पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/२८९

विकिस्रोतः तः
एतत् पृष्ठम् अपरिष्कृतम् अस्ति

गर्भ अन्तःपुरः । प्रसूतिकागृह ४ मन्दिर में वह स्थान जहाँ मूर्ति स्थापित हो। गर्भमन्दिर । - आघानं, ( न० ) १ गर्भस्थापन |२ संस्कार विशेष ।-आशयः, ( पु० ) गर्भस्थान । गर्भ की मिल्ली 1-श्रालावः, ( पु० ) गर्भ का कच्ची अवस्था में गिर जाना। -- ईश्वरः ( पु० ) जन्म से धनी होना।- उत्पत्तिः, (स्त्री० ) गर्भपिण्ड का बनना । - उपघातः, ( पु० ) गर्भ का गिर पड़ना । कालः (पु० ) गर्भस्थापन का समय —कोशः, – कोषः, (पु०) गर्भाशय । -क्लेशः, ( पु० ) गर्भस्थ बालक के बाहिर निकलने के समय की पीड़ा जो गर्भधारिणी स्त्री को होती है। क्षयः, (पु०) गर्भ का नाश - गृहं, भवनं, वेश्मन् (न०) १ भवन का मुख्य कमरा । २ प्रसू- तिका गृह | ३ गर्भमन्दिर या यह कमरा जिसमें मूर्ति स्थापित हो । -ग्रहणं, (न०) गर्भस्थापना | गर्भ रह जाना । - घातिन्, (वि०) गर्भ गिराने चाला । — चलनं ( न० ) गर्भ का हिलना डुलना या स्थानच्युत होना । —च्युतिः, (स्त्री०) जन्म । उत्पत्ति | २ कच्चा गर्भ गिर पड़ना - दास, ( पु० ) – दासी, ( स्त्री० ) जन्म से गुलाम या जन्म से वासी।-द्रुह, ( वि० ) पेट गिराना । -- धरा, (स्त्री०) गर्भिणी ।-धारणम्, धारणा, (स्त्री०) गर्भ में सन्तान को रखना ।— ध्वंसः, ( पु० ) गर्भश्राव । – पाकिन, (५०) ६० दिन में पकने वाले चावल - पातः, (५०) गर्भश्राव । ~~पोषणम्,– भर्मन, (न०) गर्भस्थ बालक का पालन पोषण। -मण्डपः, ( पु० ) जच्चाघर । प्रसूतिका गृह /- मासः, (पु० ) गर्भस्थापन का महीना । —मोचनम्, (न०) उत्त्पत्ति । जन्म । -- याषा, (स्त्री०) १ गर्भिणी स्त्री | २ तटों को नाँघ कर बहनेवाली गङ्गा । —रूपः, - रूपकः, (५०) शिशु । बच्चा । ~~लक्षणम्, ( न० ) गर्भ धारण के चिन्ह । - लंभनम्, (न० ) संस्कार विशेष | -वसति, (स्त्री०) वासः, ( पु० ) गर्भाशय । - विच्युतिः, ( स्त्री० ) गर्भाधान के आरम्भ ही में गर्भपात। - वेदना, (स्त्री०) बालक उत्पन्न होने के समय का स्त्री को कष्ट ।- व्याकरणं, ( २८२ ) गह्य ( न० )गर्भपिण्ड की रचना । —शङ्क, ( पु० ) * गर्भस्थित मृतबालक को निकालने का और -सम्भवः,–सम्भूतिः, (स्त्री०) गर्भस्थापन । गर्भ रह जाना। - स्थ, (वि० ) १ गर्भ का | २ आभ्यान्तरिक । भीतरी । - स्रावः, ( पु० ) गर्भपात | गर्भकं (न० ) दो रात्रि, ( जिसके बीच में एक दिन हो ) की अवधि । गर्भक (पु०) पुष्पों का गुच्छा जो बालों में खोंसा जाता है। गर्भण्डः (पु०) गर्भवृद्धि के कारण पेट का बढ़ जाना। गर्भवती (स्त्री०) जिसके पेट में गर्भ हो । गर्भिणी (स्त्री०) गर्भवती स्त्री। - प्रवेक्षणं, (न० ) धातृपना । दाई का काम । --दौहदं. (न०) गर्भिणी स्त्री की इच्छाएँ या रुचि। - व्याकरणम्, - व्याकृतिः, ( स्त्री० ) गर्भवृद्धि का विज्ञान विशेष | आयुर्वेद का प्रसङ्ग विशेष | गर्भित (वि० ) गर्भवाली । जिसके पेट में गर्भं हो। गर्भेतृत (वि० ) १ गर्भ में बालक होने से तृप्त । २ भोजन एवं सन्तान की ओर से निश्चिन्त । ३ कामचोर | आलसी । गर्मुत (स्त्री०) १ एक प्रकार की घास | २ एक प्रकार का नरकुल | ३ सुवर्ण | सोना । गर्व ( धा० परस्मै० ) [ गर्घति, गर्वित ] गर्वीला, घमण्डी अथवा अभिमानी होना । गवः ( पु०) अभिमान । घमण्ड | ऐंठ। अकड़ । गर्वाट: ( पु० ) द्वारपाल । दरबान । चौकीदार । गई ( धा० आत्म० ) कभी कभी पर० भी। [ गर्हते, गर्हयते, गर्हित] १ दोष लगाना । दोषी ठहराना धिक्कारना। फटकारनां । २ अभिषाप लगाना। खेद प्रकट करना । गहू ( न० ) ) भर्त्सना | कलङ्क । धिकार । फिट- गर्हणा (स्त्री०) ) कार | गर्दा (स्त्री० ) गाली | भर्त्सना । गर्हा (वि० ) भर्त्सनीय । धिक्कारने येाग्य । निन्य । -वादिन, (वि०) निन्दक | अपशब्द कहने- घाला।