फलस् ● ढालधारी। - यंत्र ( न० ) ज्योतिष सम्बन्धी यंत्र विशेष जिसको भास्कराचार्य ने ईजाद किया था। फलतस् (अव्यया ) फलतः । परिणामतः । अन्ततो गया। लिहाजा प्रतः । ( २ फलनं ( न० ) १ फलोत्पत्ति फलों का लगना । २ नतीजा निकालना। फलवत् (वि० ) १ फल वाला। फरने वाला । २ परिणामप्रद । सफल । लाभप्रद । फलवती ( खो० ) प्रिय नाम का पौधा । फलिता (स्त्री० ) रजस्वला श्री फलिन् (वि० ) फलवान् । फरने वाला । ( पु० ) बृछ । फलिन (वि० ) फलने वाला। फलिनः (पु० ) कटहल का पेड़ | फलिनी } { स्त्री० } प्रियनु नामक लता ु (वि०) आसानी से या सहज में बना हुआ। फायट फांठः, फास्टः फांटं, फाण्टम् फैली 1 १ चैत्रमास | २ वसन्तकाल ३ कुल और सह- क्षेत्र का नाम । फाल्गुनी ( स्त्री० ) फागुन माल की पूर्णमासी 1- भवः, (पु० ) पनि का नाम । फिरङ्गः (ए० ) फिरंगियों का देश फिरंगिस्तान | योल्य | ( पु० ) काड़ा | काय । फालं (न० ) ) १ इल की नोंक सीमान्त भाग। फाल: ( पु० ) ) माँग। (सिर पर की) 1 (50) बलराम का नामान्तर । २ शिव का । ३ नीबू का वृक्ष (न०) सूती कपदा २ जुता हुआ खेत फाल्गुन: ( पु० ) ३ फागुनमास २ अर्जुन का नामा- न्सर | ३ एक बृष विशेष अनुजः (g० ) | -- फिरहिन् ( 50 ) फिरंगी | योरोपियन फुकः ( 50 ) पक्षी फुत् ) (अव्यया० ) शब्द विशेष |--कारः, (पु०) फुत् ) -कृतं. (न० ) - कृतिः, ( श्री० ) , फूंकना २ सर्प की फुंसकार ३ सिसकन ४ चीख मारना । फुल्ल (घा० परस्मै० फूलना। फैलना खिलना । फली ( फल्गु ( वि० ) 1 रसहीन । फीफा । असार । २ | कुल्लू ( च० कृ० ) 1 फैला हुआ । खिला हुआ। निकम्मा अनुपयोगी अनावश्यक ३ घोड़ा। सूक्ष्म ४ व्यर्थं | अर्थशून्य | २ निर्वल । कम- ज़ोर | बोदा।-उत्सवः, ( पु० ) होली का स्योहार | खुला हुआ।-लोचन, (वि० ) (आनन्द से) नेत्रों का विकसित होना । फल्गुः ( स्त्री०) १ वसन्त ऋतु । २ गुल्लर वृण विशेष | ३ गया की एक नदी का नाम । फल्गुनः ( पु० ) 1 फागुन मास २ इन्द्र का नाम । फल्गुनी ( खी० ) एक नक्षत्र का नाम । फल्यं ( न० ) फूल | फाणि: ( पु० ) फाणितं (न० ) गुड़ | राव कधी खाँड | फाँट फुफुसं ( न० ). फुफुसः ( पु० ) 5 } फेफड़ा ) [ फुल्जति फुल्लित ] फेटकारः (पु० ) चील फेसः ) ( 5 ) 1 फैना फैन | भाग २ मुँह का फेनः ) भाग ३ थूक - दिएड (पु० ) बुला ||२ खोखले विचार-वाहिन, (पु०) बना साफ़ी। ( न० ) भाग | फेन । फेरः फेरंड: फेरण्ड: फेणकं । फेनकं फेनिल (वि० ) मागदार फेनदार | ( पु० ) शृगाल | गीदड़ । स्यार। फेरवः (पु०) भुगाल स्यार। गीदर २ बदमाश गुडा कपटी ३ राक्षस प्रेत पिशाच 1 फेरुः ( पु० ) स्यार | गीदड़ फेलं (न० ) फेला ( श्री० ) फैलिका (स्त्री० ) फैली (स्त्री० ) उच्चिए| जुड़ा।
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