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पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/६३६

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मंकिलः मकिलः, मङ्किल. ( पु० ) दावानल | मङ्किलः कुरः } ( पु० ) दर्पण | आईना । ( ६२९ ) मंक्षणं ( न० ) टाँगों को रक्षा के लिये धर्म निर्मित कवच | मंच ( अव्यया० ) १ तुरन्त फौरन । शीघ्रता से । २ अतिशय । अत्यधिक प्रचुर मंखः (पु० ) महूः लेप | दवा : राजा का बंदीजन । २ मरहम मंग ) (धा उभय ० ) [ मंगति - मङ्गति, मंगते म । मङ्गते ] जाना चलना। मंगः }(3० }} नाव का अगला भाग । गलही। | जहाज़ संगल्या, मङ्गल्या -आवासः, ( ५० ) देवालय मंदिर - कारक, – कारिन्. ( वि० ) शुभ 1~-तौमं, ( न० ) यह रेशमी वस्त्र जो किसी उत्सव के ध्रुव- सर पर पहिना जाया --ग्रहः (पु० ) शुभ ग्रह ~~हायः. ( पु० ) प्लच वृक्ष - तूर्ये, वाद्यं ( न० ) तुरही या ढोल जो किसी उत्सव या मंगल कृत्य होते समय बजाया जाय।- देवता. ( स्त्री० ) शुभ या मङ्गल देवता !-पाठकः ( पु० ) भाट | बंदीजन। मागध /- प्रतिसरः -सूत्रं, (न० ) १ वह डोरा जो किसी देवता के प्रसाद रूप में किसी शुभ अवसर पर कलाई में बाँधा जाता है। २ वह ढोरा जो सौभाग्यवती स्त्री अपने गले में तब तक बाँधती है जब तक उसका पति जीवित रहता है । ३ ताबीज़ या बाजूबंद की डोरी । -प्रदा ( स्त्री० ) हल्दी - प्रस्थ: (पु० ) एक पर्वत /- वचसू, ( पु० ) -वादः, ( पु० ) आशीर्वचन। आशीर्वाद - वारः, - वासरः, ( पु० ) मङ्गलवार - स्नानं, (न० ) वह स्थान जो मङ्गल की कामना से अथवा किसी शुभ अवसर पर किया जाता है। मंगलः । मङ्गलः ) ( पु० ) मंगलग्रह | मंगल ) ( वि० ) १ शुभ | २ समृद्धवान् । ३ वहा मङ्गल ) दुर| वीर। मंगलम् ) ( न० ) १ शुभत्व । आनन्द | सौभाग्य मङ्गलम् ) कुशल | २ शुभशकुन | ३ आशीर्वाद । हुआ ४ शुभ पदार्थ । मंगलकारी वस्तु | ५ विवाहादि मङ्गलोत्सव ६ शुभावसर शुभवटना उत्सव । ७ प्राचीन रीति रस्म हल्दी - अक्षताः (पु० बहुवचन ) वे अक्षत या चॉवल जो आशीर्वाद देते समय ब्राह्मण यजमान के ऊपर छोड़ते हैं। - प्रगुरुः ( न० ) चन्दन विशेष - अयनं, ( न० ) आनन्द या समृद्धि का मार्ग 1- अष्टकं (न० ) आशीर्वादात्मक श्लोक जो विवाह कराने वाला पुरोहित या पाधा वर वधू की मङ्गल कामना के लिये विवाह के समय पड़ता है।- प्रान्हिक, (वि०) वह धार्मिक कृत्य जो मङ्गल कामना मंगल्यं ) ( न० ) १ अनेक तीर्थ स्थानों से लाया के लिये नित्य किया जाय । -आचरणं, (न० ) | मङ्गल्यं । हुआ जल जो राज्याभिषेक के काम में वह श्लोक या पद जो किसी शुभ कार्य के आरम्भ आता है। २ सुवर्ण | ३ चन्दन काह | ४ सिंदूर | ५ खट्टादही। मंगला )

मङ्गला.

मंगलीय } (वि० ) शुभ 1 सौभाग्यशाली । मङ्गलीय मंगल्य ) मङ्गल्य ) ( स्त्री० ) पतिव्रता पनी । (वि०) १ शुभ २प्रसन्नकारक । अनुकूल सुन्दर ३ पवित्र । में कार्य की निर्विज्ञ समाप्ति के लिये पढ़ा या लिखा जाय। प्राचारः, (पु० ) १ गीतवाचादि शुभ | मंगल्यः ) ( पु० ) १ वट वृक्ष । २ नारियल का कृत्य २ आशीर्वादोच्चारण।-तोर (न०) | मङ्गल्यः ) वृष | ३ मसूर की दाल । वह ढोल जे किसी उत्सवावसर जाय । – आदेशवृत्तिः, ( पु० ) भाग्य में लिखा शुभाशुभ फल बताने वाला - आरम्भः ( पु० ) गणेश जी । आलयः, पर बजाया | मंगल्या ) ( स्त्री० ) एक प्रकार का अगरु। जिसमें ज्योतिषी | | मङ्गल्या चमेली के फूल जैसी महक निकलती है। २ दुर्गा का नाम । ३ चन्दन विशेष ४ गन्ध द्रव्य विशेष | ५ एक प्रकार का पीला रोगन ।