पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/७२०

विकिस्रोतः तः
एतत् पृष्ठम् अपरिष्कृतम् अस्ति

लक्ष्मा -प्रसूः ( श्री० ) १ लक्ष्मण-जननी रानी | सुमित्रा लक्ष्मणं ( न० ) १ नाम उपाधि | २ चिन्ह निशान | लक्ष्मणा ( श्री० ) हंसी। मादा हंस लक्ष्मन् ( न० ) १ चिन्हानी : निशान | (दाग धन्वा ३ परिभाषा| ( पु० ) सारस पड़ी! २ लक्ष्मण का नाम । जदीः ( स० ) २ अच्छा भाग्य सौन्दर्य | ५ धन शक्ति । ७ वीर पक्षी ¡ सौभाग्य समृद्धि खुश किस्मती की अधिष्ठात्री देवी + i सम्पत्ति 1. अक्षयं ( न० ) १ निशाना । २ चिन्ह | निशानी | १ वह वस्तु जो खचणवती हो । ४ गौण अर्थ लघु लक्ष्य से उपअर्थ २ बहाना कल्पित बनावटी एक लाल-भेदः - वेधः, ( पु० ) निशानावाड़ी 1- हन् ! पु० ) तीर गोली। स्त) (० पर०) [लपति, लेखति. लङ्कति] जाना । "} । लग् (धा० परस्मै० ) [ लगति, जन्म ] 1 लगना। चिपकता चिपटना। अनुरत होना: २ चुना | ६ मिल जाना। एक देर जाना १४ पीछे लगना या पीछा करना। ५ रोक रखना। कान में लगा रखना । सफलता १४ राज- मोती। हल्दी- लगुरः } ( पु० ) छड़ी। लकड़ी लाठी 1 जगुत्तः 1- ईशः, ( पु० ) विष्णु का नाम २ आम का पेड़ | ३ भाग्यवान् धामीकान्तः (g० ) १ विष्णु भगवान् । २ राजा (गृहं, (न० ) खाल कमल का फूल-तालः ( पु० ) एक | लगुडः प्रकार का ताड़ का पेड़-नाथः, (पु० ) विष्णु का नाम/- पतिः, (पु० ) : विष्णु । २ राजा । ३ सुपाड़ी का पेड़ | ४ लवंग का वृष 1-पुत्रः | लग्न (व० ० ) 1 चिपटा हुआ | ( 50 ) १ घोड़ा | २ कामदेव -पुष्पः (पु०) मानिक । चुन्नी 1 पूजनं, (न० ) लक्ष्मी जी का उस समय का पूजन जिस समय घर और बधू प्रथम बार (बर के) घर में प्रवेश करते हैं। -फलः, ( पु० ) वेळ वृक्ष - रमणः, ( पु० ) श्री विष्णु भगवान 1-वसनि, ( श्री० ) लाल कमल पुष्प ---वारः, ( पु० ) गुरुवार 1-वेथ ( पु० ) तारपीन / सखः ( पु० ) लक्ष्मीप्रिय सहज महादः ( पु० ) चन्द्रमा | लक्ष्मीवत् (वि० ) १ भाग्यवान् । खुशकिस्मत २ धनी धनवान् । ३ सुन्दर खूबसूरत लक्ष्य ( स० च० ० ) दिखलाई पड़ने वाला | २ पहचाना जाने वाला ३ जानने लायक वह जिसका पता चल सके ४ चिन्हित किया जाने वाला ५ निरूपण किया जाने वाला ६ निशाना लगाने के योग्य ५ घूम घुमाकर बतलाने योग्य ८ विचार | लगड (वि० ) प्रिय मनोहर सुन्दर जगित (वि० ) चिपय हुआ। लगा हुआ २ जुड़ा हुआ। सम्बन्ध युक्त ग्रास पाया हुआ । लगा हुआ । दता पूर्वक पकड़ा हुआ ।२ बुधा हुआ। स्पर्श किया हुआ |३ सम्बन्ध यु |~~-मासः (दु० ) शुभ मास जिसमें शुभकार्य विवादादि हो सके। लग्नः ( पु० ) मदमस्त हाथी । २ भाट । बंदोजन | | लग्न (न०) १ ज्योतिष में दिन का उतना अँश जितने में किसी एक राशि का ऊदय रहता है। वह समय जब सूर्य किसी राशि में जाता है। ३ शुभ कार्य करने का शुभ मुहूर्त लग्नकः ( पु० ) प्रतिभू जामिन वह जो जमानत करे : f लघिमन् (पु) १ इलमापन धगुरुत्व | गुरुस्वाभाव | २ श्रोडापन | नाचवा ३ विचारहीनता ४ अष्टसिद्धियों में से चौथी सिद्धि, जिसके प्राप्त होने पर मनुष्य बहुत छोटा या हलका बन जाता लघिg (चि० ) सब से हलका | सब से नीचा लत्रीयस् (वि० ) अपेक्षाकृत लघुतर निम्नतर। लघु ( वि० ) [ श्री० - लघ्वी या लघु ] हल्का | - २ छोटा | ३ संचिस ४ अकिरि २ कमौना स० श० फौ० १०