पेक्षव ऐतव (वि० ) गले का। गन्ने से बना हुआ। गने से निकला हुआ। 1 पेक्षवं ( न० ) ३ चीनी खांड़ | २ मदिरा विशेष | पेशव्य (वि० ) गन्ने से बना हुआ। पेक्षुक ( वि० ) गन्ने के लिये उपयुक्त । पेक्षुकः ( पु० ) गन्ना होने वाला। पेनुमारिक (वि० ) गझे का गट्ठर ढोने वाला। पेदवाक (वि० ) इच्वाकु का | ऐदवाकः ) ( पु०) १ ईष्वाकु का वंशधर | २ इष्वाकु ऐदवाकु ) के वंशधर का राज्य ऐंगुव ) ( वि० ) [ स्त्री० - पैगुदी, पेङ्गुदी ] ) हिंगोट बृध से उत्पन्न पेंगु दं पेज़दम्) पेच्छिक ( वि० ) [ स्त्री०-ऐ]ि इच्छानु- वर्ती | इच्छानुसार | २ स्वेच्छित अनियमित | ऐडक (वि० ) [ स्त्री० - ऐडकी ] भेड़ का । ऐडकर (पु० ) भेड़ की एक जाति । ऐडविड: पेलविलः } ( पु० ) कुबेर का नाम । ( न० ) हिंगोट वृक्ष का फल । ऐशेयः (पु० ) काला बारहसिंधा। ऐसेयं ( न० ) रतिबन्ध । ऐतदात्म्यं (न. ) इस प्रकार का विशेष गुण या ऐतरेयन् (पु० ) ऐतरेय ब्राह्मण का पढ़ने वाला। ऐतिहासिक ( वि० ) [ स्त्री० - ऐतिहासिकी ] इतिहास सम्बन्धी । परम्परागत। [जानने वाल ऐतिहासिकः ( पु० ) इतिहास लेखक इतिहास का ऐतिहां (न०) परम्परागत उपदेश पौराणिक वृत्तान्त । पेंपर्यं (न०) मूलाधार । अभिप्राय | उद्देश्य | आशय । [1] पेनस ( न० ) पाप । पेंदव पेन्द्रव ( १६४ ) ऐंद्रः {}( वि० ) चन्द्रमा सम्बन्धी । ऐववः } ( १० ) चान्द्र मास । पेंद्र पेड } ( वि० ) [ स्त्री०~~-पेन्द्री ] इन्द्र सम्बन्धी । पेश
- } (पु० ) अर्जुन और बालि का नाम १
पेंद्रजालिक ) ( वि० ) [स्त्री० पेन्द्रजालिक 1 पेन्द्रजालिकी] मायावी धोखे में डालने वाला। भ्रमोत्पादक २ जादू जानने वाला। पेन्द्रजालक: } ( 30 ) मायावी | मदारी। पेण (वि॰ ) [ स्त्री०-~-~-ऐणी ] हिरन का ( चर्म या | ऐजन } (वि० ) [ स्त्री० – ऐंघनी ] ईंधन का | पेंधन - ऊन ) । पैतिक ) ( दि० ) गंज के रोग से पीड़ित । पेन्द्रलुप्तिक) सिर का गंजापन | धनः -- ऐोय (वि०) [स्त्री॰—- पेणेयी] काले हिरन से उत्पन्न । | पेन्धनः } { पु० ) सूर्य का नाम । अथवा काले हिरन की किसी वस्तु से उत्पन्न ऐयत्यं: ( न० ) परिमाण | संख्या ऐरावणः ( पु० ) इन्द्र का हाथी। [ विशिष्टता युक्त | | ऐरावतः ( पु० ) 1 इन्द्र के हाथी का नाम । २ श्रेष्ठ हाथी ३ पातालवासी नागों के नेताओं में से एक नेता | ४ पूर्व दिशा का दिक्कुअर २ एक प्रकार का इन्द्रधनुष | पेरावती (स्त्री० ) १ ऐरावत हाथी की हथिनी । २ बिजली | ३ पञ्जाव की रावी नदी का नाम । इरा- वती नदी । पेरेयं (म०) १ मय | शराब | २ मङ्गल ग्रह । [नाम । पेलः (पु०) इला और बुध से उत्पन्न पुरुरवा का पेलवालुकः ( पु० ) एक सुगन्धि-द्रव्य का नाम । पेलविलः (पु० ) : कुबेर का नाम | २ मङ्गलग्रह | पेलेयः ( पु० ) १ एक सुगन्धि-द्रज्य २ मङ्गलग्रह ।
पेश (वि० ! [ स्त्री०-पेशी ] १ शिव जी का । २ राजकीय | राजोचित | पेंद्रिशिरः ) पेन्द्रिशिरः पेंद्रिः ) ( पु० ) १ इन्चपुत्र जपन्त, अर्जुन, वालि ।
- } ( पु० ) हाथियों की एक जाति ।
ऐन्द्रिः ) २ काक | पेंद्रिय, ऐन्द्रिय | ( वि०) १ इन्द्रियों से सम्बन्ध पेंद्रियक, पेन्द्रियक रखने वाला । विषयभोगी। २ विद्यमान इन्द्रियगोचर | ऍट्री ) ( स्त्री० ) एक वैदिक मंत्र विशेष जिसमें ऐन्द्री इन्द्र की प्रार्थना है २ पूर्व दिशा मे विपत्ति । सङ्कट । १ दुर्गादेवी की उपाधि । २ छोटी इलायची | सर्वोपरि | 1