पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/६९८

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1.12 यात्रीक याष्टोकः (०) योद्धा जो लाठी से लड़े | युगंधर: पु० यास्कः : पु० ) निरुक्तकार का नाम । युगन्धरः ( पु० युगधरम् ० ) यु ( धा० परस्मै० ) [ यौनि, युन ] १ मिलाना | युगन्धर(न० ). जोड़ना । २ गड्डूबहु फरना । संमिश्रण करना । युक्त (व० ० ) १ जुड़ा हुआ । मिला हुआ । २ बंधा हुआ। जुएँ में जुता हुधा नधा हुआ। ३ सुव्यवस्थित किया हुआ। ४ सहित | संयु | ३ सम्पन्न | परिपूर्ण । ६ लीन । एकात्र । ७ किया- शील निपुण अनुभवी चतुर उपयुक्त योग्य | ठीक १० अयौनिक :--अर्थ, (वि० ) ज्ञानी। समझदार - कर्मन (वि० ) वह जिसे - दण्ड कोई कर्त्तव्य कर्म सौंपा गया हो ( वि० ) उपयुक्त दण्ड देने वाला मनसू, ( वि० ) जो किसी काम में मन लगाये हो । मुखातिव | युक्तं ( न० ) जोड़ी | जुट्ट 1 युक्तः ( पु० ) वह संन्यासी जो ब्रह्मीभूत हो गया हो। युतिः ( स्त्री० ) १ मेल । मिलाप | सङ्गम । मिलावट। २ प्रयोग | व्यवहार । इस्तेमाल | ३ बाधना । ४ चलन रस्म ५ उपाय ढंग । तरकीब ६ उपयुक्तता ७ चातुरी कक्षा ८ उपपत्ति । हेतु । ६ परिणाम । नतीजा १० आधार कारण । ११ रचना सम्भावना । योग १२ अलङ्कार विशेष जिसमें अपने कर्म को छिपाने के लिये दूसरे को किसी क्रिया या युक्ति द्वारा बञ्चित करने का वर्णन किया जाता है। १३ मीज्ञान | जोड़ | १४ धातु की मिलावट । - कर, (वि० ) १ उपयुक्त | २ सिद्ध /-युक्त, ( वि० ) युक्तिसङ्गत | ठीक | वाजिव । युगं ( न० ) १ जुआ। जुआठ | २ जोड़ा | जुट्ट | २ समय या काल विशेष पुराणानुसार काळ का एक दीर्घ परिमाण । ३ पुरुष | पुश्त | पीढी | ४ चार की संख्या का सङ्केत । अतः ( पु० ) युग का अन्त । प्रलय । मध्यान्ह 1–अवधिः, (१०) प्रलय :- कीलकः, (पु०) वह खूंटी जो यम और जुर के मिले छिद्रों में डाली जाती है। सैद | सैना |-- बाहु, (वि०) लंबी भुजा वाला ! युत गाड़ी के अगले भाग की वह लंबीड़ी जिसमें जुआँ अटकाया जाता है । युगपद् (अव्यय) समसामयिकता से एक साथ एक ही समय में। गुगलं न० ) जोड़ा: जोड़ी। युगलकं ( म० ) १ जुट्ट | जोड़ा । २ वह कुलक ( वय ) जिसमें दो श्लोकों वा पथों का एक साथ न्य हो । युग्म (वि० ) सम । युग्मं ( ज० ) १ जोड़ा | २ सङ्गम | सम्मिलन | ३ ( दो नदियों का ) समागम | ४ जुलही सन्तान | यमज सुत कुलक या युगलक ६ मिथुन राशि | युग्ध ( वि० ) १ जाते जाने योग्य | २ जुता हुआ । चारजामा या साज कसा हुआ । ३ खीचने योग्य । युग्यः ( पु० ) रथ में जोतने योग्य घोड़ा या कोई जानवर। युज् ( धा० उभय० ) [ युनक्ति, युंक्ते, युक्त ] जोड़ना। मिलाना लगाना संयुक्त करना । २ जुएँ में जोतना | ३ सम्पन्न करना ४ इस्तेमाल करना । प्रयोग करना । ५ लगाना | नियुक्त करना । ६ घुमाना। फेरना । लगाना ( जैसे मन को किली वस्तु पर ७ एकाग्र चित्त करना रखना स्थापित करना । ६ बना कर तैयार करना । सुव्यवस्था से रखना तैयार करना। योग्य बनाना। १० देना। प्रदान करना | युज् ( वि० ) १ जुता हुआ | २ सम विषम नहीं। ( पु० ) १ संयोजक | जोड़ने वाला | २ योगी | ३ जोड़ा । ( इस अर्थ में यह शब्द नपुंसक भी है। ) थुंजानः ) ( पु० ) : हाँकने वाला सारथी । २ युञ्जानः ) योगाभ्यासी ब्राह्मण जो ब्रह्म में एकीभूत होने का अभियापी हो युत (व० कृ०) १ संयुक्त | मिला हुआ | जुड़ा हुआ । २ सम्पन्न सहित |