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पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/६४८

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( ६४९ मनसा उचंग :- वृत्तिः, ( स्त्री० ) चित्त की वृत्ति । मनोविकार । -वेगः, ( पु० ) विचार करने में फुर्तीलापन |--व्यथा, (स्त्री० ) मानसिक कष्ट । - शीतः, ( पु० ) - शीला, (स्त्री० ) मैन- सिल । - इत. ( वि० ) हताश-हर, (वि०) मनहरने वाला । चित्त को आकर्षित करने वाला । -- हरः, ( पु० ) कुन्दपुष्प 1-हरं, ( न० ) सोना /- हर्तृ, - हारिन् ( वि० ) मन को चुराने वाला। मनोहर । मनोज्ञ । हारी, (स्त्री०) असती या छिनाल स्त्री-ह्लाद ( पु० ) मन की प्रसन्नता ह्रा, ( स्त्री० ) मनःशिला । मैनसिल । मनसा ( स्त्री० ) कश्यप की एक लड़की का नाम जो सर्पराज अनन्त की बहिन और जरत्कारु की भार्या थी। इसके मनसादेवी भी कहते हैं । मनसिजः ( पु० ) १ कामदेव | २ प्रेम । मनसिशयः ( पु० ) कामदेव । मनस्तः ( श्रव्यया० ) मन से | हृदय से । मनस्विन् (वि०) बुद्धिमान प्रतिभाशाली । चतुर ऊचे मन का । २ हदमन का । मनस्विनी ( स्त्री० ) १ उदार मन की या अभिमा- निनी स्त्री | २ बुद्धिमती या सती स्त्री । ३ दुर्गा का नाम । मनाक ( अन्यथा० ) थोड़ा कम । हल्का । अल्प मात्रा में | २ मन्द मन्द। धीमे धीमे ।-कर, ( वि० ) कम करने वाला 1-करं, (न० ) अगर काष्ठ । मनाका ( स्त्री० ) हथिनी मनित ( ३० कृ० ) जाना हुआ । समझा हुआ । पहचाना हुआ। मनीकं (न० ) सुर्मा | अंजन | मनीषा (स्त्री०) १ अभिलाषा | कामना । २ प्रतिभा बुद्धि समझ ३ विचार खयाल । मनोषिका (स्त्री० ) समझ । बुद्धि । मनीषित ( वि० ) १ अभिलषित । वांचित | २ ) मनोमय अनुकूल प्रिय मनीपितं, (न० ) अभि- जापा। अभिलषित पदार्थ । मनीषिन् (वि०) बुद्धिमान | पण्डित । प्रतिभाशाली चतुर । विवेकी विचारवान ( पु० ) बुद्धिमान या विद्वान् जन । पण्डित | ऋषि । मनुः ( पु० ) : ब्रह्मा के पुत्र जो मानव जाति के मूलपुरुष माने जाते हैं । २ चौदह मनु । पुराणों के अनुसार तथा सूर्यसिद्धान्त नामक ग्रन्थ के अनुसार एक कल्प में १४ मनुओं का अधिकार होता है और उनके अधिकार काल को मन्वन्तर कहते हैं :- चौदह मनुओं के नाम ये है :- स्वायंभुव २ स्वारोचिप, ३ श्रौतम, ४ तामस, ५ रैवत, ६ चाक्षुष, ७ वैवस्वत म साबण, ६ दक्षसावर्णि, १० ब्रह्मसावणि, ११ धर्मावण १२ रुद्रसावण, १३ रोच्य देव-सा १४ इन्द्र- सम्वणि । ३ नौदह की संख्या - अन्तरं (न०) मनु की आयु का काल । एक मनु के रहने की अवधि | यह इकहत्तर चतुर्युगी का होता है। इसमें मानवी गणना से ४,३२०,००० वर्ष और ब्रह्मा के एक दिन का चौदहवाँ भाग होता है। -जः, ( पु० ) मनुष्य । मानव जाति ।- ज्येष्ठः, (पु० ) सलवार ।-राजू, ( पु० ) कुबेर का नामान्तर । -श्रेष्ठः, ( पु० ) विष्णु का नामान्तर 1-संहिता, ( श्री० ) धर्मशास्त्र का एक प्रसिद्ध ग्रन्थ जो मनु का बनाया हुआ है। मनुः ( स्त्री० ) मनु की पत्नी । मनुष्यः ( पु०) १ मानव | मानुस | २ नर | इन्द्र, - ईश्वरः, ( पु० ) राजा । -जातिः, ( पु० ) मानव जाति । -देवः, (पु०) १ नरेन्द्र | राजा | २ ब्राह्मण-धर्मन, ( पु० ) कुबेर । - मारणं, ( न० ) नरहत्या | - यज्ञः, ( पु० ) धातिथ्य | नृयज्ञ 1 -लोकः ( पु० ) मर्त्य लोक 1- विश, - विशा, (स्त्री० ) विशं, ( न० ) मानव जाति ।-शोणितं, (न० ) मनुष्य का रक्त - सभा, (स्त्री० ) १ मनुष्यों की सभा २ मनुष्य समुदाय । मनोमय (वि० ) मानसिक आध्यात्मिक । मनोरूप | स० श० कौ०-८१