पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/१०६

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अथमासक अवभासक ( वि० ) तेजोमय अवभासकम् ( न० ) परमात्मा । परब्रह्म [टेढ़ा | अवभुग्न ( वि० कृ० ) झुका हुआ | मुड़ा हुआ । अवभृथः (पु० ) १ यज्ञान्त स्नान । २ मार्जन के लिये जल । ३ यज्ञानुष्ठान विशेष, जो प्रधान यज्ञ की त्रुटियों की शान्ति के अर्थ किया जाता है। -स्नानम् (न० ) यज्ञान्त स्नान | अवः ( पु० ) बलपूर्वक या चुरा छिपा कर ( किसी मनुष्य का ) हरण | भगा ले जाने की क्रिया अवट (वि० ) चपटी नाक वाला । अवम् (वि० ) १ पापी । २ तिरस्करणीय क्षुद्र ३ कमीना | अधःपतित | अपकृष्ट | ४ अगला । परमघनिष्ट । सम्पूर्ण । ५ अन्तिम । ( उम्र में ) सब से छोटा | अवमत ( ३० कृ० ) असम्मानित किया हुआ । अंबज्ञात । थवमानित | निन्दित । –अङ्कुशः मदमत्त हाथी जो अङ्कुश को कुछ भी ( पु० न माने । अवमतिः (स्त्री०) १ अवमानना । अवज्ञा | अवहेला । २ घृणा | श्रवाङ्गमुखता । अवमर्दः (पु० ) १ कुचलन । २ बर्बादी | नाश । जुल्म । अत्याचार । अवमर्शः ( पु० ) स्पर्श । संसर्ग | वर्षः (पु० ) १ विचार | थन्वेषण | खोज । २ किसी नाटक के ५ प्रधान भागों या सन्धियों में से एक। विमर्श | “पत्र मुख्यफलोपाय उद्भिन्ने गर्भप्तोऽधिकः । शाषा: चान्तरायद ऽवमर्प इति स्मृतः ॥ - साहित्यदर्पण ३६६ ३ आक्रमण करने की क्रिया । अवर्षणम् ( न० ) १ असहिष्णुता । असहन शीलता । २ मिटाने की क्रिया स्मृति से नष्ट कर देने की क्रिया । अवमानः ( पु० ) असम्मान | तिरस्कार । अवहेला । अवमाननम् ( न० ) अवमानना ( स्त्री० ) } यसम्मान ती। अवमानन् ( वि० ) अवहेलना किया हुआ । असम्मानित । बेज्जत 1. अवरतिः अवमूर्धन् (चि०) सिर झुकाये हुए । –शय. (वि०) श्रधा मुँह कर लेटा हुआ। अवमोचनम् (न०) मुक्तकरण रिहा करने की क्रिया । स्वतंत्र करने की क्रिया | छोड़ देने की क्रिया । ढीला कर देने की क्रिया । ध्यवयवः (पु० ) भाग हिस्सा एक अंश | ऐसे शरीर का एक अंग २ अंश । ३ न्यायशास्त्रानुसार वाक्य का अंश पांच माने गये हैं। यथा १ प्रतिज्ञा, २ हेतु, ३ उदाहरण ४ उपनय और ५ निगमन । ] ४ शरीर । ५ उपादानीभूत । अवयवशः (वि० ) ( अव्यया० ) हिस्सा हिस्सा कर के अलग थलग । टुकड़ा टुकड़ा । [ याला । | यवयषिन् ( वि० ) अवयव वाला । अंशों या भागों प्रवयवी (वि०) १ सम्पूर्ण समष्टि समूचा । अंगी । जिसके और बहुत से ध्रुवश्व हो । अवर (वि० ) १ ( अवस्था या उम्र में ) छोटा | ( समय में ) पिछला, बाद का। पिछाड़ी का । २ एक के बाद दूसरा ३ नीचे | अपेक्षाकृत निचला अपकृष्ट हीन ४ तुच्छ । गयाबीता | धमाधम ५ ( प्रथम का उल्टा ) अन्तिम । ६ सब से कम ( परिमाण में ) । ७ पाश्चात्य | -अर्धः, ( पु० ) १ कम से कम भाग कम से कम | २ दो समान भागों में से पिछला आाधा भाग | ३ शरीर का पिछला भाग–अवर, ( वि० ) सब से नीच | सब से अपकृष्ट । उक्त, ( वि० ) अन्तिमवर्णित -ज, (वि० ) ( उम्र में ) अपेक्षाकृत छोटा ।-अः, (पु० ) छोटा भाई। -जा, ( स्त्री० ) छोटी बहिन । - वर्ण, (चि० ) हीन जाति वाला। -वर्ण: ( पु० ) १ शुद्ध । २ चतुर्थ या अन्तिम वर्णं-वर्णकः- वजः, (पु० ) शुद्ध चतः ( पु० ) सूर्य -शैलः, (पु०) पश्चिम का पहाड़ जिसके पीछे सूर्य होता है। अस्ताचल | ध्यवरम् (न० ) हाथी की जांघ का पिछला भाग । अवरतः (अन्यथा० ) पीछे पीछे की ओर | पीछे का पिछला । [ विश्राम । प्रवरतिः ( स्त्री० ) १ विराम | समाप्ति २; आराम ।