पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/२५६

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कृत ( २४६ हुए । –कयः, (पु०) खरीददार । गाहक 1- क्षमा, (चि०) १ घड़ी भर बड़ी उत्सुकता के साथ प्रतीक्षा करने वाला | २ अवसरमाप्त -झ, (वि० ) अनुपकारी एहसान फरामोश | करे को न मानने वाला। पूर्व के समस्त उपायों को विफल करने वाला । चूड:, (पु०) वह बालक जिसका चूड़ा- करण संस्कार हो चुका हो ।-झ, (वि० ) उप- कृत | मशकूर | • (दि० ) १ किया हुआ । बनाया हुआ । पूर्ण किया हुआ। उपकार को मानने वाला । २ सदाचरणी । -शः, (पु० ) कुत्ता । - तीर्थ, (षि०) १ जो सब तीर्थकर हो । २ जो किसी अध्यापक के पास अध्ययन करता हो । ३ उपायों को अच्छी तरह जानने वाला ४ पथप्रदर्शक - दासः, ( पु० ) वेतनभोगी नौकर। पन्द्रह प्रकार के दासों में से एक -धी, (वि० ) १ विचारवान बुद्धिमान २ शिक्षित | विद्वान |- नियोजन ( पु० ) पश्चाताप करने वाला पापी । - निश्चय, (वि०) निर्धारित निश्चय किया हुआ ।-पुङ्ग, (वि०) धनुविद्या में निपुण /- पूर्व, (वि० ) पहले किया हुआ |– प्रतिकृतं, (न० ) आक्रमण और बचाव -प्रतिज्ञ, (वि०) १ वह जो किसी के साथ कोई | प्रतिज्ञा या ठहराव कर चुका हो । २ अपनी प्रतिज्ञा को पूर्ण किये हुए । बुद्धि, (वि० ) शिक्षित | पढ़ा लिखा ! बुद्धिमान । —मुख, (वि०) शिक्षित | बुद्धिमान । -लक्षण, (विं० ) १ चिन्हित मोहर लगा हुआ । २ दागा हुआ | ३ सर्वोत्तम । श्रेष्ठ | सर्वप्रिय | ४ छुट्टा। बीना हुआ। निरूपित । - वर्मन्. ( पु० ) कौरव पक्षीय एक योधा जो सात्यकी द्वारा मारा गया था। – विद्य, (वि० ) शिक्षित | अधीत – वेतन, (वि० ) भाड़े का । वेतनभोगी।- वेदिन ( वि० ) कृतज्ञ -- वेश. ( वि० ) भूषित - शोभ, ( वि० ) १ सुन्दर । २ उत्तम | ३ चतुर ।। कुशल- शौच. ( वि० ) पवित्र | शुद्ध 1-श्रमः, - परिश्रमः ( पु० ) अधीत | पढ़ा लिखा । शिक्षित -सङ्कल्प, ( वि० ) निश्चित किया हुआ |-- संज्ञ, (वि०) : सचेत | मूर्च्छा से जागा हुआ | ) कृत्य २ जागा हुआ । सन्नाह (वि० ) कवच पहिने हुए।-सपलिका, (वि० ) वह स्त्री जिसके सौत हो । हस्त, दस्तक, ( वि० ) १ निपुण । कुशल | पटु । २ धनुविधा में पटु । अस्त्र शस्त्र चलाने की विद्या में निपुण कृतक (वि० ) १ किया हुआ । बनाया हुआ । तैयार किया हुआ | २ कृत्रिम | बनावटी अवास्तविक ३ मिथ्या झूठा बनाया हुआ | ४ गोद लिया हुआ। 1 कृतं ( ० ) पर्याप्त काफी अधिक नहीं । कृतिः ( स्त्री० ) १ करतूत २ पुरुषार्थ । ३ बीस अक्षर के चरण वाला लोक विशेष । ४ जादू । इन्द्रजाल ५ चोट वध | ६ बीस की संख्या । -करः ( पु० ) रावण की उपाधि । कृतिन् (चि०) सन्तुष्ट | अधाया हुआ अपनी साध पूरी किये हुए । २ भाग्यवान् | धन्य | कृतकृत्य । ३ चतुर | योग्य पढ़ निपुण | ४ नेक धर्मात्मा पवित्र | ३ अनुगमन अनुसरण आज्ञा- पालन | आज्ञानुसार करने वाला । कृते । ( अव्यया० ) लिये । निमित्त | यवजह । कृतेन । इसलिये । कृत्तिः ( स्त्री० ) १ चर्म | चमड़ा | २ मृगछाला | ३ भोजपत्र | ४ कृत्तिका नक्षत्र । – वास, - वाससू, ( पु० ) शिव जी । कृत्तिका ( बहुवचन ) २७ नक्षत्रों में से तीसरा 1- तनयः पुत्रः, सुतः, ( पु० १ कार्तिकेय । भवः, ( पु० ) चन्द्रमा | कत्तु ( वि० ) १ भली भाँति करने वाला। काम करने की योग्यता रखने वाला। शक्तिमान | २ चतुर । चालाक। निपुण । कृत्नु: ( पु० ) कारीगर । शिल्पी कृत्य (वि०) १ वह जो किया जाना चाहिये। उपयुक्त ठीक १२ सम्भव | साध्य | ३ विश्वासघाती। कृत्यं ( न० ) १ कर्त्तव्य | कर्म | २ कार्य । अवश्य करणीय कार्य । ३ उद्देश्य । प्रयोजन । कृत्यः “तव्य", "नीय" "य' और 'एलिम', ये विभ- क्तियाँ हैं। स० श० कौ०–३२