मुग्ध लगाया जाय : २ सुखरोग विशेष |~-वल्लभः ( पु० ) अनार का पेड़ --वाद्यं, ( न० ) १ मुख से फूंक कर बजाया जाने वाला याजा । २ मुख से निकला थम् बम् शब्द वितुरिटका, ( स्त्री० ) बकरी | छेरी । -व्यादनं, ( न० ) जमुहाई-शफ, (वि० ) मुखर । कटुभाषी --शेषः, ( पु० ) राहु ( -शोधन, ( वि० ) s मुख साफ करने वाला २ तीता चटपटा - शोधनः, (पु० ) चटपटी वस्तु |~~श्रीः (स्त्री०) मुख का सौन्दर्य । सुन्दर चेहरा। मुक्त्वा 1 दश ( धन्यथा १ छोड़ा हुआ। त्यागा हुआ। २ सिवाय | यिना | छोड़कर। ( म० ) १ मुख । २ चेहरा शकु | सूरत | ३ पशु का थूथन ४ भाग | सामना | २ नोंक : ६ बाद| धार ७ चूची के ऊपर की डीपी की दिशा १० हार। दरवाज्ञा। सुहाना। घर का दरवाका ११२ आरम्भ | १३ भूमिका १४ प्रधान मुख्य १२ सतह या ऊपरी भाग । १६ साधन । १७ कारण उच्चारण १८ वेद । धर्मशास्त्र | १६ नाटक में एक प्रकार की सन्धि अभिः (g०) | मुखपचः: ( पु० ) मिलुक | भिखारी | १ दावानल | २ अगिया बेताल । ३ यज्ञीय | मुखर (बि० ) १ यातूनी २ रुमकुम शब्द करने अग्नि ४ वह भाग जो सुर्दा जलाते समय वाला पायजेब नूपुर ३ द्योतक । प्रकाशक । 1 गाली गलौज करनेवाला । उपहास करने वाला। कौआ | २ नेता । प्रधान सुर्दे के मुख के ऊपर रखी जाती है। -अनिलः, --उवासः, ( पु० ) साँस । -अखः, ( पु० ) केकड़ा 1-वासवः, ( पु० ) थधरामृत - प्रास्त्रावः त्रावः, ( पु० ) थूक | खखार । -- इन्दुः, ( १० ) चन्द्रमुख । चन्द्रमा जैसा मुख गोल सुन्दर चेहरा । - उल्का, ( स्त्री० ) | दावानल 1-~-कमलं, ( न० ) कमल जैसा सुख ! | - खुरः, ( पु० ) दाँत (~गन्धक, (पु० ) प्याज। चंपल, (वि० ) वह जो बहुत अधिक था बढ़ कर बोलता हो ।-चपेटिका, (स्त्री० ) थप्पड़ | धनकटा । ~चीरिः, (स्त्री० ) जिह्ना । जः, ( पु० ) ब्राह्मण --दूषणा: ( पु० ) प्याज-दूषिका, (स्त्री० ) मुँहाला /- निरीक्षकः, ( पु० ) सुस्त था काहिल आदमी। -निवासिनी, (स्त्री० ) सरस्वती (पु० ) घूंघट | नकाव /-पिण्डः, 9 फॅवर कौर | २ वह पिण्ड जो मृत व्यक्ति के | पटः ( पु० ) मुमूह (४०) पपीहा २ एक प्रकार का हिरना। उद्देश्य से उसकी धन्येष्टि क्रिया करने के पूर्व दिया | पुग्ध (वि० ) १ मोह या अम में पड़ा हुआ | २ मूर्ख | सूद अज्ञानी | ४ सादा सीधा । धनजान २ जाता है। पूरणम् (न०) कुल्ला - प्रियः, (पु० ) शंतरा। नारंगी-बन्धः, ( पु० ) प्रस्तावना भूमिका |~-कधनं, (२०) १ भूमिका | २ उकन । --भूषां ( म० ) ताम्बूल। पान -मार्जनं, (२०) दतचन | मुखप्रचालन 1-यंत्रयां, (न०) लगाम ।~-जाङ्गलः, (पु० ) शूकर-पः, ( पु० ) १ वह लेप जो मुख पर शोभा के लिये - ४ मुखराफ | कटुभाषी २ महाक उड़ाने वाला मुखर: (पु० ) १ काक पुरुष | ३ शङ्ख | लगाम | मुखरी मुम्बरिका ( श्री० ) (स्त्री० ) मुखरिन ( वि० ) शब्दायमान | मुख्य (वि०) १ मुख सम्बन्धी | २ प्रधान अर्थः, ( पु० ) प्रधान अर्थ । (गौण का उल्टा ) 1- --चान्द्रः, ( 30 ) मुख्य चन्द्रमास । -नृपतिः, ( पु० ) प्रधानराजा | -मंत्रिन (पु० ) प्रधान सचिव | मुख्यः (go ) नेसा । पथप्रदर्शक | मुख्यं ( न० ) १ यश का प्रथम कल्प। २ वेद का अध्ययन या अध्यापन । भूला हुआ। भूल में पड़ा हुआ ६ भोलेपन के कारण आकर्षक अक्षी (स्त्री० ) सुन्दर आँखों वाली युवती ।-आनना, (स्त्री०) सुन्दर शक्क वाली खी। घी, बुद्धि, मति (वि०) मूर्ख मूद | सीधा सादा --भाषः, (पु० ) सीधापन | मूर्खता । -
पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/६७५
दिखावट