पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/६६४

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माणिक्य साणिक्यं ( न० ) लाल पद्मराग। चुन्नी । माणिक्या (स्त्री० ) छिपकली माणिबंध माणिबन्धम् माणिमंथ माणिमन्थम्) ( न० ) सेंधा निमक। लाहौरी नॉन मांडलिक ) ( वि० ) [ स्त्री०- मांडलिको माण्डलिक ) मोराडलिकी ] किसी प्रान्त या मण्डल की रक्षा या शासन करने वाला । मांडलिकः ) ( पु० ) सूबेदार | किसी सूबे का माराडलिकः ) हाकिम या शासक । अन्त में मातंगः १ ( पु० ) १ हाथी । २ चाण्डाल | ३ मातङ्गः । किरात | ४ समासान्त शब्द के कोई भी अपनी जाति की सर्वश्रेष्ठ वस्तु । -- दिवा- करः, 1पु०) एक संस्कृत कवि का नाम । -नकः, ( पु० ) मगर जो डील डौल में हाथी के समान हो । मातुलंगः }देखो—मातुलिङ्ग । मातुलङ्गः मातुला ( स्त्री० ) मातुलानी (श्री०) मातुजी (स्त्री० ) मातृका मातरिपुरुषः ( पु० ) वह जो केवल घर ही में अपनी माता आदि के सामने अपनी वीरता प्रकट करता हो, किन्तु घर के बाहिर कुछ भी न कर सकता मातृ ( स्त्री० ) १ माता | २ पूज्य या श्रादरणीय शद बड़ी बड़ी स्त्री | ३ गौ ४ लक्ष्मी देवी । ५ दुर्गा देवी । ६ पृथिवी ७ व्योम प्रकाश = देवमातृका जो संख्या में सोलह है :- कॅशट: ( पु० ) मामा-गाः (पु०) पोडश सातृ का गोत्रं, (न०) माता के गोत्र का - घातः, - घातकः - घातिन् – प्रः, ( पु० ) मातृहन्ता ।-धातुकः ( पु०) १ मातृहन्ता | २ इन्द्र | चक्रं न० ) मातृकाओं का समूह | --देव, ( वि० ) वह जो अपने माता ही को अपना इष्टदेव मानता हो । -नन्दनः । पु० ) कार्तिकेय –पक्ष, (वि० ) माता के कुल का -पूजनं, ( न० ) मातृकाओं का पूजन - वन्धुः –बान्धवः, ( पु० ) माता के सम्बन्ध का कोई आत्मीय |-~~-मण्डलं, (न० ) १ मातृ- काओं का समुदाय ! २ दोनों नेत्रों के बीच का स्थान |--मातृ, ( स्त्री० ) पार्वती देवी | - मुखः, (पु० ) मूख या मूद जन -यज्ञः, ( पु० ) एक यज्ञ विशेष जो मातृकाओं के उद्देश्य से किया जाता है। वत्सतः, ( पु० ) कार्ति- केय । स्वसृ ( स्त्री० ) [ = मातृष्वसृ या मातुःस्वस ] मौसी का लड़का । मातरिश्वन (पु० ) पवन, जो अन्तरिक्ष में चलता मातलिः ( पु० ) इन्द्र के रथवान् का नाम - सारथिः, (पु० ) इन्द्र का नाम । माता (स्त्री० ) जननी जन्म देने वाली स्त्री। माँ । मातामहः ( पु० ) नाना । माता का पिता | मातामही ( स्त्री० ) नानी । मातामहौ ( द्विवचन ) नाना नानी । मतिः ( स्त्री० ) १ नाप । २ विचार | स्खयाल । मातुलः ( पु० ) १ मामा । माता का भाई | २ धतूरे | मातृक ( दि० ) : माता सम्बन्धी । माता से प्राप्त का पौधा । ३ सर्प विशेष - पुत्रकः, ( पु० ) २ माता का । मातापक्षीय | १ मामा का पुत्र | २ धतुरे का फल । मामा की पत्नी मामी । २ पटसन | सन | मातुलिंगः मातुलिङ्गः । मातुलुंगः मातुलुङ्ग मातुलिंग मातुलिङ्ग >विजौरा नीबू का फल । मातुलंग मातुलुङ्गम् ) | मातुलेयः ( पु० ) [ स्त्री० -- मानुलेथी ] मामा का लड़का | > (पु० बिजोरा नीलू | मातृकः ( पु० ) मामा मातृका ( स्त्री० ) १ माता । २ दादी | ३ धात्री । दाई ४ उद्भवस्थान ५ देवी | देवमाता । ६ तांत्रिक यंत्र विशेष । ७ यंत्र में लिखे जाने वाले अक्षर या वर्ण सं० श० कौ० ८३