड्यंत्र | हानि | निर्दयता । २ अभिधर्षण ( न० ) १ भूतावेश भूत का शरीर में धावेश होना भूताधिवेश | २ अत्याचार | अभिया (स्त्री० ) १ नाम 1 उपाधि | २ चाचक शब्द। ३ शब्दों के वाच्यार्थ का योधन करने वाली शक्ति । ४ ( मीमांसा ) शाब्दी भावना | अभिधानम् (न० ) १ कथन । निरूपण | नाम करण । २ भविष्यद्-~-कथन । निःसन्देह भाव से कथित वाक्य | ३ नाम । उपाधि लक्रव पद ४ भाषण | संवाद । २ शब्दकोश - कोशः, ( पु० ) माला ( स्त्री० ) शब्दकोश | अभिधायक ( वि० ) [ स्वी० --अभिधायिका ] १ सूचक | परिचायक । २ नाम रखने वाला। अभिधायिन् (दि० ) तिरूपक । प्रकाशक । अभिधानम् (न० ) आक्रमण | हम्ला | पीछा करना । शब्द का अविकल अर्थ | अभिया ( स्त्री० ) १ दूसरे की वस्तु पर मन डिगाना । पराई बस्तु की चाह । २ अभिलाषा । इच्छा | कालच अभिनन्दः ( पु० ) हर्ष प्रसन्नता | २ प्रशंसा | लावा | सराहना । बधाई | ३ अभिलाषा इच्छा | ४ प्रोत्साहन | उत्तेजन | अभिनन्दनम् (न० ) १ आनन्द | बंदना | स्वागत | २ प्रशंसा ३ अभिलाषा | इच्छा अभिवादन । अनुमोदन | अभिनन्दनोय | ( स० का० कु० ) १ हर्षप्रद । अभिनन्द्य २ प्रशंसित | वंदनीय । अभिनन ( वि० ) झुका हुआ नया हुआ | अभिनयः (पु० ) हृदय के भाव को प्रकट करने वाली किया। स्वांग। नक़ल | नाटक का खेल । अभिनव (वि० ) १ कोरा बिल्कुल नया | ताना। टटका । २ अनुभवशून्य । -यौवन, – वयस्क, (चि० ) ( अवस्था में ) बहुत छोटा जवान अभिननम् ( न० ) ( आँखों के ऊपर बांधने की ) - पट्टी धंधा । 1 अभिनियुक्त ( वि० ) काम में लगा हुआ । मशगुल । ग्रभिनिर्याणम् (न० ) १ कूच | प्रस्थान | २ चढ़ाई। अभिर्मुक्त (वि० ) १ छोड़ा हुआ। त्यागा हुआ । २ सूर्यास्त के समय सोने वाला। | प्रभिनिषिष्ट ( व० ऋ० ) : पैठा हुआ | घसा हुआ। हम्ला । किसी शत्रुसैन्य पर धावा गड़ा हुआ । २ लिए | मझ | ३ कृतसङ्कल्प | हदप्रतिज्ञ | ४ हठी | जिद्दी आग्रही ५ एक ही और लगा हुआ अनन्य मन से अनुरक्त । अभिनिविष्टता (श्री० ) १ हदप्रतिज्ञा | सङ्कल्प अपने स्वार्थ में ( किसी बात की भी परवाह न कर ) लिप्स हो जाना।