बंध जिसने जह पकड़ ली हो। जो रद या झटल हो बंधक) 1 गया हो :-~मौन, ( वि० ) खामोश | चुपचाप -राग, ( वि० ) अनुरागी।- वसति, (दि०) अपने वासस्थान को निर्दिष्ट करने वाला - वाय, (वि०) जिसका बोलना बंद कर दिया गया हो। जवानवंद 1-वेपथु ( वि० ) धर घर काँपता हुआ। --बैर, (वि० ) पृथा करने वाला पैर रखने वाला 1-शिख (चि० ) १ जिसकी चोटी गठियायी या बंधी हुई हो । २ बालक-स्नेह (वि० ) स्नेही । अनुरागी | .
· प्रेमी | वधू ( धा० श्राम० ) पुणा करना नफरत करना । वधिर (वि० ) बहरा। बधिरित ( वि० ) चहरा बनाया हुआ। बधिरमन् (पु० ) बहरापन बधिरता | बंदिन (देखो वंदिन) बंदिः, बन्दिः) (श्री०) १ बंधन | कैदखाना बंदी बन्दी कैदी बंधुआ। वधु., व [1] बस्यकं (न० ) बंधन | दाना | बंधकः (50) बचने वाला | २ पकड़ने वाला | ३ पट्टी रस्सी ४ बाँध धरोहर | ६ थालन७ विनमय बदलौशल ८ मङ्ग करने वाला तोड़ने वाला ३ प्रतिज्ञा | १० बन्धकः २ फेरना ८ मिला कर बाँधना या गसना । ६ M ( इमारत या भवन ) बनाना । १० ( प ) रचना ५१ पैदा करना । लगाना ( जैसे फलों का) १२ रखना। बंधू ) (धा० परस्मै० ) [ वनाति, बद्ध] बन्धे । बाँधना गसना रूपकड़ना फंदे में फंसना । कैद करना। ३ बेड़ी डालना | ४ रोकना | बंद करना । २ पहिनमा धारण करना । ६ आकर्षण 1 करना। पकड़ना। गिरफ्तार करना | ७ लगाना || बंधित ) ( वि० ) बंधा हुआ । २ द बन्चित हुआ। बंधः }(पु०) १ बंधन । २ बाल बाँधने का फीता या| बन्धः । डोरी २ बेड़ी। अंजीर | उपकड़ गिरफ्तारी । शहर । बंधकी 2 ( स्त्री० ) 1 छिनाल स्त्री । २ रंडी। वन्धको । वेश्या । ३ इविनी | २ बनावट | ६ सम्बन्ध | मेल । ७ जोड़ना ( हाथों का)। पट्टी १० मेलमिलाप | ११ प्रदर्शन प्रकटन १२ फॅसाव १३ परिणाम | १४ परिस्थिति १२ मैथुन का आसन विशेष। १६ किनारी चौखटा १७ विशेष प्रकार की पथ | रचना (सबंध) १८ १६ शरीर २० धरोहर 1 -कारणं, (न० ) बेड़ी डालनाद करना। तंत्रे ( म० ) पूरी फौज या चतुरंगिनी सेना -स्तम्भः, ( पु० ) लूँटा । 1 बंधनं ) ( म० ) १ बौने की क्रियर । २ वह जो बन्धनं किसी की स्वतंत्रता में बाधक हो । ३ फँसा रखने वाली वस्तु । ४ रस्सी जंगीर | वेदी ५ जेलखाना । कैदखाना । ६ वध | हिंसा । ७ बंदुल नाल ८ | नस ११ पट्टी अगारः, (९० ) -यागार (पु०) अगारं, ( न० ) - आगरं, (२० ) श्रालयः (पु०) जेलखाना| कैदाना [न्धिः (पु० ) १ बंधन या पट्टी की गाँठ फैदा पाँधने की रस्सी। -पालकः, --रक्षिन (पु० ) जेल- खाने का दरोगा।- वेश्मन. ( न० ) जेलखाना। -स्थः, (पु० ) कैदी बंधु-स्तम्भः ( पु० ) पशु बाँधने का खूंटा ।स्थानं, (२०) अस्तवल गोशाला आदि । बंचित्रः ) ( पु० ) बन्धित्रः ) ३ तिल कामदेव । २ चमड़े का पंखा | दास । ) बंधुः ) ( पु० १ मातेदार ! भाई बिरादरी बन्धुः । सम्बन्धी । २ पारिवारिक नातेदार [ धर्मशास्त्र में तीन प्रकार के वन्धु बतलाये गये हैं। अर्थात् 'आत्मवन्धु”, पितृबन्धु' और "मातृवन्तु" ] | ३ कोई भी किसी प्रकार का सम्बन्धी जैसे प्रवासबन्धु, धर्मवन्धु आदि । ४ मित्र । २ पति । 4. 1 [ वैदियोदयं विद्वे ६ पिता । ७ माता । ८ भाई जीव नामक पृ १० जो किसी जाति या पेशे से नाम मात्र का सम्बन्ध रखता हो । इसका प्रयोग प्रायः तिरस्कार सूचक होता है-यथा, "ब्रह्मवन्धु।"- कृत्यं, (ज०) भाई बिरादरी का कर्त्तव्य - सं० श० कौ०७