पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/२८७

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गन्चाली ( २५० ) गरमः गन्धाली ) ( स्त्री० ) १ बरैया | २ सतत सुगन्ध | गर्मिन् (वि० ) जाने वाला। जाने की इच्छा रखने गंधाली देने वाला पदार्थ विशेष -गर्भः वाला । गमनेच्छु । ( पु० ) यात्री । ( पु० ) छोटी इलायची । गंधालु }( वि० ) सुवासित । सुगंधित । गन्धालु गंधिक २ (वि० ) १ सुगन्धियुक्त २ अल्प परि- गन्धिक । माय का गंधिकः ) गन्धिकः, ( पु० ) १ गन्धी | इत्रफरोश । २ गन्धक | गभक्ति (g० स्त्री०) १ प्रकाश की किरण । २ चन्त्रमा या सूर्य की किरण।--करः, पाणिः, -हस्तः, (५०) सूर्य । गमस्ति: ( पु० ) सूर्य । स्त्री अग्निपत्नी स्वाहा की उपाधि | गमस्तिमत् ( पु० ) सूर्य । ( न० ) पाताल के सप्त विभागों में से एक । गभीर ( वि० ) १ गहन | गहरा | २ गुप्त | रहस्यमय ४ दुर्बोध । ५ गाढ़ा । सघन घना। -ग्रामन् ( पु० न० ) परब्रह्म |-- वेध, (वि०) वेधकारी । गभीरिका ( स्त्री० ) बड़ा ढोल जिसमें बड़ा गंभीर शब्द हो । गभोलिकः ( पु० ) गोल छोटा तकिया । गम् (धा० परस्मै० ) [ गच्छतिगत ( निजन्य ) गमयति । आत्म० जिनांसते ] १ जाना | २ प्रस्थान करना । रवाना होना । ३ पहुँचना । समीपागमन । ४ गुज़रना। व्यतीत होना । ५ होना । गम ( वि० ) [ समास के अन्त में जोड़ा जाता है जैसे "हृदयङ्गम" "पुरोगमा" आदि और तय इसका अर्थ होता है ] जाते हुए। पहुँचते हुए । प्राप्त होते हुए। आगमः, (पु०) जाना श्राना । गमः ( पु० ) १ गमन २ प्रस्थान | ३ आक्रमणकारी का कूच ४ मार्ग रास्ता ५ अविषेक | ६ कम समझ पाना । ७ स्त्रीमैथुन । ८ चौपड़ का खेल | गमक (वि०) [ स्त्री — गमिका ]१ सूचक | सङ्केत- कारी। स्मारक । २ विश्वासोत्पादक। गमनम् ( न० ) १ गमन | चाल | गति | २ समीपा- गमन | ३ आक्रमणकारी का कूच १४ भोगना । : ५ प्राप्ति | उपलब्धि | ६ स्त्रीमैथुन । • गमनीय, गभ्य ( स० का० कृ० ) १ समीप जाने योग्य : २ बोधगम्य | सहज में समझने योग्य | ३ उपलचित। चन्तर्मुक्त। ध्वनित | तात्पर्य द्वारा गत ४ उपयुक्त व योग्य | मैथुन के योग्य ६ आरोग्य होने योग्य | गंभारिका, वस्पारिका ) ( स्त्री० ) एक वृक्ष का } गंभारी, गम्भारी गम्भीर, । गम्भीर शब्द वाला (जैसे ढोख ) | ३ गाढा । गंभीर, ) ( वि० ) १ ( हरेक अर्थ में ) गहरा । २ नाम । सघन । घना ( जैसे जंगल ) | ४ प्रगाढ अगाध | विचक्षण | २ संगीन | गुरुतर | वास्त- विक दृढ़ गुप्त रहस्यमय । ७ दुरभिगम्य । कठिनता से समझने योग्य - - वेदिन्, (वि० ) विकल । बेचैन । ) ( पु० ) १ कमल । २ नीबू चकोतरा । । बिजौरा । गंभीरः गम्भीरः गंभीरा – गम्भीरा । गंभीरिका ( ( स्त्री० ) एक नदी का गम्भीरिका ) नाम गयः ( पु० ) १ गया प्रदेश और उसके निवासी २ एक असुर का नाम गया ( स्त्री० ) बिहार प्रान्त के एक नगर का नाम, जहाँ सनातनधर्मी अत्यन्त प्राचीन काल से अपने पितरों का उद्धार करने को जाते हैं। गर ( वि० ) [ स्त्री० - गरी ] १ निगलने योग्य | -अधिका, ( स्त्री० ) लाक्षा कीट | लाख या लाल रंग जो. लाता या लाख से निकलता है।- झी, (खी ) मछली विशेष |–द ( वि० ) ज़हर देने वाला। चिप खिलाने वाला । -दं. ( न० ) शहर। विष - व्रतः, ( पु० ) मयूर । मोर | गरः ( प्र० ) १ पेय । शरबत | २ रोग बीमारी । ३ निगलना | लीलना। १ ज़हर विष | २ प्रतिषेधक विष जाशक वस्तु ज्ञहरमोहरा । ( न० ) तर करना। भिगोना । गरं ( पु० ) ) गरः (न० ) ) गरणं ( न० ) १ निगलने की क्रिया | २ छिड़काव । ३ ज़हर। विष। गरभः ( पु० ) १ बच्चादानी । गर्भाशय ।