पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/७६९

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विक्रान्ति ( ७२ ) विगम विक्रान्तिः ( ० ) १ गति २ घोड़े की सरपट | विशेष (०) ऊपर की ओर अथवा इधर उधर चाल ३ विक्रम वल वीरता बहादुरी विकांतृ ) ( वि० ) बहादुर शूरवीर (पु० ) विक्रान्त सिंह | फैकना या डालना। २ भटका देना। इधर उधर हिताना डुलामा ३ प्रेषण ४ संवड़ाहट । विफलता। परेशानी बेचैनी ५ | भय | डर ६ खण्डन । विशेषणं ( ० ) ऊपर अथवा इधर उधर फेंकने की क्रिया २ हिलाने या घटका देने की क्रिया | 1 ३ प्रेषण | ४ घबड़ाहट बेचैनी } विकिया ( स्त्री० ) ३ विकार संशोधन विकलता। धवशहट । ३ क्रोध | रोष ४ डराई। बिगाड़ भृकुञ्चन अचानक उत्पन्न हो जाय ७ खण्डन त्याग ( जैसे कर्म का )।-उपमा ( श्री० ) ! विताभ ( ० ) 1 मन की उद्विग्नता या चञ्चलता। काव्यालङ्कार विशेष | होम | २ झगड़ा | टंडा । २ उद्वेग | अप्रसन्नता । ६ रोग जो भक्षण | विकुष्ट (व० ० ) पुकारा हुआ चिल्लाया हुआ २ निष्ठुर | मेरहम | विकुष्ठं ( न० ) १ सहायता के लिये बुलाहट २ गाली। विलिन ( ३० कृ० ) १ विल्कुल तरावर या भींगा हुआ। २ सड़ा हुआ। गला हुआ । मुरझाया हुआ कुम्हलाया हुआ। ३ जीर्ण । विलिष्ट ( पु० ) अध्यन्त सन्तप्त २ घायल नष्ट किया हुआ। विशिष्टं ( म० ) उच्चारण का दोष । विक्षत ( च० कृ० ) घायल । ताड़ित । विक्षावः ( पु० ) : सखारन त्रिय (वि०) विकाक विखंडित ) ( व० कृ० ) १ टूटा हुआ । विभा विकोशनं ( २० ) १ गाली | २ चीत्कार । चिल्जाइट। | विखरिडत ) जिस २ बीच से चिरा या फटा हुआ। विक्लव (वि० ) १ डरा हुआ | भयभीत | २ भी || विखानसः (पु० ) वैखानस | डरपोंक| ३ उडिग्न | घबड़ाया हुआ ४ सन्तहा | पीड़ित दुःखित विह्वल । बेचैन । विखुरः (पु० ) राक्षस | दैरुप | दानव | २ चोर | विख्यात ( ब० कृ० ) १ प्रसिद्ध । भली भाँति परिचित | २ नामक | ३ माना हुआ । मान्य स्वीकृत | २ ध्वनि। दिख विखु विख्य चिख नाद । विक्षिप्त (व० कृ० ) : बिखरा हुआ फैका हुआ। २ खारिज किया हुआ। स्यागा हुआ १२ भेजा हुआ ४ घबदाया हुआ येचैन । २ खगडन किया हुआ। . ( वि० ) नासिका हीन । विना नाक वाला। जिसके नाक न हो । विख्यातिः (ख० ) प्रसिद्धि । कीर्ति । ख्याति । चामवरी । विगानं ( म० ) १ गिनती। गणना। २ विचार । मनन । ३ ऋण की आदायगी या फारकती । विगत (व० ० ) १ प्रस्थानित | २ वियोजित | जुदा ३ ख ५ रहित हीन। ५ खोया हुआ) ७ धुँधला। अँधियारा-आर्तवा ( स्त्री० ) वह स्त्री जिसके बच्चा होना बंद हो चुका हो अथवा जिसका रजोधर्म बंद हो गया हो। कल्मप, (वि० ) पापरहित निष्पाप शुद्ध -भी, (वि० ) निडर । निःशङ्क| वेखौफ - लक्षण, (वि०) अभागा अशुभ अमङ्गलकारी। ( विक्षीणकः ( पु० ) १ शिवगणों का मुखिया | २ | विबंधकः (g० }} इंगुदी या हिंगोट का पेड़ । देवसभा | चिगन्धकः ( पु० ) विक्षीर: ( पु० ) मदार या थके या श्रौचा का पेड़ | विगमः ( पु० ) १ प्रस्थान | रवानगी । ५