पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/२७०

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क्षत्रियका ( ( श्री० ) १ त्रिय वर्ण की स्त्री । २ क्षत्रिय की पत्नी । २६३ क्षत्रियका क्षत्रिया क्षत्रियिका क्षत्रियाणी (स्त्री०) क्षत्रिय वर्ण की स्त्री | २ क्षत्रिय की पत्नी । क्षत्रियी (स्त्री० ) रात्रि की पत्नी । चंद ) (वि०) (बी०-क्षन्त्री.] धैर्यवान् । सहन चन्तृ शील | विनयी क्षपू (धा० उभय० ) [क्षपति- क्षयते, क्षपित] लंघन करना । (निजन्त) [तपयति-क्षपयते, क्षपित] १ फेंक देना भेजदेना युत कर देना १ चूक ) क्षात्र ४ आर्थिक हानि | २ (भाव का) गिराव। ६ स्थाना- न्तरिस करण। ७ ८ क्षयी का रोग | साधारणतः कोई भी रोग १० बीजगणित में ॠण या बाकी । -कर, (वि०) नाशक नाश करने वाला।-फालः, (पु० ) १ प्रलय का समय। २ घटतो का समय - कासः ( ० ) यी से उत्पन्न खाँसी। -पक्षः, (पु० ) अँधियारा पाख। -युक्तिः, ( श्री०) -योगः (पु० ) नाश करने का अवसर रोगः, (पु० ) यी का रोग (-वायुः, (पु०) प्रलय कालीन पवन /- संपद, (स्त्री०) निवान्त हानि । सम्पूर्णतः हरनि । सर्वनाश | जाना। क्षपणः ( पु० ) बौद्ध सम्प्रदाय का भिन्नुक क्षपणम् ( न० ) १ अशौच | सूतक | अशुद्धि | | क्षयथुः (पु०) क्षय रोग या उसकी खाँसी । २ नाश निर्वासन | क्षयिन् (वि० ) [ खी०- क्षयिणी ) १ विनाशक । नाशक २ यरोगप्रस्त। ३ विनश्वर । ( पु० ) चन्द्रमा | [ वाला। 1 तयिष्णु (वि०) १ नाश करने वाला । करने २ विनश्वर टूटने फूटने वाला। क्षर् (धा० पर०) [ क्षरति, क्षरित] यह सकर्मक और अकर्मक दोनों प्रकार से प्रयुक्त होती है। 3 बहना। फिसलना। २ भेजना। उडेलना। निका- जना ३ टपकना । चूना | रिसना | ४ नह होना।२ बेफार हो जाना । ६ अलग किया जाना। वञ्चित किया जाना । (निजन्त) [क्षारयति] दोषी ठहराना नश्वर । नाशवान् । क्षर (वि० ) : पिघला हुआ । २ जङ्गम । था। क्षरं (न०) १ पानी | २ शरीर । क्षरः (पु०) बादल | दरगाम् (न०) १ बहने की, चूने की, टपकने की, रिसने की क्रिया २ पसीना लाने की किया। तरिन (पु०) वर्षा ऋतु । तल (धा० उभय०) [क्षालयति- क्षालयते क्षालित] धोना। साफ़ कर देना शुद्ध करना। धोना । माँजना | २ पौंछ डालना। } (F०) 1 छींक 1 खाँसी । क्षपणकः ( पु० ) बौद्ध या जैन भिनुफ | क्षपणी ( श्री० ) १ जय । २ जाल | क्षपयुः (पु० ) अपराध | जुर्म । हपा (स्त्री० ) १ रात । रजनी २ हल्दी-अटा ( पु० ) १ रात में घूमने वाला । २ राक्षस । पिशाच । ~ कर, नाथः, ( पु० ) १ चन्द्रमा । २ कपूर घनः ( पु० ) काला मेघ - चरा, ( पु० ) राक्षस पिशाच क्षम् (धा० आत्म० ) [ क्षमते, क्षम्यति, क्षान्त ] या क्षमित] १ अनुज्ञा देना परवानगी देना। २ समा करना। माफ करना। धैर्य रखना । शन्ति होना। प्रतीक्षा करना । ४ सहलेना । निर्वाह करना । २ सामना करना । मुकाबिला करना । ६ ( किसी काम करने ) योग्य होना । क्षम ( वि० ) १ धैर्यवान् | २ सहनशील | विनयी । ३ उपयुक्त योग्य ४ उचित ठीक १२ सहने योग्य सह लेने योग्य ६ अनुकूल | क्षमा ( स्त्री० ) १ धैर्य । सहनशक्ति । माफी | २ | पृथिवी । ३ दुर्गा देवी /-जः, ( पु० ) महत ग्रह-भुज्, भुजः, ( पु० ) राजा | क्षमितृ ( वि० ) [ श्री० – क्षमित्री ]} सदनशी धैर्यवान् । क्षमिन् (वि० ) [ स्त्री० - क्षमिनी क्षयः (पु० ) 3 घर खराबी ह्रास मकान २ हानि । घटी । कमी ३ अन्त | नाश | समाप्ति क्षवः क्षवधुः - क्षात्र ( वि० ) [स्त्री०- तात्री ] पत्रिय सम्बन्धी या क्षत्रिय का