प्राकृतिक कृतिक (वि०) [स्त्री०-प्राकृतिकी] १ स्वाभाविक | प्रकृति से उत्पन्न । २ भ्रमात्मक | मायामय | झूठा कन (वि० ) [ स्त्री० - प्राकनी ] १ पहिले का। पूर्व का २ पुराना । प्राचीन पुरातन । ३ पिछले किसी जन्म का पूर्वजन्म कृत कर्म । खर्य (न०) १ उग्रता | २ तीतापन | कडुआपन | ३ दुष्टता। गल्भ्यम् ( न० ) १ प्रगल्भता | वीरता | २ घमंड | अभिमान | ३ चतुरता योग्यता | ४ प्रधानता | प्रवलता | बड़प्पन | ५ प्रादुर्भाव । प्राकट्य | ६ वाग्मिता |७ धूमधाम आडम्बर ८ औद्धत्य गारः (पु० ) घर इमारत । भवन । ( न० ) सर्वोच्च स्थान । -सर, (वि० ) प्रथम | सब से आगे। -हर, (वि०) मुख्य | प्रधान | ट: (पु० ) पतला जमा हुआ दूध । य ( वि० ) प्रधान । सर्वप्रथ । श्रेष्ठ । सर्वोत्तम । बातः ( पु० ) युद्ध | लड़ाई | चारः ( पु० ) टपकना । चूना । रिसना । घुणः घुणक: त्रुणिकः चूर्णकः ग्रूणिकः
( पु० ) महमान । पाहुना। अतिथि । ( न० ) ढोलक । गणम्, प्राङ्गणम् ) ( न० ) १ आँगन | सहन । नम्, प्राङ्गनम् ) २ ( कमरे का ) फर्श | ३ एक प्रकार का ढोल । ( वि० ) [ स्त्री० प्राची - प्रांची ] पूर्व की २ पूर्वी। पूर्व की ओर का । ३ पहिला अगला | ( पु० बहु० ) १ पूर्वदेशवासी २ पूर्व देश के व्याकारणी - अग्र (वि० ) [ = प्रागग्र ] पूर्व दिशा की ओर घूमा हुआ कांटे वाला - अभावः (= प्रागभावः ] ( पु० ) , जिसके पीछे उसको भाव उत्पन्न हो । २ अनादि सान्त पदार्थ | ~-अभिहित, ( = प्रागभिहित ) ( वि० ) वह अभाव प्रतियोगी प्राचू, प्राच् पूर्वकथित /- व्यवस्था, (=भागवस्था ( स्त्री० ) पहिले की हालत या अवस्था । - थायत, ( = प्रागायत ) ( वि० ) पूर्व की ओर बढ़ा हुआ 1- उतिः ( = प्रामुतिः ) ( स्त्री० ) पहिले का कथन | उत्तर. (= प्रागुत्तर ) ( वि० ) ईशान कोण का । -उदीची, (=प्रागु- दीची ) ( स्त्री० ) ईशान कोण 1 - कर्मन् (= प्राकर्मन ) ( न० ) पूर्व जन्म में किये हुए कर्म |--कालः, ( = प्राकालः ) ( पु० ) अगली अवस्था | अगला युग – कालीन, (= प्राकालीन ) प्राचीन काल सम्बन्धी /- कूल, (= प्राकूल ) ( वि० ) ( कुशों के सिरे ) पूर्व दिशा की ओर निकले हुए 1- कृतं, ( = प्राकृतं ) ( पु० ) पूर्व जन्म में किया हुआ । -चरणा, (= प्राकृचरणा ) ( स्त्री० ) भग | योनि । – चिरं, (= प्राचिरं ) ( अव्यया० ) उपयुक्त समय में अपेक्षित काल में प्रति विलम्ब होने के पूर्व जन्मन्. (=प्राग्जन्मन्) ( न० ) - जातिः, ( = प्राग्जातिः ) ( स्त्री० ) पूर्व जन्म । - ज्योतिषः (= प्राग्ज्योतिषः ) ( पु० ) कामरूप देश । ( बहु० ) इस देश के अधिवासी । - ज्योतिषं (= प्राग्ज्योतिषं ) ( न० ) एक नगर का नाम । दक्षिण, ( = प्राग्दत्तिण ) ( वि० ) आग्नेयी दिशा का | –देशः, (= प्राग्देशः ) ( पु० ) पूर्वी देश । द्वार, (= प्राद्वार) - द्वारिक, ( = प्रारद्धा- रिक ) ( वि० ) वह घर जिसका द्वार या दर- वाज़ा पूर्व की ओर हो। न्यायः (= प्राइ- न्यायः ) ( पु० ) किसी विवाद का पहिले भी किसी न्यायालय में उपस्थित किये जाने पर निर्णीत हो चुकना। -प्रहारः, (= प्राक्प्रहारः ) ( पु० ) पहिली चोट-फलः, (= प्राक्फलः ) ( पु० ) कटहल का पेड़ - फल्गुनी, (= प्राकू- फल्गुनी ) - फाल्गुनी, ( = प्राकूफाल्गुनी ) ( स्त्री० ) ग्यारहवाँ नक्षत्र -- फाल्गुनः ( = प्राकूफाल्गुनः ) फाल्गुनेयः, ( प्राकू- फाल्गुनेयः ) ( पु० ) बृहस्पति ग्रह /-भक्त, ( = प्रारंभकं ) ( न० ) वह दवा जो भोजन