पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/६५०

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मथन मन्थन: मथन है मयानी रई । घटी ( खी० ) मथन मन्धनः ) करने का बरतन । ( ६४३ ) मंथनं १ (न० ) १ मथना | गड्ढबड्ड करना २ मन्थनं ) दो लकड़ियों को रगड़ कर आग उत्पन्न करना | मंधानी } ( स्त्री० ) वह बरतन जिसमें मथानी डाल मन्थानी ) कर मथा जाय। मंथर ) ( वि० ) १ सुस्त । अक्रियाशील | २ मूर्ख | मन्थर ) मूढ़ | ३ नीचा गहरा पोला मन्दस्वर वाला ४ लंवा । बढ़ा चौड़ा ५ झुका हुआ । मुड़ा हुआ। टेढ़ा | 1 मंथरः ( ( पु० ) १ भाण्डार | धनागार | २ सिर के मन्थरः । बाल | ३ क्रोध कोप | ४ ताज़ा मक्खन | ५ मथानी ६ वाधा रोक अड़चन ७ दुर्ग। ८ फल ६ गुप्तचर खबर देने वाला १० | वैशाख मास । ११ मन्दराचल | १२ बारहसिंगा । मंथासम् } ( न० ) कुसुम का फूल । मंथरा ) ( स्त्री० ) कैकेयी की कुबड़ी चेरी, जिसने मन्थरा । उसे भड़का कर, श्रीरामचन्द्र जी को १२ वर्ष का वनवास दिलवाया था। मन्यारू: } ( पु० ) पवन जो चँवर हुलाने से निकले। मध्यान: } ( १० ) १ मधानी । रई । २ शिवजी | 1 मंथानकः मन्धानकः ४ नोधा मुलायम दोपयुक्त मंद } (वि० ) १ धीमा सुस्त । काहिल । दीर्घ- मन्द) सूत्री | २ उदासीन । तटस्थ । ३ मूर्ख | | मंदबुद्धि का अज्ञानी । निर्बल मस्तिष्क वाला । 1 मर मन्दर गहरा खोसला पाल ५ कोमल " [1] ६ छोटा | हलका | कम ! ७ निर्बल अशक्त अभागा दुःखी । ६ कुम्हलाया हुआ | मुरझाया हुआ । १० दुष्ट | बदमाश | पापी ११ नशा पीने को लालायित मंद 1 ) ( ५० ) धीमे से धीरे धीरे । क्रमशः। मन्दम् )२ आहिस्ता से। उग्रदा या प्रचण्डता से नहीं । ३ हल्केपन से ४ मन्द स्वर से अन, -- - ( वि० ) कमज़ोर दृष्टि वाला | - अक्षं, ( न० ) लज्जा का भाव । लज्जाशीलता । अझि, ( वि० ) वह जिसकी पाचन शक्ति कम हो गयी हो । अनिः, (पु० ) एक रोग जिसमें रोगी की पाचन शक्ति कम हो जाती है ।- अनिल, ( पु० ) धीमा बहने वाला वायु । - -आक्रान्ता, ( खी० ) सत्रह अक्षर के वर्ण वृत्त का नाम - आत्मन् (वि० ) भन्दइद्धि मूर्ख अज्ञानी । -आदर, ( वि० ) १ कमसम्मान प्रदर्शित करने वाला | २ असावधान |--उत्सह, (वि०) वह जिसका उत्साह कम हो। - उदरी, (मन्दो- दरी ) ( स्त्री० ) रावण की पटरानी का नाम । इसकी गणना पाँच सती स्त्रियों में है। उध्य, ( वि० ) शीतोष्ण । गुनगुना । -कर्ण, (वि० ) थोड़ा थोड़ा बहरा (–कान्ति:, (पु०) चन्द्रमा -गः, ( पु० ) शनिग्रह /- अननो, ( स्त्री० ) शनि की माता ।-स्मितं, ( न० ) हासः, ( पु० ) - हास्यं, (न० ) मुसक्यान | - }( पु० ) एक प्रकार की घास | मंथिन् ) ( वि० ) 8 मथने वाला २ सन्तापकारक ! | मन्दः । ४ हाथी विशेष | मन्थिन् । ( पु० ) वीर्य । मंथिनो } (स्त्री० ) वह बरतन जिसमें कोई सरल मदद: } ( पु० ) मूंगा का वृक्ष । मन्धिती पदार्थ मथा जाय। सन्द्रनम् मधु }( भा० आस्म० ) [ मण्डते ] १ (वैदिक) नशे मदनम् } ( पु० ) मशंसा | तारीन । मन्दू में होना।२ होना | ३ सुस्त पड़ना। २ चमकना | ५ मन्द चाल से चलना। मटरगरत प्रसन्न मयन्ती } { स्त्री० ) दुर्गा देवी । ( लगाना । मंदर । ( वि० ) १ सुस्त । धीमा ! काहिल । २ मन्दर ! गाढ़ा बना पुष्ट ३ लंबा । भारी डील का । मंदः ) ( पु० ) १ शनिग्रह | ३ यम । ३ प्रलय मंदरः ) ( पु० ) १ मन्दराचल का नाम | मोती का मन्दरः ) हार | ३ स्वर्ग | ४ दर्पण | मंदार वृ